अपूर्व
लाखिया के एक और रियल लाइफ पर फिल्म बनाने की खबर है। अपूर्व लाखिया की पिछले साल
रिलीज़ दाऊद इब्राहीम की बहन हसीना पार्कर पर फिल्म हसीना पार्करको सफलता नहीं मिली थी। इस असफलता से अपूर्व निराश नहीं लगते। वह फिर एक नायिका प्रधान फिल्म बनाने की
दिशा में बढ़ रहे हैं। वह चेन्नई की रहने वाली एक नौ साल की बच्ची नज़ीमा पर फिल्म
बनाने जा रहे हैं,
जिसे १९८४
में बेच दिया गया था। नज़ीमा से घरेलु काम कराया जाता था, उसे मारापीटा जाता था। एक दिन, वह वहां से भाग निकलती है। उसे मैसूर मे रहने
वाला ब्राह्मण जोड़ा पालता-पोसता और शिक्षा दिलवाता है। फिर उसकी शादी उसी के कौम
के लडके सैयद से करा दी जाती है। उसका पति उसके साथ नौकरी करने सऊदी अरब चला जाता
है। परन्तु, नज़ीमा को अपने जन्मदाता माता-पिता की याद
आती रहती है। उसका पति उसे माता पिता से मिलाने के लिए एक चेन्नई के एक डिटेक्टिव आर वरदराजा से मदद लेता है। अंततः चेन्नई पुलिस के ज़रिये नजीमा अपने माँ पिता से
मिल पाती है। इस कहानी ने अपूर्व को बहुत प्रभावित किया। उन्होंने तत्काल ही इस
कहानी पर फिल्म बनाने के अधिकार प्राप्त कर लिए। अपूर्व फिलहाल इस फिल्म की
स्क्रिप्ट लिख रहे हैं। जैसे ही स्क्रिप्ट पूरी होगी, फिल्म की कास्ट पर विचार किया जायेगा। उसके बाद ही फिल्म फ्लोर पर जा सकेगी। अपूर्व लाखिया ने अब तक मुंबई से आया मेरा
दोस्त, एक अजनबी, शूटआउट एट लोखंडवाला, दस कहानिया,
मिशन
इस्ताम्बुल, ज़ंजीर और हसीना पार्कर का निर्देशन किया है। नज़ीमा की कहानी,
उनकी पहले की
फिल्मों की कहानियों से बिलकुल अलग है। क्या एक्शन से भरपूर गैंगस्टर फिल्मों के
शाहकार अपूर्व लाखिया नज़ीमा पर फिल्म के साथ न्याय कर पाएंगे ?
No comments:
Post a Comment