Sunday, 18 January 2015

ख़त्म होगी सोनाली बेंद्रे की 'अजीब दास्ताँ है ये'

लाइफ ओके से प्रसारित सीरियल 'अजीब दास्ताँ है ये' से सोनाली बेंद्रे की दास्ताँ ख़त्म होने जा रही है।  अब उनका सीरियल  के लिए कॉन्ट्रैक्ट फिर साइन नहीं होगा। यानि, कॉन्ट्रैक्ट के ख़त्म होने के बाद सोनाली  बेंद्रे के लोकप्रिय किरदार में कोई दूसरी अभिनेत्री दिखाई पड़ेगी।  वास्तविकता तो यह है कि सोनाली बेंद्रे 'अजीब दास्ताँ है ये' में नहीं दिखाई देंगे, बल्कि पिछले छह सालों से छोटे परदे पर किसी न किसी शो के ज़रिये नज़र आने वाली सोनाली बेंद्रे अब हाल फिलहाल टीवी पर नज़र नहीं आने वाली। वह बॉलीवुड में भी व्यस्त होने नहीं जा रही। उनकी पिछली हिंदी फिल्म 'वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा' २०१३ में रिलीज़ हुई थी।  इसके बाद से उनकी कोई हिंदी फिल्म रिलीज़ नहीं हुई।  हकीकत यह है कि सोनाली के पास कोई हिंदी फिल्म है भी नहीं।   इसके बावजूद, वह फिल्मों में व्यस्तता के कारण टेलीविज़न को अलविदा फिल्मों के कारण ही कर रही हैं।  लेकिन, उनकी यह व्यस्तता मराठी फिल्म के लिए होगी।  इधर मराठी फिल्मों ने बढ़िया बिज़नेस करना शुरू किया है। ख़ास तौर पर 'लै भारी' के बाद हिंदी फिल्म सितारे भी मराठी फिल्मों की ओर जा रहे हैं। सोनाली बेंद्रे के भी दो मराठी फिल्मों के लिए बात चल रही है।  यह दोनों फ़िल्में नायिका प्रधान हैं।  एक सोर्स का कहना था, "एक फिल्म तो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुके निर्देशक की है।" सोनाली बेंद्रे ने चालीस से थोड़ा ज़्यादा हिंदी फिल्मों में नायिका, सह नायिका या चरित्र नायिका की भूमिका की है। काफी लोग इस तथ्य से परिचित होंगे कि वह इंडस्ट्री के तीनों बड़े खानों शाहरुख़ खान, सलमान खान और आमिर खान के साथ फ़िल्में कर चुकी हैं। उन्होंने अमोल पालेकर की मराठी फिल्म अनाहत में भी अभिनय किया है। इसलिए, मुंबई में जन्मी सोनाली बेंद्रे का अपनी मातृ भाषा की फिल्मों को करना स्वाभाविक है।  अगर सब ठीक रहा तो सोनाली बेंद्रे मराठी दर्शकों से 'मी मराठी मुलगी आहे' कहती नज़र आएं। 


राजेंद्र कांडपाल

No comments: