समय के साथ
बिछुड़ चुकी या अलग हो चुकी जोड़ियां, फिर साथ साथ हैं। यह समय का
तकाज़ा है या करियर का तमाम हिट जोड़े एक बार फिर साथ आ रहे हैं। इन जोड़ों ने कभी हिंदी फिल्म दर्शकों को अपनी
केमिस्ट्री से आकर्षित किया था। कुछ
एक्टर-डायरेक्टर जोड़ियां भी पुराना जादू जगाने की तैयारी में हैं। आइये, पहले जानते इन जोड़ियों के बारे में, जो फिर से साथ आ रही हैं।
अनिल कपूर और
माधुरी दीक्षित-नेने
जब माधुरी
दीक्षित, नेने नहीं हुआ करते थी, उनके अभिनय, सेक्सी डांस नम्बरो और ग्लैमर का जादू हिंदी फिल्म दर्शकों पर छाया
रहता था। माधुरी दीक्षित ने अपने समकालीन कई अभिनेताओं के साथ हिट जोड़ियां
बनाई। इनमे एक अनिल कपूर भी थे। फिल्म
बेटा में अनिल कपूर के साथ माधुरी दीक्षित ने अपने सेक्सी हावभाव का कुछ ऐसा जादू
बिखेरा कि वह धकधक गर्ल के बतौर जानी जाने लगी। माधुरी दीक्षित ने अनिल कपूर के
साथ १९ फ़िल्में की। अनिल कपूर के साथ तेज़ाब ने माधुरी को बॉलीवुड में स्थापित कर
दिया। बेटा ने उन्हें धकधक गर्ल बना दिया।
इस जोड़ी की आखिरी फिल्म पुकार २००० में रिलीज़ हुई थी। अब १७ साल बाद, यह धकधक और तेज़ाबी जोड़ी इंद्रकुमार की
फिल्म टोटल धमाल में फिर धमाल मचाने आ रही है।
वैसे दर्शकों को ज़्यादा अपेक्षा करने की ज़रुरत नहीं कि उन्हें कुछ तेज़ाबी
देखने को मिलेगा। लेकिन, इतना तय है कि टोटल धमाल की यह जोड़ी अपनी
कॉमेडी टाइमिंग से १९९० के दशक का नास्टैल्जिया याद ज़रूर करा देंगे ।
अनिल कपूर और
ऐश्वर्या राय बच्चन
माधुरी
दीक्षित की तुलना में,
अनिल कपूर ने
ऐश्वर्य राय बच्चन के साथ सिर्फ दो ही फ़िल्में की। उन दिनों ऐश्वर्या राय, बच्चन नहीं हुआ करती थी। अनिल कपूर ने
ऐश्वर्या राय के साथ फिल्म ताल (१९९९) और हमारा दिल आपके पास है (२०००) की। यह दोनों ही फ़िल्में हिट हुई थी।
इस प्रकार से अनिल कपूर और ऐश्वर्या राय भी १७ साल बाद साथ आ रहे हैं। खबर है कि निर्देशक अतुल मांजरेकर की फिल्म
फन्ने खान में दोनों अपने पुराने रोमांस में खोये नज़र आएंगे। फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन की एक पॉप सिंगर
की केंद्रीय भूमिका है। अनिल कपूर, अंतर्राष्ट्रीय पॉप सिंगर बनने की इच्छा
रखने वाली लड़की के पिता की भूमिका में हैं।
अमिताभ बच्चन
और ऋषि कपूर
१९७० और १९८० के दशक की मशहुर पुरुष जोड़ी में गिनी जाती है, अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की जोड़ी।
इन दोनों ने कभी कभी, अमर अकबर अन्थोनी, नसीब,
कुली, दोस्ती-दुश्मनी, अजूबा
और दिल्ली ६ में ज़्यादातर दोस्तों या बिछुड़े भाइयों की भूमिकाएं की। अजूबा को
छोड़ कर इस जोड़ी की सभी फ़िल्में हिट हुई।
अजूबा के २६ साल बाद, ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन निर्देशक उमेश शुक्ल की फिल्म १०२-नॉट आउट
में पिता-पुत्र की भूमिका में आ रहे हैं।
यह फिल्म एक गुजराती नाटक पर आधारित है।
फिल्म में अमिताभ १०२ साल के बूढ़े और
ऋषि कपूर उनके ७५ साल के बेटे की भूमिका कर रहे हैं। कभी दोस्तों और भाइयों के रूप में हिंदी फिल्म
दर्शकों को लुभाने वाले अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर, पिता -पुत्र के रूप में दर्शकों को आकर्षित करने की पूरी कोशिश में हैं।
संजय दत्त और
श्रीदेवी
संजय दत्त और
श्रीदेवी ने अपनी ऊंचाइयों के दौर में एक साथ
सिर्फ एक फिल्म की थी। वह फिल्म थी
