Saturday, 13 April 2019

Houseful 4 में Akshay Kumar बने हैं गंजे राजा


धीरे धीरे, हाउसफुल ४ (Housefull 4) के दरबार के राजा और दरबारियों का खुलासा होता जा रहा है। बड़ी खबर यह है कि हाउसफुल ४, पुनर्जन्म पर आधारित फिल्म होगी। इस फिल्म का आधा हिस्सा आज के हिंदुस्तान पर होगा तथा आधे भाग में ४०० साल पहले का भारत देखने को मिलेगा । 

सितारों से फुल हाउस !
हाउसफुल ४ में अक्षय कुमार (Akshay Kumar), रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh), बॉबी देओल (Bobby Deol), कृति सेनन (Kriti Sanaon), कृति खरबंदा (Kriti Kharbanda), पूजा हेगड़े (Pooja Hegde), राणा डग्गुबाती  (Rana Daggubati), चंकी पाण्डेय (Chunky Pandey), बोमन ईरानी (Boman Irani), आदि ढेरों सितारों की भीड़ इकठ्ठा है। हाउसफुल फ्रैंचाइज़ी की यही पहचान भी है।



अक्षय  की गंज, बॉबी के लम्बे लम्बे बाल 
सूत्र बताते हैं कि ४०० साल पहले के हिंदुस्तान का माहौल राजसी होगा। अक्षय कुमार (Akshay Kumar) महाराजा सरमन सिंह वाधवा बने हैं। उनके दरबारी की भूमिका में बॉबी देओल (Bobby Deol) और रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) शामिल नज़र आएंगे । हाउसफुल ४ के इस हिस्से में अक्षय कुमार का गंजा अवतार होगा। वह गंजे राजा बने हैं। लेकिन, इसके विपरीत दरबारी बॉबी देओल का शेखर वर्मा लम्बे बालों वाला किरदार होगा।

तीन राजकुमारियाँ 
हाउसफुल ४ में, हर फ्रैंचाइज़ी की तरह ही एकाधिक नायिकाये होंगी। इस हेतु पूजा हेगड़े (Pooja Hegde), कृति सेनन (Kriti Sanon) और कृति खरबंदा (Kriti Kharbanda) को लिया गया है। यह तीनों राजकुमारी बनी होंगी। ज़ाहिर है कि इस हिस्से में इन तीनों आधुनिक एक्ट्रेस ने भारी जेवरात और वस्त्र पहने होंगे।



दिलचस्प कपूर किरदार 
नायिका के लिहाज़ से दूसरा हिस्सा दिलचस्प लगता है। इस हिस्से में तीनों अभिनेत्रियां आम हिन्दुस्तानी लड़कियाँ बनी होंगी। इनके नाम क्रमशः एकवारी कपूर, एक्रिता कपूर और एकता कपूर होंगे। चंकी पाण्डेय (Chunky Pandey) अपनी पास्ता की भूमिका में वास्को डा गामा के भतीजे बने होंगे।

दिलचस्प नाम 
निर्देशक फरहद समजी (Farhad Samji) की फिल्म हाउसफुल ४ की स्टारकास्ट जितनी बड़ी है, उनके दिलचस्प नामों का अंदाजा लग ही गया होगा। इस लिहाज़ से राना डग्गुबाती (Rana Daggubati) का किरदार बेहद दिलचस्प लगता है।  राना को नाना पाटेकर (Nana Patekar) के मीटू मूवमेंट में फंसने के बाद शामिल किया गया था। वह इस फिल्म में वह जय सिंह भल्लालदेवा (बाहुबली) बने हैं।  

ब्रीद २ में सांस ले रहे हैं अभिषेक, नित्या और सैयमी खेर !- क्लिक करें 

ब्रीद २ में सांस ले रहे हैं अभिषेक, नित्या और सैयमी खेर !


