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Friday 8 November 2019

दीवाना Govinda और मस्ताना Anil Kapoor के साथ John Abraham


एक टीवी प्रोग्राम में, अनिल कपूर ने ऐलान किया कि दीवाना मस्ताना २ बनाई जायेगी। इस फिल्म में पहली दीवाना मस्ताना के अनिल कपूर और गोविंदा तो होंगे ही, जॉन अब्राहम भी होंगे। इस प्रोग्राम में अनिल कपूर ने यह साफ़ नहीं किया कि फिल्म को डायरेक्ट कौन करेगा और इन तीनों की नायिकाए कौन होंगी या नहीं भी होंगी।

२२ साल पहले की दीवाना मस्ताना
डेविड धवन के निर्देशन में रोमांटिक कॉमेडी फिल्म दीवाना मस्ताना २३ सितम्बर १९९७ को प्रदर्शित हुई थी। इस फिल्म में गोविंदा और अनिल कपूर के साथ नायिका की भूमिका जूही चावला ने की थी। यह कॉमेडी त्रिकोण फिल्म थी। प्रयाग राज और अनीस बज्मी की लिखी फिल्म दीवाना मस्ताना को अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी। ७ करोड़ में बनाई गई यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर १४ करोड़ का ग्रॉस ही कर सकी थी। हालाँकि, इस फिल्म की खासियत थी कि फिल्म में पहली बार जूही चावला और सलमान खान ने स्क्रीन शेयर की थी ।

गोविंदा से पहले अनिल कपूर
अनिल कपूर, गोविंदा से वरिष्ठ एक्टर हैं। अनिल कपूर का फिल्म करियर १९७१ में शुरू हुआ था और उनकी बतौर नायक फिल्म वह सात दिन १९८३ में प्रदर्शित हुई थी। जबकि, तीन साल बाद, गोविंदा की पहली फिल्म लव ८६ प्रदर्शित हुई थी। अनिल कपूर और गोविंदा ने अपने लम्बे फिल्म करियर के दौरान सिर्फ तीन फ़िल्में आवारगी, दीवाना मस्ताना और सलाम ए इश्क ही एक साथ की हैं।

अनिल और गोविंदा के साथ जॉन की दूसरी फिल्म
जॉन अब्राहम तो इन दोनों से भी काफी जूनियर है। जॉन अब्राहम का फिल्म करियर २००३ में प्रदर्शित बिपाशा बासु के साथ फिल्म जिस्म से हुआ था। जॉन अब्राहम की इन दोनों के साथ इकलौती फिल्म सलाम ए इश्क ही है। लेकिन, जॉन अब्राहम ने अनिल कपूर के साथ सलाम ए इश्क के अलावा रेस २, शूटआउट एट वडाला और वेलकम बेक भी की हैं। इन दोनों की एक कॉमेडी फिल्म पागलपंथी २२ नवम्बर को प्रदर्शित हो रही है। यह दोनों फिल्म मुंबई सागा में भी काम कर रहे हैं।

Wednesday 9 January 2019

विजय माल्या और बाबा रामदेव के रील अवतार में गोविंदा


यह नृत्य गीत का चित्र, फिल्म रंगीला राजा का है।  गोविंदा की दोहराई भूमिका  वाली फिल्म रंगीला राजा में, वैसे तो गोविंदा बाबा रामदेव और विजय माल्या के रील लाइफ अवतार मे नज़र आएंगे।  लेकिन, वास्तव में, दर्शक उन्हें चार रूपों में देख पाएंगे।

गोविंदा के इन चार रूपों के लिए, निर्माता पहलाज निहलानी ने चार अभिनेत्रियां मिशिका चौरसिया, दिगांगना सूर्यवंशी, अनुपमा अग्निहोत्री और करिश्मा कौल को लिया गया है।  उपरोक्त नृत्य गीत में, गोविंदा के दो रूपों के साथ, मिशिका चौरसिया और दिगांगना सूर्यवंशी के स्क्रीन किरदार नृत्य करते नज़र आएंगे।


