बॉलीवुड अभिनेत्री दीया मिर्ज़ा ने नेत्रहीनों के लिए काम कर रही कॉर्पोरेट कंपनी ओमग्रोन से हाथ मिलाया है। खबर है कि दीया इस संस्था के साथ मिल कर नेत्रहीनो के लिए खुद की आवाज़ में कविताओं का एक कैसेट निकलने जा रही हैं। ऐसा एक थेरेपी के अंतर्गत किया जा रहा है। जब कंपनी ने दीया को इस थेरेपी के बारे में बताया तो दीया को यह आईडिया काफी पसंद आया। इस सिलसिले में कंपनी द्वारा दीया से कांटेक्ट करने पर दीया ने बिना देर किये इस नेक काम से जुडने का फैसला कर लिया। दीया कहती हैं, "वह यह मानती हैं कि कविताओं का प्रभाव हमारे जीवन पर काफी पॉज़िटिव पडता है। यह साहित्य का सबसे अर्थपूर्ण भाग है, जिससे लोगों के जीवन में खासा बदलाव आता है।" इस संकलन के लिए दीया ने अलग अलग दस कवियों की दस कविताएं गुनगुनाई हैं। इनमें से कुछ कविताएं उनकी अपनी पसंद की हैं और कुछ दूसरों की पसंद। दीया का यह कैसेट जल्द ही प्रशंसकों के हाथों में होगा।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 11 April 2015
नेत्रहीनों के लिए गुनगुनाएंगी दीया मिर्ज़ा
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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