Tuesday 22 September 2015

इस गीत ने फिर मिलाया था साज और आवाज़ को

लता मंगेशकर ने सचिन देव बर्मन उर्फ़ बर्मनदा के लिए एक से एक खूबसूरत गीत गाये हैं।  लता मंगेशकर सचिनदा की पसंदीदा गायिका थी। लेकिन, एक इंटरव्यू ने इन दोनों के बीच ऎसी दरार पैदा की कि सुर से संगीत दूर हो गया।  एक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में सचिन देव बर्मन ने कहा था कि लता मंगेशकर को बनाया किसने ! हमने ! हमने दिए उन्हें यह गीत !' इस इंटरव्यू का लता मंगेशकर ने बहुत बुरा माना।  उन्होंने १९५८ से १९६२ के बीच पूरे पांच साल तक सचिन देव बर्मन की धुन पर कोई गीत नहीं गाये।  सचिनदा तो खुद को राजकुमार समझते थे।  उन्होंने ने भी लता की नाराज़गी की परवाह नहीं की।  सचिनदेव बर्मन ने इस दौरान लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोंसले और दूसरी नई आवाजों से गीत गवाए।  लता मंगेशकर भी दूसरे संगीतकारों के साथ सफलता की सीढियां चढ़ती चली गई।  लता और सचिनदा के बीच की दीवार को गिराया सचिनदा के बेटे और संगीतकर राहुल देव बर्मन उर्फ़ पंचम ने।  उन्होंने बंदिनी फिल्म के गीत मोरा गोरा रंग लाई ले मोहे श्याम रंग दे दे' को गाने के लिए लता को फ़ोन करने को कहा।  बर्मनदा ने फ़ोन किया।  सुर पिघल गया।  इस प्रकार से इस गीत के साथ (देखिये सोंग विडियो) लता मंगेशकर ने सचिन देव बर्मन के लिए फिर गीत गाने शुरू कर दिए।  

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