मशहूर महिला वकील
यूं जी-येओन ने अभी तक कोई मुकदमा नहीं हारा है।
यूं अपनी बेटी के स्कूल में अभिभावकों की दौड़ में हिस्सा ले रही है कि तभी
उसकी बेटी गायब हो जाती है। उसी दिन बाद में
उसके पास एक आदमी का फ़ोन आता है, जिसने यूं की बेटी का अपहरण किया है। वह आदमी साफ़ करता है कि उसे उसका पैसा नहीं
चाहिए। उसे अगर अपनी बेटी को पाना है तो
उसे बलात्कार और हत्या के जुर्म में पांच बार दोषी पाए जा चुके आदमी की अपील की
पैरवी करके उसे छुडाना है। जी-येओन के पास
केवल सात दिन बचे हैं, अपराधी के ट्रायल ख़त्म होने के। यूं को लगता है कि वह आदमी
निरपराध होगा। लेकिन, जब वह मृतका की
माँ से मिलती है, तब यू को पता लगता है कि मृतका को कितनी क्रूरता से क़त्ल किया गया। यह कहानी है निर्देशक वोन शिन-येओन की १४
नवम्बर २००७ को रिलीज़ कोरियाई फिल्म 'सेवेन डेज (हंगुल) की। इस फिल्म को २१ लाख ७ हजार ८४९ कोरियाई दर्शकों
ने देखा। यह सबसे ज्यादा देखि गई फिल्म
थी। फिल्म में महिला वकील की भूमिका करने
वाली अभिनेत्री युनजिन किम को बेस्ट एक्ट्रेस का ग्रैंड बेल अवार्ड्स दिया
गया। उनके साथी अभिनेता पार्क ही-सून को
फिल्म में पुलिस डिटेक्टिव की भूमिका के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का ब्लू ड्रैगन
फिल्म अवार्ड्स और कोरियाई फिल्म अवार्ड्स दिया गया। निर्देशक संजय गुप्ता 'सेवेन डेज' को रोबिन भट्ट के साथ हिंदी में एडाप्ट किया है
और नाम दिया है जज्बा। फिल्म में ऐश्वर्या
राय बच्चन ने महिला वकील की भूमिका की है। वह जज़्बा से हिंदी फिल्मों में वापसी कर
रही हैं। ज़ाहिर है कि उनका रोल काफी सशक्त है। इरफ़ान खान पुलिस
डिटेक्टिव बने हैं। पुलिस डिटेक्टिव वाला किरदार पहले जॉन अब्राहम को ऑफर किया गया
था। संजय गुप्ता ने अपनी फिल्म की नायिका ऐश्वर्या को अपराधी को छुडाने के लिए
केवल तीन दिन दिए हैं। इन दोनों के सामने युनजिन और पार्क ही-सून के अवार्ड विनिंग
परफॉरमेंस की चुनौती होगी। फिल्म में
शबाना अजमी ने मृतका की माँ का किरदार किया है।
चन्दन रॉय सान्याल और सिद्धांत कपूर ने खल किरदार किये हैं। खुद संजय
गुप्ता रामशास्त्र (१९९५) के बीस साल बाद
अनुपम खेर के साथ फिल्म कर रहे हैं। क्या कोरियाई फिल्म 'सेवेन डेज' की 'जज्बा' भी सबसे ज्यादा देखि गई फिल्म बन पायेगी ? क्या ऐश्वर्या और
इरफ़ान इस फिल्म के लिए कोई पुरस्कार जीत पाएंगे ?
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday 6 October 2015
कोरियाई 'सेवन डेज' बनी ऐश्वर्या राय की 'जज़्बा'
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इस शुक्रवार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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