बॉलीवुड नेपोटिज्म यानि भाई-भतीजावाद की २०२० में शुरुआत तीसरे दिन से ही हो जाएगी। इस लिहाज़ से, ३ जनवरी २०२० को प्रदर्शित फिल्मों पर नज़र डालना दिलचस्प होगा। रिलीज़ हो रही पांच फिल्मों में से चार फ़िल्में भाई-भतीजावाद की परिभाषा नए तरीके से लिख सकती हैं। क्योंकि, इन फिल्मों से परिभाषा में सिर्फ बेटा-बेटी ही नहीं, पत्नी भी शामिल हो गई है।
बॉलीवुड की बेटा-बेटी
भंगड़ा पा ले को ही लीजिये। इस
फिल्म का निर्देशन नवोदित स्नेहा तौरानी कर रही हैं। स्नेहा तौरानी, टिप्स म्यूजिक कंपनी के मालिक रमेश तौरानी की बेटी
हैं। वह पहली बार कोई फिल्म निर्देशित कर रही हैं। इस फिल्म में, दाक्षिण की
सितारा रुखसार ढिल्लों के नायक सनी कौशल हैं। सनी कौशल,
पिछले साल की बड़ी हिट फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक के नायक विक्की कौशल के भाई हैं। उरी के निर्माता रोनी
स्क्रूवाला ही, भंगड़ा पा ले के निर्माता है। इस फिल्म का संगीत टिप्स म्यूजिक कंपनी द्वारा
जारी किया जा रहा है।
बच्ची द्वारा बच्चों की फ़िल्में
सब कुशल मंगल है में बच्चों का जमावड़ा है। फिल्म में गैंगस्टर भूमिका करने वाले एक्टर
अक्षय खन्ना के पिता विनोद खन्ना थे। फिल्म की नायिका रीवा किशन,
भोजपुरी फिल्म अभिनेता और कई हिंदी फिल्मों के नायक रह चुके एक्टर रवि
किशन की बेटी हैं। फिल्म में रीवा के नायक
प्रियांक शर्मा है। प्रियांक की माँ, पद्मिनी
कोल्हापुरे हैं। पद्मिनी की शादी फिल्म निर्माता टूटू शर्मा से हुई थी। प्रियांक,
इन्ही दोनों की संतान है। फिल्म की निर्माता प्राची मनमोहन के पिता नितिन
मनमोहन एक्टर और फिल्म निर्माता थे। नितिन
के पिता मनमोहन पुराने जमाने की हिंदी फिल्मों के खलनायक थे। मनमोहन को,
मनोज कुमार की फ़िल्म शहीद में चंद्रशेखर आज़ाद की भूमिका से पहचान मिली। प्रियांक
और प्राची, ली स्ट्रासबर्ग इंस्टिट्यूट न्यू यॉर्क के
सहपाठी हैं।
पति की फिल्म में पत्नी
शिमला मिर्ची से, निर्देशक रमेश सिप्पी की वापसी हो रही
है। इस फिल्म में हेमा मालिनी के साथ
राजकुमार राव और रकुल प्रीत सिंह मुख्य
भूमिका में हैं। इसी फिल्म में, निर्देशक
रमेश सिप्पी की अभिनेत्री पत्नी और
बुनियाद की वीरावाली और महाभारत की गंगा किरण जुनेजा ८ साल बाद वापसी कर
रही हैं।
खुद के लिए फिल्म !
एसिड- अस्टाउन्डिंग करेज इन डिस्ट्रेस का मामला थोड़ा अद्भुत है। इस फिल्म
की निर्माता ने खुद को नायिका बनाने के लिए लिखा और निर्देशित भी किया है। मतलब यह
कि फिल्म की नायिका प्रियंका सिंह ने, खुद को
नायिका बनाने के लिए फिल्म का निर्माण और निर्देशन किया है। देखा,
कैसा है हिंदी फिल्मों का नया नेपोटिज्म !
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