लगता है, सैफ अली खान, बतौर अभिनेता अपनी नई पारी खेलने की ज़बरदस्त तैयारी कर रहे
हैं। पिछले साल रिलीज़ उनकी दो फिल्मों रंगून और शेफ को, बॉक्स ऑफिस पर असफलता का मुंह देखना पड़ा
था। इसके बावजूद विक्रम की तरह सैफ ने अभिनेता बने रहने का हठ नहीं छोड़ा। वह एक
बार फिर असफलता को पीछे छोड़ कर, अपने करियर को संवारने में जुट गए है। नतीजा सामने हैं। इस साल भी उनकी दो
फ़िल्में रिलीज़ होंगी। लेकिन, यह फिल्मे उनकी इमेज के अनुरूप चॉकलेटी हीरो वाली भूमिकाओं वाली नहीं। दोनों ही फिल्मों में उनकी भूमिकाएं बिलकुल अलग हैं। इन भूमिकाओं से वह
अपनी अभिनय क्षमता का इम्तिहान भी ले सकते हैं। अगले शुक्रवार (१२ जनवरी को) रिलीज़
होने जा रही फिल्म कालकांडी में सैफ एक कैंसर पेशेंट बने हैं, जो अपने बचे खुचे
दिनों में से कुछ पल चुरा कर जीना चाहता है। अब यह बात दीगर है कि यह सब कुछ उसके
लिए एडवेंचरस साबित होता है। फिल्म में मौजूद अमायरा दस्तूर, शोभिता धुलपलिया, ईशा तलवार
और शहनाज़ ट्रेज़रीवाला के महिला चरित्र फिल्म के कथानक को दिलचस्प घुमाव देते हैं और कैंसर पेशेंट की
ज़िन्दगी में उतार चढ़ाव पैदा करते रहते है। ब्लैक कॉमेडी के माहिर, डेल्ही बेली के
निर्देशक अक्षय वर्मा ही कालकांडी का निर्देशन कर रहे है। सैफ की इस साल की दूसरी रिलीज़
होने वाली फिल्म बाज़ार, शेयर मार्किट के उतार चढ़ाव पर अपने आप में अनोखी फिल्म
है। इस फिल्म के नायक रोहन मेहरा हैं, जो मशहूर फिल्म अभिनेता स्वर्गीय विनोद
मेहरा के बेटे हैं। वह फिल्म में शेयर बाज़ार के अच्छे चेहरे बने हैं। रोहन के किरदार के विपरीत है,
सैफ अली खान का किरदार। वह एक दुष्ट और नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति बने हैं। निश्चित रूप से सैफ का यह गुजराती किरदार सशक्त और प्रभावशाली है। सैफ अली खान को
ऎसी भूमिका ओमकारा के बाद, पहली बार मिल रही है। सैफ अली खान कहते हैं, “सशक्त और
शक्तिशाली भूमिका करना उत्साहपूर्ण होता है। लेकिन, मैं भूमिकाओं में फर्क नहीं
करता। अगर आप बुरा किरदार भी कर रहे हैं और वह बढ़िया लिखा हुआ है तो दर्शक यह
नहीं देखते कि यह अच्छा है या बुरा किरदार है। वह अभिनेता के काम को देखते हैं और पसंद
करते हैं।"
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 6 January 2018
कालकांडी और बाज़ार बदलेंगी सैफ अली खान की इमेज
Labels:
Saif Ali Khan,
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 5 January 2018
वरुण धवन ने होस्ट की जुमान्जी की विशेष स्क्रीनिंग
Labels:
फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
परफ्यूम ब्रांड BVLGARI की डायना पेंटी
डायना पेंटी ने २०१२ में सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण के साथ फिल्म कॉकटेल से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। इस फिल्म में मीरा के किरदार से डायना ने फिल्म के दर्शकों को प्रभावित किया था। पिछले साल रिलीज़ फिल्म लखनऊ सेंट्रल में डायना पेंटी के अभिनय की बड़ी प्रशंसा
हुई थी। अब वह इटली की नामीगिरामी परफ्यूम ब्रांड BVLGARI के परफ्यूम Goldea- The
Roman Night से जुड़ गई हैं। डायना, जब रेड कारपेट पर चलती हैं तो उनका लुक
चौंकाने वाला और लुभावना होता है। वह अपनी सुगढ़ता से दर्शकों को आकर्षित करती हैं। यही कारण है कि इस
परफ्यूम ब्रांड ने भारत में अपने ब्रांड को लांच करने के लिए डायना को चुना। इस
ब्रांड का अंतर्राष्ट्रीय चेहरा अमेरिकी फैशन मॉडल बेला हैडिड हैं। इसलिए, भारत में यह कैंपेन मिलना,
डायना के लिए गर्व की बात है। डायना पेंटी फिल्म फ्रंट में भी सक्रिय हैं। उनकी
फ़िल्में लगातार बन रही हैं और रिलीज़ हो रही हैं। २०१८ में रिलीज़ होने वाली उनकी फिल्मों में जॉन अब्राहम की परमाणु: द स्टोरी ऑफ़ पोखरण और आनंद एल राज की मुदस्सर अज़ीज़ निर्देशित फिल्म
हैप्पी भाग जाएगी रिटर्न्स उल्लेखनीय हैं।
परफ्यूम Goldea- The Roman Night किस प्रकार से व्यक्तित्व बदल देता है, इसकी एक झलक डायना पेंटी के इस वीडियो में- https://www.instagram.com/p/Bdecqk0Hnxd/
परफ्यूम Goldea- The Roman Night किस प्रकार से व्यक्तित्व बदल देता है, इसकी एक झलक डायना पेंटी के इस वीडियो में- https://www.instagram.com/p/Bdecqk0Hnxd/
Labels:
Diana Penty,
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
ग्लोबल मूवी जनवरी २०१८ में
ग्लोबल मूवी के नए साल के पहले अंक, यानि जनवरी २०१८ अंक के मुख पृष्ठ पर मिसेज एंड मिस्टर विराट अनुष्का शर्मा कोहली हैं। इस जोड़े का कहना है कि हमने एक दूसरे से हमेशा प्यार से बंधे रहने का वायदा दिया था। यानि अब यह दोनों हमेशा हमेशा के लिए साथ साथ हैं। इस अंक के अन्य आकर्षण हैं सोनम कपूर का इंटरव्यू। वह एक्टर अनिल कपूर को अपने पिता के रूप में पाकर खुद को भाग्यशाली मानती हैं। जूही चावला का मानना है कि लोग लाख कहें कि नायिका प्रधान फ़िल्में बनने लगी है, मगर अभी भी हीरो सेंट्रिक फ़िल्में ही बनाई जा रही हैं। जूही चावला की बात में इसलिए दम है कि बड़े सेटअप में, बड़े बजट की फ़िल्में हीरो सेंट्रिक ही बनी हुई हैं। केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहलानी कहते हैं कि पद्मावती को राजनीती का मोहरा नहीं बनाया जाना चाहिए। वैसे पद्मावती अब पद्मावत बन गई है और उसे यू/ए प्रमाणपत्र के साथ पारित किये जाने के संकेत हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी इस पत्रिका में काफी कुछ है। जाड़ों में वजन घटाने की दृष्टि से १० खाद्य पदार्थों का विवरण महत्वपूर्ण है। अब जबकि, अनुष्का शर्मा के बाद दीपिका पादुकोण और सोनम कपूर के भी शादी करने की खबरें सुर्ख होने लगी हैं, प्रियंका चोपड़ा अभी तक किसी के रोमांस में डूबी तक दिखाई नहीं दे रहीं। क्या पूर्व के संबंधों में धोखें ने उन्हें रोमांस से विमुख कर दिया है ? जानिये प्रियंका चोपड़ा का इंटरव्यू - 'आई हैव नॉट फाउंड राईट परसों येट' पढ़ कर। राजकुमार राव का कहना है कि २०१७ उनकी ज़िन्दगी का श्रेष्ठ साल रहा है। इसमे कोई शक नहीं कि इस साल रिलीज़ उनकी फ़िल्में क्लास और मास, दोनों द्वारा पसंद की गई।
Labels:
Global Movie,
कवर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
डिजिटल दुनिया में आसिफ पंजवानी के २० लाख
ज़ी म्यूजिक द्वारा ज़ारी सिंगल हमज़ुबान हो तुम के साथ संगीतकार आसिफ
पंजवानी डिजिटल वर्ल्ड के बीस लाख दिलों पर
राज कर रहे है। आसिफ पंजवानी का यह गीत जारी होने के बाद से दुनिया भर में टॉप
ग्रॉसर के तौर पर छाया हुआ है। इस गीत ने रिलीज़ होने के बाद से ही डिजिटल वर्ल्ड में नंबर एक की स्थिति बरकरार रख
कर, खलबली मचा
दी है। इस सिंगल के बोल से लेकर संगीत तक, सब कुछ रोमांस में डूबा हुआ है । यही कारण
है कि यह गीत युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो चुका है। असिफ पंजवानी उन संगीतकारों
में से हैं, जिनके लिए
किसी विश्लेषण की जरूरत नहीं होती है। आसिफ पंजवानी के संगीत को हमेशा से मेलोडी
की तलाश रहती हैं। वह बहुत कम वाद्य यंत्रों का उपयोग कर नई नई विधाओं में गीत पेश
