तरन्नुम खान अपने अम्मी, अब्बा और भाई बहन के साथ मुंबई में रह रही थी। पिता का छोटा मोटा बिज़नेस था। सब ठीक ठाक चल रहा था कि १९९२ में मुंबई में सांप्रदायिक दंगे हो गए। तरन्नुम का घर, पैसे, आदि सब लूट लिए गए। पिता का बिज़नेस ख़त्म हो गया। रिलीफ कैम्पों में रहने की नौबत आ गयी। सदमे से पिता को दिल का दौरा पड़ा। घर की पतली हालत देख कर तरन्नुम को डांस बार में काम करने को मज़बूर होना पड़ा। वह दीपा बार की मशहूर बार डांसर बन गयी। उसे करोड़पति बार डांसर कहा जाता था। २००५ में महाराष्ट्र सरकार ने बार डांस को बंद करवा दिया। तरन्नुम अब एक अलग मुसीबत में फंस गयी थी। तरन्नुम की ज़िन्दगी पर लेखक
निर्देशक सचिन्द्र शर्मा ने जो कहानी लिखी, उसमे मुंबई के डांस बार बंद होने के बाद
सात सालोँ तक बार डांसरों ने अपने जीवन से जो संघर्ष का चित्रण हुआ है। मुंबई के 'दीपा
बार' की इस रियल लाइफ मशहूर बार डांसर पर फिल्म
का निर्माण आशिमा फिल्म्स के बैनर तले निर्माता रंजीत
शर्मा ने किया है। फिल्म के लेखक और निर्देशक सचिन्द्र शर्मा हैं। इस फिल्म में तरन्नुम की भूमिका को नवोदित अभिनेत्री आशिमा
शर्मा कर रही हैं। फिल्म में नवोदित आशिमा शर्मा के अलावा प्रशांत नारायण, आदित्य पंचोली, मुकेश
तिवारी, पंकज बैरी, मुश्ताक़ खान, गार्गी पटेल, सुहासिनी मुले, राखी सावंत
और शक्ति कपूर की भूमिका भी ख़ास है ।
राजेंद्र कांडपाल
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