अमेज़न प्राइम की सीरीज Breathe (२०१८) की सफलता के बाद इस सीरीज का दूसरा सीजन भी अमेज़न प्राइम वीडियो (Amaon Prime Video) पर स्ट्रीम करने के लिए तैयार है।  ब्रीद को, माधवन (Madhavan) के सशक्त अभिनय के कारण बड़ी सफलता मिली थी। मगर, दूसरे सीजन में माधवन नहीं होंगे। वह दक्षिण की तमिल फिल्मों में व्यस्त हैं।

अभिषेक बच्चन का डिजिटल डेब्यू
अलबत्ता, इंस्पेक्टर कबीर सावंत की भूमिका करने वाले एक्टर अमित साध (Amit Sadh) अपनी मूल भूमिका में ही होंगे। इस सीरीज के दूसरे सीजन से, बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) तथा दक्षिण की तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों की एक्टर नित्या मेनन (Nithya Menen) का डिजिटल डेब्यू होने जा रहा है।


सैयमी खेर भी
इस सीरीज के  निर्देशन की जिम्मेदारी एक बार फिर मयंक शर्मा (Mayank Sharma) को सौंपी गई है। भवानी अय्यर (Bhavani Iyer), विक्रम तुली (Vikram Tuli) और अरशद सईद (Arshad Sayed) की लिखी सीरीज ब्रीद २ (Breathe 2) में अब सैयमी खेर (Saiyami Kher) को भी शामिल कर लिया गया है। ब्रीद २ मे, सैयमी खेर (Saiyami Kher) की भूमिका काफी चुनौतीपूर्ण और अलग तरह की है।

नित्या का मिशन मंगल !
बॉलीवुड फिल्म करियर की बात की जाए तो ब्रीद २ के अभिषेक बच्चन, नित्या मेनन और सैयमी खेर का करीयर कुछ ख़ास नहीं। नित्या की, इसी साल रिलीज़ चार भाषाओँ में रिलीज़ फिल्म प्राण (Prana) का हिंदी संस्करण कब रिलीज़ हुआ, ज़्यादातर दर्शकों को जानकारी नहीं। उनकी एक फिल्म मिशन मंगल १५ अगस्त को रिलीज़ हो रही है।  अक्षय कुमार (Akshay Kumar) के साथ, इस फिल्म में विद्या बालन (Vidya Balan), सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) और तापसी पन्नू (Tapsee Pannu) भी हैं।


असफल मिर्ज्या मनमर्जियां एक्टर  
सैयमी खेर की पहली हिंदी फिल्म मिर्ज़्या (Mirzya) तो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से मार खाई थी। इसके बाद, उन्हें अभी तक दूसरी हिंदी फिल्म की तलाश है। जहाँ तक अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) का सवाल है, वह अकेले दम पर कोई भी फिल्म हिट नहीं करा पाते।  उनकी पिछले फिल्म मनमर्ज़ियाँ (Manmarziyan २०१८) भी असफल हुई थी। फिलहाल, उनके पास भी बॉलीवुड की कोई उल्लेखनीय फिल्म नहीं।

अब देखने वाली बात होगी कि हिंदी फिल्मों में कोई हलचल न मचा सके एक्टर डिजिटल सीरीज में कितने दर्शकों की ब्रीद यानि सांस रोक पाते हैं !


अमिताभ बच्चन और इमरान हाशमी की मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म- क्लिक करें 

अमिताभ बच्चन और इमरान हाशमी की मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म

  
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और इमरान हाशमी (Emran Hashmi) पहली बार किसी फिल्म में साथ नजर आने वाले हैं। फिल्म में अन्नू कपूर (Annu Kapoor) भी होंगे। फिल्म को आनंद पंडित (Anand Pandit) प्रोड्यूस कर रहे हैं। अभी तक फिल्म का टाइटल फाइनल नहीं हुआ है। लेकिन मूवी की रिलीज डेट फाइनल हो गई है।
  
फिल्म अगले साल २१ फरवरी को रिलीज होगी। फिल्म की शूटिंग मई से शुरू होगी। इस फिल्म को रूमी जाफरी (Rumi Jafferi) निर्देशित करेंगे। रूमी जाफरी  लंबे समय के बाद किसी हिंदी फिल्म का निर्देशन करने जा रहे हैं। उनकी निर्देशक के तौर पर पिछली फिल्म गली गली में चोर है (Gali Gali mein Chor Hai) २०१२ में रिलीज़ हुई थी।

ऐसा पहली बार होगा, जब इमरान हाशमी (Emran Hashmi) और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) एक साथ आयेंगे। मगर, रूमी जाफ़री (Rumi Jafferi) ने अमिताभ बच्चन को, अपनी डेब्यू फिल्म गॉड तुस्सी ग्रेट हो (२००८) में निर्देशित किया था। इस फिल्म नायक-नायिका सलमान खान और प्रियंका चोपड़ा थे। 

