पाकिस्तानी बैंड 'जूनून' के सूफी गीत 'सैयोनी' की दिलो दिमाग पर छा जाने वाली धुन और इस गीत के म्यूजिक वीडियो में सलमान अहमद, नुसरत हुसैन और अली अजमत की त्रिमूर्ति आज भी आँखों के सामने घूम जाती है। इस तिकड़ी के एक सदस्य और बैंड जूनून के संस्थापक सलमान अहमद एक बार फिर हिंदुस्तान के संगीत प्रेमियों को मुग्ध करने आ रहे हैं। सलमान अहमद ने एक बॉलीवुड फिल्म रिदम् के दो गीतों का म्यूजिक दिया है। इसके अलावा वह इस फिल्म में स्पेशल अपीयरेंस में भी नज़र आएंगे। फिल्म के निर्देशक विवेक कुमार कहते हैं,"सैयो नी में दिमाग से मिट नहीं सकता। मैं जब सलमान अहमद के संपर्क में आया तो उन्हें मेरा विचार पसंद आया। मैं जो मेलोडी चाहता था, वह इस फिल्म के गीतों में है।" रिदम् एक म्यूजिकल रोमांस फिल्म है। इस फिल्म में कनाडियन एक्टर अदील चौधरी मुख्य भूमिका में हैं। वह म्यूजिक कंपोजर भी हैं। फिल्म के संगीत में भी उनका योगदान है। फिल्म की नायिका रिनिल रॉथ जर्मन हैं। वह कत्थक सहित नृत्य के लगभग सभी विधाओं में पारंगत हैं। बॉलीवुड फिल्म दर्शकों को सलमान अहमद की रिदम् का जूनून १९ फरवरी को महसूस करने का मौका मिलेगा।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 6 February 2016
सलमान अहमद की 'रिदम् ' का जूनून
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 3 February 2016
यह 'बर्ड्स' इतनी 'एंग्री' क्यों हैं !
विडियो गेम्स सीरीज की फिल्मों से ३ जून २०१६ को एक नया नाम एंग्री बर्ड्स का भी जुड़ जायेगा। इस लोकप्रिय वीडियो गेम पर आधारित कंप्यूटर एनिमेटेड ३ डी फिल्म 'द एंग्री बर्ड्स मूवी (३डी) का निर्देशन, जॉन विट्टी की स्क्रिप्ट पर फरगल राइली और क्ले कैटिस की जोड़ी ने किया है। हिंदी और इंग्लिश में रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म को देख कर दर्शक जान पाएंगे कि यह न उड़ सकने वाली चिड़ियाँ इतनी नाराज़ क्यों हैं ! वैसे फिल्म की कहानी एक टापू में न उड़ सकने वाली चिड़ियाओं पर केंद्रित है। जो अपने आप में बेहद खुश हैं। इस खुशियों से भरी दुनिया में चिड़चिड़ी रेड, तेज़ भागने वाली चक और अस्थिर-चित्त बॉम्ब इस दुनिया की लगती ही नहीं हैं। लेकिन, जब रहस्यपूर्ण हरे सुंवर पहुँचते हैं, तो उनके उद्देश्य को पता लगाने का जिम्मा रेड, चक और बॉम्ब ही उठाते हैं। इन एनिमेटेड किरदारों रेड, चक और बॉम्ब को आवाज़ वी आर द मिलर्स और हॉरिबल बॉसेस के जैसन सुडीकिस, फ्रोजेन के बाद जॉश गाड और दिस इज़ द एंड, ईस्टबाउंड और डाउन के डैनी मैकब्राइड ने क्रमशः दी है। बिल हैडर ने सुंवरों के राजा लियोनार्ड और पीटर डिंक्लेज ने माइटी ईगल किरदार को आवाज़ दी है। इस फिल्म को अमेरिका और फ़िनलैंड के सहयोग से बनाया गया है। देखिये फिल्म का ट्रेलर -
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
छाया रहेगा बॉलीवुड फिल्मों पर विदेशी रंग
