आम तौर पर नए साल में हर किसी की कुछ नया करने की इच्छा होती है। टीवी और फिल्म स्टार भी इससे अलग नहीं। आइये जानते है कि २०१५ में क्या करेंगे यह सितारे -
स्नेहा वाघ- मेरे लिए नए साल का मतलब लक्ष्यों के प्रति नयी सोच और प्राथमिकता से सोचना और खुशियां पाना है।
पियूष सहदेव- मैं चेहरा देख कर विश्वास करने की आदत छोड़ना चाहता हूँ। नया साल सकारात्मक विचार लाता है। हमें योजना बना कर, मेहनत से काम करना है।
गौरव एस बजाज- मैं चाय पीना छोड़ूंगा तो नहीं, पर कम ज़रूर कर दूंगा। मैं औसत ५-७ कप चाय पीता हूँ। मुझे देर रात तक खाने की आदत है। ख़ास तौर पर लेट नाईट टीवी देखते समय मैं फ्रिज में रखा कुछ भी अंट शंट खा लेता हूँ। नए साल का मतलब सोचना पीछे मुड़ कर देखना कि क्या हुआ ? तारीखों काबदलना मायने रखता है अपने लक्ष्य निर्धारित करने में।
मुस्कान मिहानी- खुद को और अपने परिवार को खुश रखना चाहती हूँ। खूब काम और घूमना चाहती घूमना हूँ। शशांक व्यास- तारीखों का बदलना किसी के लिए नई शुरुआत होता होगा। मेरे लिए तो आज मैंने अगर कुछ सकारात्मक किया तो मेरे लिए नया साल हो गया। हाँ मैं हर साल १ जनवरी को भगवान और माँ से अच्छा इंसान और अच्छी सेहत की दुआ मांगता हूँ।
आदेश चौधरी - मैं देर तक सोने और आइस क्रीम खाने की आदत छोड़ना चाहता हूँ। मैं साढ़े ग्यारह- बारह बजे तक सो जाना चाहता हूँ। हमेशा आइस क्रीम खाना भी छोड़ देना चाहता हूँ। मेरे नया साल नयी ज़िन्दगी, नयी सोच और नया लक्ष है।
शरद मल्होत्रा- मैं बहुत कैफीन ले रहा हूँ। मैं चाहता हूँ कॉफ़ी के कप कम कर देना। मैं ज़्यादा समय परिवार और दोस्तों के साथ बिताना चाहता हूँ।
सौरभ राय जैन- मेरी बिना ब्रश किये सो जाने की आदत है। मैं इस छोड़ना चाहता हूँ। नया साल नयी उम्मीदों का साल होता है ।
रमन हांडा - मैंने मिठाई खाना छोड़ना चाहता हूँ। मैं नॉन-वेज खाना भी छोड़ना चाहता हूँ।
किंशुक महाजन- मैं चाहता हूँ कि २०१४ की तरह २०१५ भी लोगों के ढेर सी खुशी ले कर आये।
अविनाश मुख़र्जी - ३१ दिसंबर की रात जब बारह बजते हैं तो ख़ास फीलिंग होती है। मेरा हर नया साल पारिवारिक आयोजन होता है। इससे मुझे अगली ही सुबह काम पर जुट जाने की प्रेरणा मिलती है। मैं वर्कहॉलिक हूँ। चाहता हूँ अपना लक्ष्य और तमन्नाएँ पूरी करने तक काम करता रहूँ।
कँवर ढिल्लों- मैं बाहर जाने के बजाय घर में पार्टी करना पसंद करता हूँ। मैं दुआ करता हूँ कि नया साल लोगों के लिए खुशियां लाये और उनकी तमन्ना पूरी हो।
रचना पारूलकर- सबको खुशियों का सूरज मिले। उम्मीद करता हूँ कि नया साल लोगों को अच्छा आदमी बनने का बदलाव लाएगा।
शिव्या पठानिया- हम लोग शिमला में रिज मॉल में न्यू ईयर ईव मनाया करते थे । इस साल मैं उसे मिस करूंगी। इसलिए मैं इस साल न्यू ईयर ईव को अपने प्रोडक्शन स्टाफ और को-एक्टर्स के साथ मनाने की कोशिश करूंगी।
राजेंद्र कांडपाल
स्नेहा वाघ- मेरे लिए नए साल का मतलब लक्ष्यों के प्रति नयी सोच और प्राथमिकता से सोचना और खुशियां पाना है।
पियूष सहदेव- मैं चेहरा देख कर विश्वास करने की आदत छोड़ना चाहता हूँ। नया साल सकारात्मक विचार लाता है। हमें योजना बना कर, मेहनत से काम करना है।
