१०२-नॉट आउट ट्रेलर आज जारी हुआ। बासठ सेकंड के इस ट्रेलर में अमिताभ
बच्चन और ऋषि कपूर के किरदार छाये हुए हैं।
यह फिल्म कहानी भी इन्हीं दोनों चरित्रों की है। बाप और बेटा की हास्य से भरपूर कहानी। बाप १०२ साल का है, बेटा उससे
२७ साल छोटा ७५ साल का। यह फिल्म एक
गुजराती नाटक पर है। बाप चाहता है कि वह
सबसे ज़्यादा उम्र के व्यक्ति का रिकॉर्ड बनाये, जो फिल्म में एक चीनी व्यक्ति के पास है।
उमेश शुक्ल की इस फिल्म में १०२ साल के
पिता की भूमिका में अमिताभ बच्चन हैं। उनके
७५ साल के बेटे की भूमिका ऋषि कपूर कर रहे हैं।
रियल लाइफ में अमिताभ बच्चन ७५ साल
के है और ऋषि कपूर उनसे १० साल छोटे ६५
साल के। जिस साल, ऋषि कपूर की
टीनएज रोमांस वाली फिल्म बॉबी रिलीज़ हुई थी, उसी साल अमिताभ बच्चन की एंग्रीयंगमैन किरदार वाली एक्शन फिल्म भी रिलीज़ हुई थी। अमिताभ बच्चन सुपरस्टारडम की सीढ़ियां चढने लगे।
ऋषि कपूर हिंदी फिल्मों के लवर बॉय बन गए।
उस साल का फ़िल्मफेयर पुरस्कार बॉबी के ऋषि कपूर को मिला था। ऋषि कपूर ने इस पुरस्कार के लिए अमिताभ बच्चन को पीछे छोड़ दिया
था। बाद में अपनी आत्मकथा मे ऋषि कपूर ने
स्वीकार किया कि उन्होंने यह पुरस्कार फिल्मफेयर के जजों को घूस देकर खरीदा
था। यानि अमिताभ बच्चन से छीन लिया
था। यह बात अमिताभ बच्चन को भी मालूम थी। इसके बावजूद, तीन साल बाद यानि १९७६ में दोनों यश चोपड़ा
की फिल्म कभी कभी में एक साथ नज़र आये। इस
फिल्म की ज़बरदस्त सफलता के बाद ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन ने अमर अकबर अन्थोनी, नसीब, कुली, दोस्ती
दुश्मनी और अजूबा जैसी फ़िल्में की। ज़्यादातर फिल्मों में दोनों भाइयों की भूमिका
में थे। अजूबा ( १९९१) इस जोड़ी की एक साथ
आखिरी फिल्म थी। इस लिहाज़ से यह जोड़ी पूरे
२७ साल बाद साथ आ रही है। अब इसे इत्तफ़ाक़
ही कहा जायेगा कि रील लाइफ की उम्र में भी
२७ साल का ही फासला है। इस फिल्म का
ट्रेलर आज अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन के साथ रिलीज़ हुआ है। अक्षय कुमार और अमिताभ बच्चन ने को आधा दर्जन से ज़्यादा फिल्मे
एक साथ की है। इनमें इन दोनों ने बेटा-बाप किरदार किये हैं। १०२- नॉट आउट ४ मई को रिलीज़ होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 9 February 2018
सत्ताईस साल बाद अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर
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ट्रेलर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
वॉक्सवैगन इंडिया की द लीजेंडरी टेस्ट ड्राइव में इवेलिन शर्मा
पहले यह कहा
जा रहा था कि दिल्ली के ऑटो एक्सपो २०१८ में जर्मनी से कोई गाड़ियाँ हिस्सा नहीं
लेंगी। लेकिन, वोल्क्सवैगन इंडिया ने करिश्मा कर दिखाया। सीधा जर्मनी से ३०
कारों का काफिला दिल्ली आ पहुंचा है। वोल्क्सवैगन इंडिया के द लीजेंडरी टेस्ट ड्राइव
के अंतर्गत इन वाहनों को रखा गया है। इन कारों की टेस्ट ड्राइव के लिए अगर कोई
तैयार है तो उसे दिल्ली पहुँचना चाहिए। वहां बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री इवेलिन शर्मा आपका इंतज़ार भी कर रही
हैं। आप, इन लक्ज़री कारों से ३० किलोमीटर तक की टेस्ट ड्राइव कर सकते हैं। बेशक इस ड्राइव में इवेलिन शर्मा आपके बगल में नहीं होंगी। चित्र में वह एक्सपो में शामिल होने के लिए जाती हुई नज़र आ रही हैं।
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
पर्पल पेबल पिक्चर्स की पहली असमिया फिल्म भोगा खिरकी
पर्पल पेबल
पिक्चर्स पहली असमिया फिल्म 'भोगा खिरकी ('ब्रोकन विंडो') के निर्माण के लिए तैयार हैं। बैनर की संस्थापक, प्रियंका चोपड़ा और डॉ. मधु चोपड़ा ने जब से क्षेत्रीय सिनेमा में
प्रवेश किया,
तभी से
सिनेमा के साथ उनकी रचनात्मक क्षमता को वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता
दिलाने में जुटे है । मराठी फिल्म
वेंटीलेटर के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार अर्जित करने और टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में
सिक्किमी फिल्म का सफल प्रीमियर करने पश्चात करके उत्साहित चोपड़ा जोड़ी पद्म भूषण विजेता फिल्म निर्देशक जानू बरुआ के साथ पहली असमी फिल्म बना रही हैं। भोगा खिरकी की कहानी के केंद्र में एक महिला है, जिसकी जिंदगी में तीन लोगों के बीच वैचारिक और अस्तित्व के संघर्ष के
कारण उथल-पुथल शुरू हो गई है। यह तीन लोग उसके पिता, पति और एक अजनबी है। भोगा खिरकी की कहानी उत्तर-पूर्व में एक अनछुए विषय पर है। डॉ चोपड़ा
कहती हैं,
"हम एक होम
प्रॉडकशन होने के नाते चाहते है की पूरी दुनिया में असमिया फिल्म, भोगा खिरकी दिखाई जाये। उत्तर-पूर्वी
राज्य हमारे देश में सबसे अधिक प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और हम उनकी संस्कृति के बारे में बहुत कम जानते हैं। मैं इस फिल्म के लिए बहुत उत्साहित हूँ। मुझे जानू बरुआ जैसी सिनेमा की बड़ी
प्रतिभा के साथ सहयोग करने पर गर्व है। " जानू बरुआ के विषय में यह बताना उपयुक्त होगा कि वह, भभेंद्र नाथ सैकिआ के साथ असमी कला सिनेमा के स्तम्भ हैं। उनकी फिल्मों ने ११ राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते हैं। हिंदी फिल्म दर्शकों ने फिल्म मैंने गांधी को नहीं मारा फिल्म से गांधी के सिद्धांतों को समझने की कोशिश की थी। जानू ने हिंदी फिल्म मुंबई कटिंग की एक कहानी अनजाने दोस्त का निर्देशन भी किया है। उनकी एक हिंदी फिल्म हर पल रिलीज़ नहीं हो सकी है। जानू बरुआ को भारत सरकार ने २०१५ में पद्म भूषण सम्मान दिया था।
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असम से
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लीग ऑफ एक्स्ट्राऑर्डिनरी जेंटलमैन में इरफान खान
बॉलीवुड और हॉलीवुड की फिल्मों में
बेहद शानदार किरदार निभाने वाले अभिनेता इरफान खान, अब द लीग ऑफ एक्स्ट्राऑर्डिनरी जेंटलमैन में शामिल होने के लिए पूरी
तरह तैयार हैं। हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (एचबीएस) और हार्वर्ड केनेडी स्कूल (एचकेएस)
के छात्रों ने इरफान खान को 'इंडिया कांफ्रेंस' के १५ वें एडिशन में आने का न्यौता दिया है। इस का आयोजन फरवरी में
बोस्टन में किया जाएगा। इसमें इरफान एक इंस्पिरेशनल स्पीकर के तौर पर शामिल होंगे।
इस कांफ्रेंस का थीम 'डिस्रप्टिव इनोवेशन इन इंडिया' होगा। कई इंटरनेशनल और हॉलीवुड फिल्म के
अलावा, इरफान खान ने मकबूल, हिंदी मीडियम, लंच बॉक्स, पीकू,
पान सिंह
तोमर, करीब करीब सिंगल, जैसी फिल्मों में दमदार अभिनय और अपनी
भूमिका से सबको प्रभावित किया है। उन्होंने भारत के कई रुढ़ीवादी तरीकों को चोट
पहुंचाई है। इसलिए वह इस थीम के पीछे की प्रेरणा शक्ति
हैं। इसके अलावा,
इस साल इरफान
खान ने हिंदी मीडियम में अपने अभिनय के लिए बेस्ट एक्टर अवार्ड हासिल किया। साथ ही वह इस साल कई दिलचस्प प्रोजेक्ट पर
भी काम करने वाले हैं। ग्लोबल लीडरशिप के लिए भारत के रास्ते में मौजूद
महत्वपूर्ण समस्याओं,
इनके समाधान
और अवसरों पर चर्चा के लिए पहले भी इस कांफ्रेंस में सरकारी अधिकारियों, बिजनेस लीडर, विद्वान लोगों, आर्टिस्ट,एथलीटों,
समाजसेवियों
और कई अन्य नेताओं को बुलाया जाता रहा है। इससे पहले भी हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल ने
अमर्त्य सेन,
उमर
अब्दुल्ला, चंदा कोचर, अजीम प्रेमजी,
शशि थरूर, पी. चिदंबरम, मनीष मल्होत्रा, करण जौहर, रजत शर्मा,
विनोद राय और
नवीन जिंदल की मेजबानी की है। इस साल इन्फ्लुएंसियल स्पीकर की लीग में इरफान खान
भी शामिल हो जाएंगे।
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खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
हेट स्टोरी ४ में इहना ढिल्लों कर रही हैं निगेटिव किरदार
यह चित्र तो एक्ट्रेस
इहना ढिल्लों की निर्माणाधीन पंजाबी फिल्म गुलाम इन मनाली का है, जिसमे वह हाथों
में राइफल पकडे नज़र आ रही हैं। सूत्र बताते हैं कि राइफल पकड़ने के बावजूद इस फिल्म में इहना ढिल्लों
खूनखराबा करती नज़र नहीं आएँगी। लेकिन, सिर्फ इसी कारण से इहना को हेट स्टोरी ४ की
खलनायिका बताया जा रहा है। क्यों ? कुछ दिन पहले, विशाल पंडया निर्देशित फिल्म हेट स्टोरी
४ का ट्रेलर जारी हुआ था। हालाँकि, १५९ सेकंड के इस ट्रेलर में उर्वशी रौतेला
अपने अर्ध नग्न शरीर का प्रदर्शन कर रही हैं। कुछेक संवाद भी है। लेकिन, ट्रेलर के
लगभग आखिर में इहना ढिल्लों पिस्तौल तान कर फायर करती नज़र आती हैं। इससे कहा जा
रहा है कि फिल्म में इहना का निगेटिव किरदार है। परन्तु, फिल्म की कहानी उर्वशी
रौतेला के किरदार के बदले की कहानी है। इससे तो उर्वशी ही निगेटिव शेड लिए नायिका
साबित होती है। हो सकता है कि इहना ढिल्लों का कॉर्पोरेट करैक्टर अपने कारोबार को
बचाने के लिए पिस्तौल तानता हो। फिलहाल तो यह रहस्य ही है। लेकिन, जहाँ तक इहना ढिल्लों
की मौजूदगी का सवाल है, वह अपने व्यक्तित्व से इसका एहसास करती हैं। इहना की
खासियत यह है कि वह फिल्म में अपने करैक्टर को लेकर काफी गंभीर हैं। वह एक
कॉर्पोरेट की ज़िन्दगी के हर पहलू को ध्यान से देख रही हैं। हेट स्टोरी ४ के बाद
इहना अर्जुन रामपाल की फिल्म नास्तिक में कैमिया में नज़र आयेंगी।
शानदार कारों की जानदार मॉडल है सोनाक्षी सिन्हा –पढ़ने के लिए क्लिक करें
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नए चेहरे
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
शानदार कारों की जानदार मॉडल है सोनाक्षी सिन्हा
आजकल दिल्ली में ऑटो एक्सपो २०१८ की धूम है। इस एक्सपो में देश विदेश की वाहन निर्माता
कंपनियां अपने नए,
डिज़ाइन और तकनीक वाले चार पहिये लेकर खरीदारों को लुभाने के लिए तैयार
हैं। पता नहीं वाहन निर्मातों को अपने
वाहनों की क्षमता और उपयोगिता पर विश्वास
है या नहीं, उन्होंने
अपनी गाड़ियों के प्रचार के लिए ग्लैमर को भी एक्सपो के अखाड़े में उतार दिया
है। बॉलीवुड की तमाम हस्तियां इन खूबसूरत
गाड़ियों की खूबसूरती को जीवंत ग्लैमर देने के लिए आसपास कैटवाक करती नज़र आ रही
हैं। चौपहिया वाहन निर्माता दिलीप
छाबड़िया ने अपनी नई कार पेश की है। इस कार
को डीसी टीसीए नाम दिया गया है। यानि दिलीप छाबड़िया टाइटेनियम कार्बन एंड
एल्युमीनियम। यह कार जितनी बाहर से शानदार है, उतनी ही अंदर से भी आरामदेह। इस तथ्य को बताने की कोशिश की बॉलीवुड की हसींतरीन एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा
ने। उन्होंने इस कार से पर्दा हटा कर
उद्घाटन किया। लाल पोशाक में सोनाक्षी
सिन्हा शानदार लग रही थी या दिलीप छाबड़िया की कार, इसका अंदाजा तो दर्शक पाठक ही लगा सकते हैं।
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जे पी दत्ता की पलटन में मोनिका गिल भी
युद्ध फिल्म बनाने के लिए मशहूर फिल्म निर्माता-निर्देशक जे पी दत्ता की निर्माणाधीन युद्ध फिल्म पल्टन १९६२ में चीन के खिलाफ लड़े गए कुख्यात युद्ध पर आधारित फिल्म है। दत्ता की तमाम पहले की फिल्मों की परम्परा में पल्टन में भी सितारों की पल्टन है। इस फिल्म की पल्टन में सोनू सूद, अर्जुन रामपाल, हर्षवर्धन राणे, लव सिन्हा, सिध्दांत कपूर, गुरुमीत चौधरी और जैकी श्रॉफ नजर आने वाले है। अब इस फिल्म में महिला चरित्र में मोनिका गिल का नाम भी शामिल हो गया है। यह वही मोनिका गिल, जिन्होंने बॉलीवुड में पिछले साल कपिल
शर्मा की फिल्म फिरंगी से अपने अभिनय जीवन की शुरुआत की थी। फिरंगी फ्लॉप फिल्म साबित हुई थी। सूत्र बताते हैं कि जे पी दत्ता की घमासान एक्शन फिल्म पलटन में मोनिका हर्षवर्धन राणे के अपोजिट नजर आएँगी। फिल्म में हर्षवर्धन लेफ्टिनेंट कर्नल का
किरदार निभा रहे है। इस फिल्म की निर्माता और जे पी दत्ता की बेटी निधि दत्ता
कहती हैं,
"मैं यह बताते हुए बहुत खुश हूँ कि मोनिका पलटन का हिस्सा है। इस भूमिका को मोनिका ही सटीक तरह से निभा सकती हैं। उनमे जो चार्म और एनर्जी है, वही इस किरदार की
जरूरत भी है। मोनिका गिल पंजाबी फिल्म एक्ट्रेस हैं। उन्होंने फिरंगी में श्यामली की भूमिका की थी। यहाँ यह भी बताते चलें कि निधि दत्ता फिल्म पूर्व अभिनेत्री बिंदिया गोस्वामी से जे पी दत्ता की बेटी हैं। उन्होंने दो साल पहले, बिनॉय गांधी के निर्देशन में फिल्म जी भर के जी ले से अपने अभिनय जीवन की शुरुआत करने की कोशिश की थी। लेकिन, जी भर के जे ले अभी तक रिलीज़ नहीं हो सकी है। जेपी फिल्म
द्वारा निर्मित और ज़ी स्टूडियो द्वारा प्रस्तुत, पलटन २०१८ की गर्मियों में प्रर्दशन के लिए तैयार होगी।
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आज रिलीज़ हो रही है अजय देवगन के कैमिया वाली आपला मानुस
प्रियंका
चोपड़ा और अनुष्का शर्मा की कड़ी में अभिनेता अजय देवगन भी फिल्मों के निर्माण में
उतर आये हैं। उनकी पहली फिल्म आपला मानुस
आज रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म में मानुस की केंद्रीय भूमिका नाना पाटेकर कर
रहे हैं। अजय देवगन ने अपनी ही फिल्म में
कैमिया किया है। अजय देवगन और नाना पाटेकर
ने तीन हिंदी फ़िल्में अपहरण, भूत और राजनीती एक साथ की है।
इस लिहाज़ से इन दोनों के बीच अच्छे सम्बन्ध हैं। नाना पाटेकर ने अजय देवगन की दिवाली २०१७ में रिलीज़ फिल्म
गोलमाल अगेन में अपनी आवाज़ के ज़रिये कैमिया किया था। आपला मानुस एक पारिवारिक फिल्म है। इस फिल्म
का निर्देशन सतीश रजवाड़े कर रहे हैं।
