सुशांत सिंह राजपूत की परेशानी समझी जा सकती है। वह पानी मांगे या बैट भांजे। हो कुछ ऐसा गया है कि सुशांत दो नावों मे सवार नज़र आ रहे है। इस समय उनके हाथ की दो फ़िल्में ख़ास हैं। इन दोनों फिल्मों में वह बिलकुल अलग दो भूमिकाएं कर रहे हैं। शेखर कपूर की पानी भविष्य की दुनिया की है, जब पानी के लिए युद्ध लड़ा जायेगा। शेखर कपूर इस फिल्म की मुख्य भूमिका के लिए पहले ह्रितिक रोशन को लेना चाहते थे। परन्तु, ह्रितिक रोशन के बीच में ही फिल्म से निकल आने पर उनकी जगह सुशांत आ गए। इस लिहाज़ से 'पानी' सुशांत के लिए काफी महत्वपूर्ण फिल्म बन जाती है। दूसरी फिल्म नीरज पाण्डेय की 'धोनी' इसके किरदार के कारण ख़ास है। यह फिल्म भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर रियल लाइफ है। जीवित चरित्र पर फिल्म होने के कारण धोनी का किरदार ख़ास भी है। सुशांत को इन दोनों किरदारों को स्वाभाविक तो बनाना ही है, अलग भी रखना है। शेखर कपूर की फिल्म 'पानी' की शूटिंग अगले साल जुलाई से होगी। नीरज पाण्डेय की फिल्म भी साल के मध्य से शुरू होगी। ज़ाहिर है कि सुशांत अपने दोनों चरित्रों को तभी जीवंत बना पाएंगे, जब दोनों फिल्मों की शूटिंग के बीच फासला हो। सुशांत ने अपनी तरफ से दोनों फिल्मों के निर्देशकों को शूटिंग की तारीखों के टकराव के बारे में बता दिया है। देखें, सुशांत सिंह की समस्या का हल कैसे होता है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 29 December 2014
'पानी' में सुशांत सिंह राजपूत के 'धोनी' !
Labels:
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment