पाठकों को यह
जान कर आश्चर्य होगा कि जब पाकिस्तान में हिंदुस्तान विरोध की हवा बह रही थी। इस
विरोध के कारण हिंदी फ़िल्में पाकिस्तान में रिलीज़ नहीं हो पा रही थी, उस समय भी क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म का ज़िक्र करने वाली आमिर खान और
सोनाली बेंद्रे की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'सरफ़रोश'
ज़बरदस्त हिट
होती है। इसे कराची और लाहौर के थिएटर्स में चोरी छुपे दिखाया जाता है। यह फिल्म
पाकिस्तान में सबसे लोकप्रिय फिल्म बन जाती है। फिल्म के पायरेटेड प्रिंट की
ज़बरदस्त मांग होती है। जबकि, यह फिल्म बॉलीवुड की पहली फिल्म थी, जिसमे पाकिस्तान को आतंकवादी देश बताया जाता है। तब, सरफरोश पाकिस्तान में इतनी बड़ी हिट फिल्म
कैसे बनी? क्या यह पाकिस्तानियों की पश्चाताप भरी
स्वीकारोक्ति थी या आमिर खान की स्टार पावर का जलवा ? वास्तविकता यह नहीं है।
जानकार इसके चार कारण गिनाते हैं।
सरफ़रोश की सफलता का सबसे बड़ा कारण थी, अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे। फिल्म के जो हाल दिल का गीत में साड़ी में
लिपटी अपने बदन के विटामिन दिखाती भीगी सोनाली बेंद्रे पाकी दर्शकों को कामुक लग
रही थी। कई बार दर्शक सिर्फ इस गीत के लिए
सिनेमा टिकट खरीद रहे थे। ऐसे दर्शक गीत ख़त्म होते ही सिनेमाघरों से बाहर निकल
जाते।दूसरा, फिल्म मोहाजिरों का ज़िक्र करती थी।
पाकिस्तानी भारत से गए शरणार्थियों को आज भी शरणार्थी यानि मोहाजिर कहती है।
उन्हें नापसंद करती है। तीसरा फिल्म का म्यूजिक बहुत बढ़िया था। चौथी बात फिल्म में
विस्फोट के दृश्य कराची विस्फोट की याद ताज़ा कराते थे। लेकिन, सबसे बड़ा कारण सोनाली बेंद्रे की कामुक सेक्स अपील ही थी। यकीन न हो तो यह गीत देख लीजिये -
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday 14 February 2018
सोनाली बेंद्रे के कारण पाकिस्तान में हिट हुई 'सरफ़रोश' !
Labels:
Aamir Khan,
Sonali Bendre,
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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