भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 12 January 2018
कंगना रनौत का इंडियाज नेक्स्ट सुपरस्टार में स्वागत कर कितने खुश नज़र आ रहे हैं करण जौहर !
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फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सी रामचंद्र : जिनकी आज जन्मशती है !
रामचंद्र नरहर चितलकर को हिंदी फिल्म संगीत के शौक़ीन सी रामचंद्र के नाम से पहचानते हैं। अलबेला का शोला जो भड़के, आज़ाद का कितना हसीं हैं मौसम, शहनाई का मेरी जान संडे के संडे को, पतंगा का मेरे पिया गए रंगून, आदि उनके बेहद लोकप्रिय दोगाने हैं। उन्होंने खुद के द्वारा संगीतबद्ध गीतों के अलावा दूसरे संगीत निर्देशकों अनिल बिस्वास, हुस्नलाल भगतराम, हेमंत कुमार, रोशन, उषा खन्ना, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, आदि के लिए भी गीत गाये। उन्होंने, अनारकली, आज़ाद, अलबेला, नवरंग, शहनाई, नदिया के पार, समाधी, शबिस्तां, नास्तिक, सुबह का तारा, इंसानियत, शतरंज, शारदा, तलाश, स्त्री, आदि जैसी लगभग १०४ फिल्मों का संगीत सी रामचंद्र नाम के साथ दिया। उन्होंने अन्ना साहेब, आर एन चितलकर और राम चितलकर नाम से भी संगीत रचना की। १२ जनवरी १९१८ को जन्मे, सी रामचंद्र ने वाय वी राव की मराठी फिल्म नागानंद (१९३५) से फिल्म डेब्यू किया। फिल्म फ्लॉप हुई। फिर, मिनर्वा मूवीटोन की दो फिल्मों सईद ए हवस और आत्मा तरंग में भी अभिनय किया। मिनर्वा के कम्पोज़रों बिंदु खान और हबीब खान के लिए हारमोनियम बजाने लगे। मराठी फिल्मों के लिए गीत भी गाये। रामचंद्र को बतौर संगीतकार पहली बार मौका मिला तमिल फिल्म जयक्कोड़ी और मनमोहिनी में। सी रामचंद्र की पहली हिंदी फिल्म भगवान दादा की फिल्म सुखी जीवन (१९४२) थी। सी रामचंद्र का देहांत ६३ साल की उम्र में ५ जनवरी १९८२ को हो गया। आज अगर वह जीवित होते तो शतायु हो गए होते। उन्हें नमन।
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श्रद्धांजलि
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday, 11 January 2018
पद्मावत बनी पद्मावती के कारण फिल्मों में तारीखों के लिए चख चख !
करणी सेना और
सेंसर के झमेले में फंस कर फिल्म पद्मावती से पद्मावत बन गई .लेकिन, इसके साथ ही
लम्बी दूरी तक फिल्मों की रिलीज़ की चखचख भी पैदा कर गई। पद्मावती को १ दिसम्बर २०१७
को रिलीज़ होना था। सेंसर के झमेले में फंसी तो फिल्म के निर्माताओं ने फिल्म की
रिलीज़ को अनिश्चित काल तक के लिए टाल दिया। अब, जबकि फिल्म को सेंसर ने
प्रमाणपत्र दे दिया है तो फिल्म की रिलीज़ की तारिख ने भयंकर झमेला पैदा कर दिया। सोचा जा रहा था कि पद्मावत
बन कर फिल्म मार्च में रिलीज़ होगी। लेकिन, पद्मावत ने पैडमैन को निशाना बना लिया। इस फिल्म की रिलीज़ २५ जनवरी को पैडमैन की रिलीज़ की तारीख़ को तय कर दी गई। यह हिंदी फिल्मों के इतिहास का एक बड़ा टकराव था। लेकिन, अब यह टकराव दो फिल्मों तक सीमित नहीं रहा। इस टकराव की गूँज दूर दूर तक सुनाई देने लगी
है। २५ जनवरी को नीरज पाण्डेय की फिल्म ऐय्यारी भी रिलीज़ हो रही थी। लेकिन, उस समय
ऐय्यारी और पैडमैन का सीधा मुकाबला था। दोनों के जॉनर भिन्न थे। इसलिए टकराव के बावजूद दोनों ही फिल्मों को पर्याप्त थिएटर मिलने थे। लेकिन, पद्मावत ने आकर इसे त्रिकोणीय बना दिया। इस
कोण से ऐय्यारी भी सहम गई। फिल्म के निर्माता क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट ने ऐय्यारी को
पीछे करके ९ फरवरी कर दिया। इस तारीख़ को क्रिअर्ज की एक दूसरी फिल्म अनुष्का शर्मा के साथ परी की रिलीज़ पहले से
तय थी। हॉरर फिल्म परी, ९ फरवरी को कॉमेडी फिल्म सोनू के टीटू की स्वीटी के साथ रिलीज़ हो रही थी। ऐय्यारी को ९ फरवरी को लाने के बाद क्रिअर्ज ने परी को होली वीकेंड में २ मार्च को
रिलीज़ करने का फैसला किया। इस प्रकार से ९ फरवरी को तो त्रिकोणीय मुकाबला ख़त्म हो गया। लेकिन, अब क्रिअर्ज की परी २ मार्च को धर्मा प्रोडक्शन्स की फिल्म ड्राइव से टकरा
रही थी। ड्राइव की २ मार्च की रिलीज़ की तारिख काफी पहले से तय थी। लेकिन, इस टकराव
से सुशांत सिंह राजपूत को बेचैन कर दिया। वह, जैक्विलिन फर्नांडेज के साथ ड्राइव
के नायक हैं। सुशांत सिंह राजपूत,
क्रिअर्ज की ही एक फिल्म केदारनाथ के हीरो हैं। जब केदारनाथ के निर्देशक अभिषेक
कपूर ने केदारनाथ को उसी तारीख़ में रिलीज़ किये जाने का ऐलान किया, जिसमे शाहरुख़
खान की फिल्म जीरो रिलीज़ होने जा रही थी, तब क्रिअर्ज की प्रेरणा अरोरा ने बड़ा
विरोध किया था। यह सुशांत सिंह को नागवार गुजरा था कि कभी टकराव के विरोध करने वाली प्रेरणा ने अपनी
परी को सुशांत की ड्राइव से भिड़ा दिया है। ध्यान रहे कि सुशांत सिंह राजपूत फिल्म पीके में अनुष्का शर्मा के पाकिस्तानी प्रेमी बने थे। आगे आगे देखिये होता है क्या !
तारीखों के कुछ दूसरे बदलाव जानने के लिए क्लिक कीजिये यह लिंक- http://filmhiifilm.blogspot.in/2018/01/blog-post_89.html
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ये ल्लों !!!