महेश भट्ट निर्देशित गुमराह। इस फिल्म में
इन दोनों की जोड़ी बेहद पसंद की गई थी।
गुमराह,
१९९३ में
रिलीज़ हुई थी। यह सवाल अभी भी अनुत्तरित
है कि श्रीदेवी और संजय दत्त एक साथ गुमराह से पहले और बाद में क्यों नहीं साथ आये
! बताते हैं कि श्रीदेवी ने अपने
निर्माताओं को साफ़ निर्देश दे रखे थे कि उनके साथ
संजय दत्त को नहीं लिया जाये ।
श्रीदेवी क्यों नहीं संजय दत्त के साथ जोड़ी बनाना चाहती थी ? इसका कारण श्रीदेवी ने कभी भी नहीं बताया। लेकिन, संजय दत्त फिल्म चाँद का टुकड़ा के दौरान के एक किस्सा बयान करते
हैं। एक दोस्त ने जीतेन्द्र के साथ अभिनय कर रही श्रीदेवी की
खूबसूरती के बारे में बताया था। उन दिनों
वह बहुत शराब पी रहे थे और नशीली दवाओं का
सेवन कर रहे थे। उस दिन भी वह नशे में धुत्त श्रीदेवी की फिल्म
के सेट पर पहुँच गए। उस समय श्रीदेवी अपने
ट्रेलर में थी। संजय दत्त ने दरवाज़ा
खटखटाया। श्रीदेवी ने खोल दिया। संजय दत्त ने बयान किया था,"पता नहीं नशे में क्या कहा होगा, बुरी तरह से घबराई श्रीदेवी
ने दरवाज़ा तुरंत बाद कर दिया। इसके बाद
श्रीदेवी संजय दत्त का नाम सुन कर ही बिदक
जाती थी। हालाँकि, महेश भट्ट बताते हैं कि श्रीदेवी ने संजय
दत्त के साथ गुमराह करने से मना नहीं किया था।
लेकिन,
बकौल संजय
दत्त दोनों के बीच हाय-हेलो से ज़्यादा बात नहीं होती थी। अब यह दोनों, इत्तफ़ाक़ है कि करण जौहर के पिता यश जोहर, जो कि गुमराह के निर्माता थे, के स्टोरी आईडिया पर अभिषेक वर्मन की
फिल्म में ही यह दोनों साथ काम करेंगे। देश विभाजन पर इस फिल्म के निर्माता करण
जौहर ही है। फिल्म में वरुण धवन, आलिया भट्ट और सोनाक्षी सिन्हा को भी लिया
गया है।
शाहिद कपूर
और इम्तियाज़ अली
इम्तियाज़ अली
ने अपने करियर की दूसरी फिल्म जब वी मेट शाहिद कपूर के साथ की थी।
करीना कपूर के साथ शाहिद कपूर के कोमल रोमांस वाली यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर
बड़ी हिट साबित हुई थी। लेकिन, इस फिल्म के बाद इम्तियाज़ अली ने शाहिद
कपूर के साथ दूसरी फिल्म नहीं की। अब रणबीर कपूर
के साथ तमाशा और शाहरुख़ खान के साथ
जब हैरी मेट सेजल के फ्लॉप हो जाने के बाद, इम्तियाज़ अली फिर शाहिद कपूर के साथ एक
फिल्म बनाने जा रहे हैं। इस फिल्म में
शाहिद की नायिका के चुनाव के बाद फिल्म की शूटिंग अप्रैल से शुरू हो जाएगी। क्या शाहिद कपूर और इम्तियाज़ अली की
एक्टर-डायरेक्टर जोड़ी एक बार फिर २००७ की सफलता
दोहरा पाएगी ?
सनी देओल और
अनिल शर्मा
सनी देओल के
साथ ग़दर एक प्रेम कथा (२००१) जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म बनांने के बावजूद निर्देशक
अनिल शर्मा को सनी के साथ दूसरी फिल्म द हीरो लव स्टोरी ऑफ़ अ स्पाई बनाने में दो
साल लग गए। यह फिल्म भी हिट हुई। लेकिन, इस जोड़ी की अगली फिल्म अपने २००७ में ही रिलीज़ हो सकी। २०१३ में, जब इस जोड़ी की चौथी फिल्म सिंह साहब द ग्रेट रिलीज़ हुई, तब तक दर्शकों के सिरों से इस जोड़ी का
जादू उतर चुका था। इस समय, सनी देओल अपने बेटे करण की बतौर नायक
फिल्म पल पल दिल के पास में तथा अनिल शर्मा
भी अपने बेटे उत्कर्ष की बतौर नायक फिल्म जीनियस में व्यस्त हैं। जैसे ही यह दोनों अपने बेटों की फिल्मों के
निर्देशकीय दायित्व से फारिग होंगे, एक साथ किसी फिल्म की शूटिंग शुरू कर देंगे।
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