खबर है कि पाकिस्तानी सिंगर गुलाम अली 'घर वापसी' करेंगे। किसी सेक्युलर और कम्युनल को चौंकने की ज़रुरत नहीं। गुलाम अली पाकिस्तान से हिंदुस्तान नहीं आ रहे कि घर वापसी हो। यह सुहैब इल्यासी की आगामी फिल्म का टाइटल है। इस फिल्म के लिए पिछले दिनों गुलाम अली ने चुपके चुपके शूटिंग की और गीत की और एक गीत की रिकॉर्डिंग भी । यह एक देशभक्ति से भरा गीत है, जिसके बोल कुछ यो हैं- अपनी मिटटी की खुशबू हैं रागों में यह बसी है...चूमेंगे इसको शान से हमको तो प्यारा है यह वतन अपनी जान से। घर वापसी में अलोक नाथ, फरीदा जलाल, रीमा लागू, दीपक तिजोरी और ज़रीना वहाब भी अभिनय कर रहे हैं।
शिवसेना या महाराष्ट्र नव निर्माण सेना चाहे जितना ज़ोर लगा दे, पाकिस्तान से दोयम दर्ज़े के टैलेंट का आना ज़ारी है। गुलाम अली तो खैर एक छोटी भूमिका में हैं। सुहैब ने निश्चित तौर पर उन्हें उनके साथ जुड़े विवादों का फायदा उठाने के मक़सद से फिल्म में लिया होगा। सुहैब की आदत विवादों से फायदा उठाने की रही है। यह देखने वाली बात होगी कि सुहैब इल्यासी की बुजुर्ग कलाकारों वाली फिल्म केवल गुलाम अली के आकर्षण के कारण कितनी बड़ी हिट होती है ?
मिश्रित रक्त वाली अभिनेत्रियां
लेकिन जहाँ तक बॉलीवुड की बात है, हिंदी फ़िल्में अब पाकिस्तानी और मिश्रित रक्त वाले एक्टर्स का जमावड़ा बन गई है। विदेशी कलाकारों की भरमार हो रही है। अब हर दूसरी फिल्म में कोई पाकिस्तानी, ईरानी या मिश्रित रक्त वाला या विदेशी एक्टर नज़र आता है। अभी २२ जनवरी को रिलीज़ अक्षय कुमार की फिल्म एयरलिफ्ट के साथ एकता कपूर के बैनर की फिल्म क्या कूल हैं हम ३ रिलीज़ हुई थी। इस पोर्न फिल्मों के दो एक्टरों की कहानी में मेरी ली और संस्कार की भूमिका में बड़ी छातियों वाली राजस्थान से कैथोलिक क्रिस्चियन और पंजाबी रक्त वाली अभिनेत्री गिज़ेल ठकराल केवल अपनी छातियों के कारण ही सीटियां पाती हैं। बॉलीवुड गिज़ेल की छातियों पर लट्टू नज़र आता है। क्योंकि, वह अगले ही हफ्ते यानि २९ जनवरी को एक दूसरी एडल्ट कॉमेडी फिल्म 'मस्तीज़ादे' में तितली बूबना के किरदार में नज़र आती हैं। कोई शक नहीं अगर उन्हें एडल्ट फिल्मों में स्थाई तौर पर देखा जाने लगे। क्या कूल हैं हम ३ की नायिका मंदना करीमी ईरान में जन्मी भारतीय मुस्लमान पिता और ईरानी माँ की संतान हैं। वह भाग जॉनी और मैं और चार्ल्स जैसी फ़िल्में भी कर चुकी हैं। क्या कूल हैं हम ३ में साक्षी का किरदार करने वाली क्लॉडिया सिएस्ला पोलिश-जर्मन मॉडल हैं। वह कई भारतीय उत्पादों की मॉडल बनने के अलावा अक्षय कुमार की फिल्म खिलाडी ७८६ और देसी कट्टे जैसी हिंदी फ़िल्में भी कर चुकी हैं।
बॉलीवुड की सेक्स कॉमेडी या इरोटिक कॉमेडी या एडल्ट कॉमेडी फिल्मों की एक्टर्स के रूप में सनी लियॉन स्थापित हो गई हैं। वह कनाडियन बोर्न पोर्न फिल्म स्टार हैं। वह लगभग एक दर्जन हिंदी फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं। वह मस्तीज़ादे के बाद वन नाईट स्टैंड और बेईमान लव में भी नज़र अाएंगी। एक चैनल के इंटरव्यू के बाद हिंदुस्तानी फिल्म दर्शकों में उनके प्रति सहानुभूति लहर है। इसका नतीज़ा मस्तीज़ादे के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर देखा जा सकेगा ।
विदेश से आई मिश्रित रक्त वाली अभिनेत्रियों में लिसा रे भी हैं। लिसा रे हिंदी फिल्म इश्क़ फॉरएवर से वापसी कर आ रही हैं। टोरंटो कनाडा में जन्मी लिसा के पिता बंगाली हिन्दू है और माँ पोलिश हैं। लिसा ने विक्रम भट्ट की फिल्म कसूर से २००१ में डेब्यू किया था। तेरे बिन लादेन डेड ऑर अलाइव में जूनियर का किरदार करने वाली मिया उदेया कनाडा से हैं। उन्हें उनके पिता के बारे में मालूम नहीं, लेकिन उनकी माँ फ्रेंच कनाडियन हैं। वह किंगफ़िशर कैलेंडर की मॉडल बनने के बाद उन्हें हिंदी फिल्मों में छोटे रोल और रियलिटी शोज मिलने लगे। फिल्म रॉकी हैंडसम में जॉन अब्राहम के साथ एना का किरदार कर रही ब्राज़ीलियाई मॉडल नतालिया कौर की पुर्तगाली हैं और पिता पुर्तगाल और भारतीय रक्त का मिश्रण हैं । आयशा, रास्कल्स, क्वीन और द शौक़ीनस में अभिनय चुकी लिसा हेडन चेन्नई में जन्मी है। वह ऑस्ट्रेलिया में पली बढ़ी। उनके पिता भारतीय हैं और माँ ऑस्ट्रेलियाई। संता बंता, हाउसफूल ३ और बादशाहो उनकी आगामी कुछ फ़िल्में हैं।
विदेशी चेहरों से हाउसफुल
साजिद खान की शुरू हाउसफुल सीरीज की तीसरी फिल्म हाउसफुल ३ विदेशी एक्ट्रेसों के बॉलीवुड में जमावड़े का ख़ास उदहारण है। इस फिल्म के तीन नायकों अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन और रितेश देशमुख के साथ जैक्विलिन फर्नांडीज, नर्गिस फाखरी, लिसा हेडन और एली एवरम के रोमांटिक किरदार हैं। मिकी वायरस और किस किस को प्यार करू में मुख्य भूमिका कर चुकी एली एवरम जून में रिलीज़ हो रही फिल्म हाउसफुल ३' में ख़ास भूमिका में हैं। इस फिल्म में अक्षय कुमार की नायिका श्रीलंकाई एक्ट्रेस जैक्विलिन फर्नेंडीज, अभिषेक बच्चन की नायिका अमेरिका से आई पाकिस्तानी पिता और चेक माँ की माँ नर्गिस फाखरी है और रितेश देशमुख की नायिका ऑस्ट्रेलियाई लिसा हेडन हैं। एली एवरम स्वीडिश एक्ट्रेस हैं। जैक्विलिन, हाउसफुल ३ के अलावा ढिशूम, अ फ्लाइंग जट्ट और अक्कोर्डिंग टू मैथ्यू में भी अभिनय कर रही हैं। ढिशूम में नर्गिस फाखरी का कैमिया है। वह इस फिल्म के अलावा अज़हर, हेरा फेरी ३ और बैंजो में भी नज़र आएँगी। कुछ अन्य विदेशी एक्ट्रेस में कैटरीना कैफ बॉलीवुड में सबसे सफल एक्ट्रेस हैं। उनकी आगामी फिल्मों में फितूर, जग्गा जासूस और बार बार देखो उल्लेखनीय हैं। ब्रितानी फिल्म अभिनेत्री एमी जैक्सन बॉलीवुड के अलावा दक्षिण की फिल्मों में भी सफल हैं। हालाँकि, उनका फिल्म एक बेचारा था से डेब्यू असफल रहा था। लेकिन, सिंह इज़ ब्लिंग के बाद उनका सितारा बुलंद है। वह रजनीकांत के साथ फिल्म रोबोट के सीक्वल में नायिका हैं। यह फिल्म हिंदी में भी रिलीज़ होगी।
पाकिस्तान से तो.....!