यह फिल्म, दो भाइयों विजयेंद्र प्रताप सिंह और अजय प्रताप  सिंह की है। विजयेंद्र एक बड़ा और सफल उद्यमी है, अजय एक संन्यासी है।  एक लड़की नताशा की सांगत में विजयेंद्र में बड़ा परिवर्तन होता है।  वह गलत कामों में लिप्त हो जाता है।  ऐसे में छोटा भाई अजय अपने बड़े  भाई को इस जाल से बाहर निकालने के लिए संन्यास आश्रम को त्याग कर, गृहस्थाश्रम में आश्रय लेता है।  विजयेंद्र और अजय की  भूमिका गोविंदा ने की है।  जबकि मिशिका ने नताशा की भूमिका की है।

उपरोक्त गीत गोविंदा के दोहरे रूपों के साथ मिशिका और दिगांगना पर फिल्माया गया है।  इस गीत में इन तीनों का साथ ५०० जूनियर आर्टिस्ट्स ने दिया है।  इस गीत के कोरियोग्राफर चिन्नी प्रकाश हैं। इस गीत के निर्माण में ३ करोड़ की भारी रकम लगी है ।


रंगीला राजा के निर्माता और लेखक पहलाज निहलानी है। पहलाज निहलानी, पहले वह निर्माता हैं, जिन्हों फिल्म इलज़ाम (१९८६) से गोविंदा का  हिंदी फिल्म  डेब्यू करवाया था। इस फिल्म के बाद, गोविंदा कर पहलाज निहलानी की एक्टर-प्रोडूसर जोड़ी ने शोला और शबनम और आँखें जैसी बड़ी हिट फ़िल्में दी। इस लिहाज़ से पहलाज निहलानी और गोविंदा २५ साल बाद एक साथ आ रहे हैं।

फिल्म रंगीला राजा कादर खान की कुछ आखिरी फिल्मों में से एक है।  इस फिल्म में शक्ति कपूर, प्रेम चोपड़ागोविन्द नामदेव, करण आनंद और आरती गुप्ता अन्य भूमिकाओं में है।  इस फिल्म का निर्देशक सिकंदर भारती ने किया है।



मलयालम फिल्म ९ का ट्रेलर - क्लिक करें 

Sunday 6 January 2019

बॉक्स ऑफिस पर सिम्बा की दहाड़ से भागा रंगीला राजा


रणवीर सिंह की फिल्म सिम्बा की, बॉक्स ऑफिस पर दहाड़ से, केवल खान अभिनेता ही नहीं काँप रहे हैं, बल्कि राजे-महाराजे तक कांपने की स्थिति में पहुँच चुके हैं।

सिम्बा बॉक्स ऑफिस पर १५० करोड़ से ज़्यादा का कारोबार कर चुकी है। इसके बावजूद इसकी रफ़्तार में कमी नहीं आई है। इसे भांपते हुए ही, अनुभवी फिल्म निर्माता पहलाज निहलानी ने, अपनी गोविंदा की दोहरी भूमिका वाली फिल्म रंगीला राजा को पोस्टपोन यानि पीछे की तारिख में रिलीज़ के लिए धकेल दिया है। अब रंगीला राजा ११ जनवरी के बजाय १८ जनवरी को रिलीज़ होगी।


११ जनवरी को, सिम्बा तीसरे हफ्ते में प्रवेश करेगी। चूंकि, यह बॉक्स ऑफिस पर, इस समय भी बढ़िया कारोबार कर रही है, तो कोई भी प्रदर्शक रंगीला राजा के लिए अपने सिनेमाघरों की स्क्रीन्स से सिम्बा को नहीं उतारना चाहेगा।

गोविंदा की पिछली फिल्म फ्राईडे ने पहले दिन मामूली ३० लाख का कारोबार किया था । फिल्म ने वीकेंड में १.२० करोड़ का कारोबार किया। इस फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन १.७५ करोड़ रहा । जब गोविंदा की फ़िल्में इतना बुरा कलेक्शन देती हों तो कौन गोविंदा की फिल्म के लाइफटाइम कलेक्शन से कई गुना ज्यादा कारोबार कर रही, सिम्बा को उतार कर रंगीला राजा को प्रदर्शित करना चाहेगा !