फिल्म में इरावती हरषे और सुमित राघवन भी अभिनय कर रहे हैं। सतीश रजवाड़े इससे पहले करीब १४ मराठी फ़िल्में
निर्देशित का चुके हैं। अजय देवगन के साथ
फिल्म निर्माता के रूप में अभिनव शुक्ल और
मनीष मिश्रा का प्रोडक्शन हाउस वाटरगेट प्रोडक्शन कर रहा है। अगर आपला मानुस हिट हो गई तो अजय देवगन को भी
अच्छी क्षेत्रीय भाषा की फ़िल्में बनाने का हौसला मिलेगा।
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मराठी फिल्म इंडस्ट्री
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Thursday, 8 February 2018
नौ साल में तीन हिंदी फ़िल्में यानि राकुल चली अढाई कोस
मॉडल से एक्ट्रेस
बनी राकुल प्रीत सिंह ने, २००९ में कन्नड़ फिल्म गिल्ली से अपने फिल्म करियर की
शुरुआत की थी। तब से अब तक, नौ सालों में वह कुल तीन हिंदी फिल्मों में ही अभिनय कर सकी हैं। हालाँकि, अब तक वह दक्षिण की २० फ़िल्में कर चुकी हैं। उनके खाते में वेंकटदरी एक्सप्रेस, करंट ठीगा, किक २, ब्रूस ली द
फाइटर, ध्रुव और स्पाईडर जैसी हिट फ़िल्में दर्ज हैं। राकुल की पहली हिंदी फिल्म
दिव्या खोसला कुमार निर्देशित फिल्म यारियां थी। यह फिल्म दिव्या खोसला कुमार की भी बतौर निर्देशक पहली फिल्म थी। यह फिल्म २०१४ में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म के बाद राकुल की कोई हिंदी फिल्म रिलीज़ नहीं हुई। अब उनकी दूसरी हिंदी
फिल्म थ्रिलर ऐय्यारी १६ फरवरी को रिलीज़ होने जा रही है। इस फिल्म में मनोज बाजपेई और सिद्धार्थ मल्होत्रा सैन्य अधिकारियों की भूमिका में है। यह फिल्म सेना में भ्रष्टाचार पर केंद्रित है। मैक्सिम पत्रिका के फरवरी
अंक में राकुल प्रीत सिंह का अल्ट्रा ग्लैमरस अवतार, उनके साउथ की फिल्मों में महत्व को बताता है। राकुल की तीसरी हिंदी फिल्म अजय देवगन के साथ अनाम फिल्म है। अकिव अली निर्देशित यह फिल्म इस साल १९ अक्टूबर को रिलीज़ होगी।
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वुमन पावर : इस चित्र में सनी लियॉन के ढाई किलो के हाथ का जलवा !
सनी देओल के बाद, एक और सनी यानि सनी लियॉन के ढाई किलो के हाथ का जलवा। तुलना कीजिये और बताइये। किसका ज़्यादा पावरफुल है ढाई किलो का हाथ?
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सनी लियॉन
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चुपचाप डरायेंगे प्रभुदेवा
अभी तक, अपनी एक्शन कॉमेडी फिल्मों के ज़रिये लोगों
का मनोरंजन करने वाले और तेज़ डांस मूव से अच्छे अच्छे डांसर अभिनेतओं की हड्डियाँ
दर्द कर देने वाले प्रभुदेवा अब डराने जा रहे हैं। वह भी बिलकुल चुपचाप। प्रभुदेवा, निर्देशक कार्तिक सुबिराज की तमिल हॉरर फिल्म में एक बुरी आत्मा का किरदार कर
रहे हैं, जो हॉस्टल के छात्रों को डराती है। इस
फिल्म की खासियत यह है कि फिल्म में कोई संवाद नहीं होंगे। फिल्म में दीपक परमेश, अनिश पदमन, शशांक और रेम्या नम्बीसन ने छात्रों की भूमिका की है। एक मूक फिल्म में
हावभाव से अभिनय करना जितना कठिन होता है, उससे कहीं कम कठिन डराना नहीं होता। प्रभुदेवा तो इस काम में बिलकुल
नए हैं। वह पहली बार एक भयावना खल किरदार कर रहे हैं। इससे पहले प्रभुदेवा ने
पिछले साल तमिल हॉरर कॉमेडी फिल्म देवी का निर्माण और अभिनय किया था। प्रभुदेवा की
इस मूक तमिल फिल्म से पहले,
कमल हासन भी
एक तमिल मूक फिल्म पुष्पक विमानन (१९८७) का निर्माण, निर्देशन और अभिनय कर चुके हैं। इस फिल्म की नायिका अमला थी। यह
फिल्म दुनिया की उत्कृष्ट मूक फिल्मों में शुमार की जाती है। प्रभुदेवा की फिल्म
का निर्माण जयंतीलाल गाड़ा ने किया है। वह कहते हैं, “फ़िल्म में थ्रिल है। यह दर्शकों को डराने में कामयाब होगी। यह फिल्म
साल के आखिर में रिलीज़ होगी।” प्रभुदेवा आजकल निर्देशन से छुट्टी लेकर अभिनय में ध्यान दे रहे हैं। उनकी निर्देशित पिछली हिंदी फिल्म सिंह इज ब्लिंग (२०१५) अक्षय कुमार के साथ थी। अभिनय से छुटकारा पाने के बाद प्रभुदेवा, सलमान खान को, २०२० में रिलीज़ होने वाली फिल्म दबंग ३ में निर्देशित करेंगे।
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केरल में रिलीज़ होगी लव जिहाद की 'आमी'
केरल हाई
कोर्ट ने, एक वकील की याचिका पर, कथित रूप से लव जिहाद का महिमामंडन करने वाली मलयालम फिल्म आमी
की रिलीज़ पर रोक लगाने से इंकार आकर दिया है। आमी की कहानी, एक लेखिका कमला दास
उर्फ़ माधवीकुट्टी की रियल लाइफ पर फिल्म है। कमला दास विवादित लेखिका थी। उन्हें महिलाओं की सेक्सुअलिटी पर लिखने में महारत हासिल थी। माधवीकुट्टी ने एक मुस्लिम से धर्म
