कभी कभी फिल्म पत्रकार अपने लेखों के कारण अख़बार और खुद के लिए शर्मिंदगी
का कारण बन जाते हैं। इंटरनेशनल बिज़नस टाइम्स के फिल्म पत्रकार प्रमोद गायकवाड के
साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। उन्होंने वेब पेज के लिए एक गॉसिप लेख व्हाट वेंट रॉंग
बिटवीन अनिल अम्बानी एंड सुष्मिता सेन! लिखा था। इस लेख के प्रकाशित होते ही
सुष्मिता सेन बिफर गई। उन्होंने ट्वीट किया, “तुम
पत्रकारिता पर शर्मिंदगी हो। तुम्हे शर्म आनी चाहिए। एक शब्द भी सत्य नहीं। अपनी
रोजी रोटी बनाने से पहले सोचो कि हरेक को इज्ज़त से जीने का अधिकार है। ईश्वर
तुम्हे बुद्धि दे।” सुष्मिता सेन क्रोध से इतनी लाल क्यों हो गई
? आइये बताते हैं। दरअसल, इस पत्रकार
ने उपरोक्त लेख में उद्योगपति अनिल अम्बानी और सुष्मिता सेन के रोमांस के बारे में
कुछ घटनाओं का ज़िक्र करते हुए, लिखा था। उस
समय अनिल की शादी टीना मुनीम के साथ हो गई थी। इस लेख में कहा गया कि अनिल अम्बानी
ने सुष्मिता को अपने प्रेम की निशानी के तौर पर महंगे हीरे की अंगूठी दी थी। लेख में इस रोमांस को टीना मुनीम के हस्तक्षेप
के बाद ख़त्म होना बताया गया। लेखक ने तो यहाँ तक दावा किया था कि सुष्मिता सेन की
बेटी रीनी इन दोनों के प्रेम की निशानी है। अब यह बात दीगर है कि सुष्मिता सेन की
इस ज़बरदस्त आपत्ति के बाद, आईबी टाइम्स ने अपने वेब पेज से यह लेख
निकाल दिया।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 15 May 2020
जब क्रोध से लाल हुई Sushmita Sen !
Labels:
Sushmita Sen,
गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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