बॉलीवुड में पाकिस्तान के कलाकारों का आना हमेशा जारी रहता है। हालिया सालों में मीरा, इमरान अब्बास, हुमैमा मालिक, वीणा मलिक, आदि जैसे पाकिस्तानी कलाकार इक्का दुक्का फ़िल्में कर के पाकिस्तान घर वापसी कर चुके हैं। इसके बावजूद पाकिस्तान से कथित टैलेंट के आने का सिलसिला जारी है। इस साल पाकिस्तान से कुछ नए चहरे आएंगे और कुछ पहले के एक्टर्स अगली फिल्मों में नज़र आएंगे।
सनम तेरी कसम- निर्देशक जोड़ी राधिका राव और विनय सप्रू की रोमांस फिल्म ' सनम तेरी कसम' से दो नए चेहरों का बॉलीवुड डेब्यू हो रहा है। फिल्म के नायक हर्षवर्धन राणे कई तेलुगु फिल्मों में काम कर चुके हैं। फिल्म में उनकी नायिका पाकिस्तान के आहिस्ता आहिस्ता, निखार गए गुलाब सारे, जैसे टीवी सीरियलों की अभिनेत्री मावरा हुसैन हैं। मावरा २४ साल की हैं। वह पिछले दिनों पाकिस्तान में सैफअली खान की फिल्म 'फैंटम' की रिलीज़ का विरोध करने वालों के खिलाफ ट्वीट करने के कारण सुर्ख़ियों में आई। खबर है कि दो अन्य बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी उन्हें साइन किया गया है।
दो फिल्मों में फव्वाद खान
कपूर एंड संस में सिद्धार्थ मल्होत्रा और अलिया के साथ एक कपूर भाई अविनाश की भूमिका में दिखाई देंगे। इस फिल्म के अलावा वह करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल में अपने पाकिस्तानी साथी इमरान अब्बास नक़वी के साथ नज़र आएंगे।
रिदम के साथ अदील चौधरी
फवाद खान और अली ज़फर की सफलता के बाद पाकिस्तान की सनसनी अभिनेता अदील चौधरी बॉलीवुड में सनसनी बनना चाहते हैं। अदील भी अली ज़फर की तरह एक्टर सिंगर हैं। उनके पाकिस्तानी टीवी सीरियल कैसे तुमसे कहूँ को बड़ी सफलता मिली थी। इस सीरियल के बाद अदील ने पेप्सी के विज्ञापन से भारत के टेलीविज़न दर्शकों को अपना परिचय दिया। उनका एल्बम कोई चेहरा ब्लॉकबस्टर साबित हुआ। उन्हें अपने हिट गीत मूव योर बॉडी के लिए एमटीवी अवार्ड मिला। इस एल्बम के वीडियो को शाहिद कपूर और विद्या बालन पर शूट किया गया था। शाहरुख़ खान के साथ एक के बाद तीन विज्ञापन करने के अदील लेखक-निर्देशक विवेक कुमार की म्यूजिकल रोमांस फिल्म 'रदम' से फिल्म डेब्यू कर रहे हैं।
रईस शाहरुख़ खान के साथ माहिरा खान
फिल्म रईस में शाहरुख़ खान की पाकिस्तान सुंदरी माहिरा खान ने २०११ में सीरियल हमसफ़र से टेलीविज़न डेब्यू किया था। इसी साल वह शोएब मंसूर की फिल्म 'बोल' में आयेशा का किरदार में नज़ा आई। पिछले साल उनकी फिल्म बिन रोये रिलीज़ हुई थी। महिरा का बॉलीवुड डेब्यू राहुल ढोलकिया की गुजरात के एक डॉन पर फिल्म 'रईस' में खान की नायिका के बतौर हो रहा है।
कुछ दूसरे चेहरे
निर्देशक मुदस्सर अज़ीज़ की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म हैप्पी भाग जाएगी मे पाकिस्तान की एक्ट्रेस मोमल शेख सेकंड लीड में नज़र आएंगी । पाकिस्तान टीवी के यह ज़िन्दगी है, मिरत उल उरूस, कुदरत और मुझे खुद पे यक़ीन है जैसे सीरियलों से मशहूर मोमल शेख ३५ साल की हैं और विवाहित हैं।
शिवसेना या महाराष्ट्र नव निर्माण सेना चाहे जितना ज़ोर लगा दे, पाकिस्तान से दोयम दर्ज़े के टैलेंट का आना ज़ारी है। गुलाम अली तो खैर एक छोटी भूमिका में हैं। सुहैब ने निश्चित तौर पर उन्हें उनके साथ जुड़े विवादों का फायदा उठाने के मक़सद से फिल्म में लिया होगा। सुहैब की आदत विवादों से फायदा उठाने की रही है। यह देखने वाली बात होगी कि सुहैब इल्यासी की बुजुर्ग कलाकारों वाली फिल्म केवल गुलाम अली के आकर्षण के कारण कितनी बड़ी हिट होती है ?