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निर्देशक से क्रिएटिव डिफरेंस, तोरबाज़ को नहीं मालूम !
पिछले दिनों,
यह खबर थी कि तोरबाज़ यानि संजय दत्त और फिल्म के निर्देशक गिरीश मालिक के बीच
क्रिएटिव डिफरेंसेज पैदा हो गए हैं। तोरबाज़ अफगानिस्तान की पृष्ठभूमि पर बच्चों को
मानव बम बनाए जाने के कथानक पर है। इस फिल्म की शूटिंग किर्ग़िज़स्तान में की जा रही
थी। उस समय फिल्म के कुछ फोटोग्राफ नर्गिस फाखरी ने सोशल मीडिया पर शेयर किये थे, जिनमे वह संजय दत्त के साथ हैं। इसके बाद, संजय दत्त ने भी बिशेक की खूबसूरती को
दिखाने वाले अपने द्वारा खींचे गए कुछ चित्र शेयर किये। अब, यकायक यह खबर आ रही है
कि तोरबाज़ की शूटिंग रुक गई है। सूत्रों ने बताया कि संजय दत्त फिल्म की शूटिंग
बीच में छोड़ कर चले गए हैं। उन्होंने फिल्म की स्क्रिप को मॉडिफाई करने के लिए कहा
है। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि फिल्म के निर्देशक गिरीश मालिक और निर्माता
राहुल मित्र कहानी को कुछ इस तरह दिखाना चाहते हैं ताकि संजय दत्त को वह पसंद आये
और फिल्म का बाकी का शिड्यूल पूरा हो सके। इस सम्बन्ध में एक अखबार ने संजय दत्त को
मेसेज कर उनका पक्ष जानना चाहा तो संजय दत्त ने किसी भी प्रकार के क्रिएटिव
डिफरेंस से इनकार किया। उन्होंने यह बताया कि वह अपने हिस्से की शूटिंग पूरी करके
दुबई आ गए हैं। बाद में, दुबई में उन्हें फिल्म के डायरेक्टर गिरीश मालिक ने ज्वाइन किया और
दोनों ने नया साल दुबई में ही मनाया। संजय दत्त ने साफ़ किया कि उन्होंने कुछ भी
फिर से लिखने को नहीं कहा और न ही अपने हिस्से की शूटिंग अधूरी रखी है। क्रिएटिव
डिफरेंस की खबर को फिल्म के निर्माता राहुल मित्रा ने भी गलत बताया। अब फिल्म का
निर्माता कह रहा है तो सब ठीक ही होगा ! लेकिन, गिरीश मालिक की ख़ामोशी काबिलेगौर है। वैसे, अगर फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई और फिर न रुकी तो यह फिल्म ११ मई को रिलीज़ होगी।
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ये ल्लों !!!
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रजनीकांत भूलने की बीमारी के कारण गजिनीकान्त
पिता, तमिल
सुपर स्टार रजनीकांत का कट्टर प्रशंसक है। इसलिए, वह अपने बेटे का नाम रजनीकांत रख
देता है। उसकी एक खूबसूरत प्रेमिका है और वह लड़ाई विधा में माहिर है। यहाँ तक तो ठीक था। लेकिन, इस रजनीकांत को भूलने की बीमारी है। उसकी यही
बीमारी उसके लिए समस्याएं पैदा करती रहती है। उसकी इस भूलने की आदत पर उसके दोस्त उसे गजिनी बताते हुए, उसका नाम रजनीकांत
से गजिनीकान्त कर देते हैं। यानि सूर्या की सुपर हिट फिल्म गजिनी के साथ रजनीकांत
का कान्त जोड़ कर। यह कहानी है तमिल फिल्म गजिनीकान्त की। फिल्म में रजनीकांत उर्फ़
गजिनीकान्त की भूमिका अभिनेता आर्य कर रहे हैं। उनकी प्रेमिका की भूमिका दिलीप कुमार की
नातिन सयेशा कर रही हैं। सयेशा को हिंदी दर्शकों ने अजय देवगन के साथ फिल्म शिवाय
में देखा था। इस फिल्म का निर्देशन संतोष पी जयकुमार कर रहे हैं। दिलचस्प कहानी
वाली इस फिल्म के ट्रीटमेंट और प्रमुख कलाकारों के अभिनय पर काफी कुछ निर्भर करेगा। हालाँकि, फिल्म में काफी अनुभवी कलाकारों को लिया गया है। रजनीकांत के पिता की
भूमिका आडुकलम नरेन कर रहे हैं। रजनीकांत के दोस्त की भूमिका में करुणाकरण और
सतिश हैं। फिल्मों मे स्टंट डबल से फिल्म करियर की शुरुआत करने वाले मोटा राजेंद्रन फिल्म के मुख्य
विलेन हैं। आर्य की आने वाली फिल्मों में संघमित्रा और सयेशा की फिल्मों में विजय
सेतुपति के साथ जुंगा और कार्थी के साथ पंडीराज निर्देशित अनाम फिल्म के नाम
उल्लेखनीय है। फिल्म इसी साल रिलीज़ होनी है।
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साउथ सिनेमा
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रामगोपाल वर्मा की जीएसटी यानि गॉड सेक्स एंड ट्रुथ में पोर्न स्टार मिया मालकोवा
होशियार...खबरदार...निःशब्द
फिल्म निर्माता और निर्देशक रामगोपाल वर्मा आ रहे हैं। इस बार वह न तो कोई
गैंगस्टर फिल्म ला रहे हैं, न कोई हॉरर और न ही कोई रियल लाइफ मर्डर मिस्ट्री
फिल्म ही। इस बार उनका फिल्मकार सेक्स फलसफा पेश करने जा रहा है। क्योंकि इस बार वह ला रहे हैं एक पोर्न एक्ट्रेस को। इस पोर्न एक्ट्रेस का नाम मिया
मालकोवा है। २५ साल की यह पोर्न एक्ट्रेस अमेरिका में कैलिफ़ोर्निया की हैं। वह
अपनी कंपनी माइंडगीक के लिए पोर्न फिल्मों में अभिनय किया करती थी। वह हार्ड एक्स
के लिए पुरुष साथी के साथ सेक्स करती नज़र आती थी। रामगोपाल वर्मा इसी पोर्न एक्ट्रेस
को अपनी फिल्म जीएसटी की नायिका बना कर लाये हैं। इससे पहले, महेश भट्ट ने पूजा भट्ट निर्देशित फिल्म जिस्म २ के लिए पोर्न एक्ट्रेस सनी लियॉन को ढूंढ निकाला था। फिल्म जीएसटी का एक फोटो ट्वीट करते हुए