कर चुके हैं। पंजवानी के लोकप्रिय गीतों में एक्टर एजाज़ खान का गाया दे गोली गीत
उल्लेखनीय है। उन्होंने फिल्म टेरर स्ट्राइक : बियॉन्ड बाउंड्रीज का बैकग्राउंड
म्यूजिक भी दिया है। वह जी-टीवी के नए शो दिल ढूँढता है का पार्श्व संगीत भी दे
रहे हैं। उन्होंने कलर्स से प्रसारित हो रहे सीरियल सावित्री देवी कॉलेज एंड
हॉस्पिटल का बैकग्राउंड म्यूजिक भी दिया है। वह गुजराती फिल्म गुज्जू रॉक का संगीत
और बैकग्राउंड म्यूजिक भी दे चुके हैं। अब उनका एक और सिंगल मेज़बान ज़िन्दगी जी
म्यूजिक द्वारा जारी किया जाने वाला है। आसिफ पंजवानी कहते हैं, "मैं अपने
सभी प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा जिन्होंने मेरे इस गीत को इतना प्यार
किया और सराहा है। यह गीत मेरे लिए बेहद विशेष है।"
Labels:
गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सुशांत सिंह राजपूत का सोशल मीडिया बुक क्लब
सुशांत सिंह राजपूत ने एक अनोखी शुरुआत की है। उन्होंने अपना सोशल मीडिया बुक क्लब शुरू किया है ! सुशांत ने पाठकों के बीच बातचीत और वार्तालाप को प्रोत्साहित करने और दुनिया भर में शब्दों की दुनिया को एक खुले मंच स्थापित करने की भावना से यह पहल की है, ताकि दुनिया की महान और श्रेष्ठ पुस्तकों पर चर्चा की जा सके। सुशांत सिंह राजपूत पाठकों को लंबे समय से एक
मंच पर इकट्ठा करने का विचार कर रहे थे। नए साल में किताबों के लिए अपने जुनून के साथ एक शुभ शुरुआत के लिए सुशांत
को यह उचित समय लगा। उन्होंने
ट्विटर पर अपना बुक क्लब शुरू किया है, जिसे 'इंन्टोक्सिलचुअल' नाम दिया है। यह बुक क्लब @intoxillectual
ट्विटर हैंडल से चलेगा। सुशांत कहते हैं, "पुस्तकों को पढ़ना और उनके बारे में चर्चा करने के लिए बुक क्लब से अच्छा कोई माध्यम नहीं। इस क्लब से कोई भी व्यक्ति
जुड़ सकता है। बुक को पूरा करने के लिए एक समय सीमा है और
फिर उसके पश्चात प्रतिक्रिया को साझा कर सकते शामिल लोग किताबे अच्छी तरह से पढ़कर अपने अच्छे सुझाव दे सकते हैं। यह बुक क्लब मैं खुद व्यक्तिगत रूप से सम्भालूंगा और सदस्यों की सक्रिय भागीदारी
और चर्चा को देखूंगा ।" शुभकामनाएं सुशांत !
Labels:
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या उतार पर है बायोपिक फिल्मों का बुखार?
क्या बायोपिक
फिल्मों का बुखार उतार पर है ? किशोर कुमार, गुलशन कुमार, ममता कुलकर्णी, मीना
कुमारी पर बायोपिक फिल्मों के निर्माण के ऐलान को ठन्डे बस्ते में डाले जाने से तो ऐसा ही लग रहा था। अब, खबर है कि सायना नेहवाल पर फिल्म को भी डिब्बा बंद कर दिया गया है। निर्देशक अमोल
गुप्ते की इस बायोपिक फिल्म में सायना नेहवाल का किरदार श्रद्धा कपूर करने वाली
थी। लेकिन, दाऊद इब्राहीम की बहन हसीना पार्कर पर श्रद्धा कपूर अभिनीत फिल्म हसीना
पार्कर की बुरी असफलता के बाद, सायना नेहवाल वाले प्रोजेक्ट पर फिलहाल ज्यादा जोर
न दिए जाने की नीति बना दी गई है। हालाँकि, इस फिल्म के लिए श्रद्धा ने अपनी
ट्रेनिंग भी शुरू कर दी थी। वह सायना नेहवाल से भी फीडबैक ले चुकी थी। एक खबर यह भी है कि श्रद्धा कपूर खुद को सायना नेहवाल और उनके खेल में ढाल नहीं पा रही थी। हालाँकि,
बैडमिंटन खिलाड़ी सायना पर फिल्म को फिलहाल के लिए ठन्डे बस्ते में डाल दिया गया
है, लेकिन, एक और बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिन्धु पर बायोपिक को लेकर सोनू सूद
उत्साहित बने हुए हैं। सिन्धु ने भी सोनू सूद को अपनी बायोपिक बनाए जाने का पूरा
अधिकार दे दिया है। उधर अभिनेत्री सोनम कपूर के भी चित्रकार अमृता शेरगिल पर बायोपिक करने से मना कर देने की खबर है। हालाँकि, कुछ समय पहले ही सोनम कपूर ने इस प्रोजेक्ट में उत्साह दिखाते हुए,
कहा था कि वह खुद पेंटर है और ऐसा किरदार करना चाहेंगी। उन्होंने बिना हिचकिचाहट अमृता शेर गिल का किरदार करने पर सहमति दे दी थी। लेकिन,
अब सोनम कपूर ने इस बायोपिक में काम करने से साफ़ मना कर दिया है। काफी समय पहले से संजय लीला भंसाली अमृता प्रीतम और साहिर की प्रेम कहानी पर फिल्म बनाना चाहते थे। लेकिन, फिलहाल, पद्मावत की रिलीज़ में व्यस्त होने के कारण वह इस प्रेम कहानी की ओंर ज़्यादा ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। हो सकता है कि पद्मावत के रिलीज़ होने के बाद बात साफ़ हो। फिलहाल तो ऐसा प्रतीत होता है कि फिल्म
वालों पर चढ़ा बायोपिक का मलेरिया उतार पर है। संभव है कि ज़ल्द ही कुछ दूसरी ऐलान
फ़िल्में भी बंद किये जाने की खबरें सुर्ख हों।
Labels:
Shraddha Kapoor,
Sonam Kapoor,
खबर है,
बंद हो गई
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या दीपिका पादुकोण को रिटर्न गिफ्ट देंगी अनुष्का शर्मा ?
अनुष्का
शर्मा ने, जब क्रिकेटर विराट कोहली से इटली में शादी की थी, तब पूरे बॉलीवुड ने
उन्हें शुभकामना सन्देश सोशल साइट्स द्वारा भेजे थे। सिर्फ रणवीर सिंह और दीपिका
पादुकोण ही ऐसे सितारे थे, जिन्होंने सोशल मीडिया पर कोई मेसेज पोस्ट नहीं किया था। इससे ऐसा लगा था कि दीपिका पादुकोण और अनुष्का शर्मा के बीच सब ठीकठाक नहीं है। लेकिन, इन दोनों ने इन सब अनुमानों को नकारते हुए अनुष्का शर्मा और विराट कोहली
को, उनके मुंबई के घर में विशेष उपहार भेज कर शुभकामना सन्देश दे दिया था। अनुष्का
शर्मा और विराट कोहली, जब भारत लौटे तब उन्होंने बॉलीवुड सेलेब्रिटी को अपने मैरिज रिसेप्शन पर बुला कर आभार व्यक्त किया था। लेकिन, पूर्व व्यस्तताओं के कारण, इस रिसेप्शन में दीपिका पादुकोण
और रणवीर सिंह पहुँच नहीं पाए थे। बहरहाल, ऐसा लगता है कि अनुष्का शर्मा का दीपिका
पादुकोण को रिटर्न गिफ्ट देने का समय आ रहा है। दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की
फिल्म पद्मावत के ९ मार्च को रिलीज़ किये जाने की खबर है। लेकिन, इस तारीख़ को लव
रंजन की फिल्म सोनू के टीटू की स्वीटी और अनुष्का शर्मा की फिल्म परी की रिलीज़ पहले से तय
है। इस खबर के बाद, लव रंजन ने तो पहले ही साफ़ कर दिया कि वह पद्मावत का सामना करने
के बजाय अपनी फिल्म की तारीख बदल देंगे। लेकिन, क्या अनुष्का शर्मा भी परी की
तारीख़ बदलने को तैयार होंगी ? इस फिल्म की एक निर्माता क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट भी है। इस बैनर की प्रेरणा अरोड़ा नहीं चाहती कि उनकी फिल्म पद्मावत का सामना करे। क्योंकि, क्रिअर्ज एक फिल्म दीपिका पादुकोण के साथ भी बना रहा है। वह दीपिका
पादुकोण के साथ सम्बन्ध खराब नहीं करना चाहेंगे। लेकिन, काफी कुछ अनुष्का शर्मा
पर निर्भर करेगा, क्योंकि परी की एक निर्माता अनुष्का शर्मा भी हैं। यही वक़्त है
अनुष्का शर्मा के दीपिका को रिटर्न गिफ्ट देने का। अगर, क्रिअर्ज तैयार होता है तो क्या अनुष्का शर्मा भी परी की रिलीज़ शिफ्ट करने पर सहमति दे कर
दीपिका पादुकोण की फिल्म पद्मावत के लिए मैदान खाली कर दीपिका पादुकोण को रिटर्न
गिफ्ट देंगी ? काफी कुछ पद्मावत के निर्माता वायकॉम १८ पर निर्भर करेगा कि वह
पद्मावत की रिलीज़ की तारीख़ क्या तय करते हैं!
Labels:
Anushka Sharma,
Deepika Padukone,
खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
'केसरी' की शूटिंग शुरू, ईशर सिंह अवतार में अक्षय कुमार
पैडमैन अभिनेता अक्षय कुमार ने आज से फिल्म केसरी की शूटिंग शुरू कर दी। बैटल ऑफ़ सारागढ़ी पर आधारित इस फिल्म में अक्षय कुमार हवलदार ईशर सिंह का किरदार कर रहे हैं। आज शूटिंग शुरू करने से ठीक पहले अक्षय कुमार ने अपना ईशर सिंह लुक सोशल मीडिया पर जारी किया। उन्होंने लिखा, "मैं इसे शेयर करते हुए अत्यधिक गर्व महसूस कर रहा हूँ और कृतज्ञ हूँ कि मुझे यह किरदार करने का मौका मिला। केसरी मेरा अति महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है। मैं इससे २०१८ की शुरुआत करते हुए जोश से भरा हूँ। मुझे हमेशा की तरह आपकी शुभकामनाओं की ज़रुरत है।" १२ सितम्बर १८९७ को, ब्रिटिश आर्मी के २१ सिख सैनिकों ने दस हजार अफगानी हमलावरों को मुकाबला करते हुए अपनी चौकी बचाई थी। यह युद्ध इतिहास का सबसे लंबा युद्ध है। इसका नेतृत्व ईशर सिंह ने किया था। इन सभी २१ सैनिकों को ब्रिटैन की महारानी ने इंडियन आर्डर ऑफ़ मेरिट से सम्मानित किया था। केसरी का निर्माण अक्षय कुमार के अलावा करण जौहर का धर्मा प्रोडक्शंस और अज़ूरे एंटरटेनमेंट द्वारा किया जा रहा है। इस फिल्म का निर्देशन अनुराग सिंह द्वारा किया जा रहा है। अनुराग सिंह ने, आधा दर्जन पंजाबी फिल्मों के अलावा दो हिंदी फिल्मों रक़ीब और दिल बोले हड़िप्पा का निर्देशन भी किया है। फिल्म के होली के दौरान रिलीज़ किये जाने की संभावना है। अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन २५ जनवरी को तथा रजनीकांत के साथ विलेन भूमिका वाली फिल्म २. ०, २७ अप्रैल को रिलीज़ हो रही है।
Labels:
Akshay Kumar,
गर्मागर्म,
शूटिंग/लोकेशन
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
श्रेया घोषाल का पहला सिंगल 'तेरे बिना'
Labels:
Shreya Ghoshal,
गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या ९ फरवरी को रिलीज़ हो रही है पद्मावत (पद्मावती) !
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा, संजय
लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती का सेक्स चेंज कर पद्मावत करने और कोई पांच छोटे
परिवर्तन करने के बाद फिल्म को यू/ए प्रमाण पत्र के साथ पारित करने के संकेत दिए
जाने के बाद, पद्मावत की रिलीज़ की तारीखों पर चर्चा होने लगी है ।
मीडिया में इसकी ख़ास तौर पर चर्चा है।
फिल्म प्रदर्शक पद्मावत को किसी भी
तारीख़ में मुंह मांगे परदे देने को तैयार हैं। इधर एक वेब साइट ने यह दावा किया कि पद्मावत
२६ जनवरी को रिलीज़ होने जा रही है। फिल्म प्रेमी जानते हैं कि इस तारीख़ को अक्षय कुमार की राधिका आप्टे
और सोनम कपूर के साथ आर बल्की निर्देशित फिल्म पैडमैन रिलीज़ हो रही है । इसी दिन
सिद्धार्थ मल्होत्रा और मनोज बाजपेई की फिल्म ऐयारी भी रिलीज़ होनी है । ऐसे में
संजय लीला भंसाली और वायकॉम १८ द्वारा पद्मावत को २६ जनवरी को रिलीज़ करने का ऐलान
चौंकाने वाला था । इस अफवाह को बल तब मिला, जब अक्षय कुमार ने पैडमैन को २६ जनवरी
के बजाय २५ जनवरी को रिलीज़ करने का ऐलान किया । यह ऐलान अक्षय कुमार के वह इरादे
बताता था कि वह पद्मावत की चुनौती स्वीकार करने के लिए तैयार हैं और अपनी फिल्म की
तारीख़ पीछे खिसकाने नहीं जा रहे । इससे यह भी पता चलता था कि अक्षय कुमार को अपनी
फिल्म के कंटेंट पर कितना ज्यादा भरोसा है । मगर, पद्मावत के निर्माताओं की तरफ से
२६ जनवरी की रिलीज़ का ऐलान नहीं किया गया । ट्विटर पर अपनी कटु और व्यंग्यात्मक
टिप्पणियों के लिए बदनाम केआरके ने अपने ट्वीट में पद्मावत के २६ जनवरी को रिलीज़ किये
जाने की खबरों को गलत बताया । लेकिन, दावा ज़रूर किया कि पद्मावत ९ फरवरी को रिलीज़
हो सकती है । पैडमैन के निर्माता क्रिअर्ज की एक अन्य फिल्म परी ९ फरवरी को रिलीज़ हो रही है । इस फिल्म की सह निर्माता अनुष्का शर्मा हैं । अगर, पद्मावत ९ फरवरी को
रिलीज़ होती है तो परी को बड़ा नुकसान हो सकता है । संभव है कि परी को पोस्टपोन कर
दिया जाये । हालाँकि, इन दोनों ही तारीखों पर वायकॉम १८ की तरफ से कोई ऐलान नहीं
किया गया है, इसलिए इन्हें फिलहाल के लिए अफवाह समझाना ही उचित होगा । लेकिन, इतना
तय है कि पद्मावत को ज्यादा रोकना, फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर प्रभाव को कम कर देगा ।
इसके कलेक्शन को नुकसान होगा । आगे की तारीखों में दूसरी बड़ी फ़िल्में रिलीज़ हो रही
हैं । इनसे पद्मावत का टकराव कितना फायदेमंद होगा, यह फिल्म के निर्माताओं को
देखना है । तो इंतज़ार ही करना होगा पद्मावत की रिलीज़ के ऐलान का !
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
रणवीर सिंह-दीपिका पादुकोण सगाई, टाइगर श्रॉफ-दिशा पाटनी की शादी?
