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Friday 29 June 2018

पटकथा लेखक संघ के सम्मेलन में चीफ गेस्ट होंगे आमिर खान

पटकथा लेखक संघ (स्क्रीन राइटर एसोसिएशन, यानी एसडब्ल्यूए) अपने 5वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन कर रहा है, जिसमें निर्देशक, निर्माता और अभिनेता आमिर खान मुख्य अतिथि होंगे।

इस बात की पुष्टि करते हुए स्क्रीन राइटर एसोसिएशन के महासचिव जमा हबीब कहते हैं, "हम आमिर खान को सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल करने के लिए उत्साहित हैं।"

जमा हबीब ने बताया कि पहली अगस्त से 3 अगस्त तक आयोजित होने वाले इस तीन दिवसीय सम्मेलन के मुख्य वक्ता प्रसिद्ध पत्रकार विनोद दुआ होंगे ।


एसडब्ल्यूए सम्मेलन का विषय जहां मस्तिष्क डर के बिना हैआज भारतीय पटकथा लेखकों के सामने आने वाली चुनौतियों पर आधारित है।

सम्मेलन में टीवी, फिल्म और डिजिटल माध्यम के विभिन्न पहलुओं और चुनौतियों पर पैनल चर्चाएं होंगी, जिनके लिए प्रसिद्ध लेखक, निर्देशक, स्टूडियो और चैनल प्रमुख आमंत्रित किए गए हैं।

वहीं, सम्मेलन के संयोजक एवं पुरस्कार विजेता लेखक संजय चैहान ने बताया कि सम्मेलन के प्रत्येक सत्र में टीवी, फिल्म और गीत-संगीत के क्षेत्र से जुड़े स्टालवाट्र्स को बिना कोई फर्क किए सम्मानित किया जाएगा।

इसके साथ ही प्रख्यात फिल्मों में योगदान के लिए ख्वाजा अहमद अब्बास, गीत-लेखन में अतुलनीय योगदान देने के लिए के लिए शैलेंद्र और टीवी लेखन के लिए राही मसूम रजा को सम्मान देने के लिए चयनित किया गया है।


क्या शाहरुख़ खान की छोड़ी फिल्म को पकड़ रहे अक्षय कुमार ? - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Thursday 14 June 2018

इस साल दीवाली बॉक्स ऑफिस पर होगा दक्षिण का धमाका !

इस साल दीवाली पर (७ नवंबर) हिंदुस्तान के बॉक्स ऑफिस पर दीवाली  धमाका का आयोजन हो रहा है। लेकिन, पूरे देश में छाये रहेंगे दक्षिण के सितारे।
 
हिंदी की दो फ़िल्में ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान और  हाथी मेरे साथी ७ नवंबर को रिलीज़ होंगी। 

ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान, यशराज फिल्म्स के बैनर की विजय कृष्ण आचार्य निर्देशित एक्शन एडवेंचर फिल्म है।  इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और आमिर खान के साथ कैटरीना कैफ और फातिमा सना शैख़ मुख्य भूमिका  में होंगे। 

दूसरी फिल्म हाथियों के संरक्षण पर हाथी मेरे  साथी का निर्देशन प्रभु सोलोमन द्वारा किया गया है।इस फिल्म में दक्षिण के बाहुबली  स्टार राणा डग्गुबाती की प्रमुख भूमिका है।  यह फिल्म तमिल और तेलुगु में भी बनाई गई है। 

दक्षिण में तो फिलहाल दक्षिण के तीन सुपरस्टार की बड़ी फ़िल्में  टकराने की मुद्रा में हैं। 

निर्देशक सेल्वाराघवन की तमिल गैंगस्टर फिल्म एनजीके ७  नवंबर को  रिलीज़ के लिए तैयार है। निर्माता एस आर प्रकाशबाबू और एस आर प्रभु की फिल्म एनजीके (नंदा गोपालन कुमारन) के नायक सुरिया है।  इस  फिल्म में रकुल प्रीत सिंह, सई पल्लवी, जगपति बाबू और रामकुमारन गणेशन की जैसे सितारे भी झिलमिलायेंगे। 

एनजीके को टक्कर देने के लिए दूसरे दो तमिल सुपर स्टारों की फिल्में भी रेस में हैं। 

तमिल स्टार अजित कुमार की शिवा निर्देशित एक्शन फिल्म विश्वासम की शूटिंग भी ७ नवंबर की रिलीज़ के लिए तेजी से की जा रही है।  इस फिल्म में नयनतारा और रोबो शंकर जैसे नाम भी शामिल हैं। 


तीसरी फिल्म विजय की पोलिटिकल एक्शन फिल्म दलपती ६२ है। फिल्म में कीर्ति सुरेश, वरलक्ष्मी शरतकुमार, प्रेम कुमार और योगी बाबू की भी भूमिकाये हैं।  इस फिल्म  निर्देशक ए आर मुरुगदास हैं।  




सिने यूरोप में कैप्टेन मार्वल और अवेंजर्स ४ की झलक - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Thursday 31 May 2018

बाप पर बैठी बेटी, रमज़ान का महीना, आमिर खान हुए ट्रोल

पिछले दिनों, आमिर खान अपने भाई मंसूर खान (जो जीता वही  सिकंदर) की ६०वी वर्षगांठ मनाने सपरिवार गए हुए थे।

इस दौर के कुछ चित्र, उन्होंने सोशल साइट्स पर शेयर किये।

लेकिन, उन्हें क्या मालूम था कि वह ट्रोलर के निशाने पर आ  जायेंगे। 

ट्रोलर नाराज़ हुए आमिर खान के एक ऐसे चित्र सेजिसमे उनकी बेटी इरा शॉर्ट्स में, आमिर खान के ऊपर बैठी हुई है।

ट्रोलर को रमज़ान के महीने में, एक मुसलमान आमिर खान का ऐसा चित्र नागवार गुजरा।

ट्रोलर को  लगता था कि रमज़ान के मौके पर आमिर खान को बेटी के  साथ ऐसा चित्र नहीं खिंचाना चाहिए था तथा  सोशल साइट्स पर लोड नहीं करना चाहिए था।

कुछ ट्रोलर्स ने इरा खान को सलाह दे डाली की वह शालीन कपडे पहना करें।

इरा खान का इस तरह पिता पर बैठना भी ट्रोलर को नागवार गुजरा।

हालाँकि, ऐसे लोगों की कमी नहीं थी, जिन्हे इस चित्र में  कुछ भी गलत नहीं लगा। 

आमिर खान दूसरी बार  ट्रोलर  द्वारा ट्रोल किये गए, अपने परिवार के साथ खाना खाते हुए फोटो के कारण।

ट्रोलर को लगता था कि  रमज़ान के  दौरान मुसलमान रोज़े से रहते हैं।  ऐसे में आमिर खान को परिवार के  साथ खाना खाते हुए फोटो नहीं डालनी चाहिए थी। 

यहाँ बताते चले कि ट्रोलर द्वारा ट्रोल किये जाने के बाद घबराये आमिर खान ने  बेटी वाली फोटो डिलीट कर दी। 


दिल ही तो है : करण के १०० ब्लेजर्स - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Thursday 10 May 2018

क्या अरुणिमा की बायोपिक करेंगे आमिर खान और कंगना रनौत ?