रामगोपाल वर्मा लिखते हैं, “यह टैक्स वाली जीएसटी नहीं है। यह गॉड सेक्स एंड ट्रुथ
वाली जीएसटी है। मैंने इस फिल्म को मिया मालकोवा के साथ शूट किया है। मिया, सनी
लियॉन के बाद किसी फिल्म मेकर द्वारा शूट की जाने वाली दूसरी पोर्न स्टार हैं।" इस
फिल्म के बारे में मिया ने भी ट्वीट कर बताया, “कुछ दिन पहले एक भारतीय फिल्मकार रामगोपाल
वर्मा ने यूरोप में मेरे साथ एक विडियो गॉड सेक्स एंड ट्रुथ शूट किया है। थैंक्यू
रामगोपाल वर्मा. तुम्हारी दृष्टि से खुद को देखना आनंददायक अनुभव था। वर्मा की
फिल्म के पोस्टर फिल्म की कामुकता को बयान करने वाले हैं। लेकिन, रामगोपाल वर्मा
इसे मिया पर दार्शनिक निबंध बताते हैं। फिल्म का ट्रेलर १६ जनवरी को रिलीज़ हो रहा
है।
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अब बालिगों के लिए मोहल्ला अस्सी
दो साल लम्बी
चली कानूनी लड़ाई के बाद डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी की फिल्म मोहल्ला अस्सी सेंसर
द्वारा पारित कर दी गई है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फ़िल्म सर्टिफिकेशन ने बुद्धवार को
मोहल्ला अस्सी को बालिगों के लिए प्रमाण पत्र के साथ पारित कर दिया है। फिल्म में
सनी देओल के संस्कृत के शिक्षक द्वारा बोले गए गालियों भरे संवादों को म्यूट कर
दिया गया है। फिल्म को किसी प्रकार के कोई कट नहीं लगे हैं। यहाँ बताते चलें कि दो साल पहले सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को धर्म और संस्कृति के लिए अपमानजनक बताते हुए पारित
करने से मना कर दिया था। इस पर अपीलेट ट्रिब्यूनल ने फिल्म को दस कट के साथ
पारित करने को कहा था। लेकिन, फिल्म के निर्माता कोर्ट चले गए। इस प्रकार से यह
लड़ाई दो साल तक चलती रही। इस बीच पूरी फिल्म यू ट्यूब पर लीक भी हो गई। फिल्म को
प्रमाण पत्र मिलने के बाद, फिल्म के निर्माता विनय तिवारी का इरादा फिल्म को ज़ल्द
से ज़ल्द रिलीज़ करने का है। विनय तिवारी मोहल्ला अस्सी को होली से पहले रिलीज़ करना
चाहते हैं। डॉक्टर काशीनाथ सिंह की पुस्तक काशी का अस्सी पर आधारित इस फिल्म में
सनी देओल की संस्कृत के शिक्षक की केंद्रीय भूमिका है। फिल्म में साक्षी तंवर ने उनकी पत्नी की भूमिका
की है। फिल्म में रवि किशन, सौरभ शुक्ल, मुकेश तिवारी, राजेंद्र गुप्ता, मिथिलेश
चतुर्वेदी, सीमा आज़मी, फैसल रशीद, दविंदर सिंह, मोहित सिन्हा, नरेश जंग और वैभव
मिश्र अन्य भूमिकाओं में हैं।
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खबर है,
सेंसर बोर्ड
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
करण जौहर को फिर क्यों करना पड़ा परिणीति चोपड़ा के नाम का ऐलान
कभी कभी, ओवर स्मार्ट बनना भारी पड़ जाता है। कम से कम, करण जौहर के
साथ ऐसा ही हुआ।उनका ओवर स्मार्ट बनना, उन पर ही भारी पड़ गया । कुछ दिन पहले, अक्षय कुमार के केसरी गेटअप वाले फोटो के साथ फिल्म
केसरी की शूटिंग शुरू होने का ऐलान किया गया था। उस समय तक यह साफ़ नहीं हो सका था
कि फिल्म की नायिका कौन होगी। परिणीती चोपड़ा का नाम सुना ज़रूर जा रहा था, मगर कुछ ऑफिसियल नहीं था। कल करण जौहर ने, अक्षय कुमार के केसरी फोटो के साथ ऐलान किया कि केसरी
की लीड एक्ट्रेस है....परिणीती चोपड़ा। अक्षय कुमार के फोटो के साथ फिल्म की नायिका
के रूप मे परिणीती चोपड़ा के नाम का ऐलान करने का करण जौहर का तरीका ट्विटर में
भटकने वालों को रास नहीं आया। उनके द्वारा करण जौहर की खिंचाई की जाने लगी कि
उन्होंने फिल्म की नायिका का नाम परिणीति के फोटो का साथ ऐलान क्यों नहीं किया !
इस पर दी गई करण की सफाई उन पर ज्यादा भारी पड़ी। करण ने लिखा कि मेरे कहने का मतलब
था कि परिणीती केसरी की नायिका है। इस पर ट्विटरबाजों ने फिर करण जौहर की ज़बरदस्त
खिंचाई करनी शुरू कर दी। एक ने करिश्मा कपूर की फोटो के साथ लिखा कि इस फोटो में
आप सुंदर दिख रहे हैं करण ! ऐसे ही बहुत से ट्वीट ने करण जौहर को अपनी गलती पूरी
तरह से, बिना किन्तु परन्तु के सुधारने को मज़बूर कर दिया। इस
बार करण ने परिणीती चोपड़ा की फोटो के साथ ऐलान किया कि यह है केसरी की नायिका
अनोखी प्रतिभाशाली एक्ट्रेस परिणीती चोपड़ा। ट्विटर पर इस विवाद के बाद. परिणीति
चोपड़ा को पब्लिसिटी तो फ़ोकट में मिल गई। लेकिन, फिल्म में उनकी भूमिका उन्हें ज़्यादा फायदा पहुंचा पाएगी। क्योंकि, विश्व में लड़े गए युद्ध इतिहास के इस सबसे लम्बे
युद्ध में, जहाँ ईशर सिंह और उनके साथी सैनिकों के पराक्रम का
चित्रण होना है, उस फिल्म मे ईशर सिंह की पत्नी के रूप में परिणीति की
भूमिका कितनी लम्बी होगी, इसका अंदाजा सहज लगाया जा
सकता है !
