पीनट्स ६५ साल के हो गए। चार्ल्स एमओ शुल्ज़ की रेखांकित कॉमिक स्ट्रिप 'पीनट्स' का जन्म २ अक्टूबर १९५० को हुआ था। रेखाचित्र पीनट्स की पहली स्ट्रिप में चार्ली ब्राउन, शेर्मी और पैटी किरदार थे। पहली स्ट्रिप के प्रकाशन के दो दिन बाद इसमे एक छोटा शिकारी कुत्ता स्नूपी जोड़ा गया। आगे चल कर इसमे कई नए रेखांकन चरित्र जुड़ते चले गए। इस स्ट्रिप के दूसरे मुख्य रेखा चित्र में वायलेट ग्रे, स्क्रोएडर, लूसी वान पेट, लीनस वान पेट, पिग-पेन, सैली ब्राउन, फ्रीडा, वुडस्टॉक, पिपरमिंट पैटी, फ्रेंक्लिन, मर्सी, आदि उल्लेखनीय हैं। यह कॉमिक स्ट्रिप लगभग ५० साल तक लगातार प्रत्येक रविवार प्रकाशित होती रही। १३ फरवरी २००० के बाद पुरानी स्ट्रिप्स को फिर फिर चलाया गया। इस दौरान १७, ८९७ पीनट्स स्ट्रिप्स का प्रकाशन हुआ। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है की दुनिया २६०० समाचारपत्रों में इसका प्रकाशन हुआ। इसकी पाठक संख्या दुनिया के ७५ देशों में ३५५ मिलियन पहुँच गई थी। इसका २१ भाषाओँ में अनुवाद हुआ और शुल्ज़ की एक बिलियन डॉलर की कमाई हुई। कॉमिक स्ट्रिप्स से पीनट्स टेलीविज़न तक पहुंचे। अ चार्ली ब्राउन क्रिसमस और इट्स द ग्रेट पम्पकिन, चार्ली ब्राउन ने या तो एमी अवार्ड्स जीते या नॉमिनेशन मिला। जहाँ तक इस लोकप्रिय स्ट्रिप पर फिल्मों की बात की जाये तो इस स्ट्रिप पर सीबीएस की फिल्म प्रोडक्शन कंपनी सिनेमा सेंटर फिल्म्स ने दो फ़िल्में बनाई। पहली फिल्म 'अ बॉय नेम्ड चार्ली ब्राउन' ४ दिसंबर १९६९ को रिलीज़ हुई। इसके बाद ९ अगस्त १९७२ को 'स्नूपी, कम होम' का प्रदर्शन हुआ। दूसरी दो फ़िल्में 'बॉन वॉयेज, चार्ली ब्राउन' और 'रेस ऑफ़ योर लाइफ, चार्ली ब्राउन' का निर्माण पैरामाउंट पिक्चर्स द्वारा किया गया। अब इस लोकप्रिय स्ट्रिप को पांचवी बार सेलुलाइड पर ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स के एनीमेशन स्टूडियो ब्लू स्काई स्टूडियोज द्वारा उतारा जा रहा है। 'द पीनट्स मूवी' टाइटल के साथ यह फिल्म ६ नवंबर २०१५ को रिलीज़ हो रही है। इस ३ डी कंप्यूटर-एनिमेटेड कॉमेडी फिल्म का निर्देशन स्टीव मार्टिनो कर रहे हैं। 'द पीनट्स मूवी' के निर्माण में एक सौ मिलियन डॉलर खर्च हुए हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday 7 October 2015
पैंसठ साल के पीनट्स बच्चों के बीच आज भी जवान
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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