जहाँ तक, अगले साल २१ फरवरी को रिलीज़ होने वाली फिल्म की बात की जाए, इस फिल्म का शीर्षक अभी तय नहीं किया गया है। रूमी जाफरी ने इस बारे में एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा है कि कोई फिल्म सभी की मेहनत से बनती है। खासतौर से जब कैमरे के सामने अच्छे एक्टर्स हों तो सभी की क्रिएटिव मेहनत काम आती है। मुझे पूरी उम्मीद है कि यह एक बेहतरीन फिल्म बनेगी।

इस बारे में निर्माता आनंद पंडित का कहना है कि मेरी और अमिताभ बच्चन की दोस्ती लंबे समय से चली आ रही है। मैंने आज तक कोई ऐसा कलाकार नहीं देखा है, जो इस स्किल और कमिटमेंट के साथ काम करता हो। यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिल रहा है। 


वहीं इमरान के बारे में उन्होंने स्टेटमेंट में कहा है, "इमरान हाश्मी, एक बेहतरीन एक्टर हैं। इन दोनों (अमिताभ बच्चन और इमरान हाश्मी) का पहली बार साथ काम करना एक अच्छा अनुभव साबित होगा।

इस थ्रिलर मिस्ट्री फिल्म की शूटिंग अगले महीने १० मई से शुरू हो जाएगी। 



मरिलीन मोनरो अवतार में Malaika Arora - क्लिक करें 

मरिलीन मोनरो अवतार में Malaika Arora

जिम में करीना कपूर खान, तैमूर की पीठ

Friday, 12 April 2019

स्टार वार्स एपिसोड ९ का ट्रेलर

स्टूडेंट ऑफ द इयर २ का ट्रेलर

और कुछ बाकी - विन राणा-त्रिधा चौधरी

म्यूजिक विडियो लौंडा बड़ा सख्त है - गायक सुमित कटारिया

दक्षिण के एटली (Atlee) की फिल्म में शाहरुख़ खान (Shahrukh Khan) !


आईपीएल (IPL) में, चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) और कोलकत्ता नाइट राइडर (Kolkatta Knight Rider) की टीम के बीच मैच के दौरान बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ खान (Shahrukh Khan)  और दक्षिण के हिट निर्देशक एटली कुमार (Atlee Kumar) को साथ बैठे देखा गया। इससे पहले, शाहरुख़ खान, एटली के दफ्तर से निकलते भी दिखाई दिए थे। इससे यह कयास लगाए जाने लगे कि शाहरुख़ खान और एटली कोई फिल्म साथ करने जा रहे हैं।

इस बारे में, दक्षिण के पीआरओ और अख़बारों की जो खबरें हैं, उनके अनुसार, शाहरुख़ खान (Shahrukh Khan) और एटली (Atlee) निश्चित ही साथ साथ फिल्म करने जा रहे हैं। लेकिन, बॉलीवुड और टॉलीवूड का यह मिलन एक फिल्म तक सीमित नहीं होगा। बॉलीवुड के बादशाह खान, एटली के निर्देशन मे एक नहीं, दो हिन्दी फिल्मों में काम करेंगे।


खबरें है कि एक फिल्म एटली द्वारा ही निर्देशित विजय (Vijay) की २०१७ में रिलीज़ एक्शन थ्रिलर फिल्म मेर्सल (Mersal) का हिंदी रीमेक होगी। दूसरी फिल्म नई लिखी कहानी वाली होगी। मेर्सल की कहानी बड़ी दिलचस्प और बोल्ड है। इसका राजनीतिक झुकाव भी नज़र आता है। इस फिल्म में शाहरुख़ खान (Shahrukh Khan) को तीन भूमिकाएं भी करनी होंगी। इससे खान अपनी प्रतिभा का बढ़िया प्रदर्शन कर पाएंगे। 


जीरो की असफलता के बाद से शाहरुख़ खान, बढ़िया फिल्म और नई सोच वाले डायरेक्टर की फिल्म करना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने राकेश शर्मा बायोपिक तथा डॉन ३ को ज़्यादा तवज्जो नहीं दी। 