बदल कर विवाह कर लिया था। वकील का तर्क था कि रियल लाइफ पर फिल्म होने के बावजूद इस फिल्म में कमला दास के बाद में इस्लाम के प्रति विमोह को नहीं दिखाया गया है। इस प्रकार से
यह फिल्म लव जिहाद का महिमामंडन करने वाली फिल्म साबित होने के कारण रोक लगाने के काबिल है। केरल
हाई कोर्ट ने फिल्म पर रोक लगाने से तो इनकार कर दिया है, लेकिन इस सम्बन्ध में
केंद्र सरकार और केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड को जल्द हलफनामा लगाने के निर्देश
भी दिए हैं। यहाँ बताते चलें कि विवादास्पद लेखिका कमला दास की बायोपिक फिल्म में
कमला दास की भूमिका के लिए पहले हिंदी फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन को लिए जाने की खबर
थी। लेकिन, कमला दास की विवादास्पद ज़िन्दगी के कारण बाद में विद्या बालन ने फिल्म करने से इनकार कर दिया। इसके बाद, उनकी
जगह मंजू वार्रिएर को ले लिया गया। इस फिल्म का निर्देशन कमल ने किया है। उन्होंने ही फिल्म को लिखा भी है। आमी कल (९ फरवरी को) रिलीज़ होने जा रही है।
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साउथ सिनेमा
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रियल और रील बीवियों के साथ दिल्ली में पैडमैन !
अभी अक्षय कुमार अपनी आगामी फिल्म पैडमैन के प्रमोशन के लिए दिल्ली में
थे। उनके साथ उनकी रियल लाइफ पत्नी ट्विंकल खन्ना और रील लाइफ बीवी राधिका आप्टे
भी थी। महिलाओं में स्वच्छता की समस्या और माहवारी के दिनों में पैड के इस्तेमाल
के प्रति जागरूकता वाली इस फिल्म के निर्देशक आर बाल्की भी रियल पैडमैन अरुणाचलम
मुरुगनथम के साथ मौजूद थे। आर बाल्की द्वारा लिखित और निर्देशित इस फिल्म में
अक्षय कुमार के अलावा मुख्य भूमिकाओं में सोनम कपूर और राधिका आप्टे शामिल हैं।
ट्विंकल खन्ना द्वारा निर्मित' पैड मैन तमिलनाडु के एक सामाजिक कार्यकर्ता
अरुणाचलम मुरुगनंतम के जीवन से प्रेरित है। एक वेल्डर मुरुगनंतम को जब पता चलता है
कि उनकी पत्नी,
शांती पीरियड्स के वक्त गंदे कपड़ो का इस्तमाल करती है तो वह खुद पैड्स
बनाने की ठान लेते है। अक्षय कुमार, फिल्म में अरुणाचलम मुरुगनंतम के रोल में
दिखेंगे जिन्हें भारत का सेनेटरी मैन भी कहा जाता है। अक्षय ने मीडिया से बात करते
हुए कहा,
"मुझे लगता है कि इस फिल्म के रिलीज होने के बाद, इस
बॉयोलोजिकल सर्कल के बारे में लोगों को बात करने में कोई झिझक नहीं होगी। मुझे आशा
है कि यह फिल्म समाज में बदलाव लाएगी। अभी तक 82% महिलाओं ने पैड का इस्तेमाल नहीं किया है। मुझे यकीन है कि इस फिल्म को देखने के बाद
लोगों में अच्छा बदलाव आएगा । मैं हमारी सरकार से अनुरोध करता हूं कि हमारे देश के
ग्रामीण इलाकों में सैनिटरी नैपकिन नि:शुल्क मुहैया कराए।"
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Akshay Kumar,
R. Balki,
Radhika Apte,
फिल्म प्रमोशन
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हिट हिंदी फिल्मों की काजल दक्षिण की फिल्मों में फिट
एग्जीबिट मैगज़ीन के नवीनतम अंक के कवर की मॉडल काजल अग्रवाल है। वह इस कवर में, ऑडी क्यू ५
के बोनट पर लाल रंग की स्लिट पोशाक पहने टिकी नज़र आ रही हैं। इस चित्र में वह ऑडी से ज़्यादा चकाचौंध
करने वाली लग रही हैं। ज़ाहिर है कि
वह दक्षिण की स्क्रीन क्वीन ऐसे ही नहीं
मानी जाती। काजल अगरवाल के लिए २०१७ गजब
का साल रहा। उन्होंने अगस्त में तेजा की
पॉलिटिकल थ्रिलर फिल्म नेने राजू नेने मंत्री में राणा डग्गुबाती की पत्नी राधा के
किरदार से खूब प्रशंसा बटोरी। फिर वह,
अजित कुमार की स्पाई थ्रिलर फिल्म विवेगम और विजय की फिल्म मेरसल जैसी बड़ी
हिट फिल्मों की लीड में नज़र आई। चिरंजीवी
की वापसी फिल्म खिलाडी नंबर १५० की नायिका भी काजल अगरवाल ही थी। इस साल वह, कंगना रनौत
की हिंदी फिल्म क्वीन के तमिल रीमेक पेरिस पेरिस में नायिका पेरिस के किरदार में
नज़र आएंगी। वह एक्टर नानी के साथ फिल्म
एडब्ल्यूई में भी नज़र आएँगी। उनकी एक
ड्रामा फिल्म एमएलए भी इसी साल रिलीज़ होगी।फिलहाल, क्यों हो गया न (२००४) में ऐश्वर्या राय की
छोटी बहन की भूमिका से फिल्म डेब्यू करने वाली काजल अगरवाल के पास कोई हिंदी फिल्म
नहीं है। हालाँकि,
वह २०११ में सिंघम और २०१३ में स्पेशल २६ जैसी हिट फ़िल्में दे चुकी
हैं। यानि कि हिट हिंदी फिल्मों की काजल
दक्षिण की फिल्मों में फिट !
