८७ वे ऑस्कर अवार्ड्स में बेस्ट फिल्म का अवार्ड जीतने वाली फिल्म ‘माइकल कीटोन का करैक्टर एक ऐसे अभिनेता का है, जो फिल्मों में सुपरहीरो का किरदार करते हुए मशहूर हुआ था। बूढा हो जाने पर उसे सुपरहीरो के अयोग्य मान लिया जाता है । ऐसे में वह अपने इस किरदार से निकल कर अपनी नई पहचान बनाने की कोशिश करता है। इस फिल्म के लिए माइकल कीटोन श्रेष्ठ एक्टर का ऑस्कर तो नहीं जीत सके, लेकिन ऑस्कर की दौड़ में उन्होंने अपने बाकी चार मुक़ाबलेबाजों को काफी छकाया। हॉलीवुड अभिनेता ह्यू जैकमैन एक्स-मेन सीरीज की फिल्मों के वॉल्वरिन के रूप में मशहूर हैं। यह एक सुपरहीरो किरदार है। ठीक बर्डमैन के माइकल कीटोन के फ़िल्मी सुपरहीरो की तरह। इसीलिए, जब उन्हों ने ‘बर्डमैन’ देखी तो उन्होंने सोचा कि उन्हें भी मरते दम तक वूल्वरिन का किरदार करते रहना है। मतलब साफ़ है कि बर्डमैन के रिगन थॉमसन की तरह ह्यू जैकमैन भी वॉल्वरिन के किरदार से उबर नहीं सकते। वह कहते है, “कहने का मतलब यह कि मुझे वॉल्वरिन का किरदार करते रहना चाहिए। मुझे कोई ऐसा रास्ता ढूंढना होगा ताकि मैं मरते दम तक इस किरदार को करता रह सकूँ।” इसके लिए ह्यू अपनी फिटनेस का ख़ास ख्याल रख रहे हैं। वह हर फिल्म के साथ वॉल्वरिन को ज़्यादा रोमांचक लगे। अन्यथा, वॉल्वरिन दोहराव वाला किरदार बन जायेगा। हालाँकि, प्रयास किये जा रहे हैं कि वॉल्वरिन को रीकास्ट किया जाये। ताकि, उसे दूसरा कोई अभिनेता भी कर सके। जैकमैन कहते हैं, “तब तो वॉल्वरिन आइकोनिक करैक्टर बन जायेगा।” एक्स-मेन सीरीज की अगली फिल्म एक्स-मेन : अपोकलीप्स २७ मई २०१६ को रिलीज़ होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 23 February 2015
मरते दम तक वूल्वरिन
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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