एटली कुमार (Atlee Kumar) की सोच को उनकी फिल्मों से समझा जा सकता है। एटली ने, २०१३ में तमिल फिल्म राजा रानी (Raja Rani) से डेब्यू किया था। वह, एक्टर विजय (Vijay) के साथ अब तक दो हिट फिल्मे थेरी (Theri) और मेर्सल (Mersal) बना चुके हैं। विजय के साथ उनकी तीसरी फिल्म इस साल २७ अक्टूबर को रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म के अभी से सुपरहिट होने की उम्मीद की जा रही है। 


Zee5 पर १९ अप्रैल से पॉइज़न  (Poison) ! - क्लिक करें 

Zee5 पर १९ अप्रैल से पॉइज़न (Poison) !


जी५ (Zee5) पर, ओरिजिनल सीरीज (Original Series) के अंतर्गत रंगबाज़, द फाइनल कॉल, अभय, करेनजित कौर- द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ सनी लियॉन, आदि की सफलता के बाद, जी ५ द्वारा नई सीरीज पाइजन (Poison) का ऐलान किया है।

ख़ास बात यह है कि इस सितारों भरी डिजिटल सीरीज (Digital Series) से अरबाज़ खान (Arbaaz Khan) का डिजिटल डेब्यू हो रहा है। उनके अलावा तनुज विरवानी (Tanu Virwani), फ्रेडी दारूवाला (Freddy Daruwala) और रिया सेन (Riya Sen) भी मुख्य भूमिका में नज़र आयेंगे।

यह वेब सीरीज १० एपिसोड की होगी। जतिन वागले (Jatin Wagle) निर्देशित इस सीरीज को शिराज़ अहमद (Shiraz Ahmed) ने लिखा है।

इस सीरीज में रहस्य और रोमांच से भरपूर वातावरण में संदेहों से घिरे हुए, ऐसे चरित्र नज़र आयेंगे, जिनमे से हर किसी का कोई न कोई एजेंडा है।


दुनिया के दर्शकों को १९ अप्रैल से दिखाई जाने वाली गोवा की पृष्ठभूमि पर इस सीरीज की शुरुआत रणवीर यानि तनुज विरवानी (Tanuj Virwani) के करैक्टर से होगी, जो जेल की सज़ा काट कर अभी वापस आया है। वह बदला लेना चाहता है। वह अपने इस मिशन इतना फोकस है कि उसे कोई खतरा नज़र नहीं आ रहा है। वह अपने रास्ते में आने वाले हर व्यक्ति को हटाता चला जा रहा है।

जी ५ पर, जहाँ बॉलीवुड की सिम्बा (Simmba), उरी द सर्जिकल स्ट्राइक (Uri The Surgical Strike), वीरे दी वेडिंग (Veere Di Wedding) और नमस्ते इंग्लैंड (Namastey England) जैसी फ़िल्में देखी जा सकती हैं, वहीँ कुंडली भाग्य (Kundali Bhagya), जोधा अकबर (Jodha Akbar), सेम्बरुथी, पूवे पूचूदावा, आदि टीवी शो देखे जा सकते हैं।

जी५ ओरिजिनल के अंतर्गत अभय, शर्ते आज, द शोले गर्ल, डी ७, सेक्स, ड्रग्स एंड थिएटर, आदि बहुत से लोकप्रिय टाइटल हैं।  


 Boney Kapoor चाहें दक्षिण के Ajith Kumar - क्लिक करें 

Boney Kapoor चाहें दक्षिण के Ajith Kumar



श्रीदेवी (Sridevi) जब जीवित थी, तब उन्होंने अपने film निर्माता पति बोनी कपूर (Boney Kapoor) से कोई तमिल फिल्म बनाने की इल्तिजा की थी। श्रीदेवी के जीवित रहते बोनी कपूर उनकी यह इच्छा पूरी नहीं कर पाए।

लेकिन, उन्होने श्रीदेवी (Sridevi) की मृत्यु के बाद भी, उनकी इच्छा का सम्मान किया। बोनी कपूर (Boney Kapoor) ने, एक नहीं दो तमिल फिल्मो का निर्माण किया है। इनमे से एक फिल्म हिंदी की अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) अभिनीत फिल्म पिंक की तमिल रीमेक फिल्म है।