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खबर चटपटी
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विद्या बालन बनेंगी इंदिरा गांधी
खबर है कि
पत्रकार-लेखिका सागरिका घोष की किताब इंदिरा: इंडियाज मोस्ट पावरफुल प्राइम
मिनिस्टर पर फिल्म बनने जा रही है। इस किताब के प्रकाशक जग्गरनॉट बुक्स ने पिछले
जिओ मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल में इस पुस्तक को फिल्म बनाने के लिए वर्ड टू
स्क्रीन मार्किट २०१७ में फिल्मकारों के समक्ष रखा था। अब इस फिल्म के निर्माण के
अधिकार विद्या बालन ने ट्विटर के माध्यम से खरीद लिए हैं। वह खुद इस फिल्म में
इंदिरा गाँधी की भूमिका करेंगी। इससे पहले, रहस्य फिल्म के डायरेक्टर मनीष गुप्ता भी
इंदिरा गाँधी पर फिल्म बनाना चाहते थे, जिसमे इंदिरा गाँधी की भूमिका करने पर विद्या बालन ने सहमति दी थी।
लेकिन यह फिल्म कानूनी पचड़ों के कारण आगे नहीं बढ़ पाई। सागरिका घोष की किताब में
इंदिरा गाँधी के आपातकाल लगाने के कारण, संजय गाँधी की इंदिरा जी पर कथित पकड़ तथा इंदिरा गाँधी की शादी और
धर्म की खतरनाक राजनीति के बारे में विस्तार से लिखा गया है। वैसे अभी यह साफ़ नहीं है कि किताब पर फिल्म
बनेगी या वेब सीरीज ! आजकल के लिहाज़ से वेब सीरीज का प्रभाव काफी फैला और बढ़ा है।
इसलिए ज़्यादा संभावना यही है कि किताब पर वेब सीरीज बनाई जाए। क्योंकि, फिल्म के साथ बॉक्स ऑफिस के खतरे जुड़े
होते हैं। इंदिरा गांधी भारतीय गणतंत्र का एक धब्बा हैं, जिन्होंने आपातकाल लगा कर देश को २३ महीने
तक कैद कर लिया था। दर्शक शायद ही इस दागदार करैक्टर को परदे पर नायिका के बतौर
स्वीकार करे। जहाँ तक इंदिरा गाँधी के रियल या काल्पनिक चरित्रों को फिल्म में दिखाए
जाने का सवाल है,
१९७५ में
गुलजार ने आंधी बना कर यह खतरा फिल्म पर रोक की हद तक झेला था। इस फिल्म में
सुचित्रा सेन ने इंदिरा गाँधी के नक़ल की भूमिका की थी। ऎसी दूसरी कई फ़िल्में हैं, जिनमे इंदिरा गाँधी दिखाई तो नहीं गई, लेकिन उनका ज़िक्र ज़रूर हुआ। इन फिल्मों
में किस्सा कुर्सी का,
अमु, ३१ अक्टूबर, मद्रास कैफ़े,
आदि
उल्लेखनीय हैं। जब्बार पटेल की फिल्म यशवंतराव चवण (२०१४) और इंदु सरकार (२०१७)
में इंदिरा गाँधी की भूमिका सुप्रिया विनोद ने की थी।
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Wednesday, 10 January 2018
अनुष्का शर्मा की परी के साथ होली !
इटली में शादी करने और दक्षिण अफ्रीका तक विराट कोहली के साथ हनीमून
मनाने के बाद, अभिनेत्री अनुष्का शर्मा अब काम के मूड में आ गई है। वह दक्षिण
अफ्रीका में मेहमान टीम के खिलाफ विराट कोहली की पहली खराब पारी देखने के बाद हिंदुस्तान लौट आई थी। आते ही उन्होंने शाहरुख़ खान के साथ आनंद एल राज निर्देशित फिल्म जीरो की शूटिंग शुरू कर दी। उनका जीरो की
टीम ने ज़ोरदार गुलदस्ता स्वागत किया। कैमरा फेस करने के बाद, अनुष्का शर्मा अपनी
बतौर निर्माता फिल्म परी पर भी ध्यान दे रही है। उन्होंने आज इस फिल्म का पोस्टर
रिलीज़ किया और रिलीज़ की तारीख़ भी बताई। उन्होंने पोस्टर के साथ सूचना दी होली विथ परी। यानि परी
२ मार्च को रिलीज़ होगी। जैसा कि फिल्म के पोस्टर मे लिखा है- परी नॉट अ फेयरीटेल, यह फिल्म बच्चों को सुनाने वाली किसी परी की कहानी नहीं है। यह फिल्म हॉरर फिल्म
है। कुछ दिनों पहले इस फिल्म का मोशन पोस्टर रिलीज़ हुआ था। इसमे अनुष्का शर्मा का
चेहरा घाव से भरता चला जाता है। इस पोस्टर में तो घाव वाले चेहरे वाली अनुष्का
शर्मा के पीछे लबादा ओढ़े भयानक चेहरा खडा नज़र आ रहा है। परी का निर्माण अनुष्का शेट्टी के प्रोडक्शन हाउस क्लीन स्लेट फिल्म्स और क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट ने मिल कर किया है। फिल्म के
निर्देशक प्रोसित चटर्जी की यह पहली हिंदी फिल्म है। इस फिल्म में अनुष्का शर्मा के
नायक परम्ब्रता चटर्जी हैं।
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खबर है
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बॉलीवुड में अब सेक्स नहीं बिकता- विक्रम भट्ट
कुछ समय पहले, टीवी एक्टर
करण वाही ने कहा था कि हेट स्टोरी ४ इरोटिक थ्रिलर फिल्म नहीं है। यह थ्रिलर फिल्म
है। इसमे कामुकता जैसा कुछ नहीं है। हेट स्टोरी सीरीज की फिल्मों की शुरुआत भूषण कुमार के साथ विक्रम
भट्ट ने ही की थी। फिल्म हेट स्टोरी (२०१२) से इसकी शुरुआत हुई। २०१४ और २०१६ में दो हेट स्टोरी फिर रिलीज़ हुई। पहली फिल्म में पाओली डैम की
सेक्स अपील का दम भरने वाली हेट स्टोरी को सफलता मिली। दूसरी हेट स्टोरी में
सुरवीन चावला थी। हेट स्टोरी ३ में ज़रीन खान अपनी सेक्स अपील का प्रदर्शन कर रही
थी। लेकिन, बाद की दो हेट स्टोरियाँ अपना दम तोड़ती चली गई। अब, जबकि २ मार्च को
हेट स्टोरी ४ रिलीज़ होने वाली है, इरोटिक थ्रिलर फिल्मों के जन्मदाता विक्रम भट्ट
ने यू-टर्न ले लिया है। आम तौर पर हॉरर फिल्मों में भय और भयानक चेहरों वाले भूतों
के अलावा बी ग्रेड अभिनेत्री की सेक्स अपील एक मसाला होती है। हिंदुस्तान की तमाम रामसे
और भाखरियों की हॉरर फिल्मों में हॉरर के साथ सेक्स ज़रूर हुआ करता था। जब विक्रम