मिश्रित रक्त वाली अभिनेत्रियां
लेकिन जहाँ तक बॉलीवुड की बात है, हिंदी फ़िल्में अब पाकिस्तानी और मिश्रित रक्त वाले एक्टर्स का जमावड़ा बन गई है। विदेशी कलाकारों की भरमार हो रही है। अब हर दूसरी फिल्म में कोई पाकिस्तानी, ईरानी या मिश्रित रक्त वाला या विदेशी एक्टर नज़र आता है। अभी २२ जनवरी को रिलीज़ अक्षय कुमार की फिल्म एयरलिफ्ट के साथ एकता कपूर के बैनर की फिल्म क्या कूल हैं हम ३ रिलीज़ हुई थी। इस पोर्न फिल्मों के दो एक्टरों की कहानी में मेरी ली और संस्कार की भूमिका में बड़ी छातियों वाली राजस्थान से कैथोलिक क्रिस्चियन और पंजाबी रक्त वाली अभिनेत्री गिज़ेल ठकराल केवल अपनी छातियों के कारण ही सीटियां पाती हैं। बॉलीवुड गिज़ेल की छातियों पर लट्टू नज़र आता है। क्योंकि, वह अगले ही हफ्ते यानि २९ जनवरी को एक दूसरी एडल्ट कॉमेडी फिल्म 'मस्तीज़ादे' में तितली बूबना के किरदार में नज़र आती हैं। कोई शक नहीं अगर उन्हें एडल्ट फिल्मों में स्थाई तौर पर देखा जाने लगे। क्या कूल हैं हम ३ की नायिका मंदना करीमी ईरान में जन्मी भारतीय मुस्लमान पिता और ईरानी माँ की संतान हैं। वह भाग जॉनी और मैं और चार्ल्स जैसी फ़िल्में भी कर चुकी हैं। क्या कूल हैं हम ३ में साक्षी का किरदार करने वाली क्लॉडिया सिएस्ला पोलिश-जर्मन मॉडल हैं। वह कई भारतीय उत्पादों की मॉडल बनने के अलावा अक्षय कुमार की फिल्म खिलाडी ७८६ और देसी कट्टे जैसी हिंदी फ़िल्में भी कर चुकी हैं।
बॉलीवुड की सेक्स कॉमेडी या इरोटिक कॉमेडी या एडल्ट कॉमेडी फिल्मों की एक्टर्स के रूप में सनी लियॉन स्थापित हो गई हैं। वह कनाडियन बोर्न पोर्न फिल्म स्टार हैं। वह लगभग एक दर्जन हिंदी फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं। वह मस्तीज़ादे के बाद वन नाईट स्टैंड और बेईमान लव में भी नज़र अाएंगी। एक चैनल के इंटरव्यू के बाद हिंदुस्तानी फिल्म दर्शकों में उनके प्रति सहानुभूति लहर है। इसका नतीज़ा मस्तीज़ादे के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर देखा जा सकेगा ।
विदेश से आई मिश्रित रक्त वाली अभिनेत्रियों में लिसा रे भी हैं। लिसा रे हिंदी फिल्म इश्क़ फॉरएवर से वापसी कर आ रही हैं। टोरंटो कनाडा में जन्मी लिसा के पिता बंगाली हिन्दू है और माँ पोलिश हैं। लिसा ने विक्रम भट्ट की फिल्म कसूर से २००१ में डेब्यू किया था। तेरे बिन लादेन डेड ऑर अलाइव में जूनियर का किरदार करने वाली मिया उदेया कनाडा से हैं। उन्हें उनके पिता के बारे में मालूम नहीं, लेकिन उनकी माँ फ्रेंच कनाडियन हैं। वह किंगफ़िशर कैलेंडर की मॉडल बनने के बाद उन्हें हिंदी फिल्मों में छोटे रोल और रियलिटी शोज मिलने लगे। फिल्म रॉकी हैंडसम में जॉन अब्राहम के साथ एना का किरदार कर रही ब्राज़ीलियाई मॉडल नतालिया कौर की पुर्तगाली हैं और पिता पुर्तगाल और भारतीय रक्त का मिश्रण हैं । आयशा, रास्कल्स, क्वीन और द शौक़ीनस में अभिनय चुकी लिसा हेडन चेन्नई में जन्मी है। वह ऑस्ट्रेलिया में पली बढ़ी। उनके पिता भारतीय हैं और माँ ऑस्ट्रेलियाई। संता बंता, हाउसफूल ३ और बादशाहो उनकी आगामी कुछ फ़िल्में हैं।