आमिर खान और कंगना रानौत के बीच दो समानताएं काफी ख़ास हैं।

दोनों ही बतौर एक्टर  परफेक्शनिस्ट हैं। चुन चुन कर फिल्मे करते हैं। अपनी भूमिकाये देखते हैं। सशक्त हैं, तभी करेंगे फिल्म। फिल्म करते समय अपने चरित्र में डूब जाते हैं यह दोनों एक्टर।

दूसरी ख़ास समानता यह है कि कंगना रानौत और आमिर खान पॉपुलर अवार्ड्स को अहमियत नहीं देते। यह दोनों किसी अवार्ड फंक्शन में नज़र भी नहीं आते।

विडम्बना यह कि अभिनय के मामले में बेजोड़ यह एक्टर कभी एक साथ किसी फिल्म में नज़र नहीं आये।

जब दंगल बनाई जा रही थी, उस समय यह अफवाह उडी थी कि इस फिल्म में कंगना रानौत आमिर खान की बेटी की भूमिका करने जा रही हैं। इस फिल्म में वह गीता फोगाट की भूमिका करने वाली थी।

लेकिन, इस खबर को कंगना रानौत ने ही सिरे से खारिज कर दिया। अलबत्ता, उन्होंने यह ज़रूर कहा कि वह कभी आमिर खान के साथ कोई फिल्म ज़रूर करेंगी।

लगता है कि अब यह मौक़ा आ गया है।

अभी, कंगना रानौत और आमिर खान की निर्माता कमल जैन के साथ एक फोटो जारी हुई।

इसके साथ ही यह कहा जाने लगा है कि कंगना रानौत और आमिर खान की जोड़ी बनने जा रही है।इस खबर का आधार यह था कि कमल जैन, कंगना रानौत की ऐतिहासिक फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झाँसी के निर्माता भी हैं।

जैन ने खुद कहा भी कि हम लोग साथ फिल्म कर सकते हैं। अभी बात चल रही है। अभी लम्बी बातचीत चलेगी। उम्मीद है कि कुछ अच्छा होगा।

इसके साथ ही यह खबर जोर पकड़ने लगी कि कंगना रानौत उस अरुणीमा की बायोपिक फिल्म में आमिर खान के साथ होंगी, जिसने एक टांग कटी होने के बावजूद माउंट एवेरेस्ट फतह किया था।

अरुणिमा पर बायोपिक का निर्माण फरहान अख्तर करने वाले थे, लेकिन अरुणिमा से बातचीत फेल हो जाने के बाद दार मोशन पिक्चर्स ने यह अधिकार खरीद लिए।

अरुणिमा की कहानी जितनी ज़बरदस्त है, उसे देखते हुए कोई शक नहीं अगर आमिर खान फिल्म के साथ जुड़ जाए।

कुछ का कहना है कि आमिर खान का यह जुड़ाव बतौर निर्माता होगा।


सोनी के दिल ही तो है में सुदीपा सिंह  - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Wednesday 14 February 2018

सोनाली बेंद्रे के कारण पाकिस्तान में हिट हुई 'सरफ़रोश' !

पाठकों को यह जान कर आश्चर्य होगा कि जब पाकिस्तान में हिंदुस्तान विरोध की हवा बह रही थी। इस विरोध के कारण हिंदी फ़िल्में पाकिस्तान में रिलीज़ नहीं हो पा रही थीउस समय भी क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म का ज़िक्र करने वाली आमिर खान और सोनाली बेंद्रे की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'सरफ़रोश' ज़बरदस्त हिट होती है। इसे कराची और लाहौर के थिएटर्स में चोरी छुपे दिखाया जाता है। यह फिल्म पाकिस्तान में सबसे लोकप्रिय फिल्म बन जाती है। फिल्म के पायरेटेड प्रिंट की ज़बरदस्त मांग होती है। जबकि, यह फिल्म बॉलीवुड की पहली फिल्म थी, जिसमे पाकिस्तान को आतंकवादी देश बताया जाता है। तब, सरफरोश पाकिस्तान में इतनी बड़ी हिट फिल्म कैसे बनीक्या  यह  पाकिस्तानियों की  पश्चाताप भरी  स्वीकारोक्ति थी या आमिर खान की स्टार पावर का जलवा ?   वास्तविकता यह नहीं है।  जानकार इसके चार कारण गिनाते हैं।  सरफ़रोश की सफलता का सबसे बड़ा कारण थी, अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे। फिल्म के जो हाल दिल का गीत में साड़ी में लिपटी अपने बदन के विटामिन दिखाती भीगी सोनाली बेंद्रे पाकी दर्शकों को कामुक लग रही थी। कई बार दर्शक सिर्फ इस गीत  के लिए सिनेमा टिकट खरीद रहे थे। ऐसे दर्शक गीत ख़त्म होते ही सिनेमाघरों से बाहर निकल जाते।दूसरा, फिल्म मोहाजिरों का ज़िक्र करती थी। पाकिस्तानी भारत से गए शरणार्थियों को आज भी शरणार्थी यानि मोहाजिर कहती है। उन्हें नापसंद करती है। तीसरा फिल्म का म्यूजिक बहुत बढ़िया था। चौथी बात फिल्म में विस्फोट के दृश्य कराची विस्फोट की याद ताज़ा कराते थे।  लेकिन, सबसे बड़ा कारण सोनाली बेंद्रे की कामुक सेक्स अपील ही थी।  यकीन न हो तो यह गीत देख लीजिये -