लेकिन, रंगीला राजा को १८ जनवरी को भी रंगरेलियां मनाने का मौका नहीं मिल पायेगा । क्योंकि, इस शुक्रवार (१८ जनवरी) वॉर फिल्म ७२ ऑवरस, ड्रामा बोम्बरिया, इमरान हाश्मी की फिल्म चीट इंडिया, अरशद वारसी की कॉमेडी फिल्म फ्रॉड सैयां, हॉरर ७०६ और फरहान अख्तर की ड्रामा फिल्म द फ़क़ीर ऑफ़ वेनिस भी रिलीज़ हो रही है ।

इसलिए, सिम्बा की दहाड़ से भागे रंगीला राजा को फ्रॉड सैयां, चीट इंडिया और द फ़क़ीर ऑफ़ वेनिस चैन लेने देंगे, नहीं कहा जा सकता ! 

सतीश कौशिक की फिल्म के निर्माता-वितरक बने सलमान खान - क्लिक करें 

Thursday 15 November 2018

गोविंदा ने जीता दिल्ली के बच्चों का दिल


फिल्म रंगीला राजा के नायक गोविंदा  बच्चों के साथ मस्ती करने के लिए सीधे मुंबई से दिल्ली के सेंट्रल सेक्रेटेरियट ग्राउंड में पहुंच जहां बाल दिवस के मौके पर प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर (जेएसी) सोसायटी की ओर से आयोजित दौड आयोजित की गई थी।

रंगीला राजा के सेंट्रल सेक्रेटेरियट ग्राउंड पहुंते ही बच्चे अनियंत्रित हो गए और गोविंदा के साथ सेल्फी लेने की होड लग गई। आयोजकों के लिए इन बच्चों को संभालना मुश्किल हो गया।
बच्चों की फरमाइश पर गोविंदा ने अपनी फिल्मों से कई डायलॉग भी सुनाए। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए किया जाने वाला हर प्रयास जरूरी है।

 उन्होंने इस मौके पर कहा, ‘‘आज का दिन बच्चों का दिन है। उन्हें इन बच्चों से मिलकर काफी खुशी हो रही है। प्रयास बच्चों के लिए अच्छा प्रयास कर रहा है। यह एक अच्छी पहल है। इस दौड़ में इतने सारे बच्चों को शामिल होते देखकर बहुत ही खुशी हो रही है। हम सभी को इन बच्चों के लिए आगे आना चाहिए।’’


बाल दिवस के दिन आयोजित इस दौड़ में 5000 बच्चों ने हिस्सा लिया। यह दौड़ चाणक्यपुरी में नेहरू पार्क के पास स्थित सेंट्रल सेक्रेटेरियट ग्राउंड से सुबह 7.30 बजे शुरू हुई।

फिल्म अभिनेता गोविंदा के अलावा दिल्ली के पुलिस कमीशनर श्री अमुल्य पटनायक, मेजर जनरल (सेवा निवृत) पी. के. सहगल, पूर्व पुलिस अधिकारी आमोद कंठ और अनेक अन्य हस्तियों ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया।

इस मौके पर प्रयास के महासचिव और बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए दिल्ली आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री आमोद के. कंठ ने कहा, ‘‘जैसा कि हम 14 नवम्बर को बाल दिवस के रूप में मनाते हैं, ‘रन फॉर चिल्ड्रेनइसमें भाग लेने वाले हर प्रतिभागी के लिए बाल अधिकारों के बारे में जागरूकता पैदा करने की अद्भुत शक्ति और अनुग्रह के साथ हमारे समाज के सुविधाओं से वंचित वर्गों और विभिन्न स्कूलों के बच्चों के साथ 4 किलोमीटर की दौड़ के अनूठे आनंद का अनुभव करने के लिए अद्भुत मौका था। प्रयास दिल्ली के स्कूलों और गैर सरकारी संगठनों के बच्चों, कॉर्पोरेट और अन्य संगठनों तथा कम सुविधा प्राप्त बच्चों के साथ दिल से जुड़ने वाली प्रमुख हस्तियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।