भट्ट ने अपनी थ्रिलर फिल्मों को कामुकता भरे सेक्स में मिलाया तो इसे इरोटिक
थ्रिलर या इरोटिका कहा गया। इसे देखते हुए सेक्स अपील वाली हॉरर फिल्मों को हॉरेक्स फ़िल्में यानि हॉरर +सेक्स फ़िल्में कहा जाने लगा। एकता कपूर ने ऐसी हॉरेक्स फिल्मों से जम कर कमाई की। अब विक्रम भट्ट कहते हैं, “बॉलीवुड में
सेक्स बेचना ख़त्म हो गया है। हॉरेक्स जोनर अब मौजूद नहीं है। हॉरेक्स से सेक्स
बाहर हो गया है। अब केवल हॉरर बचा है।” विक्रम भट्ट ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि उनकी नई
फिल्म १९२१ इसी हफ्ते रिलीज़ होने वाली है। इस फिल्म में ज़रीन खान और करण कुंद्रा
की मुख्य भूमिका है। यह फिल्म विक्रम भट्ट की १९२० फिल्म फ्रैंचाइज़ी की अगली कड़ी
है। कहीं दर्शक ज़रीन खान के कारण उनकी इस हॉरर फिल्म को भी सेक्स से भरपूर न समझ
ले, विक्रम भट्ट को यह सफाई देने पड़ रही है। वह कहते हैं, “बाज़ार में पोर्न आसान
मिल रहा है। अब फिल्मों में सेक्स का बाज़ार बिलकुल ख़त्म हो चूका है। १९२१ में हाड
को कंपा देने वाला हॉरर है, सेक्स नहीं। जो भी दर्शक १९२१ देखने जायेंगे, उन्हें
मनोरंजन के अलावा कुछ नहीं मिलेगा।” तो इंतज़ार कीजिये १२ जनवरी का।
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
रोहित शेट्टी और करण जौहर के साथ कंगना रानौत करेंगी जज
करण जौहर ने इशारा तो पहले ही कर दिया था। उन्होंने टीवी के रियलिटी शो इंडियाज नेक्स्ट सुपरस्टार की शुरुआत से पहले ही पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा था कि वह अपने शो में कंगना रनौत का जज के रूप में स्वागत करेंगे। उस समय लोगों को लगा था कि शायद कंगना रनौत इस शो पहले एपिसोड में जज होंगी। लेकिन, पहले एपिसोड में प्रियका चोपड़ा आ गई। इससे लगा कि करण ने कंगना वाली बात गंभीरता से नहीं कही थी। लेकिन, अब लगता है कि दोनों तरफ से गंभीरता है। यानि कोई किसी का स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता वाली इंडस्ट्री में कंगना रनौत और करण जौहर ने अपने मतभेद सुलटाने का फैसला ले लिया
है। अब ज़ल्द ही कंगना रानौत इंडियाज नेक्स्ट सुपर स्टार के अगले एपिसोड में विशेष
अतिथि जज के तौर पर नज़र अपना निर्णय सुनाती नज़र आयेंगी। इस एपिसोड की शूटिंग कल
गुरुवार को हो सकती है। इस बात की पुष्टि कंगना रानौत के प्रवक्ता ने भी कर दी है
कि यह शो टैलेंट को बढ़ावा देने वाला है और कंगना की सोच भी कुछ ऎसी ही है। यह शो
देश की उन प्रतिभाओं को खोज कर मंच दिलाने वाला है, जिनका कोई गॉडफादर नहीं। इस
शो की टैगलाइन ही है, “न खानदान, न सिफारिश..बॉलीवुड को है सिर्फ टैलेंट का
इंतज़ार।" इस टैग लाइन से कंगना के भाई भतीजावाद पर टिपण्णी याद आ जाती है। यानी करण जौहर जैसे स्टार किड्स को ही मंच दिलाने वाले करण जौहर को नई प्रतिभाओं को मौक़ा देने वाला कार्यक्रम करके खुद पर लगे भाई-भतीजावाद के दाग मिटाने की कोशिश करनी पड़ रही है।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
देश में कॉस्मेटिक सर्जरी स्वीकार्य नहीं है -कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. मोनिका
भारत एक ऐसा देश है जहां पर सुदंरता ही स्वीकार्य है। इसलिए ग्लैमर इंडस्ट्री में कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट का चलन बढ़ रहा है। लेकिन यह एक विडंबना है कि तमाम तरह के लोकप्रियता के बाद भी लोगो में (विशेष तौर पर एक्टर) इससे बचते है और इससे इंकार करते हुए कुछ भी बोलने से बचते है। लेकिन भारत में इसे निषेध क्यों माना जाता है? मशहूर कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. मोनिका कपूर इस बात से सहमत नहीं है कि कॉस्मेटिक सर्जरी अथवा उपचार के बारे में बात करने से बचा जा रहा है। उनका कहना है कि कॉस्मेटिक सर्जरी हमारे देश में निषेद्ध अथवा टैबू नहीं है। बॉलीवुड और ग्लैमर इंडस्ट्री में तो यह एक फैशन हो गया है। हालांकि इसके बारे में बात करने से बचा जाता है क्योंकि कोई नहीं चाहता कि किसी को यह पता चलें कि उसने सुंदर दिखने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी का सहारा लिया है। अपनी खूबसूरती और अच्छे फिगर की वजह से जो सेलेब्स इस इंडस्ट्री में है वे कॉस्मेटिक सर्जरी के बारे में मीडिया और अपने प्रशंसको को नहीं बताते। इसके पीछे का कारण यह है कि सर्जरी के बाद अपने शरीर में आए बदलाव के बाद कभी कभी वे स्वंय संतुष्ट नहीं होते। इसलिए उनका मजाक न बनाया जाए, इसलिए यह बात वे सबसे छुपा कर रखते है। डॉ. मोनिका आगे कहती है कि जो सेलेब्स यदि कॉस्मेटिक सर्जरी भी कराते है वे दुनिया को इस बारे में बताना पंसद नहीं करते। वे इसे भगवान का आशीर्वाद कहते हुए प्राकृतिक सुदंरता बताते है। लेकिन कुछ लोग साहसी होते है और खुलकर इस बारे में बताते है कि उन्होने सर्जरी करवाई है। ऐसे लोगो को सलाम किया जाना चाहिए और उनकी तारिफ की जानी चाहिए जो अपनी खामियों और उनको लेकर सुधार प्रक्रिया के बारे में बात करते है। डॉ. मोनिका ऐसे लोगो को सलाह देते हुए कहती है कि यदि आप चिकित्सा उपचार की मदद से कुछ सुधार लेते है तो इसके बारे में बात करने में संकोच करने की बजाय इस पर गर्व महसूस करें। मेडिकल और सर्जिकल उपचार में हुई तकनीकी प्रगति ग्लैमर की दुनिया के लिए एक वरदान की तरह है। डॉ. मोनिका कहती है कि जितना संभव हो इसको बढ़ावा देना चाहिए। ऐसे में अधिक से अधिक लोगो को इसके बारे में पता चलेगा और वे भी कॉस्मेटिक सर्जरी का लाभ सकेंगे।