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Kajal Aggarwal,
साउथ सिनेमा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सलमान खान क्यों नहीं होंगे सूरज बड़जात्या की फिल्म में ?
राजश्री प्रोडक्शंस में फिल्म बनाये जाने की सुगबुगाहट है। सूरज बड़जात्या अगली फिल्म की शुरुआत करने जा
रहे हैं। सूरज ने,
२०१५ में, सलमान खान के साथ प्रेम रतन धन पायो का
निर्माण किया था। इस फिल्म को वह सफलता नहीं मिली थी,
जिसकी उम्मीद सूरज बड़जात्या और सलमान खान कर रहे थे।
यहीं कारण था कि सूरज बड़जात्या ने फिर किसी दूसरी फिल्म का ऐलान नहीं
किया। लेकिन,
प्रोडक्शन हाउस में गुपचुप काम
होता रहा। अभी स्थिति बहुत साफ नहीं है कि
सूरज क्या बनाएंगे ? पिछले साल यह खबर थी कि सूरज बड़जात्या चार
चरित्रों वाली पारिवारिक फिल्म बनाना चाहते हैं।
अब इधर खबर यह है कि सूरज बड़जात्या,
१९९४ की खुद के द्वारा निर्देशित फिल्म हम आपके हैं कौन का रीमेक बनाना
चाहते हैं। मगर,
इसे भी पुख्ता जानकारी नहीं कहा जा सकता है। अलबत्ता, यह पुख्ता जानकारी है कि इस बार सूरज की
फिल्म के नायक सलमान खान नहीं होंगे। इसका
कारण, प्रेम रतन धन पायो को अपेक्षित सफलता नहीं
मिल पाना नहीं है। बल्कि,
खुद सलमान खान २०१९ तक काफी व्यस्त हैं।
इस दौरान, उनकी रेस ३, दबंग ३ और
भारत जैसी फिल्मों को रिलीज़ होना है। २०१९
की तो ईद और क्रिसमस वीकेंड की तारीखें बुक हो चुकी है। इसलिए, कहा जा सकता
है कि सूरज बड़जात्या किसी दूसरे अभिनेता के साथ दीवाली मनाएंगे। जहाँ तक हम आपके हैं कौन के रीमेक का सवाल है,
इसके लिए पिछले दिनों राजश्री प्रोडक्शन के फेसबुक पेज पर पोल किया गया था
कि सूरज बड़जात्या को हम आपके हैं कौन के रीमेक के लिए किन एक्टरों को सलमान खान और
माधुरी दीक्षित की भूमिकाओं में लेना चाहिए ! इस पोल में वरुण धवन और आलिया भट्ट
की जोड़ी को सबसे ज़्यादा वोट मिले थे। आलिया भट्ट और वरुण धवन ने स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर के बाद दो दुल्हनिया फ़िल्में हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया और बद्री की दुल्हनिया एक
साथ की हैं। तीनों फिल्मों को सफलता मिली
थी। लेकिन, यहाँ यह
नहीं भूलना चाहिए कि हम आपके हैं कौन के सलमान खान और माधुरी दीक्षित ओरिजिनल
कास्ट नहीं थे। हम आपके हैं कौन राजश्री
बैनर की ही १९८२ में गोविन्द मूनिस द्वारा निर्देशित हिंदी,
भोजपुरी और अवधी मिली जुली भाषा की फिल्म नदिया के पार का हिंदी रीमेक
थी। नदिया के पार के नायक सचिन और साधना
सिंह थे। इस फिल्म में दो दूसरे चरित्र
भी ख़ास थे। एक
सचिन के बड़े भाई और साधना सिंह की बहन और सचिन की भाभी का किरदार। इन भूमिकाओं को इन्दर ठाकुर और मिताली ने किया
था। सूरज ने हिंदी रीमेक के लिए इन
किरदारों में सलमान खान, माधुरी दीक्षित,
मोहनीश बहाल और रेणुका शहाणे को लिया था।
सूरज को बाद के दो किरदारों के लिए कलाकारों के चयन में ज़्यादा सावधानी बरतनी होगी।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 7 February 2018
कई बार सफलता के साथ विफलता भी मिलती है - कार्तिक आर्यन
रोमांस की परिभाषा क्या है ?