फिल्म अभिनेत्री
अनुष्का शर्मा के क्रिकेटर विराट कोहली से शादी करने के बाद बॉलीवुड में प्रेम
प्रपंच में फंसी तमाम फिल्म अभिनेत्रियों के शादी या सगाई की सच्ची झूठी खबरें
मीडिया में सुर्खियाँ पा रही हैं। जहां दिशा पाटनी की शादी की खबर सुर्ख है, वहीँ दीपिका पादुकोण की सगाई की भी अफवाह है। आजकल, गोवा में अहमद खान की फिल्म बागी २ की शूटिंग
हो रही है। इस सीक्वल फिल्म में टाइगर की नायिका के बतौर बागी की श्रद्धा कपूर की
जगह दिशा पाटनी ने ले ली है। कुछ समय पहले, दिशा पाटनी और टाइगर के गोवा में समुद्र के
किनारे के चित्र मीडिया में आये थे। इनमे टाइगर श्रॉफ अपना कसरती बदन अर्द्ध नग्न
दिखा रहे थे, वही दिशा पाटनी हमेशा की तरह अपनी संतुलित काया का प्रदर्शन २ पीस
बिकिनी में उन्मुक्त तरीके से कर रही थी। इस दौरान एक विडियो सोशल साइट्स पर लीक हुआ। इस विडियो में टाइगर श्रॉफ अपनी फिल्म
की नायिका दिशा पाटनी की मांग भर रहे थे। इस विडियो के ज़रिये यह अफवाह गर्म हो गई
कि टाइगर ने दिशा से गोवा में शादी कर ली। हालाँकि, दिशा और टाइगर रोमांस की खबरें
बागी २ साइन करते ही उड़ने लगी थी, लेकिन टाइगर का दिशा से बिना माँ पिता की मौजूदगी
में शादी करना गले उतरने वाला नहीं था। क्योकि टाइगर श्रॉफ अपने माँ और पिता का
बेहद सम्मान करते हैं। बाद में यह साफ़ हुआ कि यह विडियो फिल्म के ही एक दृश्य की
चुराई हुई क्लिप का हिस्सा था। अब एक बेहद रोमांटिक जोड़े रणवीर सिंह और दीपिका
पादुकोण की शादी की खबर। आजकल यह बाजीराव मस्तानी जोड़ा श्रीलंका में छुट्टियाँ
मना रहा है। इन लोगों के दिन ब दिन गहराते रोमांस और रणवीर सिंह और दीपिका द्वारा
एक दूसरे के प्रति प्यार खुले आम स्वीकार करने से इन दोनों के कभी भी शादी कर लेने
के अनुमान लगाए जा रहे हैं। अनुष्का शर्मा की शादी के बाद इस धारणा को बल मिला कि
रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण कभी भी विदेश में शादी कर सकते हैं। ऐसे में श्रीलंका में इनकी
छुट्टियाँ इसे बल दे गई। यह खबर आम है कि रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण श्रीलंका
में सगाई कर सकते हैं या इन दोनों सगाई कर ली है। शादी और सगाई के इस मौसम में, जब
दिशा पाटनी और टाइगर श्रॉफ की शादी तथा रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की सगाई की
खबरें सुर्ख हो रही हो तो लम्बे समय से मिलते बिछुड़ने और मिलने वाले वरुण धवन और नताशा दलाल
तथा सोनम कपूर और आनंद आहूजा के फिर एक होने की खबरें क्यों न सुर्ख हो. खबर गर्म
है कि वरुण धवन इस साल नताशा के साथ शादी कर सकते हैं. लीजिये जी बॉलीवुड में
मानसून वेडिंग का महीना आ गया।
Labels:
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
रील लाइफ और रियल लाइफ की नर्गिस
फिल्म रात और दिन में नरगिस |
आजकल, पूर्व फिल्म
अभिनेत्री स्वर्गीय नर्गिस का नाम फिर चर्चा में हैं। यह चर्चा, उन फिल्मों के
कारण हैं, जो निर्माणाधीन हैं। यह फ़िल्में नर्गिस को रियल लाइफ और रील लाइफ में दिखाने वाली फ़िल्में हैं। यों, किसी फिल्म के रीमेक को, उसके एक्टर्स का रीमेक नहीं कहा जा
सकता। लेकिन, नर्गिस अपने आप में एक लीजेंड एक्ट्रेस हैं। वह खुद ऐसा किरदार बन
गई हैं, जो बाद की एक्ट्रेस के लिए राह दिखाने का काम करता है। बहरहाल, बात हो रही
है रील लाइफ और रियल लाइफ नर्गिस की। राजकुमार हिरानी की फिल्म संजू (अस्थाई
टाइटल) अभिनेता संजय दत्त की आत्मकथा है। इस फिल्म में संजय दत्त की भूमिका
अभिनेता रणबीर कपूर कर रहे हैं। चूंकि, फिल्म संजय दत्त के जीवन पर है, इसलिए फिल्म
में उनसे जुड़े सभी महत्वपूर्ण किरदार रील लाइफ में भी होंगे। संजय दत्त और माँ
नर्गिस का गहरा रिश्ता था। नरगिस अपने नशे के आदती बेटे के लिए बेहद चिंतित रहा करती
थी। वह उस समय बेहद खुश हुई, जब संजय दत्त ने अपनी पहली फिल्म पूरी की। वह इस
फिल्म को बेटे के साथ देखना चाहती थी, लेकिन उनकी यह इच्छा पूरी न हो सकी। नर्गिस
का यह किरदार राजकुमार हिरानी निर्देशित फिल्म में भी काफी महत्वपूर्ण है। इस
किरदार को बखूबी कोई सशक्त अभिनेत्री ही अंजाम दे सकती थी। आज की पीढ़ी की अभिनेत्रियों
में मनीषा कोइराला ही ऐसी अभिनेत्री हैं, जो नर्गिस के चरित्र को परदे पर बखूबी कर
सकती हैं। नर्गिस की तरह कभी कैंसर का शिकार रही मनीषा कोइराला ने फिल्म में
नर्गिस की भूमिका को बड़ी शिद्दत से किया है। नर्गिस का दूसरा जिक्र उनकी फिल्म के
रीमेक के कारण हो रहा है। सत्येन बोस निर्देशित फिल्म रात और दिन नर्गिस की आखिरी फिल्म
थी। इस फिल्म के लिए नर्गिस को श्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
मिला था। क्रिअर्ज की प्रेरणा अरोड़ा फिल्म रात और दिन को रीमेक करना चाहती थी। चूंकि,
इस फिल्म का निर्माण नर्गिस के भाई अनवर हुसैन ने किया था, इसलिए इस फिल्म के
रीमेक के लिए संजय दत्त की सहमति ज़रूरी थी। संजय दत्त को ऐतराज नहीं था कि रात और
दिन को रीमेक किया जाए। लेकिन, उन्हें नर्गिस के किरदार को परदे पर उतारने के लिए प्रेरणा
की पसंद माधुरी दीक्षित पर ज़रूर ऐतराज था। माधुरी दीक्षित के साथ संजय दत्त के गहरे
संबंधों में उस समय दरार आ गई थी, जब बॉम्बे बम ब्लास्ट में संजय दत्त के फंसने के
बाद, माधुरी दीक्षित ने उनसे किनारा कर लिया था। माधुरी पर संजय की सहमति न मिलने पर
प्रेरणा अरोड़ा ने ऐश्वर्या राय बच्चन का नाम आगे किया। संजय दत्त इसके लिए तुरंत
राजी हो गए। हालाँकि, संजय दत्त और ऐश्वर्या राय ने फिल्म शब्द में खूब गर्मागर्म
दृश्य दिए थे। इस प्रकार से हिंदी फिल्म दर्शक इस साल लीजेंड अभिनेत्री नर्गिस को
मनीषा कोइराला और ऐश्वर्या राय बच्चन के रूप में देखेंगे। संजय दत्त बायोपिक २९ जून को रिलीज़ हो रही है।
Labels:
क्लासिक फिल्मों के रीमेक
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
' चम्बल के डकैत' सुशांत सिंह राजपूत
सुशांत सिंह
राजपूत, कभी कभी बहक जाने के बावजूद पेशेवर नज़रिए वाले एक्टर हैं। वह अपनी
भूमिकाओं को पूरी लगन और मेहनत से करते हैं। किरदार को पूरी तरह से ओढ़ लेना उन्हें
पसंद है। पिछले साल, सुशांत ने अपनी दो फिल्मों, केदारनाथ और ड्राइव की शूटिंग
पूरी की है। वह एक ओर जहाँ सारा अली खान के साथ ऊंची पहाड़ी पर स्थित नगर केदारनाथ
में फिल्म केदारनाथ की शूटिंग पूरी करते, इसे ख़त्म करते ही जैक्विलिन फर्नॅंडेज़ के साथ ड्राइव की शूटिंग करने इजराइल पहुँच जाते। उनके इसी समर्पण का नतीजा था कि
इन फिल्मों की शूटिंग में कोई अड़चन नहीं आई। अब वह नया साल मनाने के बाद फिर कमर
कस चुके हैं। उन्होंने, चम्बल के १९७० के दशक के डकैतों पर अभिषेक चौबे की एक फिल्म साइन कर रखी
है। इस फिल्म में वह पहली बार डकैत का किरदार कर रहे हैं। यह किरदार ख़ास इलाके का
होने के कारण सुशांत को डकैतों की स्टाइल में हावभाव तो पेश करने ही होंगे, उन्ही
की तरह कठोर और खुरदुरा भी दिखना होगा। बुंदेलखंड इलाके की भाषा के अनुरूप खुद
के संवादों को भी ढालना होगा। अब चूंकि, सुशांत सिंह राजपूत भी परफेक्शन पसंद है,
इसलिए वह शूटिंग शूटिंग शुरू होने से पहले चम्बल के इलाके में पहुँच जाना चाहते
हैं। अभिषेक चौबे, अपनी फिल्म की शूटिंग जनवरी के आखिर में शुरू करना चाहते हैं,
इसलिए सुशांत चम्बल के इलाके में १२ जनवरी को पहुँच जायेंगे। सुशांत का इरादा, पुनर्वास
के बाद रह रहे डकैतों से मिलना, बैठना और उन्हें समझना है। इसके साथ साथ वह अपना
उच्चारण भी ठीक करेंगे। निश्चित रूप से इस काम में उनके साथ फिल्म की नायिका भूमि पेडनेकर भी होंगी। भूमि खुद भी अपने काम को पूरी निष्ठा से करना पसंद करती हैं। उन्हें भी चम्बल की औरत की तरह परिस्थितियों में खुद के किरदार को ढालना है। सुशांत सिंह राजपूत की इस डकैत फिल्म के निर्देशक अभिषेक चौबे ने इश्किया, डेढ़
इश्किया और उडता पंजाब जैसी ब्लैक फ़िल्में निर्देशित की हैं। चम्बल की पृष्ठभूमि
पर उनकी नई फिल्म इसका विस्तार ही है.
Labels:
Sushant Singh Rajput,
खबर है,
गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday, 4 January 2018
काशी का दंश झेलती मोहल्ला अस्सी !