बच्चों की दौड़ के अलावा केन्द्रीय सचिवालय मैदान में करीब चार घंटे तक चले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसमें प्रयास की विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े बच्चों, विभिन्न स्वयं सेवी संगठनों एवं सरकारी स्कूलों के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये।



Mickey Mouse celebrates 90 years this week - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Tuesday 13 November 2018

कौन रोक रहा है गोविन्दा की राह ?


रंगीला राजा की प्रेस कांफ्रेंस मे गोविन्दा ने सनसनीखेज ख़ुलासा किया। उन्होंने कहा कि  इंडस्ट्री के कुछ लोग मुझे नुकसान पहुँचाना चाहते हैं । कौन हैं यह लोग ? गोविंदा इसका खुलासा नहीं करते। लेकिन उन घटनाओं का जिक्र करते हैं, जिनसे यह साबित होता है कि उन्हें नुकसान पहुंचाया जा रहा है। 


दस साल बाद दीवाना मैं दीवाना
डू नॉट डिस्टर्ब और रावण जैसी असफल फिल्मों के बाद, गोविंदा की कॉमेडी फ़िल्में नॉटी @ फोर्टी, दीवाना मैं दीवाना, किल दिल, हैप्पी एंडिंग, आ गया हीरो और फ्राईडे रिलीज़ हुई।  किल दिल असफल हुई।  लेकिन, फिल्म का बड़ा आकर्षण गोविंदा थे।  नॉटी @ फोर्टी चुपचाप चली गई।  दीवाना मैं दीवाना १० साल बाद रिलीज़ हुई थी। कुछ ऎसी ही दशा उनकी बाकी की फिल्मों की भी हुई।  


गोविंदा की फिल्मों की ठीकठाक रिलीज़ नहीं
गोविंदा का रंज यह था कि उनकी फिल्म का ज़िक्र तक नहीं हुआ।  जिस फिल्म को समीक्षकों ने पसंद भी किया, उन्हें बढ़िया रिलीज़ नहीं दी गई। अगले ही हफ्ते सिनेमाघरों से बिलकुल उतार दी गई।  भगवान् के लिए मुझे छोड़ दो का कोई नामलेवा तक नहीं है।  इन फिल्मों के निर्माताओं ने गोविंदा पर पैसा फ़िल्में डिब्बा बंद करने के लिए तो लगाया नहीं होगा।


किसने रोका पहलाज को !
रंगीला राजा, गोविंदा के पहलाज निहलानी के साथ २५ साल बाद फिल्म है।  पहलाज ने ही गोविंदा को पहला ब्रेक दिया था।  लेकिन, गोविंदा कहते हैं, "जब पहलाज ने रंगीला राजा का ऐलान किया तो कुछ लोग पहलाज के पास पहुँच गये कि तुम इनके साथ फिल्म क्यों बना रहे हो।"


रणवीर और अली ज़फर पर भारी  गोविंदा
कभी गोविंदा डांसिंग हीरो हुआ करते थे। एक्टिंग के लिहाज़ से भी वह लाजवाब हैं।  उन्होंने इसे बार बार साबित भी किया है।  बेशक अब गोविंदा को नाचने कूदने वाला हीरो नहीं बनाया जा सकता।  लेकिन, किल बिल गवाह है कि इस फिल्म के भैयाजी को देखने वाले दर्शक फिल्म के दोनों हीरो रणवीर सिंह और अली ज़फर से कहीं ज़्यादा थे।

हाथी मेरे साथी की पत्रकार कल्कि कोएच्लिन - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Saturday 10 November 2018

बॉलीवुड में कभी इनका ज़माना था, मगर आज...!


