एक कबड्डी खिलाड़ी एक लड़की को शादी के मंडप से उठा कर ले आता है, जो उस शादी के लिए राजी नहीं। लेकिन, उस खिलाडी को यह मालूम नहीं कि उसने एक बाहुबली पर हाथ डाल दिया है । यह कहानी बोनी कपूर, संजय कपूर और सुनील लुल्ला की फिल्म 'तेवर' की है, जो २००३ में रिलीज़ हिट तेलुगु फिल्म 'ओक्कडु' का रीमेक है। ओक्कडु का निर्देशन गुणशेखर ने किया था। ओक्कडु में मुख्य भूमिका महेश बाबू, भूमिका चावला और प्रकाश राज ने की थी। ओक्कडु की हिंदी रीमेक फिल्म 'तेवर' का निर्देशन अमित रविंद्रनाथ शर्मा कर रहे हैं। ओक्कडु में कबड्डी खिलाडी महेश बाबू बने थे, हिंदी तेवर में अर्जुन कपूर यह भूमिका कर रहे हैं। अर्जुन कपूर जिस लड़की को शादी के मंडप से उठा ले जाते हैं, वह लड़की सोनाक्षी सिन्हा बनी हैं। यानि सोनाक्षी सिन्हा ने भूमिका चावला वाली भूमिका की है। ओक्कडु में प्रकाश राज बाहुबली बने थे। हालाँकि, प्रकाश राज ने बतौर विलेन हिंदी फिल्मों में काफी नाम कमा लिया है, इसके बावजूद तेवर में उनकी भूमिका के लिए मनोज बाजपेई को लिया गया है। ऐसा करने का कारण यह है कि तेवर की पृष्ठभूमि उत्तर प्रदेश के आगरा शहर की है। प्रकाश राज की संवाद अदायगी का लहजा और हाव भाव किरदार की ज़रुरत के मुताबिक नहीं। जबकि, मनोज बाजपेई को इस प्रकार के बाहुबली किरदार करने में महारत हासिल है। खुद मनोज बाजपेई भी अपने किरदार विजेंदर सिंह में स्वाभाविकता लाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। तेवर की शूटिंग आगरा की रियल लोकेशंस पर हुई है । मनोज बाजपेई ने मौके का फायदा उठाया। आगरा में शूटिंग शुरू होने से पूर्व स्थानीय बाजारों को खूब खंगाला। दरअसल, वह अपने किरदार के मुताबिक
कपड़ो की तलाश कर रहे थे । मनोज वाजपेयी ने स्थानीय बाजार से कई ऎसी वस्तुए तथा कपडे लिए जो
उनके बाहुबली किरदार को हूबहू दर्शाये । फिल्म में कादर खान पुलिस अधिकारी के रोल में नज़र आएंगे। तेवर २०१५ में रिलीज़ होने वाली पहली बड़ी फिल्म होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday, 9 December 2014
मनोज वाजपेयी के बाहुबली बनने का राज छुपा है आगरा के स्थानीय बाजारों में
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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