यह किरदार गाली बकता है |
दिल्ली हाईकोर्ट ने,
१२ दिसम्बर को, सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन को आदेश दिए कि वह डॉक्टर
चन्द्रप्रकाश द्विवेदी की फिल्म मोहल्ला अस्सी को सिर्फ एक कट के साथ, बालिगों के
लिए फिल्म का प्रमाणपत्र देते हुए पारित करे। सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था और अपीलेट ट्रिब्यूनल ने फिल्म पर दस कट लगाने
के आदेश दिए थे, जिसके खिलाफ निर्माता अदालत में आये थे। लेकिन, अदालत के आदेश के बाद भी अभी मोहल्ला
अस्सी को सिनेमाघरों का मुंह देखने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट के नए आदेश का इंतज़ार
करना पड़ रहा है।
काशी की पृष्ठभूमि
पर, संस्कृत पढ़ाने वाले एक ब्राह्मण के परिवार की त्रासदी को दिखाने वाली फिल्म मोहल्ला अस्सी रिलीज़ होने
की तारीख से पहले ही विरोध और बैन का दंश झेलते हुए तीन साल से डिब्बा बंद पड़ी हुई है। मशहूर कथाकार काशीनाथ सिंह के चर्चित उपन्यास काशी का अस्सी पर आधारित डॉक्टर
चन्द्रप्रकाश द्विवेदी की इस फिल्म में मुख्य भूमिका में सनी देओल और साक्षी तंवर है।
जैसा कि आम तौर पर
होता है, मोहल्ला अस्सी को भी रिलीज़ होने से पहले ही विरोध का सामना करना पडा। इस
फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ होते ही इसका विरोध शुरू हो गया। इस फिल्म के तमाम किरदार
गालियों की भाषा का इस्तेमाल तो कर ही रहे थे, भगवान् शंकर बहुरूपिया भी
माँ बहन की गालियाँ बकते दिखाया गया था । इसे देख कर वाराणसी के बुद्दिजीवी और
संत समाज में कड़ी प्रतिक्रिया हुई। प्रधान मंत्री कार्यालय को पत्र लिख कर फिल्म
से आपत्तिजनक भाषा हटाये जाने की मांग की गई। मोहल्ला अस्सी २८ जून २०१५ को रिलीज़
होनी थी। लेकिन, इसके पहले ही काशी में विरोध का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बाद
२१ जून को सनी देओल और साक्षी तंवर के साथ साथ फिल्म से जुड़े सभी लोगों
डॉक्टर चन्द्र प्रकाश द्विवेदी, रवि किशन, सौरभ शुक्ल, आदि पर ऍफ़आईआर दर्ज करा दी
गई। देश के कई हिस्सों में हिन्दुओं के भारी विरोध के कारण डॉक्टर चन्द्रप्रकाश
द्विवेदी की यह फिल्म रिलीज़ नहीं हो सकी। इस फिल्म के खिलाफ मामला अदालत तक
गया। तीस हजारी कोर्ट ने ३० जून को फिल्म पर रोक लगा दी। इस बीच इलाहाबाद हाई
कोर्ट ने फिल्म के खिलाफ दर्ज की गई याचिका पर सेंसर बोर्ड से जवाब माँगा तो सेंसर
बोर्ड ने जवाब दिया कि फिल्म उनके पास सेंसर के लिए पहुंची ही नहीं है। दिलचस्प
बात यह थी कि बकौल फिल्मकार इस समय तक फिल्म के बड़े हिस्से की डबिंग बाकी थी। डॉक्टर द्विवेदी द्वारा फिल्म जून २०१६ में केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के
समक्ष प्रस्तुत की गई। बोर्ड ने फिल्म में गाली गलौच और धार्मिक भावनाए भड़काने के
आधार पर फिल्म को प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया। इस पर निर्माता क्रॉसवर्ड
एंटरटेनमेंट ने फिल्म सर्टिफिकेट अपीलेट ट्रिब्यूनल (ऍफ़सीएटी) में अपील दायर की.
ट्रिब्यूनल ने १० कट करने के आदेश दिए थे। फिल्म निर्माता ने इन्ही आदेशों के
खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में अपील दायर की थी।
मोहल्ला अस्सी के निर्देशक डॉक्टर
चन्द्रप्रकाश ने चाणक्य जैसे उच्च कोटि के सीरियल और पिंजर जैसी फ़िल्में बनाई हैं। वह खुद ब्राह्मण हैं। हालाँकि, यह फिल्म
इन्टरनेट पर लीक हो चुकी है. इसे काफी लोगों द्वारा देखा भी जा चुका हैं। इसमे कोई
शक नहीं कि फिल्म में भगवान् शिव के चरित्र से गालियाँ कहलवाई गई हैं, लेकिन बाकी
फिल्म एक ब्राह्मण परिवार की दशा, उसकी गरीबी, घर के मुखिया की पिछड़ी सोच तथा
परिस्थतियोंवश मज़बूरी में चाहते या न चाहते हुए भी खुद को बदलने की कोशिश का बड़ा
मार्मिक और सटीक चित्रण हुआ है। इस फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है कि किसी समुदाय को
चोट पहुंचती हो। फिर, फिल्म को बिना देखे उसे रोके जाने की कोशिश कहाँ तक उचित कही
जा सकती हैं। इस मामलें दिल्ली की एक निचली अदालत द्वारा फिल्म के बिना
सेंसर में पारित हुए रोक लगाने का आदेश उचित प्रतीत नहीं होता। क्योकि, इस से फिल्म के
खिलाफ बनी हवा तेज़ हो गई। यह फिल्म सनी देओल और साक्षी तंवर की शानदार केमिस्ट्री
का प्रमाण है। सनी देओल की संस्कृत पढ़ाने वाले तन्नी गुरु की भूमिका उन्हें
बेमिसाल एक्टर साबित करती है। मोहल्ला अस्सी धार्मिक ऐतिहासिक महत्त्व की नगरी
बनारस के व्यवसाईकरण और फर्जी गुरुओं तथा विदेशी पर्यटकों के साथ ठगी का पर्दाफ़ाश
भी करती है। किसी बुराई को इंगित करना, बुरा कैसे कहा जा सकता है।
फिल्मों
के सन्दर्भ में सभी पक्षों का रवैया काफी खराब रहा है। फिल्मकार अपनी फिल्म को
व्यावसायिक सफलता दिलाने के लिए तथ्यों को तोड़ने मरोड़ने और अभिव्यक्ति की आजादी के
नाम पर धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने से गुरेज़ नहीं करती। अदालते भी ज़ल्दबाज़ी
में आदेश दे कर, बिना सेंसर फिल्मों को भी रोक देती हैं। सेंसर फिल्मों को पारित
करने के बजाय बैन कर देता है। भावनाओं पर ठेस के नाम पर सडकों में उतरना आम हो गया
है। मोहल्ला अस्सी और हाल ही में पद्मावती उर्फ़ पद्मावत पहली या आखिरी फ़िल्में
नहीं हैं, जिन्हें सभी पक्षों के खराब रवैये का सामना करना पड़ा। उपयुक्त हो अगर
फ़िल्मकार अभिव्यक्ति के नाम पर दूसरे पक्ष की भावनाओं को ठेस पहुंचाने से बचे और
बाकी लोग फिल्म को जनता के निर्णय के लिए सिनेमाघरों में रिलीज़ होने दे।
Labels:
नई फिल्म,
सेंसर बोर्ड
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड का सबसे भयानक खलनायक आशुतोष राणा