अस्सी के दशक के सितारे 
बॉलीवुड फिल्मों के इतिहास मेंदो वर्षों १९८२ और १९८६ का बहुत महत्त्व है।  खास तौर पर, १९८२ के अगस्त और १९८६ के फरवरी महीने का।  ५ अगस्त १९८३ को, बॉलीवुड के ही-मैन धर्मेंद्र के बेटे सनी देओल की अमृता सिंह के साथ पहली फिल्म बेताब रिलीज़ हुई थी।  १९८६  में, पुराने जमाने के अभिनेता अरुण कुमार आहूजा और गायिका निर्मला देवी के बेटे गोविंदा के दो फ़िल्में १४ फरवरी १९८६ को इलज़ाम और २८ फरवरी  १९८६ को लव ८६ रिलीज़ हुई थी।  इन फिल्मों के साथ ही, हिंदी फिल्मों में दो एक्शन स्टार और डांसिंग स्टार का जन्म हुआ। 


ढाई किलो का सन सनी हाथ !
सनी देओल ने अपनी एक्शन फिल्मों से, अपने समय के ४० साल के एंग्री यंगमैन अमिताभ बच्चन की फिल्मों को कड़ी टक्कर दी थी।  दामिनी फिल्म से उनका ढाई किलो का हाथ दर्शकों के बीच लोकप्रिय हो गया।  उनके घूसों के वार से हवा में उड़ते दिखाई देने वाले फ़िल्मी गुंडे फिल्म को तालियों की बौछार से सरोबार कर देते थे।  सनी देओल का यह एक्शन रूप २००१ में चरम पर पहुँच गया, जब, १५ जून २००१ को, सनी देओल की देश के विभाजन की पृष्ठभूमि पर एक मुस्लिम लड़की से हिन्दू के प्रेम की एक्शन कथा ग़दर एक प्रेम कथा रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म के सामने, आमिर खान की अंग्रेजो के जमाने में किसानों के क्रिकेट मैच जीतने की घटना पर फिल्म लगान रिलीज़ हुई थी। मगर, सनी देओल के ट्रक ड्राइवर तारा सिंह का बॉर्डर क्रॉस कर एक्शन करने ने लगान के क्रिकेट को हवा में तिनके की तरह उड़ा दिया था। यह सनी देओल का चरमोत्कर्ष था।


हीरो नंबर वन गोविंदा !
गोविंदा ने, अपने डांसिंग स्टार को जल्द ही कॉमेडी हीरो में बदल लिया।  उन्होंने कॉमेडी के ऐसे ऐसे जलवे दिखाए कि कभी हिंदी फिल्मों में हंसाने के लिए रखा जाने वाला और अमिताभ बच्चन के उत्थान के बाद नैपथ्य में चला गया कॉमेडियन हीरो बन गया।  गोविंदा ने, हास्य नायक के तौर पर, शोला और शबनम, आँखें, राजा बाबू, दुलारा, आदि फ़िल्में दी। वह अपनी नंबर वन सीरीज की फिल्मों के कारण हीरो नंबर वन कहलाने लगे। उनकी कुली नंबर वन, हीरो नंबर वन, आंटी नंबर वन, अनाड़ी नंबर वन और जोड़ी नंबर वन जैसी नंबर वन सीरीज को खूब सफलता मिली। 


अब फ़िल्में रिलीज़ होने के लाले
इसी लिए विश्वास नहीं होता कि कभी सनी देओल और गोविंदा की तूती बोला करती थी।  उनकी फ़िल्में ज़बरदस्त ओपनिंग देने की गारंटी हुआ करती थी। आज यह समय आ गया है कि इन दोनों की फिल्मों को स्क्रीन के लाले पड़ जाते हैं।  सनी देओल की यमला पगला दीवाना सीरीज की दो फिल्मों के बाद रिलीज़ फिल्म सिंह साहब द ग्रेट और आई लव न्यू ईयर को सफलता नहीं मिली।  घायल वन्स अगेन को ठीकठाक ओपनिंग मिली ज़रूर, लेकिन पोस्टर बॉयज और यमला पगला दीवाना फिर से जैसी फ़िल्में दर्शकों को तरस गई।  यहाँ तक कि सनी देओल की फिल्म मोहल्ला अस्सी २०१५ से थिएटर का मुंह नहीं देख पाई है। 