Saturday 3 February 2018

पैडमैन का सन्देश: आमिर खान के हाथों में भी पैड

बॉलीवुड में गज़ब का भाईचारा नज़र आ रहा है।  यह भाई चारा, पद्मावत प्रसंग के बाद ज्यादा चरा जाने लगा है।  अक्षय कुमार ने, संजय लीला भंसाली के कहने पर अपनी फिल्म पैडमैन की रिलीज़ पोस्टपोन कर दी थी। उनकी  इस भावना की सभी ने तारीफ की।  इसलिए, अब बॉलीवुड अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन की मदद में उतर आया है।  हालाँकि, इस फिल्म की कहानी सस्ते सेनेटरी पैड बनाने वाली मशीन की ईज़ाद करने वाले शख्स पर है।  लेकिन, स्वच्छता का सन्देश देने वाली पैडमैन के सन्देश को फैलाने की तैयारी पूरे बॉलीवुड ने कर ली है।  इस तैयारी का महत्वपूर्ण किरदार आमिर खान निभाते नज़र आ रहे हैं।  अपने ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान लुक में दोनों हाथों में सेनेटरी पैड को फैलाये खड़े आमिर खान कह रहे हैं कि मेरे हाथों में भी पैड है । इसमें मुझे कोई शर्म नहीं।  इसमें शर्म की क्या बात ! पीरियड नेचुरल है।  इसके साथ ही आमिर खान अपने दूसरे खान अभिनेताओं शाहरुख़ खान और सलमान खान के साथ अमिताभ बच्चन को भी यह चैलेंज दे रहे हैं कि वह ऐसे चित्र खींचा कर पेस्ट करें।  यह चैलेंज दिलचस्प लगता है।  जिन अभिनेताओं को आमिर खान चैलेंज दे रहे हैं, उनमे  शाहरुख़ खान ही शादीशुदा है और बच्चों के पिता है।  वह पैडमैन का सन्देश अपनी पत्नी और बेटी को दे सकते हैं।  लेकिन, बेचारे सलमान खान ! वह तो शादीशुदा भी नहीं है।  वह किसे सन्देश दें।  बहनों की शादियां हो चुकी है।  भाई भाभी अलग रहते हैं।  क्या माँ से मार खाएं पैडमैन  की तरह।  सबसे  ज़्यादा मिटटी पलीद हो रही है  अमिताभ बच्चन की।  वह ७५  साल की उम्र में किसे यह सन्देश दे! क्योंकि, शुरुआत तो घर से ही की जाती है।  बहरहाल, अक्षय कुमार, राधिका आप्टे और सोनम कपूर की फिल्म पैडमैन ने बॉलीवुड की तमाम हस्तियों के हाथों में पैड पकड़ा दिए हैं।  वह भिन्न मुद्राओं में पैड थामे नज़र आ  रही हैं।

Sunday 28 January 2018

खान अभिनेताओं की फिल्मों को पीछे छोड़ा पद्मावत ने

क्या इसे ऐसे कुछ कहा जा सकता है? दीपिका पादुकोण ने अनुष्का शर्मा, कैटरीना कैफ और करीना कपूर को पीछे छोड़ दिया है। आमिर खान और सलमान खान से रणवीर सिंह आगे निकल गए हैं।  यह सब कुछ हुआ है नार्थ अमेरिका के बॉक्स ऑफिस पर।  नार्थ अमेरिका के बॉक्स ऑफिस पर हिंदी फिल्मों का पहला दिन कैसा गया, इस पर बॉलीवुड की निगाहें लगी रहती हैं।  अभी तक, नार्थ अमेरिका के बॉक्स ऑफिस पर, हिंदी फिल्मों के लिहाज़ से आमिर खान का दबदबा रहा है।  उनकी तीन फ़िल्में टॉप ५ में जगह बना सकी हैं।  सलमान खान की इकलौती फिल्म बजरंगी भाईजान पांचवे स्थान पर है।  आमिर खान की फिल्म पीके १,४१८,८१७ डॉलर के कलेक्शन के साथ दूसरे, १,३४६,२४७ डॉलर के साथ दंगल तीसरे और १,३०४,६७९ डॉलर के साथ धूम ३ चौथे स्थान पर रही है।सलमान खान और आमिर खान की फ़िल्में एक एक दर्जा इसलिए गिर गई, क्योंकि, उनके ऊपर आ बैठी थी रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर की फिल्म पद्मावत।  इस फिल्म ने पहले दिन, उत्तरी अमरीका के बॉक्स ऑफिस पर १,८४१,६२८ डॉलर का कारोबार किया था।  यह फ़िल्में नार्थ अमेरिका में क्रमशः २७ जनवरी २०१८, २० दिसम्बर २०१४, २५ दिसम्बर २०१६, २१ दिसम्बर २०१३ और १८ जुलाई २०१५ को रिलीज़ हुई थी।  अमेरिकी बाज़ार में दक्षिण की फिल्मों का दबदबा भी रहता है।  यह तुलना, बाहुबली सीरीज की फिल्मों के साथ नहीं है। पद्मावत के टॉप में जाने का फायदा शाहिद कपूर को ज्यादा लगता है।  क्योंकि, पद्मावत के कारण वह भी टॉप फाइव के एक्टरों में शामिल हो गए हैं।  

जुलाई में रिलीज़ होगी कंगना रानौत कीमणिकर्णिका- पढ़ने के लिए क्लिक कीजिये   

Sunday 7 February 2016

आमिर खान मिल कर बनाएंगे मल्टीप्लेक्स चेन

खबर गर्म है कि निर्माता और निर्देशक तथा धर्मा प्रोडक्शन्स के करण जौहर, अभिनेता आमिर खान, यूटीवी के पूर्व संस्थापक रोनी स्क्रूवाला, वितरक अनिल थडानी तथा यूटीवी-डिज्नी फिल्म्स के सिद्धार्थ रॉय कपूर ने मल्टीप्लेक्स मोनोपोली के विरुद्ध गुप्त युद्ध छेड़ दिया है. यह पंचकड़ी किसी न किसी रूप में फिल्म निर्माण और वितरण से जुड़ी है. मल्टीप्लेक्स थिएटर मालिकों के फिल्म प्रदर्शन के क्षेत्र में एकाधिकार के कारण फिल्मों की रिलीज़ की शर्तों में अनुकूल परिवर्तन कराने में कामयाब हो जाते हैं. यह पंच प्यारे इस एकाधिकार को तोड़ने के लिए छोटे मल्टीप्लेक्स थिएटरो की चैन तैयार करेंगे, नए थिएटर बनवायेंगे तथा अन्य दूसरे जारी सोचेंगे जो आर्थिक रूप से फायदेमंद हों तथा बड़ी मल्टीप्लेक्स चेन्स का विकल्प बन सकें.

Wednesday 27 January 2016

जब घायल हुआ हीरो !

