गांधी
जयंती के दिन २ अक्टूबर को पूरे देश में महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा
के सन्देश को याद किया जाता है। लेकिन, बॉलीवुड की बात कुछ अलग है। उसे
गांधी की सत्य-अहिंसा से कोई सरोकार नहीं। पिछले दो सालों से बॉलीवुड गांधी
जयंती वीकेंड में हिंसा वाली फ़िल्में रिलीज़ कर रहा है । २०१३ में रणबीर
कपूर की 'बेशरम' रिलीज़ हुई थी तो २०१४ में ह्रितिक रोशन की फिल्म बैंग बैंग
। इन फिल्मों को गांधी जयंती वीकेंड पर ज़बरदस्त ओपनिंग भी मिली ।
इसीलिए इस साल भी अहिंसा के पुजारी का जन्मदिन बॉलीवुड की हिंसा के नाम
होने जा रहा है । इस गांधी जयंती पर जॉन अब्राहम की हिंसा से भरपूर फिल्म
'रॉकी हैंडसम' रिलीज़ होगी । वास्तविकता तो यह है कि इस दिन अक्षय कुमार की
कॉमेडी एक्शन फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' भी रिलीज़ होती। लेकिन, स्क्रिप्ट की
खामियों के कारण फिल्म की शूटिंग टालनी पड़ी। 'रॉकी हैंडसम' की कहानी ड्रग
माफिया के विरुद्ध युद्ध छेड़ने वाले युवक की कहानी है । 'रॉकी हैंडसम'
कोरियाई फिल्म 'द मैन फ्रॉम नोवेयर' की रीमेक फिल्म है, जिसमे ज़बरदस्त
एक्शन और खून-खराबा था । फिल्म के निर्देशक निशिकांत कामथ और जॉन अब्राहम
की जोड़ी की पिछली फिल्म 'फ़ोर्स' को दर्शक धुंआधार एक्शन के लिए ही याद रखते
हैं। तो बॉलीवुड के सौजन्य से तैयार हो जाइये इस साल भी हिंसक फिल्म वाला
गांधी जयंती वीकेंड मनाने के लिए।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 20 February 2015
गांधी जयंती पर बॉलीवुड की हिंसा
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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