इस शुक्रवार (२१
दिसंबर को) रिलीज़ होने जा रही फिल्म जीरो में मुख्य तीन किरदार बऊआ सिंह, अल्फिआ और बबिता कुमारी
हैं। यह रोमांस भरी खुद की कमियों को पूरा करने की कहानी है। बऊआ सिंह ( शाहरुख़
खान) बौना है। छोटे कद के कारण उसकी शादी नहीं हो रही। वह प्यार की तलाश में है।
विकलांग नासा वैज्ञानिक अल्फिआ (अनुष्का शर्मा) में उसे यह प्यार मिलता है। उसके
जीवन में एक शराबी फिल्म स्टार बबिता कुमारी (कैटरीना कैफ) भी आती है। आनंद एल राय
निर्देशित फिल्म जीरो में बऊआ सिंह अपने बौनेपन के काम्प्लेक्स से इसी प्रेम के
ज़रिये छुटकारा पाता है। इस प्रेम त्रिकोण में, एक तरफा प्रेम भी है।
इसका एहसास बिछुड़ जाने के बाद ही होता है।
एक तरफा प्यार
आनंद एल राय की
फिल्मों की खासियत होती है कि इनमे एक तरफा प्रेम होता है। आनंद की फिल्म तनु
वेड्स मनु में तनु (कंगना रानौत) मनु (माधवन) से प्रेम करती है। इस फिल्म में
मोहमद जीशान अयूब का चरित्र अरुण उससे एकतरफा प्रेम करता है। उनकी फिल्म रांझणा
में धनुष का चरित्र कुंदन एक मुस्लिम लड़की ज़ोया से एकतरफा प्रेम करता है। जीरो में
प्रेम त्रिकोण बनाने वाले एक्टरों की
फिल्म फिल्म जब तक है जान में समर और मीरा एक दूसरे को प्रेम करते हैं। शाहरुख़ खान
और कैटरीना कैफ ने यह भूमिका की थी। जबकि, अनुष्का शर्मा का करैक्टर
अकिरा भी समर से प्रेम करने लगता है। होमी अदजानिया की फिल्म कॉकटेल में वेरोनिका
(दीपिका पादुकोण), गौतम (सैफ अली
खान) और मीरा (डायना पेंटी) के किरदार है।
वेरोनिका स्वतंत्र विचारों वाली बिंदास लड़की है। गौतम उससे प्रेम करता है।
लेकिन, वेरोनिका को प्रेम में
विश्वास नहीं। इसी बीच गौतम भी मीरा की सादगी से प्रभावित हो जाता है। तब तक
वेरोनिका को एहसास होता है कि वह गौतम से प्रेम करती है। पर गौतम मीरा से शादी कर
लेता।
एक तरफा प्रेम करने वाले रणबीर कपूर !
क्या इसे इत्तफाक
कहा जाएगा ? रॉकस्टार, अजब प्रेम गजब कहानी और
बर्फी में एक तरफा प्रेम करने वाले किरदार करने वाले अभिनेता रणबीर कपूर के दादा
राजकपूर ने भी काफी एकतरफा प्रेम करने वाले नायक की भूमिका की थी । राजकपूर की
फिल्म मेरा नाम जोकर का जोकर राजू तीन तीन प्रेम करता है, लेकिन एक तरफा । महबूब
खान की फिल्म अंदाज़ में, राजकपूर नर्गिस के मंगेतर बने थे, जबकि दिलीप कुमार नर्गिस
से एकतरफा प्रेम करते थे । परन्तु, इसके ठीक उलट, फिल्म संगम में राजकपूर का किरदार सुंदर वैजयंतीमाला के
किरदार राधा से एक तरफा प्रेम करता है । जबकि वैजयंतीमाला राजेंद्र कुमार के सुंदर
से प्रेम करती है । संगम में, राजकपूर राधा को पा लेते हैं । मगर, उनके पोते रणबीर कपूर, अजब प्रेम की गज़ब कहानी
में जेनिफ़र (कैटरीना कैफ) और बर्फी में श्रुति (इलेअना डिक्रुज़) से एकतरफा प्रेम
करते रह जाते हैं, तो रॉकस्टार में
वह प्रेम करने के बावजूद हीर और शीना को खो बैठते हैं । उनके किरदार के रोमांस का
कुछ ऐसा ही हाल फिल्म बचना ऐ हसीनो और ऐ दिल है मुश्किल में भी हुआ था ।
तब महसूस होता है प्यार
हमेशा अपने एक
तरफ़ा प्रेम में निराशा पाने वाले रणबीर कपूर, अयान मुख़र्जी की फिल्म
वेक-अप सिड में बिछुड़ने के बाद कोंकणा सेन शर्मा के प्रेम को समझ पाते हैं । बहुत
बाद में प्रेम का एहसास उनकी कजिन करीना कपूर को भी फिल्म जब वी मेट में होता है ।
इम्तियाज़ अली की फिल्म जब वी मेट में करीना कपूर की गीत फिल्म के अंत में ही शाहिद
कपूर के आदित्य कश्यप से अपने प्रेम का इज़हार करती है। फिल्म जाने तू या जाने न
में राजपूत (इमरान खान) सीधा-सादा युवा है, जबकि अदिति (जेनेलिआ
