शुक्रवार (१२ फरवरी को) को दो हिंदी फ़िल्में टकरा रही हैं। वैलेंटाइन्स डे वीकेंड पर रिलीज़ यह फिल्मे अपनी रोमांस थीम के कारण एक दूसरे को चुनौती देती लगती हैं। इन दोनों ही फिल्मों में बड़ा फर्क यह है कि मेकर, कहानी, बजट और स्टार कास्ट के लिहाज़ से दोनों का कोई मुक़ाबला नहीं। फितूर के निर्देशक अभिषेक कपूर उर्फ़ गट्टू हैं, जबकि सनम रे की निर्देशक दिव्या खोसला कुमार हैं। यह दोनों ही हिंदी फिल्मों के असफल एक्टर हैं। इन दोनों ने ही अपनी फिल्मों से सफलता का स्वाद चखा हैं। कहानी के लिहाज़ से चार्ल्स डिकेन्स के रोमांटिक उपन्यास ग्रेट एक्सपेक्टेशन पर आधारित होने के कारण फितूर सनम रे से बड़ी फिल्म हैं। इन दोनों ही फिल्मों के बजट में भारी अंतर हैं। टी सीरीज की फिल्म सनम रे का बजट मात्र १५ करोड़ है, जबकि यू टी वी मोशन पिक्चर्स ने फितूर के निर्माण, आदि पर ९५ करोड़ खर्च किये हैं। स्टार कास्ट के लिहाज़ से भी फितूर तब्बू और कैटरीना कैफ के कारण इतनी बड़ी फिल्म बन चुकी है कि सनम रे की यामी गौतम और पुलकित सम्राट कहीं नहीं नज़र आते। कश्मीरी पृष्ठभूमि पर मुस्लिम संस्कृति झलकाती फिल्म है फितूर । माहौल मुसलमानी होगा। वहीँ सनम रे पंजाबी तड़के वाली फिल्म है। लेकिन---लेकिन------ इन दोनों फिल्मों की स्क्रीन संख्या में भारी अंतर है। सनम रे को दो हजार प्रिंटों में रिलीज़ किया जा रहा है। जबकि, फितूर केवल १२०० स्क्रीन में ही रिलीज़ होगी। बड़ी फिल्म फितूर के मुकाबले छोटी सनम रे ८०० ज़्यादा प्रिंट वीकेंड में फितूर को झटका दे सकते हैं। साथ ही फितूर का बड़ा बजट भी उसके लिए खतरा बन सकता है। ऐसे में साधारण बजट से बनी सनम रे पहले वीकेंड में ही मुस्कुरा सकती है। आइये देखते हैं क्या होता है इस वीकेंड।
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