अभी ह्रितिक रोशन नयगांव में आशुतोष गोवारिकर की फिल्म 'मोहनजोदड़ो' की शूटिंग कर रहे थे।  इस फिल्म के एक्शन सीन को करने के चक्कर में वह घायल हो गए।  खबर है कि उनके टखने में चोट आई और दो लिगमेंट फट गए।  डॉक्टर ने उन्हें  हफ्ते का बेड रेस्ट करने की सलाह दी ।  कुछ ऐसा ही किस्सा शाहिद कपूर का भी है।  आजकल वह विशाल भारद्वाज की फिल्म 'रंगून' की शूटिंग कर रहे हैं। यह फिल्म सेकंड वर्ल्ड वॉर की पृष्ठभूमि पर रोमांस फिल्म है।  शाहिद कपूर एक सैनिक का किरदार कर रहे हैं।  वह फिल्म के लिए एक जापानी एक्टर के साथ फाइट सीक्वेंस कर रहे थे।  शायद एक्शन की टाइमिंग कुछ गड़बड़ हो गई।  दोनों अभिनेता एक दूसरे से जा भिड़े । शाहिद कपूर की उंगली में चोट आयी।  जापानी एक्टर के सीने में चोट लगी।  उसे हॉस्पिटल ले जाना पड़ा।  शाहिद कपूर लगातार छह घंटे से बारिश में शूट कर रहे थे।  उन्हें बुखार भी हो  गया।  डॉक्टर ने पूरे आराम की सलाह दी।   
ह्रितिक रोशन को परफेक्ट हीरो माना जाता है।  वह अपने रोल को स्वभाविक बनाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।  जब तक खुद सीन से संतुष्ट नहीं हो जाते रिटेक देना पसंद करते हैं।  कुछ ऐसे ही परफेक्ट एक्टर शाहिद कपूर भी हैं।  वह रंगून के लिए जापानी सीख रहे हैं।  ह्रितिक की तरह अपने एक्शन सीन खुद करना उन्हें पसंद है।  वैसे आजकल एक्टरों की सोच है कि वह जब अपने तमाम सीन बिना किसी डुप्लीकेट के सहारे खुद करेंगे तो सीन परफेक्ट बनेगा। दर्शक उनसे ज्यादा जुड़ेंगे। ख़ास तौर पर युवा एक्टरों में अपने एक्शन खुद करने की होड़ सी लगी हुई है।  यही कारण है कि फिल्मों के सेट पर अभिनेताओं के घायल होने की ख़बरें आम हो चली हैं।  
बागी के स्टंट करते घायल हुए टाइगर श्रॉफ 
अब जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ को ही लीजिये। इस एक्टर ने हीरोपंती से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था।  फिल्म बड़ी हिट साबित हुई थी।  हीरोपंती के हिट होने में टाइगर के डांस के अलावा एक्शन सींस का खासा योगदान था।  टाइगर श्रॉफ रेमो डिसूज़ा की फिल्म फ्लाइंग जट्ट में एक सुपर हीरो किरदार कर रहे हैं।  ज़ाहिर है कि इस  किरदार के लिए उन्हें एक्शन करने ही होंगे।  लेकिन, वह घायल हो गए बागी की शूटिंग के दौरान।  साबिर खान के डायरेक्शन में फिल्म बागी एक एक्शन से भरी फिल्म है। इस फिल्म का एक एक्शन दृश्य टाइगर पर भारी पड़ा।  टाइगर सोचते थे कि वह इस सीन को आसानी से कर ले जायेंगे। लेकिन, अनुमान के विपरीत वह चूके और सीधा पीठ के बल ज़मीन पर आ गिरे।  डॉक्टर ने  जांच कर बताया कि उनकी डिस्क में हलकी चोट आई है।  अब वह भी डॉक्टर की सलाह पर आराम को मज़बूर हैं।
अक्षय कुमार कहाँ पीछे !
टाइगर श्रॉफ को खतरनाक स्टंट न करने की सलाह देने वाले अक्षय कुमार खुद कहाँ मानते हैं! पिछले साल रिलीज़ प्रभुदेवा  के निर्देशन में फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' के  एक इंट्रोडक्टरी सांग 'तुंग तुंग बाजे' में अक्षय कुमार को कुछ एक्शन करते दिखाया गया है।  एक एक्शन जलते हुए रिंग के बीच से फांदने का था।  अक्षय कुमार ने इस एक्शन को ठीक से तो कर लिया, लेकिन एक छोटी गलती के कारण उनके पैर जल गए।  हालाँकि, फिल्म की यूनिट अक्षय की चोट को लेकर चिंतित थी।  लेकिन, खुद अक्षय अगले दृश्य को करने में जुट गए।   
सुजॉय घोष की फिल्म के सेट पर घायल हुए अमिताभ बच्चन 
घायल होने के मामले में ७३  साल के अमिताभ बच्चन भी पीछे नहीं।  आजकल वह कोलकात्ता में सुजॉय घोष की फिल्म टीइ३एन (TE3N) की शूटिंग कर रहे हैं।  इस फिल्म की शूटिंग कोलकात्ता के भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी हो रही है।  ऐसे ही एक शूट के दौरान भीड़ के बीच से भागते हुए अमिताभ बच्चन फिसल गए। उनकी दो पसलियां टूट गई। दरअसल, अमिताभ बच्चन इस उम्र में भी अपने एक्शन खुद  करने को तैयार रहते हैं।  डायरेक्टर के मना करने के बावजूद वह अपने बॉडी डबल को किनारे कर एक्शन सींस खुद करने लगते हैं। 
वेलकम बैक के सेट पर घायल हुए जॉन अब्राहम