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एकता कपूर मेरी सबसे बड़ी आलोचक है - आंचल शर्मा
नौसिखिया आंचल शर्मा अल्ट बालाजी की सीरीज हक से के साथ अपनी डिजिटल शुरुआत करने जा रही हैं। काफी लोग नहीं जानते होंगे कि वह एकता कपूर की भतीजी है। एक यह अनुमान लगाया गया होगा कि एकता की भतीजी का मतलब है कि उन्हें आसानी से मौके मिले गए होंगे। लेकिन यहाँ एक सप्राइज़ है। प्रतिभाशाली आंचल ने अपने किसी भी इंडस्ट्री कनेक्शन का उपयोग नहीं किया और इसके बजाय उसे अपना काम खुद करने का विकल्प चुना। आंचल ने अपने किसी भी इंडस्ट्री कनेक्ट का उपयोग नहीं किया लेकिन हक से में भूमिका के लिए ऑडिशन दिया। आंचल ने लोकप्रिय कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबरा के साथ मिलकर कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया है। आंचल ने श्रृंखला के दो पात्रों के लिए ऑडिशन दिया था। जिसके बाद निर्माता ने सोचा कि वह बानो के किरदार के लिए पूरी तरह से फिट हैं। अल्ट बलाजी पर डेब्यू के बारे में आँचल कहती हैं, "वह (एकता) मेरी सबसे बड़ी आलोचक। उन्होंने मेरे ऑडिशन की स्वीकृति दी, यह मेरे लिए एक बड़ी तारीफ है। आज, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म बड़े से बड़े एरिया को कवर कर रहे हैं जो की फिल्मे भी कवर नहीं कर सकती । आंचल शो में मिर्ज़ा बहनों में से एक की भूमिका में है, जो गायिका बनने और कश्मीर घाटी में शांति लाने की इच्छा रखती हैं। केन घोष ने हक से का निर्देशन किया है। इस शो में कश्मीर के खूबसूरत घाटियों की पृष्ठभूमि में स्थापित चार बहनों मेहर, जन्नत, बानो और अमल के बारे में कहानी है। यह शो उनकी महत्वाकांक्षाओं और सपनों की पड़ताल करता है और इस क्षेत्र में उनकी भौगोलिक स्थिति और बढ़ती कट्टरपंथियों द्वारा पैदा हुई प्रस्थिति को दर्शाया हैं। यह चार बहनों की कष्टों के बीच,एक सुंदर प्रेम कहानी भी है। राजीव खंडेलवाल, सुरवीन चावला, पारुल गुलाटी, सिमोन सिंह, रुखसार, आंचल शर्मा, निकेखेशा रंगवाला, पावेल गुलाटी और करणवीर शर्मा अभिनीत हक से की दर्शक जल्द ही अल्ट बालाजी ऐप पर और वेबसाइट पर स्ट्रीमिंग कर सकेंगे।
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डिजिटल डिजिटल
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
निर्माता सोनू सूद की फिल्म सर्वगुण संम्पन अप्रैल में फ्लोर पर
अभिनेता-फिल्म निर्माता सोनू सूद अपने अगले प्रोडक्शन के साथ तैयार है। फिल्म में सोनू के साथ अर्जुन रामपाल होंगे और इसका निर्देशन करन कश्यप करेंगे। करण ने बंटी और बबली, चक दे इंडिया और रावण जैसी फिल्मों में सहायक के रूप में काम किया है। उनकी इस नयी फिल्म का नाम सर्वगुण संम्पन रखा गया है। यह एक कॉमेडी है, जो कि उत्तर प्रदेश और बिहार की कहानी है और यह इन दोनों लोगों (सोनू सूद और अर्जुन रामपाल) के चारों ओर घूमती है। सोनू सूद और अर्जुन रामपाल की टूनिंग जे पी दत्ता की आगामी फिल्म पलटन के दौरान हुई है। सोनू मानते है कि अर्जुन की भूमिका पावरफुल है और वे इस भूमिका से न्याय करेंगे। सोनू ने हाल ही में अपनी कै.मां, श्रीमती सरोज सूद को समर्पित जिम का उद्घाटन करने के लिए उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद गए थे। इस दौरान, उन्होंने फिल्म और निर्देशक करन कश्यप के साथ शहर और आस-पास की जगहों की रेखी की। सोनू अपने स्क्रिप्ट के बारे में उत्साहित है। क्योंकि उनके अधिकांश कॉलेज के दोस्त बिहार के थे और वे कई बार यहाँ आये हैं । वे चाहते है की यूपी और बिहार की वेशभूषा अपनायी जाए ताकि फिल्म में किरदार असल दिख सके। फिल्म के निर्माण पर सोनू कहते है, "जब मैं अपनी पहली फिल्म की शूटिंग कर रहा था, तो मेरे सभी सह कलाकार मुझसे कहते थे कि मैं निर्देशन की दिशा में जाऊं लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा और मै फिल्म निर्माण करूँगा। मैंने सभी भाषाओं में ७० -८० फिल्मों के दौरान सीखा और मुझे एहसास हुआ मुझे मेरी पसंद की कहानियों वाली फिल्मो का निर्माण करना चाहिए।"
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नई फिल्म
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'मुक्काबाज' की टीम ने किया फिल्म का प्रमोशन
फिल्मकार अनुराग कश्यप की खेल एवं खिलाड़ी पर आधारित फिल्म 'मुक्काबाज'
की टीम ने दिल्ली में होटल ललित में अपनी फिल्म का जमकर प्रमोशन किया। फिल्म के प्रमोशन के दौरान न केवल अनुराग कश्यप,
बल्कि फिल्म के एक्टर विनीत कुमार, रविकिशन एवं
इसमें लीड रोल निभा रही जोया हुसैन भी मौजूद थे। मीडिया के साथ बातचीत करते हुए अनुराग कश्यप ने अपनी आगामी फिल्म के बारे
में बहुत कुछ साझा किया और इस दौरान अपनी फिल्म को लेकर वह बेहद उत्साहित भी दिखे।
उन्होंने कहा, "हमें केवल खेलों की ही सराहना नहीं करनी
चाहिए, बल्कि खेल के प्रति खिलाड़ियों की