नरकोंडा पार्वाई (Nerkonda Paarvai) टाइटल वाली तमिल फिल्म में अमिताभ बच्चन (अमिताभ वाली भूमिका तमिल सुपरस्टार अजित कुमार कर रहे हैं। इस फिल्म से, पहले बार बोनी कपूर और अजित कुमार को एक साथ काम करने का मौका मिला।

बोनी कपूर, अजित कुमार की अभिनय प्रतिभा से काफी प्रभावित हुए हैं । अजित बहुत ही सज्जन और मेहनती अभिनेता माने हैं। बॉक्स ऑफिस पर उनकी पकड़ भी है। 

अजित कुमार की वीरम (Veeram), वेदालम (Vedalam), विवेगम (Vivegam) और विश्वासम (Vishwasam) जैसी फिल्मों को बड़ी सफलता मिली है। उनकी दूसरी हिट तमिल फिल्मों में एन्ने अरिन्धाल (Yennai Arindhaal), मनकथा (Mankatha), बिल्ला (Billa), आदि फ़िल्में भी ज़बरदस्त सफल हुई हैं।


उनकी ज़्यादातर फिल्मों को हिंदी में डब किया गया है और हिंदी दर्शक टीवी पर यह सभी फ़िल्में देख चुके हैं।

बोनी कपूर (Boney Kapoor) का इरादा अजित कुमार (Ajith Kumar) को हिंदी फिल्मों में लाने का है। बोनी कपूर ने अपनी यह इच्छा ट्विटर पर व्यक्त भी की।

बोनी कपूर ने लिखा, “Nerkonda Paarvai के रशेस देखे। खुश हूँ...अजित ने क्या अभिनय किया है। मुझे उम्मीद है कि वह जल्द ही हिंदी फिल्म करना चाहेंगे। मेरे पास एक्शन फिल्मों की ३ स्क्रिप्ट हैं। उम्मीद है कि वह कम से कम एक फिल्म को हाँ कहेंगे।”

बताते चलें कि अजित कुमार की ज़्यादातर फ़िल्में एक्शन से भरपूर इमोशनल ड्रामा हुआ करती हैं। 
वह जितने स्वाभाविक एक्शन मे हैं, उतना ही अच्छा उनका इमोशन से भरपूर अभिनय माना जाता है।

बोनी कपूर (Boney Kapoor) के ट्वीट ने हलचल मचा दी है। अजित कुमार (Ajith Kumar) के प्रशंसको को उम्मीद है कि अजित कुमार ज़ल्द ही बोनी कपूर की किसी एक्शन फिल्म में नज़र आयेंगे। बोनी कपूर को भी प्रतीक्षा है  अजित कुमार के जवाबी ट्वीट की ! 


नवोदय टाइम्स १२ अप्रैल २०१९ - क्लिक करें 

नवोदय टाइम्स १२ अप्रैल २०१९

Thursday, 11 April 2019

राजनीतिक कारणों से बैन हुई पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi)


भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने प्रधान मंत्री नरेद्र मोदी पर, ओमंग कुमार निर्देशित फिल्म पीएम नरेन्द्र मोदी को रिलीज़ होने से रोकने की अपील खारिज कर दी थी । फिल्म को भारतीय सेंसर बोर्ड ने भी प्रदर्शन के लिए पारित कर दिया था । इस पर कांग्रेस सहित दूसरे दलों ने चुनाव आयोग के पास गुहार लगाईं । भारत के चुनाव आयोग को लगा कि सरकार का काम नहीं, फिल्म बोलती है । इसलिए, चुनाव आयोग ने फिल्म पीएम नरेन्द्र मोदी को चुनाव ख़त्म होने तक प्रदर्शित होने से रोक दिया है । इस फिल्म के न रिलीज़ होने से, भारतीय जनता पार्टी को कितना नुकसान तथा कांग्रेस सहित गठबंधन दलों को कितना फायदा होगा, इसका पता तो २३ मई को ही चल सकेगा । लेकिन, राजनीतिक दलों को हमेशा से राजनीतिक रुझान वाली फिल्मों पर आपत्ति होती है और वह कोर्ट की शरण लेते हैं । ऐसे पहले से कई मामले हैं । लेकिन, पीएम नरेन्द्र मोदी ऎसी पहली फिल्म है, जिसे चुनाव आयोग द्वारा प्रतिबंधित किया गया ।