गाडरवारा, नरसिंहपुर, मध्यप्रदेश में १० नवंबर १९६३ को जमीन आशुतोष राणा रामनारायण नीखरा को फिल्म इंडस्ट्री में शुरू के नाम आशुतोष राणा से पहचाना जाता है। टीवी सीरियल स्वाभिमान से अभिनय की शुरुआत करने वाले आशुतोष राणा को बुरे किरदार पसंद हैं। तभी तो वह बचपन में रावण बना करते थे। अभिनय का शौक था, इसलिए दिल्ली में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में दाखिला ले लिया। स्वाभिमान केें बाद उन्होंने फ़र्ज़, साज़िश, कभी कभी, आदि सीरियल किये। काजोल की दोहरी भूमिका वाली फिल्म दुश्मन में गोकुल पंडित के खल किरदार ने उन्हें पहचान दिलाई। हालाँकि, इस फिल्म से पहले वह संशोधन, कृष्ण अर्जुन और तमन्ना जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुके थे। अक्षय कुमार और प्रीटी ज़िंटा की फिल्म संघर्ष में आशुतोष राणा का लज्जा शंकर पांडेय का किरदार उनकी फिल्मों में अभिनय यात्रा को मज़बूत कर रहा था। दुश्मन और संघर्ष में आशुतोष राणा के खेल किरदारों ने उन पर सबसे भयानक खलनायक का ख़िताब चस्पा कर दिया था। आशुतोष राणा हिंदी फिल्मों के अलावा तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फ़िल्में भी कर चुके हैं। दक्षिण की फिल्मों में उन्होंने दक्षिण के तमाम बड़े सितारों के साथ अभिनय किया था। तेलुगु फिल्मों में आशुतोष राणा के करियर की शुरुआत रवि तेजा के साथ फिल्म वेंकी से हुई थी। २०१७ में, राणा डग्गुबाती के साथ उनकी पॉलिटिकल थ्रिलर फिल्म नेने राजू नेने मंत्री (मैं ही राजा मैं ही मंत्री) में उनका सुब्बारायडु का किरदार काफी चर्चित हुआ था। २०१८ में उनकी नन्दीमुरि बालकृष्ण के साथ तेलुगु फिल्म जय सिम्हा की अभी से चर्चा है। उनका तमिल फिल्म डेब्यू आर माधवन और आर्या के साथ एक्शन कॉमेडी फिल्म वेट्टई से हुआ था। वह एक एक फिल्म बंगाली, हरियाणवी और कन्नड़ भाषा में और दो फिल्म मराठी भाषा में भी कर चुके हैं। आशुतोष राणा को लगातार दो साल दुश्मन (१९९९) और संघर्ष (२०००) फिल्मों के लिए बेस्ट विलेन का फिल्फेयर अवार्ड मिला है। उन्हें दुश्मन के लिए स्क्रीन अवार्ड और संघर्ष के लिए ज़ी सिने अवार्ड भी जीता है। उन्होंने एक फिल्म परदेसी रे (२००४) में शमा सिकंदर के नायक का किरदार किया था। शबनम मौसी में उनका केंद्रीय किरदार काफी प्रभावशाली बन पड़ा था। २०१८ की शुरुआत आशुतोष राणा की फिल्म उड़नछू से हो रही हैं। वह फिल्म में एक ढोंगी बाबा के शिष्य बिल्लू कबूतर की भूमिका कर रहे हैं। क्या हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए मनहूस समझने वाले पहले शुक्रवार को रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म के लिए बॉक्स ऑफिस शुभ फल लाएगा? वैसे आशुतोष राणा के प्रशंसकों की निगाहें ६ जुलाई २०१८ पर लगी हैं, जब शाहिद कजिन ईशान खट्टर और श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर की डेब्यू फिल्म धड़क रिलीज़ होगी। इस फिल्म में आशुतोष राणा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। निजी जीवन में आशुतोष राणा धार्मिक प्रवृति के हैं। उनका मानना है कि शिवलिंग निर्माण से आत्मिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है। वह कानपूर में अपने गुरूजी के शिवलिंग स्थापना समारोह में ज़रूर हिस्सा लेते हैं। वह फिल्म एक्ट्रेस रेणुका शहाणे के साथ शादी शुदा हैं। वह चाहते हैं कि उनकी प्रतिभाशाली पत्नी रेणुका कोई डायरेक्ट करे और उन्हें कैमरा स्टार्ट .....कट बोले।
Labels:
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
२०१७ की फिल्मों का हाल, क्वार्टरवार
सलमान खान की फिल्म टाइगर ज़िंदा है की रिलीज़ के
साथ ही, बॉलीवुड की २०१७ में रिलीज़ होने वाली फिल्मों का सिलसिला थम चुका
है। अब २९ दिसंबर को दो हॉलीवुड फ़िल्में
द ग्रेटेस्ट शोमैन ऑफ़ अर्थ और जुमान्जी: वेलकम टु द जंगल ही रिलीज़ होंगी। यह वक़्त हैं २०१७ में रिलीज़ फिल्मों, ख़ास तौर पर, उन फिल्मों के बारे
में जानने की ज़रुरत है, जो बॉक्स ऑफिस पर कुछ कर गुजरने का माद्दा रखती थी। कर सकी या नहीं, यही २०१७ की फिल्मों का हाल है। आइये जानते हैं इन्हे हर तिमाही यानि क्वार्टर
में रिलीज़ फिल्मों पर एक नज़र डालते हुए।
पहला क्वार्टर- जनवरी से मार्च
क्या २०१७ की पहली तिमाही को सफल फिल्मों की
तिमाही कहा जा सकता है ? अगर हाँ या न, तो किस हद तक ! जनवरी में, रिपब्लिक डे वीकेंड पर हृथिक रोशन की फिल्म काबिल और शाहरुख़ खान की
फिल्म रईस का टकराव हुआ। यह एक बड़ा टकराव
था। लेकिन, इसके बावजूद दोनों ही फ़िल्में १०० करोड़ क्लब में शामिल हुई। ओके
जानू और कॉफ़ी विथ डी भी जनवरी में रिलीज़ हुई।
यह दोनों फ़िल्में बुरी तरह से फिसली।
ख़ास तौर पर श्रद्धा कपूर और
अर्जुन कपूर के बावजूद शाद अली की ओके जानू। जहाँ तक १०० करोड़ का कारोबार करने
वाली रईस और काबिल का सवाल है, अपने भारी बजट के कारण यह फ़िल्में ब्लॉकबस्टर फ़िल्में नहीं बन
पाई।
फरवरी २०१७ अक्षय कुमार और उनकी फिल्म जॉली
एलएलबी २ के नाम रही। तीस करोड़ के बजट से बनी,
अदालतों की पोल
खोलती इस फिल्म ने अब तक १९७ करोड़ का ग्रॉस कर लिया है। लेकिन, बाबा राम रहीम की फिल्म एमएसजी लायन हार्ट २, रनिंग शादी, इरादा, चौहार, वेडिंग एनिवर्सरी और
मोना डार्लिंग फ्लॉप हुई। बॉलीवुड को झटका देने का काम किया शाहिद कपूर, सैफ अली खान और
कंगना रनौत अभिनीत विशाल भरद्वाज की फिल्म रंगून की बुरी असफलता ने। अलबत्ता, तमिल, तेलुगु और हिंदी में
बनाई गई राणा डग्गुबाती, तापसी पन्नू, के के मेनन ओमपुरी की
पाकिस्तान से युद्ध पर फिल्म द गाज़ी अटैक ने बॉक्स ऑफिस पर ठीकठाक कारोबार किया।
जिस तरह फरवरी २०१७ अक्षय कुमार की रही, वहीँ मार्च २०१७ को
वरुण धवन का महीना कहना उपयुक्त होगा।
उनकी रोमांस कॉमेडी फिल्म बद्री की दुल्हनिया इस साल की दूसरी १०० करोड़
क्लब में पहुँचने वाली फिल्म थी। मगर, मार्च में रिलीज़ कमांडो २, जीना इसी का नाम है, आ गया हीरो, ट्रैप्ड, मशीन, फिल्लौरी, भंवरी, अनारकली ऑफ़ आरा, नाम शबाना और पूर्णा: करेज हैज नो लिमिट ने इंडस्ट्री को निराश ही
किया। अनुष्का शर्मा की फिल्लौरी और तापसी
पन्नू की नाम शबाना ही अपनी नायिकाओं का नाम बचा सकी।
दूसरा क्वार्टर- अप्रैल से जून
कल्पना कीजिये, अगर २८ अप्रैल को तेलुगु, तमिल, मलयालम और हिंदी में
बनी बाहुबली २ द कन्क्लूजन न रिलीज़ हुई होती।
इस फिल्म के हिंदी संस्कार का ५०० करोड़ का कारोबार करना, बॉलीवुड के बड़े
बड़े सूरमाओं को दहला गया। कैसे तोड़ पाएंगे इस अनोखे रिकॉर्ड को ! अप्रैल
में रिलीज़ बॉलीवुड फिल्मों लाली की शादी में लड्डू दीवाना, मिर्ज़ा जूलिएट, मुक्ति भवन, सांझ, बेगम जान, रोमियो-एन-बुलेट, नूर, एक थी रानी ऐसी भी, मातृ और अजब सिंह की
