हाल ही में एक खबर आई थी जिसमें गुरमीत चौधरी ने फिल्म ‘खामोशियां’ में देबिना के साथ अली फज़ल के अंतरंग दृश्यों को फिल्म से हटाये जाने की मांग की थी लेकिन मज़े की बात यह है क़ि इस सिलसिले में अली को कोई जानकारी ही नहीं है। सूत्रों की मानें तो फिल्म की प्रमोशन में लगे अली को जब यह बात अपने एक करीबी मित्र और ट्विटर से मिली तो वह हैरान रह गये क्योंकि देबीना के साथ ऐसा कोई सीन उन्होंने शूट ही नहीं किया था जिसे लेकर गुरमीत इस तरह की मांग करें. जब अली से इस सिलसिले में बात की गयी तो अली ने कहा, ‘’पहली बात तो मैंने देबीना के साथ ऐसे कोई दृश्य शूट ही नहीं किये हैं जिससे गुरमीत को परेशानी हो. फिर भी अगर फिल्मकार, फिल्म से कुछ दृश्यों को हटाना चाहे तो ये पूरी तरह से निर्माता महेश भट्ट, मुकेश भट्ट और हमारे निर्देशक का फैसला है. कौन से सीन हटाये जाये और कौन से नहीं इससे किसी कलाकार को कोई लेना देना नहीं और ना ही इससे मुझमें किसी तरह की कोई असुरक्षा की भावना है.’’ वैसे अली के इस बयान से यह बात तो साफ हो गयी कि देबीना और उनके बीच कोई अंतरंग दृश्य नहीं. फिर भी फिल्म के प्रोमो काफी चैलेंजिंग लग रहे हैं.
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 21 January 2015
अली ने कहा, ‘’पहली बात तो मैंने देबीना के साथ ऐसे कोई दृश्य शूट ही नहीं किये हैं
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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