इंदु सरकार पर नाराज़ कांग्रेसी 
दो साल पहले, कांग्रेस द्वारा मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार (२०१७) का आक्रामक विरोध किया था । फिल्म के पोस्टर बैनर फाड़े, पुतले जलाए । कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुणे और नागपुर में फिल्म की प्रेस कांफ्रेंस को भी नहीं होने दिया। बाद में, महाराष्ट्र सरकार ने इंदु सरकार की टीम को सुरक्षा मुहैया कराई ।  लेकिन, कांग्रेस शांत नहीं हुई । वह सेंसर बोर्ड के पास भी फिल्म को प्रमाणित न करने के लिए पहुंचे । उनका कहना था कि मधुर भंडारकर ने एक राजनीतिक पार्टी (बीजेपी) के इशारे पर उनकी नेता इंदिरा गांधी और संजय गांधी की छवि खराब करने की कोशिश की है।  जबकि, मधुर भंडारकर साफ़ कर चुके थे कि यह ७० प्रतिशत कल्पनाशीलता और ३०% सच की कहानी है। चूंकि, इंदु सरकार के साथ सेंसर बोर्ड और फिल्म उद्योग खड़ा हुआ था और चुनाव आयोग का दखल नहीं था । इसलिए इंदु सरकार २८ जुलाई २०१७ को रिलीज़ हो ही गई ।


ममता बनर्जी ने उतारी बांगला फिल्म  
इसके बावजूद तमाम ऐसे उदाहरण है, जब राजनीतिक दलों को मिर्ची लगी तो सिनेमाहॉल से तक फिल्म उतरवा दी। कभी किसी फिल्म के विषय से, कभी उसके कलाकारों से या किसी दूसरे कारण से विरोध करने और फिल्मों को रोकने का सिलसिला पुराना है।  सरकार द्वारा विरोधी स्वरों के कारण किसी फिल्म को रोक लगाए जाने का ताज़ा उदाहरण एक बांगला फिल्म भबिश्योतेर भूत को कलकत्ता में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा जबरन उतार दिया गया । यह फिल्म कोर्ट के आदशों के बावजूद थिएटर पर प्रदर्शित नहीं हो सकी है ।


ब्रितानी शासन ने बैन किया भक्त बिदुर को 
फिल्मों को बैन करने की शुरुआत तो ब्रिटिश सरकार ही कर चुकी थी । महाभारत काल के विदुर पर कांजीभाई राठौर की फिल्म में विदुर के चरित्र को महात्मा गांधी के व्यक्तित्व के अनुरूप ढाला गया था।  फिम के विदुर बने द्वारिकादास सम्पत बिलकुल गांधी जैसे लग रहे थे।  यह पहली भारतीय फिल्म थी, जिस पर ब्रितानी हुकूमत ने रोक लगाईं। ब्रितानी शासनकाल में राजनीतिक स्वर वाली फ़िल्में ही नहीं गीत तक बैन कर दिए जाते थे ।  किस्मत (१९४५) के गीत 'दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिंदुस्तान हमारा हैँ' को देश की स्वतंत्रता से जोड़ा गया।  सिनेमाघरों में यह गीत पब्लिक डिमांड पर रिपीट किया जाता था।  इसे देखते हुए गीतकार प्रदीप को ब्रिटिश सरकार के क्रोध से बचने के लिये भूमिगत हो जाना पड़ा।