जॉन अब्राहम को तो जैसे एक्सीडेंट ढूंढते रहते हैं। निशिकांत कामथ की २०११ में रिलीज़ फिल्म 'फ़ोर्स' की शूटिंग के दर्जन वह रेल पटरियों के बीच पीठ के बल आ गिरे और गंभीर चोटें खा बैठे। इसके बावजूद उन्होंने कोई सबक नहीं लिया। पिछले साल की हिट फिल्म 'वेलकम बैक' के एक फाइट सीक्वेंस के दौरान उनके सर पर चोट आ गई।  इस सीक्वेंस में एक फाइटर को जॉन अब्राहम के कन्धों पर वार करना था।  लेकिन, गलती से उसका प्रहार जॉन के सर पर हो गया।  जॉन अब्राहम दर्द से बेहाल हो गए।  डॉक्टर  बुलाया गया। यह संयोग ही था कि जॉन के सर पर अंदरूनी चोट नहीं आया।  उनके साथ दूसरा हादसा फ़ोर्स २ सेट पर घटा।  इस फिल्म का निर्देशन अभिनय देव कर रहे हैं। फिल्म के एक सीक्वेंस में एक्शन करते हुए वह घुटनों  के बल गिर पड़े।  उनके घुटनों में गंभीर चोट आई। थक्का जम गया।  हॉस्पिटल में थक्कों को निकाल दिया गया।   लेकिन, जॉन अब्राहम डॉक्टर की सलाह के विपरीत सेट पर पहुँच गए। नतीजे के तौर पर उन्हें घुटने को माइनर ऑपरेशन कराना पड़ा।     
धोनी की बायोपिक के सेट पर घायल हुए सुशांत सिंह राजपूत 
सुशांत सिंह राजपूत को नया परफेक्शनिस्ट कहा जा रहा है। वह इस समय भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कहानी पर फिल्म 'धोनी अं अनटोल्ड स्टोरी' में महेंद्र सिंह धोनी का किरदार कर रहे हैं।  वह कप्तान के किरदार को विश्वसनीय बनाने के लिए क्रिकेट की हर बारीकी को समझ और कर रहे हैं।  धोनी का एक सिग्नेचर शॉट हेलीकॉप्टर शॉट है।  इस शॉट को करने के लिए सुशांत ने जैसे ही बल्ला घुमाया बॉल उनकी पसलियों से जा लगी। इसके  कारण से सुशांत को फिल्म की शूटिंग से तीन हफ्ते तक दूर  रहना पड़ा।  
जब रणवीर सिंह घायल हुए 
रणवीर सिंह की हिस्टोरिकल लव स्टोरी फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' हिट साबित हुई है।  ज़ाहिर है कि फिल्म के  हिट होने की ख़ुशी में रणवीर सिंह अपनी उस चोट को भूल गए होंगे जो उन्हें बाजीराव मस्तानी की जयपुर में शूटिंग के दौरान घोड़े से गिरने से लगी थी। रणवीर के कन्धों पर काफी चोट आई थी।  डॉक्टरों ने उन्हें आर्म स्लिंग  पहनने की सलाह दी।  यही कारण था कि रणवीर सिंह दिल धड़कने दो के प्रचार के दौरान आर्म स्लिंग में नज़र आये।  चोट खाने के मामले में उनकी पूर्व प्रेमिका अनुष्का शर्मा भी पीछे नहीं।  अपनी फिल्म एनएच १० की शूटिंग के दौरान एक एक्शन करते हुए वह अपनी पीठ चोटिल करा बैठी थी।  
घायल हुआ फैन का हीरो 
घायल होने के मामले में शाहरुख़ खान जॉन अब्राहम से कहीं बहुत आगे हैं।  वह अपनी हर फिल्म के सेट पर घायल हो जाते हैं।  हैप्पी न्यू ईयर की शूटिंग के दौरान उनके घायल होने का सिलसिला जारी रहा, वह इस फिल्म के प्रमोशन के दौरान भी घायल हो गए, जब एक होटल का दरवाज़ा उन पर आ गिरा।  इसलिए, शाहरुख़ खान का मज़ाक भी खूब बनाया जाता है कि वह अपनी चोट को भी पब्लिसिटी स्टंट बना लेते हैं।  दिलवाले की शूटिंग के दौरान भी वह ट्विटर पर घायल कंधे वाली फोटो में नज़र आये।  उन्होंने ट्वीट कर लिखा भी, "माय लव बीते फ्रॉम अ बार फाइट।" अभी वह फैन की शूटिंग करते हुए भी चोटिल हो गए।  
दंगल के सेट पर आमिर खान के साथ अमंगल
नितीश तिवारी की फिल्म 'दंगल' में आमिर खान का अमंगल शुरू हो गया लगता है।  इस फिल्म के लुधियाना शूट के दौरान आमिर खान को एक लम्बे एक्शन सीक्वेंस में कई एंगल से सीन देने थे।  ऐसे ही एक सीन के दौरान वह ज़मीन पर गिरे तो खुद नहीं उठ सके।  ऐसा लगा की उनकी मांस पेशियों में खिंचाव हो गया है।  बर्फ आदि से इलाज़ के बावजूद जब आमिर खान खुद  खड़े नहीं हो सके तो उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि आमिर खान के कंधे पर गंभीर चोट लगी है।  नतीजे के तौर पर मिस्टर परफेक्शनिस्ट को लुधियाना से मुंबई  रवाना होना पड़ा।
अपनी फिल्मों के सेट पर एक्टर गिरते हैं, चोट खाते हैं।  कभी मामूली, कभी गंभीर।  शाहरुख़ खान जैसी अभिनेता पब्लिसिटी के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं। इसीलिए यह समझ पाना मुश्किल हो जाता है कि कोई चोट गंभीर है या पब्लिसिटी स्टंट ! यही कारण है कि जब दिलवाले के प्रचार के दौरान शाहरुख़ खान ने बताया कि फिल्म की शूटिगं के  दौरान काजोल ज़मीन पर गिर पड़ी थी तथा वह कोई आधे घंटे तक किसी को नहीं पहचान सकी थी, तो सबने इस पब्लिसिटी स्टंट ही समझा।
टाइगर श्रॉफ कहते हैं, "हालाँकि, अक्षय सर ने मुझसे खतरनाक एक्शन  सीन खुद न करने के लिए कहा था।  लेकिन, दर्शक फिल्म में कुछ नए एक्शन देखना चाहता है।  मुझे खुद को हर फिल्म के साथ कुछ ज़्यादा साबित करना है।" टाइगर  जानते हैं कि हर शुक्रवार किसी नए चहरे के उभरने का शुक्रवार हो सकता है।  हर नया हीरो दूसरा मौका नहीं लेना चाहता।  वह पहली फिल्म से ही खुद  को परफेक्ट हीरो साबित कर देना चाहता है।  ऐसे में टाइगर को अपना वज़ूद बचाने के लिए हर फिल्म में कुछ हैरतअंगेज तो करना ही होगा !