गौरव एस बजाज- मैं चाय पीना छोड़ूंगा तो नहीं, पर कम ज़रूर कर दूंगा। मैं औसत ५-७ कप चाय पीता हूँ। मुझे देर रात तक खाने की आदत है। ख़ास तौर पर लेट नाईट टीवी देखते समय मैं फ्रिज में रखा कुछ भी अंट शंट खा लेता हूँ। नए साल का मतलब सोचना पीछे मुड़ कर देखना कि क्या हुआ ? तारीखों काबदलना मायने रखता है अपने लक्ष्य निर्धारित करने में।
विवेक मिश्रा- मैं किसी को भी चूमना छोड़ना चाहता हूँ। मैं अपनी सुरक्षा चाहता हूँ। नया साल ताज़ा और गर्म है. मैं आशावादी हूँ।
शिविन नारंग - मैं फैट वाला खाना छोड़ना चाहता हूँ और अपनी सेहत पर ध्यान देना चाहता हूँ। मेरे लिए नया साल, नया अध्याय है। मैं वह नई चीजें जो २०१५ में नहीं कर सका करना चाहूँगा।
ऋषीणा कंधारी- एक किताब के चैप्टर की तरह नया साल है, जिसमे चुनौतियाँ और मौके हैं। में अपना १०० परसेंट देना चाहूंगी । मैं अपनी क्षमता को अंडर एस्टीमेट करना नहीं चाहूंगी । मैं पानी की तरह पैसे बहाती हूँ। सोचती हूँ इस साल बचाऊँ।
गुंजन उतरेजा- मैं लम्बे समय से चार बजे सुबह से पहले नहीं सोया हूँ। मैं जल्दी सोना चाहता हूँ। मैं मीठा खाने अपनी आदत भी छोड़ना चाहता हूँ। चॉकलेट और जामुन खाने से खुद को रोक नहीं पाता। तारीखों का बदलना मेरे लिए मायने नहीं रखता। यह उस दूरी को मापने का जरिया है, जो आप तय कर चुके हैं। मुस्कान मिहानी- खुद को और अपने परिवार को खुश रखना चाहती हूँ। खूब काम और घूमना चाहती घूमना हूँ। शशांक व्यास- तारीखों का बदलना किसी के लिए नई शुरुआत होता होगा। मेरे लिए तो आज मैंने अगर कुछ सकारात्मक किया तो मेरे लिए नया साल हो गया। हाँ मैं हर साल १ जनवरी को भगवान और माँ से अच्छा इंसान और अच्छी सेहत की दुआ मांगता हूँ।
आदेश चौधरी - मैं देर तक सोने और आइस क्रीम खाने की आदत छोड़ना चाहता हूँ। मैं साढ़े ग्यारह- बारह बजे तक सो जाना चाहता हूँ। हमेशा आइस क्रीम खाना भी छोड़ देना चाहता हूँ। मेरे नया साल नयी ज़िन्दगी, नयी सोच और नया लक्ष है।
शरद मल्होत्रा- मैं बहुत कैफीन ले रहा हूँ। मैं चाहता हूँ कॉफ़ी के कप कम कर देना। मैं ज़्यादा समय परिवार और दोस्तों के साथ बिताना चाहता हूँ।
सौरभ राय जैन- मेरी बिना ब्रश किये सो जाने की आदत है। मैं इस छोड़ना चाहता हूँ। नया साल नयी उम्मीदों का साल होता है ।
रमन हांडा - मैंने मिठाई खाना छोड़ना चाहता हूँ। मैं नॉन-वेज खाना भी छोड़ना चाहता हूँ।
किंशुक महाजन- मैं चाहता हूँ कि २०१४ की तरह २०१५ भी लोगों के ढेर सी खुशी ले कर आये।
अविनाश मुख़र्जी - ३१ दिसंबर की रात जब बारह बजते हैं तो ख़ास फीलिंग होती है। मेरा हर नया साल पारिवारिक आयोजन होता है। इससे मुझे अगली ही सुबह काम पर जुट जाने की प्रेरणा मिलती है। मैं वर्कहॉलिक हूँ। चाहता हूँ अपना लक्ष्य और तमन्नाएँ पूरी करने तक काम करता रहूँ।
कँवर ढिल्लों- मैं बाहर जाने के बजाय घर में पार्टी करना पसंद करता हूँ। मैं दुआ करता हूँ कि नया साल लोगों के लिए खुशियां लाये और उनकी तमन्ना पूरी हो।
रचना पारूलकर- सबको खुशियों का सूरज मिले। उम्मीद करता हूँ कि नया साल लोगों को अच्छा आदमी बनने का बदलाव लाएगा।
शिव्या पठानिया- हम लोग शिमला में रिज मॉल में न्यू ईयर ईव मनाया करते थे । इस साल मैं उसे मिस करूंगी। इसलिए मैं इस साल न्यू ईयर ईव को अपने प्रोडक्शन स्टाफ और को-एक्टर्स के साथ मनाने की कोशिश करूंगी।
राजेंद्र कांडपाल
No comments:
Post a Comment