संघर्षपूर्ण यात्रा पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए। 'मुक्काबाज़'
इसी थीम को लेकर बनी फिल्म है, जो प्रत्येक
बॉक्सर को उसकी एक व्यक्तिगत फिल्म महसूस होगी। इस फिल्म में आपको वास्तविक
मुक्केबाज़ मिलेगा, कोई कोरियोग्राफर या एक्शन नहीं होगा,
क्योंकि यह एक ऐसी कहानी है, जिसमें हम
मुक्केबाजों के बारे में बताना चाहते हैं। यह एक वास्तविक फिल्म है,
जो इस देश के हर मुक्केबाज के जीवन का जीवंत प्रदर्शन करेगा। 'मुक्काबाज़'
कोई गैर सरकारी संगठन या चैरिटी द्वारा निर्मित फिल्म नहीं है।" दूसरी ओर अभिनेता विनीत ने कहा, "यह फिल्म
भावनाओं से लैस है। यह हर एक खिलाड़ी के लिए एक सपना है,
जो मेरे लिए सच हुआ। मुझे इस परियोजना का हिस्सा बनने पर बेहद गर्व है और
इसके लिए मैं वास्तव में अनुराग सर का शुक्रगुजार हूं। अनुराग सर को वास्तव में
फिल्म के लिए बॉक्सिंग चैंपियन विजेंदर सिंह जैसा कलाकार चाहिए था। उस किरदार को
सही साबित करने के लिए मैं पंजाब च गया और वहां अपना प्रशिक्षण लिया। यह वास्तव
में एक अद्भुत अनुभव था। वाकई में 'मुक्काबाज़'
पूरी तरह से एक नेचुरल फिल्म है, लेकिन इसमें
खेल को लेकर सियासत पर की कहानी भी है। जहां तक फिल्म की कहानी की बात है, तो इसमें
उत्तर प्रदेश में खेलों को लेकर सियासत का तानाबाना बुना गया है,
इस तानेबाने में फिल्म के एक्टर विनीत फंसते हैं। फिल्म में विनीत पहलवान
का किरदार निभा रहे हैं, जिसे ब्राह्मण लड़की से प्यार हो जाता है,
लेकिन जैसे ही लड़की के चाचा (जिम्मी शेरगिल) को इस बात की खबर मिलती है,
वैसे ही वह विनीत को बर्बाद करने की सोचता है। बता दें,
फिल्म में जिम्मी राज्य मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष का रोल निभा रहे हैं और
इस तरह वह अपनी पोजिशन का इस्तेमाल कर के विनीत के करियर को बर्बाद करने का तय
करते हैं। फैंटम फिल्म्स और कलर येलो प्रोडक्शंस के बैनर के तहत निर्मित 'मुक्काबाज़'
12 जनवरी को रिलीज होगी।
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फिल्म प्रमोशन
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जोश फाउंडेशन द्वारा बधिर बच्चो के लिए आयोजित इंटर स्कूल प्रतियोगिता के दौरान डॉक्टर जयंत गांधी, पूनम पांडे, कुनिका सदानंद, अली असगर और 'ऑडियोलॉजिस्ट- स्पीच थेरेपिस्ट' देवांगी दलाल
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फोटो फीचर
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'एक दीवाना था' की टीम मनाली में भारी बर्फबारी में फंसी
शहर की भीड़-भाड़ से दूर हिल स्टेशन जाना मजेदार और
उत्साहजनक हो सकता है। लेकिन तब क्या हो जब यह मजा और उल्लास अप्रत्याशित देरी में
बदल जाए और बुरे अचंभों से भर जाए।
'एक दीवाना था' का पूरा क्रू -
नामिक पॉल, डॉनल बिष्ट, विक्रम सिंह चौहान
और निर्माता प्रतीक शर्मा, अन्य लोगों के साथ चार दिनों के आउटडोर
कार्यक्रम पर मनाली में थे। लेकिन उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी कि
उनके आनंद के पलों से भरे पांच घंटे, भारी बर्फबारी में
फंसे रहने के कारण बर्बाद हो जाएंगे। क्रू वर्तमान कहानी की शूटिंग कर रहा था जिसमें शिव (नामिक) शरण्या (डॉनल) और
व्योम (विक्रम) को परेशान करना जारी रखता है और नामिक को बर्फ की गहराई में दफ्न
कर दिया गया था। सबकुछ योजना के अनुसार आराम से होना था लेकिन जल्द ही चीजों ने एक
अलग ढंग ले लिया। प्रतीक शर्मा ने कहा, “नामिक इस दृश्य की शूटिंग कर रहे थे और गुरुवार
की सुबह, हमें जानकारी दी गई कि उनके बॉडी डबल को वापस
जाना पड़ा, जिस वजह से हमें नामिक को खुद ही लगभग आधा घंटे
तक बर्फ के अंदर दफन रहना पड़ा। यह कठिन शॉट था जिसमें हमें सांस लेने के लिए
नामिक तक लकड़ी की एक खोखली डंडी का प्रयोग करके हवा पहुंचानी थी,
और किसी तरह से हमने इसे मैनेज कर लिया। इसके अलावा,
हमें मनाली में शूटिंग करनी थी, क्योंकि वर्तमान
कहानी के लिए एक बर्फीली जगह की मांग थी। हमने मनाली से 50-60
कि.मी. दूर स्थित हातिम दर्रे तक का सफर किया। लेकिन शूटिंग के बाद वहां से
वापस आते हुए, अचानक ही भारी बर्फबारी होनी शुरू हो गई और हमें
रास्ते में ही रुकना पड़ा, जिस वजह से पूरा क्रू फंस गया। हम कॉल नहीं कर सकते थे या किसी से भी संपर्क नहीं कर सकते थे क्योंकि नेटवर्क
काम नहीं कर रहा था। लगातार बर्फबारी होती रही और वह स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण
से बाहर हो गई थी। सौभाग्य से कुछ गांव वालों ने हमारी कार देखी और वे समय रहते
हमारे बचाव के लिए आ गए। उन्होंने बर्फबारी रुकने तक रजाईयों और खाने से हमारी मदद
की। फिर हमने सड़क साफ करने और अपने मार्ग पर वापस आने के लिए गांव वालों के साथ
मिलकर बर्फ हटाई। बिल्कुल, हमें काफी धीमे ड्राइव करना पड़ा जिस वजह से
हमें होटल तक पहुंचने में काफी समय लग गया। हालांकि, हमने किसी तरह से सब
संभाला। हमने उन गांव वालों के आतिथ्य और मदद के लिए उनका धन्यवाद किया। अगर उन्होंने
समय रहते हमें देखा होता, तो हम शायद अपने होटल तक वापस नहीं आ पाते।”
'एक दीवाना था' के सभी एपिसोड्स
देखिए, हर सोमवार से शुक्रवार रात 10
बजे, केवल सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर!
