अमूमन, नए साल के पहले शुक्रवार को कोई बड़ी फिल्म रिलीज़ नहीं होती। बुलंदी और मेला जैसे बड़ी सुपर फ्लॉप फिल्मों का इतिहास फिल्मकारों के सामने है। हालाँकि, इन असफल फिल्मों की असफलता के पीछे ख़राब कहानी, ख़राब निर्देशन, बकवास अभिनय और झोलदार पटकथा ख़ास कारण थे। अन्यथा, नो वन किल्ड जैसिका भी पहले शुक्रवार को रिलीज़ हो कर हिट हुई है। लेकिन, फिल्म वालों का खुद पर विश्वास नहीं होता। इसलिए, इस साल भी, पहले शुक्रवार यानी आज दो छोटी फ़िल्में रिलीज़ हो रही हैं। सुनील प्रेम व्यास की फिल्म 'टेक इट इजी' को बड़ों के लिए बच्चों की फिल्म कहा जा सकता है। किस प्रकार से पढ़ाई और प्रतिस्पर्द्धा बच्चों से उनका बचपन और व्यवहार छीन रही है, इसे दो दोस्तों की कहानी के माध्यम से कहा गया है। इस फिल्म में विक्रम गोखले, दीपानिता शर्मा, राज जुत्शी और अनंग देसाई की ख़ास भूमिका है। दूसरी फिल्म निर्देशक शचीन्द्र शर्मा की 'मुंबई कैन डांस साला' है। यह फिल्म मुंबई की बार डांसरों की कड़ी में है। फिल्म की नायिका आशिमा शर्मा ने ही फिल्म में बार डांसर की मुख्य भूमिका की है। राखी सावंत,प्रशांत नारायण, आदित्य पंचोली, मुकेश तिवारी और शक्ति कपूर सहयोगी भूमिका में हैं। साफ़ तौर से इन फिल्मों की कहानी तो ख़ास लगाती है। लेकिन, काफी कुछ निर्भर करेगा फिल्म की प्रस्तुति पर कि किस कल्पनाशीलता के साथ 'टेक इट इजी' के निर्देशक सुनील प्रेम व्यास और 'मुंबई कैन डांस साला' के निर्देशक शचीन्द्र शर्मा अपनी अपनी फ़िल्में पेश कर पाते हैं। इन फिल्मों के कलाकारों का अभिनय फिल्मों में जान डाल सकता है। आइये, ईश्वर से प्रार्थना करते हैं इन फिल्मों की बॉक्स ऑफिस सक्सेस के लिए ! ईश्वर से क्यों ! इसलिए कि अगर आमिर खान और राजकुमार हिरानी को अपनी प्रतिभा पर भरोसा होता तो अपनी फिल्मों के लिए नए साल पहला शुक्रवार भी चुनते, न कि सुरक्षित वीकेंड।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 2 January 2015
टेक इट इजी बॉक्स ऑफिस कैन डांस साला
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इस शुक्रवार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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