राजनीतिक कारणों से बैन 
स्वतंत्रता के बाद भी भारतीय फिल्मों को पूर्ण स्वतंत्रता नहीं मिली। आज़ादी के बाद चुम्बनो का फिल्मों में निषेध हो गया । इसके बाद किन्ही न किन्ही कारणों से फिल्मों पर रोक लगाईं जाती रही।  आपातकाल के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री के बेटे संजय गांधी द्वारा किस्सा कुर्सी का के प्रिंट ही जलवा दिए गए।  आंधी पर रोक लगा दी गई, क्योंकि इसकी नायिका का गेटअप और मेकअप इंदिरा गांधी की तरह किया गया था । कुछ घटनाएं इंदिरा गांधी के साथ घट चुकी शामिल थी। यह फिल्म जनता पार्टी के शासन में आने के बाद ही रिलीज़ हो सकी। बॉम्बे के दंगों के कारण ब्लैक फ्राइडे पर रोक लगा दी गई। १९९३ के दंगों पर अनुराग कश्यप की फिल्म ब्लैक फ्राइडे पर तो बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी रोक लगाईं थी।  दो साल बाद यह फिल्म कोर्ट के आदेश से रिलीज़ हुई। फायर, वाटर, माय नेम इज खान, आदि फ़िल्में धार्मिक राजनीतिक विरोध के कारण रोकी गई। यशराज बैनर की फिल्म फना को तत्कालीन गुजरात सरकार के गुस्से का सामना करना पड़ा। क्योंकि, आमिर खान मेधा पाटकर के आंदोलन में हिस्सा ले रहे थे। गुजरात २००२ के दंगों पर आधारित होने के कारण फिल्म फ़िराक़ और परज़ानिया को गुजरात में रिलीज़ के लायक नहीं समझा गया। सिन फिल्म को एक पादरी के सेक्सुअल रिलेशन दिखाने के कारण रोक का सामना करना पड़ा। इंशाअल्लाह कश्मीर, श्रीलंका के गृहयुद्ध पर नो फायर जोन, सिक्किम को स्वतंत्र देश दिखाने वाली फिल्म सिक्किम को भी राजनीतिक कारणों से बैन का शिकार होना पड़ा।  सिख दंगों पर अमतेज मान की फिल्म १९८४ को दिल्ली और पंजाब में रिलीज़ नहीं होने दिया गया। इंदिरा गांधी हत्याकांड पर पंजाब फिल्म कौम दे हीरे को इंदिरा गांधी के हत्यारों का महिमामंडन करने के कारण बैन का शिकार होना पड़ा।


राज्य सरकारों ने रोकी फ़िल्में 
काफी ऎसी फ़िल्में हैं, जिन्हे विभिन्न राज्य सरकारों ने किसी न किसी कारण से अपने राज्य में रिलीज नहीं होने दिया। इनमे गैर हिंदी फिल्मों के अलावा हॉलीवुड की फ़िल्में भी शामिल थी। आंध्र प्रदेश, नागालैंड और गोवा की सरकारों ने हॉलीवुड फिल्म डा विन्ची कोड को क्रिस्चियन समुदाय विरोधी होने के कारण अपने राज्यों में रिलीज़ नहीं होने दिया।  आंध्र प्रदेश में आरक्षण को अस्थाई तौर पर बैन किया गया।  असम में असमी फिल्म रूनुमि और हिंदी फिल्म टैंगो चार्ली बैन कर दी गई। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखण्ड में बाबा राम रहीम की फिल्म एमएसजी २- द मैसेंजर को जनजाति समुदाय विरोधी होने के कारण बैन किया गया। गुजरात में चाँद बुझ गया, फना, फरज़ानिया और फ़िराक़, महाराष्ट्र में देशद्रोही, पंजाब में डा विन्ची कोड के अलावा आरक्षण को अस्थाई तौर पर, साड्डा हक़, ओह माय प्यो जी, एमएसजी १ और २ द मैसेंजर, नानक शाह फ़क़ीर और संता बंता प्राइवेट लिमिटेड को बैन का सामना करना पड़ा। राजस्थान में अस्थाई तौर पर जोधा अकबर, तमिलनाडु में श्रीलंका के गृहयुद्ध पर इनाम सीलोन, मद्रास कैफे, विश्वरूपम, डैम ९९९, डा विन्ची कोड और ओरे ओरु ग्रामथिले को बैन कर दिया गया। उत्तर प्रदेश में आजा नचले, जोधा अकबर और आरक्षण को अस्थाई तौर पर बैन किया गया। पश्चिम बंगाल में सिटी ऑफ़ जॉय और कंगाल मालसाट को बैन कर दिया गया। पद्मावत को भी गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में रोक का सामना करना पडा ।