रोमांस की परिभाषा बस बता रहा हूँ. जो सच है वही बता रहा हूँ. लोग मुझे
रोमांटिक हीरो भी कहने लगे हैं . फिल्म का ट्रेलर भी अलग है,
और लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं. मैंने फिल्म में काम तो किया है पर देख
नहीं पाया हूँ.
फिल्म का प्लाट काफी अलग है ?
ये फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा, इसमें आपका
मनोरंजन बहुत होगा. फिल्म में सबकुछ नया मिलने वाला है. ऐसा आपने पहले कभी नहीं
देखा होगा. लिखावट भी काफी अलग है.
मोनोलॉग है ?
हाँ लोग मुझसे पूछ रहे हैं की क्या इस फिल्म में भी मोनोलॉग है की नहीं,
वो आपको फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा. फिल्म रिलीज होने दीजिये तभी
पता चलेगा.
लगता है की इस तरह की कहानी के आप मास्टर बन गए हैं ?
देखिये मैं और लव सर इस तरह की फिल्म अकेले ही बनाते हैं,
कोई कॉम्पिटिशन नहीं है. भाग्य का साथ मिल रहा है. हम खुश हैं की लोगों को
वो मिल रहा है जो वो चाहते हैं . इस तरह की फिल्म मैं हमेशा करता रहूँगा.
किरदार कितना अलग है ?
देखिये पंचनामा का रज्जो और इस फिल्म का सोनू ,
काफी अलग हैं. दोनों में कोई भी समानता नहीं है. किरदार के लिए मैं काफी
वर्कशॉप करता हूँ. मेरे हर किरदार की अलग जर्नी है.
8 साल से आप लव रंजन के साथ काम कर रहे हैं ?
मैं उन्हें और वो मुझे ग्रांटेड ही लेते हैं. मैं उनके लिए एक पंचनामा
बेबी हूँ. मुझे काफी तराशा है. हम दोनों के लिए वो पहली फिल्म थी. एक अलग तरह का
रिलेशन है.
इंडस्ट्री में दरवाजे खुल गए हैं ?
बहुत से दरवाजे खुल गए हैं, लेकिन उसी
समय में एक और फिल्म करते हुए मैं प्राथमिकता एक ही फिल्म को दे पाता हूँ.
सफलता के साथ विफलता भी मिलती है ?
मैंने हमेशा से ही एक तरह की फिल्में नहीं करने के फैसले में था . कई बार
सफलता के साथ विफलता भी मिलती है. कांची फिल्म में भी एक रोमांटिक हीरो का काम था.
वो महिला प्रधान फिल्म थी, सुभाष है साहब के साथ काम करना था. मुझे
विलेन के भी हीरो मिले हैं , लेकिन एक
टाइम पर एक ही फिल्म का चयन हो पाता है .
विलेन का काम मिला तो करेंगे ?
हाँ, जरूर करना चाहूंगा,
शाह रुख सर ने डर फिल्म में बहुत अच्छा विलेन का किरदार निभाया था ,
मैं भी उस तरह की फिल्म करना चाहूंगा.
जर्नी को कैसे देखते हैं ?
मैं ग्वालियर से आया हूँ, मुंबई में
स्ट्रगल का अलग ही मजा है , खुद के पैसों से कार खरीदने की ख़ुशी अलग ही
होती है. सबकी अपनी जर्नी है, मुझे अपनी
जर्नी पसंद आयी. मैं खुद को खुशकिस्मत मानता हूँ. हमेशा आगे बढ़ते जाना हूँ.
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अब सिनेमा का स्टाइल बदल गया है- नुशरत भरुचा
हनी सिंह के साथ गीत के बारे में बताएं।
चार दिन तक मैंने कोई भी नमक पानी नहीं पिया और खाना नहीं खाया। मैं सुबह सिर्फ प्रोटीन शेक
पीकर आती थी,
पूरा दिन कुछ भी नहीं, पैक अप पर सलाद ही खाती थी, उस तरह से
मैंने इस गाने के लिए शूट किया . थकावट भरी शूटिंग थी.
सोनू के टीटू की स्वीटी के बारे में क्या कहेंगे ?
लव रंजन सर का ये ख्याल है. उन्होंने कहा की पंचनामा नहीं और कुछ करने
वाले हैं. और इस बार मैं और कार्तिक अलग रहने वाले हैं. मजा आया.
किस तरह की कहानी है ?
अब सिनेमा का स्टाइल बदल गया है. एक डार्क हयूमर तरह का माहौल आ गया है.
लव सर और राहुल मिलकर ऐसी कहानी लिखते हैं.
डायरेक्टर के साथ केमेस्ट्री ?
मैं खुद को लकी मानती हूँ की डायरेक्टर सर मेरे द्वारा अपनी बात दर्शकों
तक पहुंचा पाते हैं. लव सर के साथ बढ़िया केमेस्ट्री है. खुद को खुशकिस्मत मानती
हूँ.
कार्तिक और सनी के साथ काम दुबारा करना आसान होता है या मुश्किल ?
मजा भी आता है और मुश्किल भी होता है . हम एक बार कुछ और सीन करते हैं, कभी कभी
इम्प्रोवाईज करते हैं .
आपको मोनोलॉग करने का मन करता है ?
मुझे पंचनामा के किसी पुरुष के
किरदार नहीं प्ले करना है. मुझे अगर किसी लड़के का किरदार करना होगा तो मैं
रॉकस्टार के रणबीर कपूर का किरदार करना चाहूंगी.
इंडस्ट्री 10 साल की जर्नी ?
एक ही बात है की आपके हाथ में कुछ नहीं होता. हमेशा आपको प्रोजेक्ट की
तलाश में जाना होता है. यहां पर धीरज रखना बहुत जरूरी है. ये भी नहीं पता होता की
कहाँ पर कास्टिंग चल रही है. किस्मत से आपकी कास्टिंग हो पाती है.