गोविंदा भी लुढ़के
ऐसा ही कुछ हाल गोविंदा का भी है।  गोविंदा के भैयाजी के कारण यशराज फिल्म की फिल्म किल दिल को बढ़िया ओपनिंग मिली। लेकिन, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर लुढ़क गई।  आज उनको कोई हीरो एक रूप में स्वीकार करने को तैयार नहीं।  गोविंदा की फिल्म आ गया हीरो कब आई और कब उतर गई किसी को पता नहीं चला। भगवान् के लिए मुझे छोड़ दो की दरकार भगवान् को तक नहीं है।  यह फिल्म नदारद है।  इसी १२ अक्टूबर को फ्राईडे रिलीज़ हुई और बिना आग के फ्राई हो गई। 


दिलचस्प नज़ारे वाला नवम्बर
नवंबर में दिलचस्प नज़ारा हो सकता है।  इस शुक्रवार यानि १६ नवंबर को सनी देओल की लम्बे समय से रुकी फिल्म मोहल्ला अस्सी रिलीज़ होने जा रही है।  इस फिल्म में सनी देओल ने काशी के गरीब पंडित की भूमिका की है।  इस फिल्म में उन्होंने गालियां ज़रूर बकी हैंलेकिन हिंसा के नाम पर उंगली तक नहीं उठाई है।  इस फिल्म के सामने, पहलाज निहलानी के साथ २५ साल बाद, जो गोविंदा की कॉमेडी फिल्म रंगीला राजा रिलीज़ हो सकती है, अगर पहलाज ने सेंसर बोर्ड २० कट्स को स्वीकार कर लिया ।  अगले ही हफ्ते सनी देओल की एक और लम्बे समय से रुकी फिल्म भैयाजी सुपरहिट रिलीज़ हो रही है।  यह एक एक्शन कॉमेडी फिल्म है।  यह फिल्म १० साल से भी ज़्यादा समय से रुकी पड़ी है। 


क्या ठगों की जगह ले सकेंगे भैयाजी और राजा ?
क्या आमिर खान और अमिताभ बच्चन की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान की असफलता के बाद खाली हुए बॉक्स ऑफिस को सनी देओल की मोहल्ला अस्सी और भैयाजी सुपरहिट जैसी फ़िल्में और  गोविंदा की फिल्म रंगीला राजा भर सकेंगी ? सवाल का जवाब शुक्रवार १६ नवंबर के बाद ही मिल सकेगा।  

होटल मिलन, मोहल्ला अस्सी और पीहू - पढ़ने के लिए क्लिक करें


Tuesday 6 November 2018

पूर्व सेंसर चीफ की रंगीला राजा को लगे २० कट !


जब चलती थी पहलाज की कैंची !
पहलाज निहलानी, जब सेंसर चीफ थे, तब उन्होंने खूब कैंची चलाई। तमाम मांसाहारी संवाद काट कर फेंक दिए गए।  हॉलीवुड का गैंगस्टर भी गाली बकने को तरसता था। जेम्स बांड को तक चुम्बन लेने की अनुमति नहीं थी। उन्होंने फिल्मे सेंसर करने की समय सीमा तक तय कर दी थी।


चीफ नहीं रहे निहलानी 
उनके समय में खूब फ़िल्में कटी और रुकी। फिल्म वालों ने मिल कर हल्ला मचाया। शत्रुध्न सिन्हा के साले साहब रवाना कर दिए गए।  अब पहलाज निहलानी सेंसर बोर्ड चीफ नहीं है।  लेकिन, फिल्म निर्माता है। वह अब तक दो फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं।