अल्पना कांडपाल 



Sunday 17 January 2016

क्या सचमुच रियल बन पाते हैं रील लाइफ किरदार !

कुछ फिल्मों पर नज़र डालें।  इन फिल्मों को बायोपिक या रियल लाइफ घटना पर फ़िल्में कहा जाता है।  २२ जनवरी को अक्षय कुमार की राजा कृष्णा मेनन निर्देशित फिल्म 'एयरलिफ्ट' रिलीज़ हो रही है। फिल्म में  १९९० के कुवैत-इराक युद्ध के दौरान कुवैत में फंसे भारतीयों को हवाई मार्ग से बाहर निकाले जाने की घटना का चित्रण किया गया है।  इस फिल्म में अक्षय कुमार एक कुवैती भारतीय व्यापारी रंजीत कत्याल का रोल कर रहे हैं तथा लंचबॉक्स की नायिका निमृत कौर उनकी पत्नी अमृता बनी हैं।  निर्देशक राम माधवानी की १९ फरवरी को रिलीज़ हो रही बायोपिक ड्रामा फिल्म 'नीरजा' में अभिनेत्री सोनम कपूर ५ सितम्बर १९८६ को भारत की मुंबई- न्यू यॉर्क फ्लाइट को अपहृत कर कराची ले जाए गए यात्री बंधकों को बचाने के प्रयास में मारी गई एयर होस्टेस नीरजा भनोट का किरदार कर रही हैं। हंसल मेहता निर्देशित फिल्म 'अलीगढ' अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मराठी भाषा के प्रोफेसर डॉक्टर श्रीनवास रामचन्द्र सिरस पर केंद्रित है, जिसे समलैंगिक सम्बन्ध रखने के कारण निलंबित कर दिया गया था।  बाद में वह संदेहास्पद परिस्थिति में मृत पाया गया।  सिरस के किरदार को मनोज बाजपेई कर रहे हैं।  टोनी डिसूजा  भारतीय  क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन पर बायोपिक फिल्म 'अज़हर' का निर्देशन कर रहे हैं। अज़हर के जीवन पर १३ मई को रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म 'अजहर' में मोहम्मद अज़हरुद्दीन का किरदार सीरियल किसर अभिनेता इमरान हाशमी कर रहे हैं। वहीँ नीरज पाण्डेय भारतीय क्रिकेट टीम के  कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर बायोपिक फिल्म 'धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' बना रहे हैं।  इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत धोनी का किरदार कर रहे हैं। ओमग कुमार की फिल्म 'सरबजीत' पाकिस्तान की जेल में मारे गए भारतीय बंदी सरबजीत और उसे छुड़ाने के लिए उसकी बहन दलबीर के संघर्ष की कहानी है।  २० मई को रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन दलबीर का किरदार कर रही हैं। सरबजीत का किरदार रणदीप हूडा कर रहे हैं। नितेश तिवारी के निर्देशन में आमिर खान हरियाणा के पहलवान महावीर सिंह फोगट का किरदार कर रहे हैं।  कामनवेल्थ गेम्स में कुश्ती के स्वर्ण और रजत पदक पाने वाली बेटियों गीता फोगट और बबिता फोगट का किरदार फातिमा सना शेख और सान्या मल्होत्रा कर रही हैं।  साक्षी तंवर महावीर फोगट  की पत्नी दया कौर के किरदार में हैं।
रियल लाइफ पर फ़िल्में क्यों ? - हॉलीवुड
सवाल उठना ही चाहिए कि वास्तविक घटना और किरदारों पर फ़िल्में क्यों बनाई जानी चाहियें ? हॉलीवुड में बहुत सी बायोपिक या वास्तविक घटनों पर फ़िल्में बनाई गई हैं।  कुख्यात वाटरगेट कांड पर आल द प्रेसिडेंटस मेन, वियतनाम वॉर पर बॉर्न ऑन द फोर्थ ऑफ़ जुलाई, सेरिब्रल पल्सी से ग्रस्त लेखक क्रिस्टी ब्राउन पर माय लेफ्ट फुट, जर्मन कैंप में हजारों कैदियों को बचाने वाले ओस्कर शिंडलर  पर शिंडलर्स लिस्ट, १९७० में नासा के चाँद पर रेस्क्यू मिशन पर फिल्म अपोलो १३, सिगरेट बनाने वाली अपनी ही  कंपनी के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले जेफ्री विगंड पर फिल्म द इनसाइडर, गाँव वालो को प्रदूषित पानी पिलाने वाली कंपनी से मुआवज़ा दिलवाने वाली वकील एरिन ब्रोकोविच पर फिल्म  एरिन ब्रोकोविच,  आदि कुछ फ़िल्में केवल उदहारणस्वरुप ही हैं।  ऎसी सैकड़ों फ़िल्में हॉलीवुड ने बनाई हैं।  इन फिल्मों का उद्देश्य खोजपरक तथ्य जनता के सामने रखना या इन घटनाओं से सबक दर्शाना होता है।
रियल लाइफ पर फ़िल्में क्यों ? - बॉलीवुड
बॉलीवुड ऐसा कोई इसरार नहीं करता।  प्रेरणादाई अथवा तथ्यात्मक फिल्मों के लिहाज़ से बॉलीवुड हॉलीवुड के आस पास तक नहीं। अन्यथा, वह अपने स्वतंत्रता सेनानियों पर अच्छी फ़िल्में बनाता।  भगत सिंह, चन्द्र शेखर आज़ाद, सुभाष चन्द्र बोस, आदि सेनानी चरित्रों पर जो फ़िल्में बनी है,  वह ज़्यादातर एक्शन या स्टंट को ध्यान में रख कर बनाई गई।  अंदरूनी  तथ्यों उकेरने वाली तलवार जैसी जो कोशिशें की भी गई हैं, वह बॉक्स ऑफिस को ध्यान में रख कर ही की गई। विशाल भरद्वाज की फिल्म 'हैदर' कश्मीर की स्थिति का एकतरफा चित्रण करने वाली फिल्म थी, जिसमे कश्मीरियों को मासूम दिखाने के चक्कर में आर्मी को कटघरे में खड़ा कर दिया गया था।  इधर जो बायोपिक या रियल घटनों पर फ़िल्में प्रदर्शित होने जा रही हैं, वह किस लिहाज़ से खोजपरक या प्रेरणादायक हैं, इसकी जानकारी फिल्म रिलीज़ होने के बाद ही होगी।