गजब कहानी ने हर शुक्रवार सन्नाटा ही बटोरा।
मई २०१७ में आयुष्मान खुराना और इरफ़ान खान
चमके। आयुष्मान खुराना की मेरी प्यारी
बिंदु और इरफ़ान खान की हिंदी मीडियम हिट हो गई।
लेकिन, अमिताभ बच्चन और रामगोपाल वर्मा की जोड़ी की सरकार ट्राइलॉजी फिल्म
सरकार ३ बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी। मई के गर्म मौसम में फिल्म मंटोस्तान, हाफ गर्लफ्रेंड, जट्टू इंजीनियर, चक्कलसपुर, सचिन: अ बिलियन
ड्रीम्स और थोड़ी थोड़ी सी मनमानियां को दर्शकों का ठंडा रिस्पांस इंडस्ट्री को
दहला गया।
२०१७ की दूसरी तिमाही का तीसरा महीना हिंदी फिल्मों
के लिए कहर का महीना साबित हुआ। इस महीने अ डेथ इन द गंज, हनुमान दा दमदार, स्वीटी वेड्स एनआरआई, दुबारा: सी यू ईविल, डिअर माया, बच्चे कच्चे सच्चे, लव यू फॅमिली, जी कुत्ता से, बैंक चोर और एक
हसीना थी एक दीवाना था तो असफल हुई ही।
बड़े बजट की दो फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त पटखनी मिली। सलमान खान की ईद वीकेंड पर रिलीज़ फिल्म
ट्यूबलाइट ने सलमान खान को वितरकों के घाटे की भरपाई के लिए मज़बूर होना पड़ा।
भारी बजट की सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म राब्ता औंधे मुंह गिरी। अलबत्ता, राजकुमार राव और
श्रुति हासन की फिल्म बहन होगी तेरी अपना
चेहरा बचा ले गई।
तीसरा क्वार्टर- जुलाई से सितम्बर
जुलाई २०१७ में श्रीदेवी की वापसी फिल्म मॉम, रणबीर कपूर की
फ़न्तासी फिल्म जग्गा जासूस, टाइगर श्रॉफ की मुन्ना माइकल, मधुर भंडारकर की इमरजेंसी के दौर पर फिल्म इंदु सरकार और अनीस बज़्मी
की कॉमेडी फिल्म मुबारकां रिलीज़ हुई। श्रीदेवी की वापसी मॉम सफल हुई। अनीस बज़्मी की चाचा भतीजा अनिल कपूर-अर्जुन
कपूर फिल्म मुबारकां सफल हुई। लेकिन, चौंकाने वाली थी
रणबीर कपूर की फिल्म जग्गा जासूस की असफलता। बाकी की, मुन्ना माइकल के साथ
राग देश बर्थ ऑफ़ अ नेशन, शब, लिपस्टिक अंडर माय बुरखा और गेस्ट इन लंदन को असफलता का मुंह देखना
पड़ा।
अगस्त २०१७ में शाहरुख़ खान की फिल्म जब हैरी मेट
सेजल रिलीज़ हुई और बुरी तरह पिटी। अक्षय कुमार की संदेशात्मक फिल्म टॉयलेट एक
प्रेम कथा दर्शकों को पसंद आई। फिल्म
तीसरी १०० करोडिया फिल्म बनी। आयुष्मान खुराना,
राजकुमार राव
और कृति सेनन का प्रेम त्रिकोण बरेली की बर्फी दर्शकों की पसंद बना। अन्यथा,
बाकी की तमाम फ़िल्में कैदी बंद, यादवी: द डिग्नीफाइड
प्रिंसेस, बाबूमोशाय बन्दूकबाज़, अ जेंटलमैन, पार्टीशन१९४७, यह है इंडिया और गुडगाँव बॉक्स ऑफिस पर पानी तक नहीं मांग सकी।
सितम्बर २०१७ की शुरुआत ही असफलता से शुरू
हुई। अजय देवगन और मिलन लुथरिया की जोड़ी
के साथ इमरान हाश्मी, विद्युत् जम्वाल, इलीना डिक्रूज़ और एशा गुप्ता का बादशाओ बॉक्स ऑफिस पर बादशाह साबित नहीं हो सका। आयुष्मान
खुराना और भूमि पेडनेकर की हईशा जोड़ी की फिल्म शुभ मंगल सावधान के लिए बॉक्स ऑफिस
शुभ रहा। लेकिन, सनी देओल की फिल्म
पोस्टर बॉयज, डैडी, कंगना रनौत की फिल्म सिमरन, लखनऊ सेंट्रल, पटेल की पंजाबी शादी, न्यूटन, संजय दत्त की वापसी फिल्म भूमि,
द फाइनल एग्जिट, जेडी और श्रद्धा
कपूर की फिल्म हसीना पारकर असफल हुई।लेकिन, तीसरी तिमाही ख़त्म होने से एक दिन पहले रिलीज़ वरुण धवन की जुड़वा २
ने बॉलीवुड को १०० क्लब की फिल्म का तोहफा
दिया।
आखिरी तिमाही - अक्टूबर से दिसंबर
अगर अक्टूबर में सीक्रेट सुपर स्टार और गोलमाल
अगेन तथा दिसंबर में टाइगर ज़िंदा है रिलीज़ हुई होती तब.....! विद्या बालन की
फिल्म तुम्हारी सुलु को छोड़ दें तो आखिरी तिमाही में रिलीज़ तू है मेरा संडे, शेफ, बाबू जी एक टिकट बम्बई, मैं टेररिस्ट नहीं हूँ, रांची डायरीज, जि ासिंगल और जिया, रुख, इत्तेफ़ाक़, द हाउस नेक्स्ट डोर, रिबन, शादी में ज़रूर आना, करीब करीब सिंगल, द विंडो, अक्सर २, पंचलैट, दिल जो न कह सका, जूली २, अज्जी, कड़वी हवा, तेरा इन्तज़ार, फिरंगी, गेम ओवर और सल्लू की
शादी जैसी फिल्मों को असफलता का मुंह
देखना पड़ा। अलबत्ता, दिवाली वीकेंड पर
रिलीज़ अजय देवगन की एक्शन कॉमेडी फिल्म गोलमाल अगेन और सीक्रेट सुपर स्टार था
क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ टाइगर ज़िंदा है ने बढ़िया कारोबार किया।
२०१८ में रिलीज़ होंगी सुपर सितारों की फ़िल्में
खान अभिनेताओं, सलमान खान,
शाहरुख़ खान और आमिर खान की फिल्मों का दर्शकों
को बेसब्री से इंतज़ार रहता है। २०१८ में
इन तीनों अभिनेताओं की फ़िल्में रिलीज़ होंगी।
सलमान खान की फिल्म रेस ३ ईद वीकेंड पर रिलीज़ हो रही है। दिवाली वीकेंड पर आमिर खान की अमिताभ बच्चन के
साथ पीरियड फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान रिलीज़ होगी। शाहरुख़ खान की आनंद एल राज
निर्देशित अनाम फिल्म क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ होगी। सितारों का टकराव भी होगा ।
मसलन, गणतंत्र दिवस वीकेंड पर अक्षय कुमार की पैडमैन को सिद्धार्थ मल्होत्रा
और मनोज बाजपेई की स्पाई फिल्म ऐय्यारी चुनौती देगी । २४ अप्रैल को रजनीकांत की
विज्ञानं फंतासी फिल्म २.० तथा कंगना रानौत की फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़
झाँसी का टकराव होगा । ईद में सलमान खान की फिल्म रेस ३ से ऐश्वर्या राय बच्चन की
फिल्म फन्ने खान टकराएंगी । दीवाली वीकेंड में आमिर खान बनाम अजय देवगन होगा ।
आमिर खान की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्थान और अजय देवगन की कॉमेडी फिल्म टोटल धमाल
रिलीज़ होंगी । क्रिसमस वीकेंड पर तो त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है । शाहरुख़ खान
की आनंद एल राज निर्देशित अनाम फिल्म का टकराव,
निर्देशक अभिषेक कपूर की सारा अली खान और सुशांत
सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म केदारनाथ और रणवीर सिंह के धुंआधार एक्शन वाली रोहित
शेट्टी निर्देशित फिल्म टकरा सकती है । २०१८ में श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर, शाहिद कपूर के भाई
इशान ठक्कर, सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा अली खान, सनी देओल के बेटे
करण देओल और टेलीविज़न की नागिन मौनी रॉय का फिल्म डेब्यू होगा ।
Labels:
फिल्म पुराण,
साल क्या हाल !
