कोई १५ साल पहले, निर्देशक रामगोपाल वर्मा की ई निवास निर्देशित फिल्म 'शूल' में एक रेस्टोरेंट का एक बेयरा दर्शकों की आँखों के सामने से गुज़र गया था। यही चेहरा, आमिर खान की फिल्म 'सरफ़रोश' में अपराधी बना नज़र आया था। अब यह बात दीगर है कि उस समय दर्शक अंदाजा नहीं लगा पाये थे कि यह चेहरा नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी का है, जो 'खानों' की 'किक' पाते ही 'रईस' बन जायेगा। नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने आमिर खान की फिल्म 'सरफ़रोश' में एक अपराधी का मामूली सा किरदार किया था। इस किरदार से नवाज़ुद्दीन की प्रतिभा का अंदाजा नहीं लगता था। मगर, इसके साथ नवाज़ुद्दीन का लम्बा सफर शुरू हो गया, जो शोहरत की बुलंदियों तक पहुंचता था । 'मुन्ना भाई एमबीबीएस', 'ब्लैक फ्राइडे', 'एक चालीस की लास्ट लोकल', 'आज नचले', 'ब्लैक एंड वाइट' से गुजरता हुआ यह सफर सलमान खान की फिल्म 'किक' तक पहुंचा। इस सफर में 'पीपली लाइव' के आमिर खान का साथ भी मिला । हालाँकि, नवाज़ुद्दीन की पहचान अनुराग कश्यप की दो भागों में बनी फिल्म 'गैंग्स ऑफ़ वासेपुर' में फैज़ल खान की सशक्त भूमिका से मिली। इसके बाद, आमिर खान की फिल्म 'तलाश' में तैमूर की भूमिका ने नवाज़ को दर्शकों के ज़्यादा नज़दीक ला दिया। द लंचबॉक्स' में वह फिल्म नायक बन गए। 'द लंचबॉक्स' ने नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी को प्रशंसा दी। परन्तु, सलमान खान की फिल्म 'किक' के मुख्य विलेन शिव गजरा ने उन्हें स्टार एक्टर बना दिया। आमिर खान और सलमान खान के बाद, अब नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी शाहरुख़ खान के 'रईस' बन गए हैं। नवाज़ ने राहुल ढोलकिया की फिल्म 'रईस' में फरहान अख्तर को रेप्लस किया है, जो 'रॉकऑन २' के कारण तारीखों की समस्या से जूझ रहे थे। यह किरदार लोकल माफिया से सीधी टक्कर लेने वाले तेज़ तर्रार पुलिस अधिकारी का है। इस प्रकार से, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी फिल्म इंडस्ट्री के तीनों खानों के साथ फिल्म करने वाले स्टार अभिनेता बन गए हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 12 December 2014
नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी को मिल रही 'खानों' से किक !
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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