सबसे बड़ा सवाल ???
सबसे बड़ा सवाल प्रामाणिकता का है।  क्या  तथ्यों के लिहाज़ से यह फ़िल्में प्रामाणिक बन पाएंगी ? क्या इनके चरित्र रियल लाइफ और स्वाभाविक बन पाएंगे ? प्रमाणिकता की बात करें तो हिंदी फ़िल्में हमेशा विवादित होती रही हैं।  अब चाहे वह ऐतिहासिक जोधा अकबर हो या बाजीराव मस्तानी, तथ्यों को तोड़ने मरोड़ने का आरोप हमेशा ही लगता रहा है।  लेकिन, पीरियड फिल्मों या वास्तविक घटनाओं पर बनी फिल्मों के साथ तथ्यों का ख़ास महत्व होता है।  इसके अलावा किरदार कितने वास्तविक बन पड़े हैं, यह भी मायने रखता है। अपने किरदार के अनुरूप खुद को ढालने की जिम्मेदारी एक्टर्स पर होती है।  क्या हमारे एक्टर  इम्तिहान में खरे उतरते हैं या उतरेंगे ? आइये रिलीज़ होने जा रही फिल्मों के सन्दर्भ में इसे परखते हैं।
एयरलिफ्ट- इस फिल्म में अक्षय कुमार को रंजीत कत्याल नज़र आना है।  रंजीत कत्याल भारतीयों के लिहाज़ से बहुत जाना पहचाना नहीं।  लेकिन, अक्षय कुमार को खुद की इमेज से उबरना होगा।  उन्होंने बेबी या हॉलिडे में जो किरदार किये थे, वह एक्शन ओरिएंटेड थे।  अक्षय कुमार पर ऐसे किरदार फबते हैं।  लेकिन, रंजीत कत्याल एक साधारण इंसान है, जो असाधारण काम करने के लिए जाना जाता है। देखना होगा कि वह इस साधारण किरदार को कितना असाधारण बना पाते हैं ! इस लिहाज़ से उनकी पत्नी के किरदार में निमृत कौर का काम आसान होगा।
 नीरजा- एयर होस्टेस के किरदार को सोनम कपूर के लिहाज़ से टेलर मेड कहना ठीक होगा।   सोनम कपूर स्टाइल आइकॉन हैं।  उन्होंने एयर होस्टेस को काफी नज़दीकी से देखा होगा।  वह नीरजा के किरदार को गेटअप के लिहाज़ से आसानी से कर ले जाएंगी। उनकी सही मायनों में परीक्षा होगी प्लेन हाईजैक के बाद के  मानसिक और शारीरिक तनाव को अपने चेहरे और बॉडी लैंग्वेज से प्रदर्शित करना ।  यह काम उनके लिए बहुत आसान नहीं होगा।
अलीगढ- हंसल मेहता ने श्रीनिवास रामचन्द्र सिरस के किरदार के लिए मनोज बाजपेई का चयन सबसे बेहतर किया  है । सत्य के भीखू म्हात्रे, शूल के इंस्पेक्टर समर प्रताप सिंह,  पिंजर के राशिद, एलओसी कारगिल के ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव, आदि मनोज बाजपेई की करैक्टर की स्किन में घुस जाने की क्षमता के प्रमाण हैं। इसलिए, उनसे उम्मीद की ही जानी चाहिए।
अज़हर- इस फिल्म में मोहम्मद अज़हरुद्दीन के किरदार में इमरान हाशमी कमज़ोर कड़ी साबित हो सकते हैं।  इमरान एक कमज़ोर अभिनेता हैं।  उनकी ख़ास इमेज हैं।  अगर टोनी डिसूज़ा ने इस फिल्म में अज़हर के निजी जीवन और फिक्सिंग के आरोप लगने के बाद अज़हर की ज़िन्दगी को ज़रा भी नज़दीक से  दिखाया होगा तो इमरान हाश्मी के फिसलने का खतरा है।  अन्य किरदारों में प्राची देसाई अज़हर की पहली पत्नी नौरीन, नर्गिस फाखरी फिल्म एक्ट्रेस और  अज़हर की दूसरी पत्नी संगीता बिजलानी के किरदार में होंगी।  इन चरित्रों में इनके एक्टरों की परख होगी ही।
 सरबजीत- ओमंग कुमार ने मैरी कॉम में प्रियंका चोपड़ा से बढ़िया काम कराया था।  सरबजीत में वह वैसा ही काम दलबीर कौर की भूमिका में ऐश्वर्या राय बच्चन से करा पाएंगे, इसे दर्शक देखना चाहेंगे।  इस किरदार में ऐश्वर्या राय के एक्टर की कड़ी परीक्षा होगी।
धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी- नीरज पाण्डेय की इस फिल्म में धोनी का रोल सुशांत सिंह राजपूत कर रहे हैं। वह सक्षम अभिनेता हैं। लेकिन, किसी रियल लाइफ किरदार में यह उनकी पहली परीक्षा है।  उनसे उम्मीद की जा सकती है।
दंगल- आमिर खान ने अब तक की अपनी तमाम फिल्मों में चरित्रों को स्वाभाविक रखा है।  लेकिन, दंगल इस लिहाज़ से अलग है कि यह वास्तविक चरित्र है।  एक साधारण इंसान के असाधारण व्यक्तित्व को आमिर खान कितनी आसानी से कर पाएंगे, यह तभी हो पायेगा जब वह खुद को हरियाणा का एक साधारण पहलवान जैसा पेश कर सकें।  क्या आमिर खान का सुपर स्टार इतना साधारण बन पायेगा ?
बायोपिक या वास्तविक घटनाओं पर फिल्मों को सशक्त स्क्रिप्ट की दरकार होती है।  अगर स्क्रिप्ट सशक्त है तो एक्टर का काम आसान हो जाता है।  लेकिन, इसके बावजूद एक्टर के किरदार में घुसने की क्षमता की परीक्षा होती है।  तभी वह खुद को उस किरदार के योग्य बना पाता है। ऐसी सशक्त फ़िल्में हिंदी दर्शक देखना पसंद करता है।