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
रहमान के संगीत से चमकेगी दलपति विजय की फिल्म
तमिल मीडिया
में दलपति यानि कमांडर के विशेषण से मशहूर जोसफ विजय उर्फ़ विजय की ६२ वी तमिल फिल्म
का ऐलान हो चुका है। अभी इस फिल्म का टाइटल फाइनल नहीं हुआ है। इसलिए, इस फिल्म को
दलपति ६२ नाम दिया गया है। इस फिल्म में संगीत देने के लिए एआर रहमान को लिया गया है। एआर रहमान और विजय की यह एक साथ चौथी फिल्म होगी। इससे पहले विजय की फिल्म अझागिया
तमिल मगन और उदय और पिछले साल की सुपर हिट फिल्म मेर्सल का संगीत रहमान ने ही दिया था। दलपति ६२ का निर्देशन एआर मुरुगादॉस कर रहे हैं। मुरुगादॉस के साथ विजय की
यह तीसरी फिल्म है। इस फिल्म से पहले फिल्म
थुप्पकी और कथ्थी में भी मुरुगादॉस ने विजय को निर्देशित किया था। मुरुगादॉस ने थुप्पकी को अक्षय कुमार के साथ हॉलिडे अ सोल्जर नेवर ऑफ ड्यूटी बनाई थी। दोनों एआर यानि
एआर रहमान और एआर मुरुगादॉस, गजिनी के दस साल बाद फिर साथ काम कर रहे हैं। निर्माता सन पिक्चर्स की फिल्म दलपति ६२ की शूटिंग फरवरी के पहले हफ्ते से शुरू हो जायेगी। इस फिल्म में विजय की
नायिका कीर्ति सुरेश हैं। कीर्ति और विजय ने इससे पहले २०१७ में रिलीज़ बैरवा फिल्म में भी काम किया
है।कीर्ति की एक फिल्म सूर्या के साथ थाना सेरन्धा कूटम रिलीज़ के लिए तैयार है। विजय की पिछले साल रिलीज़ फिल्म मेर्सल को बड़ी सफलता मिली थी। इस फिल्म में रहमान का
संगीत सुपर हिट साबित हुआ था। इसलिए समझा जा रहा है कि विजय की ६२ वी फिल्म भी बड़ी हिट साबित होगी। जहाँ तक हिंदी दर्शकों से विजय के परिचय का सवाल है, विजय का जन्म हिंदी की जीवन की शतरंज, मेरा दिल तेरे लिए,
इन्साफ की देवी, आज़ाद देश के गुलाम, जय शिव शंकर, कुदरत का कानून, बलिदान, ओम शक्ति,
आदि फ़िल्में निर्देशित करने वाले निर्देशक एसए चंद्रशेखर के घर हुआ था। बालक विजय की
शुरूआती तमाम फ़िल्में पिता के निर्देशन में ही थी। उनका बतौर नायक फिल्म डेब्यू
पिता निर्देशित फिल्म नालय थीरपू से हुआ था। लेकिन, उन्हें सफलता मिली विक्रम
निर्देशित रोमांस फिल्म पूव उनक्कगा से। विजय की २५ से ज़्यादा तमिल फ़िल्में हिंदी में डब कर रिलीज़ हो चुकी हैं। अपनी रोमांटिक एक्शन इमेज के कारण मशहूर विजय की २०१५ में प्रदर्शित फिल्म पुली को हिंदी
में डब कर रिलीज़ किया गया था। लेकिन, यह फिल्म हिंदी में अपेक्षित सफलता नहीं पा
सकी। लेकिन, पुली देखते समय हिंदी दर्शकों को राऊडी राठोर के चिता ता गीत में
थिरकते विजय याद आ गए थे। दलपति ६२ में विजय का
Labels:
Vijay,
साउथ सिनेमा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
खलनायकों में खलनायक साबित होगा २.० का अक्षय कुमार का विलेन
हैप्पी सिंह,
रफ़्तार सिंह, गब्बर और रंजित कात्याल के बाद रुस्तम पावरी और जॉली का किरदार करने
वाले अक्षय कुमार ने अपनी बीवी के लिए टॉयलेट बनाने वाले केशव का किरदार करके अपने
अवतारों की श्रंखला बना दी है। अब सस्ते सैनिटरी पैड बनाने वाली मशीन की ईजाद
करने वाले पैडमैन की भूमिका के बाद अप्रैल में अक्षय कुमार का तमिल फिल्म डेब्यू होने जा रहा
है। इस फिल्म में रजनीकांत के प्रोफेसर वसीकरण/ चिट्टी के भयंकर विरोधी रिचर्ड के किरदार में अक्षय
कुमार होंगे। यह उनका हार्डकोर विलेन किरदार होगा। यूँ तो अक्षय कुमार ने पहले भी कुछ
फिल्मों में खल किरदार किये हैं। लेकिन, यह सभी भूमिकाएं बॉलीवुड के हीरो
अभिनेताओं को फबने वाली भूमिकाएं ही थी। २.० में यह सुविधा नहीं हैं। यह फिल्म
तमिल सुपर स्टार रजनीकांत की फिल्म है।दुनिया के तमाम देशो में भारतीय सिनेमा का परिचय रजनीकांत और उनकी फिल्मों से ही है। इसलिए, फिल्म में अक्षय कुमार के लिए हीरो
बनाने की कोई गुंजाईश नहीं होगी। एक इंटरव्यू में अक्षय कुमार ने बताया, “मैंने
अपने पूरे करियर में ऎसी भूमिका नहीं की। मैंने किसी को कभी ऐसा करैक्टर करते हुए भी नहीं देखा है। मेरे लिए डॉक्टर रिचर्ड का किरदार बिलकुल अलग अनुभव था।” कुछ समय से
अक्षय कुमार के जो लुक जारी किये जा रहे है, वह कमोबेश भेड़िये के समान डरावनी शक्ल
सूरत वाले हैं। कहते हैं कि इस चरित्र के लिए अक्षय कुमार की मूल आवाज़ फिट नहीं लग
रही थी। इसलिए, भूमिका वाले उनके संवाद डब नहीं कराये गए हैं, बल्कि
उनकी आवाज़ को कुछ यंत्रों द्वारा नियंत्रित कर इस प्रकार से निकाला गया है कि वह
मानव की आवाज़ लगती ही नहीं है। शंकर द्वारा निर्देशित २.० का संगीत ६ जनवरी को मलेशिया
में रिलीज़ होगा। मलेशिया में रजनीकांत के ढेरो प्रशंसक हैं। लेकिन, २.० के रिचर्ड
का किरदार अक्षय कुमार को भी पॉपुलर बना देगा। रजनीकांत की दोहरी भूमिका वाली यह फिल्म २०१० में रिलीज़ फिल्म एन्थिरण/रोबोट की सीक्वल फिल्म पहले दिवाली २०१७ में
रिलीज़ होने वाली थी। इसे २०१८ में जनवरी के लिए टाला गया। लेकिन, अब यह फिल्म २७ अप्रैल को रिलीज़ होगी। इस फिल्म में रजनीकांत और अक्षय कुमार के अलावा एमी जैक्सन,
सुधांशु पाण्डेय और आदिल हुसैन के किरदार भी अहम् होंगे।
Labels:
ये ल्लों !!!,
साउथ सिनेमा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या जीरो को लम्बी रेस का घोड़ा बना पाएंगे बौने शाहरुख़ खान ?
शाहरुख़ खान की बौने किरदार वाली फिल्म
का शीर्षक जीरो वायरल हो चूका है। इस
फिल्म के टीज़र में शाहरुख़ खान का बौना, शशि कपूर की पुरानी फिल्म के गीत पर डांस करता
नज़र आता है। लेकिन, इस के बावजूद फिल्म के प्रति ख़ास उत्सुकता पैदा
नहीं होती। बेशक, शाहरुख़ खान, बॉलीवुड के इतने बड़े हीरो हैं कि वह जीरो को हिंदी फिल्म
का टाइटल बनवा दे । लेकिन, क्या वह इतने बड़े हीरो भी हैं
कि बौने किरदार को जीरो से सुपर हीरो की ऊंचाई तक पहुंचा सकें? शाहरुख़ खान कुछ नया
नहीं कर रहे । बौना किरदार करने वाले फिल्म अभिनेताओं की बात करें तो शाहरुख़ खान से पहले फिल्म अभिनेता अनुपम खेर
फिल्म जानेमन में, अपनी दोहरी भूमिका में से एक में बौने किरदार की भूमिका कर चुके हैं। शिरीष कुंदर की इस फिल्म में अनुपम खेर का बौना किरदार एक वकील है। शिरीष कुंदर और
उनकी बीवी फराह खान ने फिल्म निर्माता बोनी कपूर को निशाना बनाने के लिए इसे बोनी
कपूर नाम दिया था। लेकिन, किसी बॉलीवुड अभिनेता ने बौना किरदार करने की कभी कोई कोशिश
नहीं की। इमेज का मामला जो होता है। यहाँ यह बताना उपयुक्त होगा कि जानेमन एक फ्लॉप
फिल्म थी। इस फिल्म के अलावा, दूसरी फिल्म में बौना किरदार कमल हासन का ही याद
आता है। कमल हासन ने बतौर निर्माता निर्देशक और अभिनेता, अपनी तमिल फिल्म अपूर्व सगोधरर्गल (१९८९) में तिहरी भूमिका की थी। इनमे एक सर्कस के बौने विदूषक की भी थी। इस फिल्म को हिंदी में अप्पू राजा टाइटल के साथ रिलीज़ किया गया था। तमिल और
तेलुगु (डब संस्करण) में यह फिल्म हिट साबित हुई थी। लेकिन, इस फिल्म के हिंदी संस्करण
ने ५० प्रिंट्स में रिलीज़ हो कर सिर्फ ५० लाख का कारोबार किया था। इन दो फिल्मों
की रोशनी में यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है कि बॉक्स ऑफिस पर जीरो कैसा
प्रदर्शन करेगी। लेकिन शाहरुख़ खान की अतीत की लीक से हट कर भूमिका वाली फिल्म से
कोई निष्कर्ष निकाला जा सकता है। शाहरुख़ खान को रोमांस का बादशाह कहा जाता है । उनकी आज तक की ज़्यादातर बड़ी सफल फ़िल्में रोमांटिक ही थी। खान ने कुछ ही फिल्मों में लीक से
हट कर भूमिका करने का साहस किया है। राकेश रोशन की फिल्म कोयला में वह गूंगे शंकर
की भूमिका में थे। अशोका में उन्होंने लम्बे बालों के साथ अशोक सम्राट की भूमिका
की थी। रा.वन में एक मशीन जी.वन की भूमिका की थी। फैन में प्रोस्थेटिक मेकअप के
सहारे फिल्म स्टार और उसके हमशक्ल प्रशंसक की दोहरी भूमिका में थे। उन्होंने रईस में एक
गैंगस्टर का प्रयोगात्मक किरदार किया था . यह सभी फ़िल्में बॉक्स ऑफिस बोफ़्फ़िस पर या तो
बुरी तरह से बिखरी थी या निर्माताओं के लिए घाटे का सौदा साबित हुई थी। इसका मतलब
यह कि शाहरुख़ खान को प्रयोग फबते नहीं है। आनंद एल राज की जीरो भी खान की
प्रयोगात्मक फिल्म है। इधर, बॉक्स ऑफिस पर, शाहरुख खान की फिल्म को दर्शकों का
उत्साह नहीं मिल पा रहा है। ऐसे मे, २१ दिसम्बर को रिलीज़ होने जा रही फ़िल्म पर बॉक्स
ऑफिस पंडितों की निगाहें होंगी कि शाहरुख़ खान हीरो साबित होते हैं या जीरो !
Labels:
नई फिल्म,
फिल्म पुराण,
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Posts (Atom)