फिल्म इंदु सरकार हो या भबिश्योतेर भूत, इन फिल्मों को रोक और विरोध का सामना इसी लिए करना पड़ा कि इन फिल्मों की टोन राजनीतिक थी। हालाँकि, यह फ़िल्में सेंसर द्वारा प्रमाणित थी। बंगाल के शासक दल तृणमूल कांग्रेस द्वारा भबिश्योतेर भूत को सिर्फ इसलिए सिनेमाघरों में चलने नहीं दिया, क्योंकि फिल्म मे बंगाल सरकार की नीतियों की आलोचना की गई थी। मगर, पीएम प्राइम मिनिस्टर का मामला बिलकुल अलग है। इस फिल्म को लेकर कांग्रेस की चिंता फिल्म में मोदी की छवि चमकाने की कोशिश और चुनाव में इसका फायदा उठा लेने की शंका थी। यह काफी हद तक सही भी था। शायद इसी लिए चुनाव आयोग ने चुनाव ख़त्म होने तक पीएम नरेन्द्र मोदी को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने से रोक दिया। 


बायोपिक नहीं एक्शन फिल्म डायरेक्ट करेंगी कंगना रनौत-  क्लिक  करें 

बायोपिक नहीं एक्शन फिल्म डायरेक्ट करेंगी कंगना रनौत (Kangana Ranaut)


अपनी फिल्मों  में नाज़ुक भूमिकाएं करने वाली कंगना रनौत (Kangana Ranaut) काफी समय से किसी फिल्म का निर्देशन करने का इरादा बनाये हुए थी। उन्होंने इसके लिए अमेरिका के एक इंस्टिट्यूट से फिल्म निर्देशन का कोर्स भी किया था।

मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी (Manikarnika The Queen of Jhansi) के निर्देशक कृष (Krrish) के फिल्म की शूटिंग के दौरान ही फिल्म छोड़ देने पर, कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने खुद फिल्म को पूरी करने का फैसला किया। यह बात दीगर है कि उनके उनके इस  फैसले से नाराज़ हो कर अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) फिल्म से बाहर निकल गए।

मणिकर्णिका को पूरा करने का फायदा कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को निर्देशन में अपने हाथ आजमाने के तौर पर मिला ।

मणिकर्णिका की रिलीज़ के दौरान, जब कंगना रानौत पंगा की शूटिंग कर रही थी और जयललिता बायोपिक को साइन कर रही थी, उस दौरान कंगना ने अनुराग बासु (Anurag Basu) की फिल्म छोड़ने का ऐलान किया । उन्होंने इसके पीछे खुद एक फिल्म निर्देशित करने की इच्छा बताया ।

उस समय यह पता चला कि कंगना रानौत खुद की बायोपिक फिल्म (Biopic Film) निर्देशित करना चाहती हैं । यह भी बताया गया था कि फिल्म की स्क्रिप्ट बिलकुल तैयार है ।

लेकिन, अब खबर है कि कंगना (Kangana Ranautद्वारा निर्देशित की जाने वाली फिल्म कोई बायोपिक फिल्म नहीं होगी, बल्कि एक एक्शन फिल्म होगी । उनकी यह फिल्म प्राचीन महागाथा (Epic) होगी । यह वास्तविक व्यक्ति या घटना पर फिल्म होगी । यानि एक बार फिर मणिकर्णिका या बाहुबली जैसी कोई भव्य फिल्म देखने को मिल सकती है ।

शायद यह कंगना रानौत (Kangana Ranautको मणिकर्णिका से मिले अनुभव का परिणाम है कि कंगना एक एक्शन फिल्म निर्देशित करने को तैयार है । कंगना की यह फिल्म कोलकत्ता में शूट होगी। इसलिए फिल्म की लोकेशन की खोज में वह कलकत्ता और उसके आसपास की ख़ाक छानने निकल भी पड़ी है ।

खबर है कि कंगना रानौत (Kangana Ranautजल्द ही फिल्म का पोस्टर रिलीज़ कर सकती हैं । इसके लिए उन्होंने फोटोशूट की तैयारी शुरू कर दी है । 


स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २ के तीन नए स्टूडेंट - क्लिक करें 

स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २ के तीन नए स्टूडेंट

स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २ की नई स्टूडेंट Tara Sutaria

म्यूजिक विडियो मेरी कहानी - आनंद परमार

वड्डी शराबन - फिल्म दे दे प्यार दे- राकुल प्रीत सिंह

स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २ की नई स्टूडेंट अनन्या पांडे (Ananya Panday)