राजेंद्र कांडपाल

Saturday 12 December 2015

कौन होगा बॉक्स ऑफिस का बादशाह और टाइगर !

२०१५ ख़त्म होने को है।  खान अभिनेताओं - आमिर खान, शाहरुख़ खान और सलमान खान की उम्र में एक एक साल का इजाफा हो चूका है।  आमिर खान अगले साल १४ मार्च को फिफ्टी प्लस के अभिनेता बन जायेंगे।  शाहरुख़ खान भी फिफ्टी  प्लस के हैं।  सलमान खान २७ दिसंबर को फिफ्टी के हो जायेंगे।   साफ़ है कि अब यह काफी उम्र के हो गए हैं।  अपनी से आधी उम्र की अभिनेत्री के साथ रोमांस लड़ाना इन्हे फबता नहीं।  इसके बावजूद यह खान अभिनेता रोमांस पे रोमांस दे मारे हैं।  सलमान खान अभी  दिवाली में ३० साल की सोनम कपूर के साथ रोमांस कर प्रेम रतन धन पायो की झोली में १०० करोड़ गिरवा चुके हैं।  शाहरुख़ खान ने ३१ साल की दीपिका पादुकोण के साथ रोमांस लड़ा लड़ा कर 'चेन्नई एक्सप्रेस' और 'हैप्पी न्यू ईयर' जैसी हिट फ़िल्में दी हैं।  आमिर खान की फिल्म 'पीके' की नायिका अनुष्का शर्मा मात्र २७ साल की हैं। धूम ३ की कैटरिना कैफ भी ३२ साल की हैं।  उम्र के इतने फासले के बावजूद इन्हे बेमेल जोड़ा नहीं समझा जा रहा।  दर्शक इनकी  फ़िल्में देख रहे हैं।
बेमेल जोड़ी बनाने के बावजूद खान  अभिनेता लोकप्रिय हैं।  इनकी फिल्मों को दर्शक मिलते हैं।  यह अभिनेता एक्शन भी करते हैं और रोमांस भी लड़ाते हैं।  यह इन खान अभिनेताओं  की स्टार पावर ही है कि इन अभिनेताओं की फिल्म लगते ही दर्शक सिनेमाघरों में टूट पड़ते हैं।  ऎसी फ़िल्में दर्शकों के लिए फेस्टिवल सेलिब्रेशन जैसा माहौल ले आती हैं।  बॉक्स ऑफिस पर जितने दर्शक किसी सलमान खान,  शाहरुख़ खान या आमिर खान की फिल्म को जुटते हैं, उतने किसी भी अभिनेता की फिल्म के लिए नहीं जुटते।  टॉप ग्रॉसिंग  १० फिल्मों के चार्ट पर नज़र डालें तो आठ फिल्मों के नायक खान अभिनेताओं में से कोई नज़र आता है।  आमिर खान और सलमान खान की तीन तीन फ़िल्में इस चार्ट में हैं।  बाकी दो फ़िल्में शाहरुख़ खान की हैं।  टॉप पर काबिज़ आमिर खान की फिल्म 'पीके' का वर्ल्डवाइड कलेक्शन ७३५ करोड़ का है।  सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान ६२६ करोड़ के कलेक्शन के साथ दूसरी पायदान पर है।  धूम ३ ने ५४२ करोड़, चेन्नई एक्सप्रेस ने ४२३ करोड़, प्रेम रतन धन पायो ४०० करोड़, ३ इडियट्स ३९५ करोड़, हैप्पी न्यू ईयर ३८३ करोड़ और किक ३७७ करोड़ का कलेक्शन  कर चुकी हैं ।
इससे साफ़ है कि बॉलीवुड में सबसे ज़्यादा सफल अभिनेता यही तीन हैं।  लेकिन, यह तीनों अभिनेता, ख़ास कर शाहरुख़ खान और सलमान खान, अपनी इमेज को भुना रहे हैं।  इनकी फ़िल्में और इनिशियल पर डिपेंड करती हैं।  आम तौर  पर इन तीनों खानों की फ़िल्में तीन हजार से चार हजार प्रिंट्स में रिलीज़ होती हैं।  प्रेम रतन धन पायो तो ४००० प्लस प्रिंट में रिलीज़ हुई थी।  इनका बिज़नेस पहले वीकेंड पर टिका होता है।  वीकडेस में यह फ़िल्में धड़ाम हो जाती हैं।  'प्रेम रतन धन पायो' का बिज़नेस तो वीकेंड में संडे को ही गिर गया था।  आमिर खान की फिल्म ३ इडियट्स और पीके ही वीकडेस को होल्ड कर पाई थी।  इससे ज़ाहिर है कि दर्शक इनकी स्टार पावर के कारण और इनका प्रशंसक होने के कारण सिनेमाघर तक जाता है।  लेकिन, फिल्म में कुछ ख़ास न होने पर वह फिल्म से मुंह मोड़ लेता है।  यानि, दर्शक कंटेंट पर  आधारित फिल्म को तवज्जो देने लगा है।
ऐसे में खान अभिनेताओं के अलावा अभिनेताओं की खोज ज़रूरी हो जाती हैं।  यह  कहना ठीक नहीं होगा कि सभी निर्माता इन तीन खान अभिनेताओं को लेना चाहते हैं।  इसके दो कारण है।  सभी निर्माताओं के पास इन तीन  अभिनेताओं  की फीस भरने लायक रकम नहीं जुटती।  दूसरी बात यह अभिनेता कितने निर्माताओं की फ़िल्में करेंगे और कब शूट करेंगे।  आमिर खान  साल में एक फिल्म के फ्रॉमूला पर चल रहे हैं।  सलमान खान की व्यस्तता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह अपने भाई अरबाज़ खान की फिल्म दबंग ३ के लिए तारीखे एलाट नहीं कर पा रहे हैं। जबकि, बॉलीवुड  हर साल २०० से ज़्यादा फिल्मों का निर्माण करता है। पिछले साल २०१४ में २०१ हिंदी फ़िल्में रिलीज़ हुई थी।  ऐसे में नए अभिनेताओं की खोज ज़रूरी हो जाती है।
ऐसा नहीं है कि दर्शक किसी सलमान, शाहरुख़ या आमिर की फिल्म ही देखना चाहते हैं।  इस साल आमिर खान की कोई फिल्म रिलीज़ नहीं होगी।  शाहरुख़ खान की इकलौती फिल्म 'दिलवाले' १८ दिसंबर को रिलीज़ हो रही है।  सलमान खान की रिलीज़ दो फ़िल्में १०० करोड़ क्लब में शामिल है।  इसके बावजूद इस साल  बॉलीवुड की दो फ़िल्में तनु वेड्स मनु रिटर्न्स और एबीसीडी २ मशहूर सौ करोडिया क्लब में शामिल हो चुकी है।  तनु वेड्स मनु रिटर्न्स की नायिका कंगना रनौत के वजह से फिल्म हिट हुई।  एबीसीडी २ में वरुण धवन और श्रद्धा शर्मा ही जमे जमाये चहरे थे। तीन फ़िल्में अक्षय कुमार की फिल्म बेबी और सिंह इज़ ब्लिंग तथा जॉन अब्राहम की फिल्म 'वैलकम बैक' ने ९० करोड़ से अधिक का बिज़नेस किया। ऐसे में दर्शकों को खान अभिनेताओं को विकल्प दिया जा सकता है।  यह विकल्प सस्ता भी होगा और प्रोडूसर के लिए फायदेमंद भी।
तब कौन चेहरा या कौन कौन से चेहरे इन तीन खानों की जगह ले सकते हैं? अगर किसी अभिनेता को खान अभिनेताओं के जूते पर पैर घुसेड़ने को कहा जायेगा तो मामला मिसफिट का हो जायेगा।  कोई अभिनेता हू-ब- हू किसी दूसरे अभिनेता की जगह नहीं ले सकता।  मौलिकता बेहद  ज़रूरी है।  इस लिहाज़ से कुछ चहरे घूमते हैं।  इस साल अक्षय कुमार की चार फिल्मों बेबी, सिंह इज़ ब्लिंग, गब्बर इज़ बैक और ब्रदर्स ने ठीक ठाक  बिज़नेस किया था।  वह खुद को इमेज से हटा कर हिट फ़िल्में देने वाले अभिनेता हैं।  यह खासियत किसी सलमान खान या शाहरुख़ खान में नहीं है।  ह्रितिक रोशन टॉप पर जा सकते थे।  लेकिन, उनका इमेज से न बंधने का इरादा, उनके स्टारडम के आड़े आता है।  हालाँकि टॉप ग्रॉसर दस फिल्मों में शेष दो फ़िल्में 'बैंग बैंग' और 'कृष ३' ह्रितिक रोशन की ही हैं।  वह खान अभिनेताओं जैसे लोकप्रिय भी हैं। हालाँकि,  इस साल रणबीर कपूर 'बॉम्बे वेलवेट' जैसी १०० करोडिया असफलता दे चुके हैं।  इसके  बावजूद वह सबसे ज़्यादा प्रतिभाशाली और प्रशंसक रखने वाले अभिनेता हैं।  अजय देवगन भी विश्वसनीय अभिनेता हैं।  जहाँ तक अभिनेताओं की नई खेप का सवाल है. फिलहाल रणवीर सिंह, वरुण धवन, अर्जुन कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा, सुशांत सिंह राजपूत, आदि ही विश्वसनीय नाम लगते हैं। रणवीर सिंह और वरुण धवन बड़ी फिल्मों के नायक बन रहे हैं।  रणवीर सिंह की फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' और वरुण धवन की फिल्म 'दिलवाले' १८ दिसंबर को रिलीज़ होगी।  ख़ास बात यह है कि जहाँ रणवीर 'बाजीराव मस्तानी' के नायक हैं, वहीँ वरुण धवन 'दिलवाले' में सह नायक हैं। रणवीर सिंह 'दिल धड़कने दो' जैसी बड़ी फ्लॉप फिल्म के नायक रहे हैं। परन्तु, वरुण धवन ने इस साल दो हिट फ़िल्में 'एबीसीडी २' और 'बदलापुर'  दी है।  यह दोनों अभिनेता आगे चल कर अलग अलग भूमिकाओं में पकड़ बना सकते हैं।  सुशांत सिंह राजपूत हर प्रकार की फ़िल्में कर रहे हैं।  वह हरफनमौला अभिनेता साबित हो सकते हैं।  भविष्य में कौन  अभिनेता खान तिकड़ी की जगह लेगा, यह बड़ा सवाल है। इसलिए, जवाब मिलने तक खान अभिनेताओं के साथ अक्षय कुमार, ह्रितिक रोशन और अजय देवगन की फिल्मों से ही संतोष  करना होगा।