Tuesday 29 September 2015

'बाहुबली' से ज़्यादा हैरतअंगेज है 'पुलि' के दृश्य !

इंडियन ऑडियंस के लिए, ख़ास तौर पर हिंदी फिल्म दर्शकों के लिए अक्टूबर में सिनेमाघरों में हिंदी में संवेदित की गई तमिल फिल्म 'पुलि' को देखना अभूलनीय प्रदर्शन होगा।  इस फिल्म में ख़ास हो गए पुलि में फंतासी एडवेंचर दिखाने के लिए इस्तेमाल की गई वीएफएक्स तकनीक। पुलि के वीएफएक्स कमलाकन्नन ने तैयार किये हैं।  कमलाकन्नन ने ही एसएस राजामौली की दो उत्कृष्ट तकनीक वाली फिल्मों 'मगधीरा' और 'ईगा' यानि हिंदी 'मक्खी' के वीएफएक्स तैयार किये थे।   'पुलि' की तकनीकी उत्कृष्टता साबित करने के लिए तीन फिल्मों के वीएफएक्स का ज़िक्र करना ठीक होगा।  एसएस राजामौली की फिल्म 'मक्खी' में १२०० वीएफएक्स शॉट्स थे।  मगधीरा में १६०० तक।  लेकिन, इस साल रिलीज़ और पूरी दुनिया में तहलका मचा ने वाली फिल्म 'बाहुबली' में २००० वीएफएक्स शॉट्स लिए गए थे।  'वीएफएक्स  दृश्यों के लिहाज़ से 'बाहुबली' श्रेष्ठतम फिल्म कही जा सकती है। लेकिन,  'पुलि' वीएफएक्स श्रेष्ठता के झंडे गाड़ने जा रही है।  इस फिल्म में २४०० वीएफएक्स शॉट्स का इस्तेमाल किया गया है।  'पुलि' के वीएफएक्स भारत के अलावा रूस में सेंट पीटर्सबर्ग, यूक्रेन एंड अर्मेनिआ के विभिन्न ८ स्टूडियोज में तैयार किये गए।  फिल्म के कुछ एक आँख वाला राक्षस, भीमकाय कछुआ, काला तेंदुआ और ऐसे ही कई दिलचस्प चरित्र केवल वीएफएक्स द्वारा ही क्रिएट किये गए हैं। इन चरित्रों को देखना दर्शकों के लिए नया अनुभव होगा।  'पुलि' के वीएफएक्स निर्देशक कमलाकन्नन कहते हैं, "शुरू में  हम लोगों का इरादा २६०० वीएफएक्स सीन तैयार करने का था।  परन्तु बाद में कुछ बाधाओं के कारण इन्हे कम करके २४०० कर दिया गया।  फिर भी यह बाहुबली से ज़्यादा ही हैं।"  


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