संजयलीला भंसाली की बतौर निर्माता फिल्म 'गब्बर' का निर्देशन तेलुगु फिल्म के निर्देशक राधाकृष्ण जगरलामुदी उर्फ़ कृष कर रहे हैं। यह कृष की हिंदी डेब्यू फिल्म है। कृष को 'गब्बर' मिलने की दास्ताँ दिलचस्प है। कृष ने तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में कदम फिल्म 'गम्यम' से रखा था। उनकी दूसरी फिल्म 'वेदम' २०१० में रिलीज़ हुई। यह दोनों ज़बरदस्त सफल तो हुई ही, इन्होने नंदी अवार्ड्स और फिल्मफेयर अवार्ड्स भी बटोरे। वह 'गम्यम' का हिंदी रीमेक बनाना चाहते थे। वह अपना आईडिया लेकर संजयलीला भंसाली के पास गए। संजय को फिल्म काफी पसंद आई थी। वह इस फिल्म का हिंदी रीमेक कृष के साथ ही बनाना चाहते थे। लेकिन, गम्यम के हिंदी रीमेक की बात आगे नहीं बढ़ सकी। कृष निराश वापस लौट गए। इधर, भंसाली एक तेलुगु फिल्म, विवि विनायक निर्देशित 'टैगोर' का हिंदी रीमेक बनाना चाहते थे। चिरंजीवी, ज्योतिका और श्रिया सरन अभिनीत फिल्म 'टैगोर' २००२ में रिलीज़ ए आर मुरुगदॉस निर्देशित तमिल फिल्म रामन्ना का रीमेक थी। तमिल रामन्ना के हीरो विजयकांत थे। दोनों ही भाषाओँ में फिल्म सुपर हिट हुई थी। संजयलीला भंसाली ने रामन्ना /टैगोर के हिंदी रीमेक 'गब्बर' के लिए अक्षय कुमार को साइन कर लिया था। वह इस हिंदी रीमेक का निर्देशन मुरुगदॉस या विनायक के बजाय किसी तीसरे निर्देशक से करवाना चाहते थे। इसी समय उनके दिमाग में कृष का नाम कौंधा। उन्होंने 'गब्बर' का निर्देशन कृष को सौंप दिया। अक्षय कुमार को कभी भी नए निर्देशकों के साथ फिल्म करने से परहेज नहीं रहा। इसलिए वह भंसाली के निर्णय के साथ थे। कृष भी बॉलीवुड को अपनी प्रतिभा से परिचित करवाना चाहते थे। इस लिहाज़ से संजयलीला भंसाली और अक्षय कुमार के साथ फिल्म उनका बढ़िया डेब्यू हो सकती थी। कृष के 'गब्बर' की कमान सम्हालते ही फिल्म में अक्षय कुमार की नायिका श्रुति हासन बना दी गई। प्रकाश राज, सोनू सूद और निकितन धीर की सह भूमिका के साथ फिल्म 'गब्बर' एक मई को रिलीज़ होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 12 February 2015
'कृष' को कैसे मिली 'गब्बर' !
संजयलीला भंसाली की बतौर निर्माता फिल्म 'गब्बर' का निर्देशन तेलुगु फिल्म के निर्देशक राधाकृष्ण जगरलामुदी उर्फ़ कृष कर रहे हैं। यह कृष की हिंदी डेब्यू फिल्म है। कृष को 'गब्बर' मिलने की दास्ताँ दिलचस्प है। कृष ने तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में कदम फिल्म 'गम्यम' से रखा था। उनकी दूसरी फिल्म 'वेदम' २०१० में रिलीज़ हुई। यह दोनों ज़बरदस्त सफल तो हुई ही, इन्होने नंदी अवार्ड्स और फिल्मफेयर अवार्ड्स भी बटोरे। वह 'गम्यम' का हिंदी रीमेक बनाना चाहते थे। वह अपना आईडिया लेकर संजयलीला भंसाली के पास गए। संजय को फिल्म काफी पसंद आई थी। वह इस फिल्म का हिंदी रीमेक कृष के साथ ही बनाना चाहते थे। लेकिन, गम्यम के हिंदी रीमेक की बात आगे नहीं बढ़ सकी। कृष निराश वापस लौट गए। इधर, भंसाली एक तेलुगु फिल्म, विवि विनायक निर्देशित 'टैगोर' का हिंदी रीमेक बनाना चाहते थे। चिरंजीवी, ज्योतिका और श्रिया सरन अभिनीत फिल्म 'टैगोर' २००२ में रिलीज़ ए आर मुरुगदॉस निर्देशित तमिल फिल्म रामन्ना का रीमेक थी। तमिल रामन्ना के हीरो विजयकांत थे। दोनों ही भाषाओँ में फिल्म सुपर हिट हुई थी। संजयलीला भंसाली ने रामन्ना /टैगोर के हिंदी रीमेक 'गब्बर' के लिए अक्षय कुमार को साइन कर लिया था। वह इस हिंदी रीमेक का निर्देशन मुरुगदॉस या विनायक के बजाय किसी तीसरे निर्देशक से करवाना चाहते थे। इसी समय उनके दिमाग में कृष का नाम कौंधा। उन्होंने 'गब्बर' का निर्देशन कृष को सौंप दिया। अक्षय कुमार को कभी भी नए निर्देशकों के साथ फिल्म करने से परहेज नहीं रहा। इसलिए वह भंसाली के निर्णय के साथ थे। कृष भी बॉलीवुड को अपनी प्रतिभा से परिचित करवाना चाहते थे। इस लिहाज़ से संजयलीला भंसाली और अक्षय कुमार के साथ फिल्म उनका बढ़िया डेब्यू हो सकती थी। कृष के 'गब्बर' की कमान सम्हालते ही फिल्म में अक्षय कुमार की नायिका श्रुति हासन बना दी गई। प्रकाश राज, सोनू सूद और निकितन धीर की सह भूमिका के साथ फिल्म 'गब्बर' एक मई को रिलीज़ होगी।
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कैसे मिली फिल्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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