Sunday, 12 November 2017

एमबीए है टाइगर ज़िंदा है का आतंकवादी अबू उस्मान

निर्देशक अली अब्बास ज़फर की फिल्म टाइगर ज़िंदा है के सलमान खान और कैटरीना कैफ के किरदारों   के सनीखेज अभियान के केंद्र में अबू उस्मान है। आतंकी अबू उस्मान ने २५ भारतीय नर्सों का अपहरण कर बंधक बना लिया। इन बंधकों को अगर कोई छुड़ा सकता है तो वह है टाइगर। भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी के एजेंट टाइगर को इस अभियान में मदद मिलती है एक पाकिस्तानी एजेंट ज़ोया से। निश्चित रूप से उस सीन में टाइगर को ज़बरदस्त तालियां मिलेंगी, जिसमे वह अबू उस्मान से कहता है कि उस्मान अगर तुझमे दम है, तो अब...मुझे रोक के दिखा।  लेकिन, यह तालियां इस बात की गवाह है कि यह उस्मान के किरदार
का ही दमखम है कि टाइगर का ललकारना तालियों का हक़दार बनता है। अबू उस्मान की इस दमदार किरदार को ईरानी एक्टर सज्जाद दिलफ़रोज़ कर रहे हैं।  सज्जाद ३३ साल के हैं। उन्होंने एमबीए किया है। उन्होंने टीवी शो के अलावा दुनिया के तमाम देशों की फ़िल्में भी की हैं। यही कारण है कि उन्हें कई भाषाएं आती हैं। टाइगर ज़िंदा है सज्जाद की पहली हिंदी फिल्म नहीं। हिंदी दर्शकों को याद होगा बेबी फिल्म में एक डॉक्टर का चेहरा, जो उस आतंकी का चेकअप करता है, जिसे अक्षय कुमार भारत ले जा रहा है।  इस संक्षिप्त किरदार को सज्जाद ने ही किया था। बेशक, सज्जाद ने टाइगर ज़िंदा है में खल भूमिका की है।  लेकिन, उनका लुक उन्हें ट्रेलर से ही भारतीय दर्शकों का प्यार दिलवा रहा है।  

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