साउथ भी आप गयीं ?
साउथ में मैने 2 फिल्में की , उस समय मेरे पास हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में
काम नहीं था ,
उस समय साउथ चली गयी. मैं कुछ आइए हिंदी फिल्में भी की हैं जिनका मैं कभी
भी जिक्र नहीं किया. साउथ में पैसे भी मिल रहे थे , और कोई कारण नहीं था.
कुछ ऐसा है जो आप कभी नहीं करेंगी ?
मैंने एक लाइन बना रखी है , उसे मैं कभी भी क्रॉस नहीं करुँगी. बोल्डनेस
की हद में अपने लिए बना रखी है. मैं अभी छोटे कपड़ों में गाना शूट किया है , लेकिन मैं
मुझे मेरी लिमिट पता है.
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Nushrat Bharucha,
साक्षात्कार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
पापा हमेशा से चाहते थे कि मैं हीरो बनूँ - सनी सिंह
शाहरुख़ खान और सोनाली बेंद्रे की फिल्म इंग्लिश बाबू देसी मेम में बाल कलाकार के तौर पर एक्टिंग डेब्यू करने वाले सनी सिंह अब तक पाठशाला, दिल तो बच्चा है जी, सलाम वालेकुम और प्यार का पंचनामा २ जैसी फ़िल्में कर चुके सनी सिंह अब फिल्म सोनू के टीटू की स्वीटी में सोनू के टीटू की भूमिका में नज़र आएंगे। उनके पिता फिल्मों के एक्शन डायरेक्टर हैं। वह चाहते थे कि उनका सनी भी हीरो बने। सो सनी सिंह बन गए हीरो। पेश है उनसे बातचीत के अंश -
कार्तिक से माँ वाला प्यार मिला ! कैसे ?
मैं कार्तिक के साथ पर्सनली भी काफी बातें शेयर करता हूँ। वो बिल्कुल परिवार के जैसे हो गया है। बहुत लकी हैं की प्रोडक्शन एक दुसरे का ध्यान देते हैं।
फिल्म कैसे मिली ?
मुझे पहले पता ही नहीं था कि फिल्म का नाम क्या है। वैसे भी फिल्म का नाम प्यार का पंचनामा नहीं था। इस फिल्म का नाम भी काफी अलग है और फिल्म में कई सारे सरप्राईजेज हैं।
अपने बारे में बताएं
मैं मुंबई से ही हूँ। मेरे पापा पिछले 35 साल से एक्शन डायरेक्शन में हैं। हमेशा से अक्षय कुमार और अजय देवगन सर को देखते हुए बड़ा हुआ हूँ। हमेशा से एक्टर ही बनना था। हर तरह की क्लासेस भी मैंने ली हैं। मैं लकी हूँ की लव रंजन सर से मेरी शुरुआत हुयी।
पापा की किन फिल्मों के शूट पर गए हैं ?
मैं शर्मीला इंसान हूँ तो ज्यादा नहीं गया। मेरे दोस्त मुझे कहते हैं की मैं काफी सीधा हूँ। मैं विजयपथ की फिल्म की शूटिंग पर गया था। वहाँ सेट पर मैंने एक शेर के साथ फोटो भी खींचाई थी। मेरे पापा एक्शन कहते थे, याद रहता था। पहले एक्शन करना बहुत मुश्किल होता था। वहाँ से काफी अनुभव मिला। पापा मुझसे पूछते थे कि कर लोगे ना ! क्योंकि बहुत मुश्किल काम है।
पापा की सलाह क्या थी ?
पापा हमेशा से चाहते थे की मैं हीरो बनूँ। पापा का वो सपना है। वो एक्शन डायरेक्टर हैं लेकिन उन्होंने मुझे बता दिया था कि अगर आप ध्यान दो तो काम जरूर मिलेगा।
अजय देवगन से कैसे रिश्ते हैं ?
मैं उन्हें भैया बुलाता हूँ। उनसे सीखने को बहुत कुछ मिलता है। उनकी शादी में भी गया था। फॅमिली का रिश्ता रहा है। वो मेरे लिए प्रेरणा भी है। घर का भी आना जाना है। बहुत ही अच्छे इंसान हैं।
आपको दिल तो बच्चा है, कैसे मिली ?
कुमार मंगत जी एक प्रोड्यूसर और फॅमिली फ्रेंड भी हैं। मैं ऑडिशन पर जाया करता था। खुद से ही हर जगह भागा दौड़ा करता था। मैंने दिल तो बच्चा है जी के लिए भी ऑडिशन दिया था, सेलेक्ट होने पर बहुत खुश भी हुआ।
और कोई फिल्म याद आती है ?
मैंने एक फिल्म की थी प्रणाम वालेकुम, जो की रिलीज नहीं हुयी। उसमें पापा के फ्रेंड संजय मिश्रा जी थे। कुछ कारणों से वो पूरी नहीं हो पायी। उसी दौरान मैं कास्टिंग डायरेक्टर विकी सिदाना से मिला। उन्होंने मुझे कुमार जी के ऑफिस जाने के लिए प्रेरित किया और लव रंजन सर की फिल्म 'आकाश वाणी' मिली।
लव रंजन के बारे में बताएं ?
वो परफेक्ट और करेक्ट हैं। उनकी एक एक बात इतनी परफेक्ट होती है कि मैं क्या बताऊँ। हमेशा व्यस्तता में भी मेरी बातें सुनते हैं। हमारे लिए वो मेहनत करते हैं।
डरा डरा कर हैरान कर देगी अनुष्का शर्मा की परी – पढ़ने के लिए क्लिक करें
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साक्षात्कार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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