जूली के बाद फंसा रंगीला राजा 
जूली २ सेंसर में फंसी और पास हुई।  लेकिन, चली नहीं। अब उनकी दूसरी फिल्म रंगीला राजा सेंसर के चंगुल में है। इस फिल्म से, वह गोविंदा के साथ २५ साल बाद वापसी कर रहे हैं। गोविंदा की दोहरी भूमिका वाली इस फिल्म को विजय माल्या के करैक्टर से प्रेरित बताया जा रहा है। यह फिल्म सेंसर के चंगुल में इस बुरी तरह से जकड़ी हुई है कि अगर २० कट नहीं लगाए तो फिल्म को उस समय तक प्रमाण पत्र नहीं मिल सकेगा कि वह रंगीला राजा को १६ नवंबर को रिलीज़ कर सकें। 


कोर्ट की शरण में सेंसर चीफ 
इसलिए, पहलाज निहलानी सेंसर के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट पहुँच गए कि उनकी फिल्म न तो अश्लील है, न संवाद द्विअर्थी है। इसके बावजूद सेंसर बोर्ड ने इस पर २० कट लगाने के आदेश किये हैं। लेकिनबॉम्बे हाई कोर्ट नेपहलाज निहलानी की जल्दी सुनवाई की अपील को ठुकरा दिया। अब पहलाज निहलानी १२ नवम्बर को फिर कोर्ट के द्वारे होंगे। 

मिशिका चौरसिया 

दर्द और भी हैं 
पहलाज का दर्द यह भी है कि कभी वह जिस बोर्ड के चीफ हुआ करते थे, उस सेंसर बोर्ड ने उनकी फिल्म की लाइन लगा दी।  उन्हें ४० दिनों का समय दिया गया। जबकि, वह आमिर खान की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान को , उनके २० दिनों बाद अप्लाई करने के बावजूद प्रमाणपत्र दे दिया गया।  क्योंकि, सेंसर बोर्ड के चीफ प्रसून जोशी और आमिर खान अच्छे दोस्त हैं।  प्रसून जोशी ने आमिर खान की कई फिल्मों को किसी न किसी हैसियत से लिखा है। 

अनुपमा अग्निहोत्री 

तीन नए चेहरे
फिल्म रंगीला राजा में गोविंदा के साथ अस्सी के दशक की फिल्मों में उनके कॉमेडी जोड़ीदार शक्ति कपूर भी हैं। इस फिल्म में  टीवी एक्ट्रेस दिगंगना सूर्यवंशी के साथ मॉडल मिशिका चौरसिया और मॉडल अनुपमा अग्निहोत्री का फिल्म डेब्यू हो रहा है।  




रेड हॉट सेक्सी तनीषा मुख़र्जी  - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Wednesday 10 October 2018

बॉक्स ऑफिस पर मुक़ाबला गोविंदा और काजोल का


गोविंदा और काजोल तीन दर्शकों से फिल्म इंडस्ट्री में हैं।  इसके बावजूद दोनों ने कभी एक साथ कोई फिल्म नहीं की।

फिल्म निर्माता निर्देशक अनिल शर्मा, अपनी फिल्म ग़दर एक प्रेम कथा के लिए पहले गोविंदा और काजोल को लेना चाहते थे। काजोल को अमीषा पटेल वाली भूमिका करनी थी और गोविंदा को सनी देओल वाली। लेकिन, तारीखों की समस्या के चलते काजोल ग़दर की सकीना की भूमिका नहीं कर सकी।

गोविंदा, ट्रक ड्राइवर तारा सिंह बनना चाहते थे। उन दिनोंअनिल शर्मा गोविंदा को लेकर महाराजा पर काम कर रहे थे। महाराजा को बॉक्स ऑफिस निराशा का सामना करना पड़ा। यह फिल्म बुरी तरह से असफल हुई।

इसके साथ ही, अनिल शर्मा ने गोविंदा को तारा सिंह की ट्रक सौंपने का इरादा छोड़ दिया।

इससे पहले भी एक कोशिश राहुल रवैल ने की थी। फिल्म का टाइटल जंगली रखा गया था ।  इस फिल्म के लिए गोविंदा और काजोल ने साथ कुछ दृश्य शूट भी किये। लेकिन, यह फिल्म भी बीच रास्ते बंद हो गई ।