डिसूज़ा) एक आक्रामक किस्म की तेज़ तर्रार लड़की है। कॉलेज के बाद, दोनों सेटल हो जाना चाहते
हैं, मगर अलग अलग। अदिति उस
समय राजपूत को मिस करती है, जब वह उससे दूर चला जाता है।
जब हो जाता है प्यार
काफी ऎसी फ़िल्में
हैं, जिनमे प्रेम एकतरफा होता
है । लेकिन, समय के साथ दूसरा
भी प्रेम स्वीकार कर लेता है । फिल्म शुद्ध देसी रोमांस में सुशांत सिंह राजपूत को
शादी से ज्यादा सेक्स मे दिलचस्पी है । इसलिए वह परिणीती चोपड़ा के किरदार से सिर्फ
सेक्स करते हैं । लेकिन एक दिन उन्हें प्रेम का एहसास होता है । फिल्म दम लगा के
हईशा में आयुष्मान खुराना का किरदार अपनी मोटी बीवी से शर्मिंदा है । लेकिन, कुछ घटनाओं के बाद वह एक
दौड़ जीतता है और उसे अपनी मोटी बीवी प्यारी लगने लगती है । फिल्म बैंड बजा बरात
में रणवीरसिंह और अनुष्का शर्मा के बीच पहले प्यार पनपता है । फिर दोनों गलतफहमी
के कारण अलग हो जाते हैं । लेकिन, क्लाइमेक्स में उन्हें अपने प्रेम की अनुभूति होती है ।
अश्विनी अय्यर तिवारी की फिल्म बरेली की बर्फी भी समय के साथ पनपते रोमांस की
कहानी थी । कुछ कुछ होता है कि टॉमबॉय अंजलि (काजोल) को भी काफी बाद में राहुल
(शाहरुख़ खान) के प्रेम का एहसास होता है।
फिल्म के विलेन को भी हो जाता है प्यार
शाहरुख़ खान ने
फिल्म डर और अंजाम में खल भूमिकाये की थी । वह डर में जूही चावला और अंजाम में
माधुरी दीक्षित से प्रेम करते हैं । यह प्रेम एक तरफा मगर खतरनाक है । फिल्म
मुन्ना माइकल में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी का महिंदर डॉली (निधि अगरवाल) से प्रेम करने
लगता है. जबकि डॉली माइकल (टाइगर श्रॉफ) से प्रेम करती है । फिल्म राबता में जिम
सर्ब का विलेन पूर्व और पुनर्जन्म में कृति सेनन के किरदार से प्रेम करता है
।
राजकुमार हिरानी, अपनी पिछली फिल्म पीके
में विचित्र प्रेम प्रदर्शित करते हैं।
फिल्म का एलियन पीके, गलती से अंतरिक्ष से पृथ्वी पर आ गया है। यहाँ वह एक महिला पत्रकार जगत जननी उर्फ़ जग्गू
से मिलता है। स्कूप पाने में जग्गू की मदद करता, पीके उसी से प्रेम करने
लगता है। लेकिन, जग्गू के
पाकिस्तानी मुसलमान लडके से प्रेम करती है। ऐसा ही प्यार, फिल्म रोबोट का रोबो
किरदार चिट्टी करता है। वह अपने निर्माता डॉक्टर वशीकरण की खबूसूरत पत्नी सना से
प्रेम करने लगता है। अब यह बात दीगर है कि यह चिट्टी २.० में एक रोबोट से रोमांस
करते दिखाया गया है। बॉलीवुड की सुपरहीरो फिल्म कृष ३ में म्युटेंट का मानव से
प्रेम दिखाय गया था। फिल्म में विलेन काल
(विवेक ओबेरॉय) एक म्युटेंट काया (कंगना रनौत) के सहारे कृष (हृथिक रोशन) को ख़त्म
करने की कोशिश करता है। लेकिन, खुद काया कृष से प्रेम
करने लगाती है। आफताब शिवदासानी की
फिल्म जाने होगा क्या में, आफताब शिवदासानी ने एक
विज्ञानी की भूमिका की थी, जो अपने हमशक्ल क्लोन की ईज़ाद करता है। मगर वह क्लोन गायब हो जाता है और शहर में
हत्याएं करने लगता है। वह एक वरिष्ठ वैज्ञानिक की जवान बेटी से फ़्लर्ट भी करता
है। फंतासी फिल्म लाल परी में, आदित्य पंचोली का चार्टर
शंकर एक जलपरी जाह्नवी से प्रेम करता है।
कुछ दूसरी फ़िल्में
एक तरफा प्रेम वाली कुछ दूसरी फिल्मों में, मुझसे दोस्ती करोगे, देवदास, गैंगस्टर, जब तक है जान, न्यू यॉर्क, दोस्ताना, बर्फी, कल हो न हो, रंगीला, हम दिल दे चुके सनम, चोरी चोरी चुपके चुपके दिल तो पागल है, कुछ तो है, लगान, ताल, रहना है तेरे दिल में, आदि के नाम शामिल हैं । इन तमाम एक तरफा प्रेम को बलिदान देना पड़ता है। रहना है तेरे दिल में जैसी फिल्मों में यह एकतरफा प्रेम सफल भी होता है।