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Television
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क्रिसमस २०२० में रिलीज़ होगी कृष ४
आज हृथिक रोशन ने ४५वा जन्मदिन मनाया । इस मौके पर, ४४ साल के हृथिक रोशन को जन्मदिन की बधाइयां दे रहे प्रशंसकों को डैडी राकेश रोशन ने खुशखबरी दी। यह खुशखबरी थी हृथिक रोशन की कृष फ्रैंचाइज़ी की चौथी फिल्म कृष ४ के बनाये जाने के ऐलान की और फिल्म को क्रिसमस २०२० में रिलीज़ किये जाने की। यानि कि आज से ठीक दो साल और कोई ११ महीने महीने बाद
कृष ४ रिलीज़ होगी। अभी इस फिल्म के दूसरे विवरण ज्ञात नहीं हुए हैं कि फिल्म की नायिका
कौन होगी तथा सपोर्टिंग कास्ट क्या होगी ! फिल्म की कहानी और पटकथा तो राकेश रोशन
ने तैयार कर ली होगी। तभी फिल्म का ऐलान किया गया। कृष फ्रैंचाइज़ी की शुरुआत
२००३ में रिलीज़ सुपर हीरो फिल्म कोई मिल गया से हुई थी। यह फिल्म एक एलियन और एक
वैज्ञानिक के बेटे कृष्णा की कहानी थी। इस फिल्म को बड़ी सफलता मिली। फिल्म
निर्माता, निर्देशक और लेखक राकेश रोशन ने २००६ में कृष का निर्माण किया था। इस
फिल्म का नायक भी कृष्णा या कृष था, जिसे सुपर पॉवर थी। चूंकि, फिल्म का नायक सुपर
पॉवर रखने वाला कृष्णा उर्फ़ कृष ही था, इसलिए फिल्म को कृष २ भी कहा जाने लगा। यह
कृष फ्रैंचाइज़ी की दूसरी फिल्म थी। इस फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म कृष ३ को रिलीज़
होने में ७ साल बीत गए। तीसरी कृष, २०१३ में रिलीज़ हुई। पहली कृष यानि कोई मिल
गया में हृथिक रोशन की नायिका प्रीटी जिंटा थी. मगर, कृष २ और कृष ३ में हृथिक की नायिका
प्रियंका चोपड़ा थी। कृष फ्रैंचाइज़ी फिल्मक्राफ्ट प्रोडक्शन की सफल फ्रैंचाइज़ी थी। चौदह साल पहले कोई मिल गया के निर्माण में ३० करोड़ खर्च हुए
थे। फिल्म ने ८ अगस्त २००३ को रिलीज़ हो कर बॉक्स ऑफिस पर ९२ करोड़ का कारोबार किया था। कृष २३ जून २००६ को रिलीज़ हुई थी। फिल्म के निर्माण में ४५ करोड़ खर्च हुए थे। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ११७ करोड़ का कारोबार किया। १ नवम्बर २०१३ को रिलीज़ हुई थी
तीसरी कृष। इस फिल्म के निर्माण में ९५ करोड़ खर्च हुए थे। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर
२९१ करोड़ का कारोबार किया। जाहिर है कि कृष फ्रैंचाइज़ी रोशनों की हिट फ्रैंचाइज़ी
है तथा हृथिक रोशन के सुपर हीरो अवतार से दर्शकों को आकर्षित भी करती है। इसमें कोई शक नहीं कि दर्शकों को चौथी कृष का लम्बे समय से इंतज़ार था। जब यह फिल्म रिलीज़ होगी तब कृष ३ को रिलीज़ हुए ७ साल हो गए होंगे। लेकिन, दर्शक
बेसब्री से इंतज़ार करेंगे अपने पहले सुपर हीरो कृष का !
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Hrithik Roshan,
खबर है,
गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 9 January 2018
आर बल्कि की फिल्म में अपाहिज लड़की का किरदार करेंगी कंगना रानौत
कंगना रानौत के लिए अच्छी खबर है। अपनी बेलाग बयानबाजी के कारण कुख्यात हो
चली कंगना रानौत के बॉलीवुड करियर के ख़त्म हो जाने का अनुमान लगाया जा रहा था। इस
समय वह केवल एक फिल्म ऐतिहासिक ड्रामा मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी ही कर रही
हैं। इस फिल्म को अप्रैल में रिलीज़ होना है। मणिकर्णिका के बाद कंगना ने कोई भी
हिंदी फिल्म साइन नहीं की थी, जिसकी शूटिंग कर सकें। उनके एक फिल्म खुद डायरेक्ट करने की खबर ज़रूर थी। लेकिन, अब बड़े परदे की झाँसी रानी का लोहा बॉलीवुड मान गया लगता है। उन्हें आर
बाल्की ने अपनी नई फिल्म की नायिका बनने का आमंत्रण दिया है। यह किरदार दुर्घटना में अपनी एक टांग खो चुकी अपाहिज
लड़की का है। इस अपंगता के बावजूद वह लड़की खुद
को वापस ढर्रे में लाती है और विश्व कीर्तिमान स्थापित करती है। बाल्की की इस
फिल्म की कहानी सुन कर अरुणीमा सिन्हा का रियल लाइफ करैक्टर याद आ सकता है, जो एक
ट्रेन हादसे में बदमाशों द्वारा फेंक दिए जाने के कारण अपनी एक टाँग कटवा बैठती
है। अरुणीमा पर फिल्म का निर्माण फरहान अख्तर करना चाहते थे। फिल्म का डायरेक्शन
जोया अख्तर को करना था। मगर अरुणीमा से पैसों के लेकर बात नहीं बनी। बाद में यह
फिल्म किसी दूसरे निर्माता के ज़रिये कंगना तक पहुंची। मगर बाल्की वाली फिल्म
अरुणीमा सिन्हा की बायोपिक नहीं। बेशक यह एक अपाहिज लड़की की दास्तान है। इस फिल्म
में कंगना रानौत के मेंटर का किरदार अमिताभ बच्चन करेंगे। वह ही कंगना के करैक्टर
को सभी परेशानियों से उबरने का साहस और प्रेरणा देते हैं। इस फिल्म की तैयारी के
लिए कंगना रानौत को मणिकर्णिका के बाद दो महीने देने होंगे, ताकि वह एक अपाहिज
लड़की की भूमिका को स्वाभाविक तरीके से कर सकें। जहाँ तक दर्शकों का सवाल है, उनके लिए दो ज़बरदस्त अभिनय
करने वाले कलाकारों को एक साथ देखना खुश माहौल जैसा होगा।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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