इसके साथ ही, गोविंदा और काजोल की जोड़ी बनने मौक़ा ख़त्म हो गया ।


लेकिन, आज यह दोनों बॉक्स ऑफिस पर साथ हैं। यह दोनों किसी एक फिल्म में  नहीं, बल्कि अपनी अपनी फिल्मों के ज़रिये बॉक्स ऑफिस पर साथ साथ हैं।

फिल्म हेलीकाप्टर ईला में काजोल एक माँ की भूमिका कर रही हैं, जो अपने बेटे के बड़े होने के बाद अपनी गायिका की इच्छा पूरी करना चाहती हैं। इस फिल्म का निर्देशन प्रदीप सरकार कर रहे हैं। 

वही,गोविंदा की फिल्म फ्राई डे का निर्देशन अभिषेक डोगरा ने किया है।  इस फिल्म में गोविंदा एक थिएटर एक्टर बने हैं।  जिसके घर एक वाटर प्योरीफायर बेचने वाला घुस आता है।  इस भूमिका को वरुण शर्मा कर रहे हैं।

अब देखने वाली बात होगी कि कॉमेडी जॉनर वाली यह दो फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर क्या गुल खिलाती हैं ! क्या काजोल पर भारी पड़ते हैं गोविंदा या इसका ठीक उलट होता है ! 


बॉक्स ऑफिस की लूट में ठगों से हिस्सा बाँट करेगा रंगीला राजा ?- पढ़ने के लिए क्लिक करें 

बॉक्स ऑफिस की लूट में ठगों से हिस्सा बाँट करेगा रंगीला राजा ?

रंगीला राजा 

यशराज फिल्म्स की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान ८ नवंबर २०१९ को रिलीज़ हो रही है। अभी तक ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान के खिलाफ कोई फिल्म नहीं थी। लेकिन अब रंगीला राजा इन ठगों को चुनौती देने आ गया है।

गोविंदा की पहलाज निहलानी निर्मित फिल्म रंगीला राजा दीवाली वीकेंड पर रिलीज़ होने के लिए तैयार है ।

एक प्रकार से यह मुक़ाबला अमिताभ बच्चन और गोविंदा का मुक़ाबला बनता लग रहा है । सभी जानते हैं कि ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान के बड़े ठग अमिताभ बच्चन हैं और छोटे ठग आमिर खान हैं । लेकिन, गोविंदा और अमिताभ बच्चन का मुकाबला छोटे मिया से बड़े मिया का मुकाबला भी है । 


अमिताभ बच्चन और गोविंदा की जोडी ने कॉमेडी फिल्म बड़े मिया छोटे मिया और एक्शन फिल्म हम में एक साथ काम किया था । बड़े मिया छोटे मिया में यह दोनों दोस्त थे और फिल्म हम में बड़ा भाई और छोटा भाई ।


पहलाज निहलानी ने ही गोविंदा को फिल्म इलज़ाम के ज़रिये लांच किया था । इन दोनों ने बाद में, शोला और शबनम और आँखे जैसी हिट फ़िल्में भी की ।

पहलाज निहलानी की इस फिल्म में गोविंदा ने विजय माल्या से मिलती जुलती भूमिका की है । कहा जा रहा है कि रंगीला राजा, पहलाज निहलानी की गोविंदा को रिलांच करने वाली फिल्म होगी । लेकिन, क्या ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान जैसी बड़ी फिल्म के सामने इस फिल्म को रिलीज़ करना समझदारी होगी ?

कहते हैं पहलाज निहलानी, “किसी बहुत बड़ी फिल्म के रिलीज़ होते ही दूसरी फिल्मों के बीच भगदड़ मच जाती है । लेकिन, वास्तविकता यह है कि हर बड़ी फिल्म के साथ गुंजाईश रहती हैं । जो दर्शक ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान नहीं देख पायेगा, वह कहाँ जाएगा !“

तो क्या पहलाज निहलानी का विजय माल्या से प्रेरित गोविंदा का ठग, अमिताभ बच्चन के ठग को बॉक्स ऑफिस पर ठग पायेगा ?


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