विदेशी चेहरों से हाउसफुल
साजिद खान की शुरू हाउसफुल सीरीज की तीसरी फिल्म हाउसफुल ३ विदेशी एक्ट्रेसों के बॉलीवुड में जमावड़े का ख़ास उदहारण है। इस फिल्म के तीन नायकों अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन और रितेश देशमुख के साथ जैक्विलिन फर्नांडीज, नर्गिस फाखरी, लिसा हेडन और एली एवरम के रोमांटिक किरदार हैं। मिकी वायरस और किस किस को प्यार करू में मुख्य भूमिका कर चुकी एली एवरम जून में रिलीज़ हो रही फिल्म हाउसफुल ३' में ख़ास भूमिका में हैं। इस फिल्म में अक्षय कुमार की नायिका श्रीलंकाई एक्ट्रेस जैक्विलिन फर्नेंडीज, अभिषेक बच्चन की नायिका अमेरिका से आई पाकिस्तानी पिता और चेक माँ की माँ नर्गिस फाखरी है और रितेश देशमुख की नायिका ऑस्ट्रेलियाई लिसा हेडन हैं। एली एवरम स्वीडिश एक्ट्रेस हैं। जैक्विलिन, हाउसफुल ३ के अलावा ढिशूम, अ फ्लाइंग जट्ट और अक्कोर्डिंग टू मैथ्यू में भी अभिनय कर रही हैं। ढिशूम में नर्गिस फाखरी का कैमिया है। वह इस फिल्म के अलावा अज़हर, हेरा फेरी ३ और बैंजो में भी नज़र आएँगी। कुछ अन्य विदेशी एक्ट्रेस में कैटरीना कैफ बॉलीवुड में सबसे सफल एक्ट्रेस हैं। उनकी आगामी फिल्मों में फितूर, जग्गा जासूस और बार बार देखो उल्लेखनीय हैं। ब्रितानी फिल्म अभिनेत्री एमी जैक्सन बॉलीवुड के अलावा दक्षिण की फिल्मों में भी सफल हैं। हालाँकि, उनका फिल्म एक बेचारा था से डेब्यू असफल रहा था। लेकिन, सिंह इज़ ब्लिंग के बाद उनका सितारा बुलंद है। वह रजनीकांत के साथ फिल्म रोबोट के सीक्वल में नायिका हैं। यह फिल्म हिंदी में भी रिलीज़ होगी।
पाकिस्तान से तो.....!
बॉलीवुड में पाकिस्तान के कलाकारों का आना हमेशा जारी रहता है। हालिया सालों में मीरा, इमरान अब्बास, हुमैमा मालिक, वीणा मलिक, आदि जैसे पाकिस्तानी कलाकार इक्का दुक्का फ़िल्में कर के पाकिस्तान घर वापसी कर चुके हैं। इसके बावजूद पाकिस्तान से कथित टैलेंट के आने का सिलसिला जारी है। इस साल पाकिस्तान से कुछ नए चहरे आएंगे और कुछ पहले के एक्टर्स अगली फिल्मों में नज़र आएंगे।
सनम तेरी कसम- निर्देशक जोड़ी राधिका राव और विनय सप्रू की रोमांस फिल्म ' सनम तेरी कसम' से दो नए चेहरों का बॉलीवुड डेब्यू हो रहा है। फिल्म के नायक हर्षवर्धन राणे कई तेलुगु फिल्मों में काम कर चुके हैं। फिल्म में उनकी नायिका पाकिस्तान के आहिस्ता आहिस्ता, निखार गए गुलाब सारे, जैसे टीवी सीरियलों की अभिनेत्री मावरा हुसैन हैं। मावरा २४ साल की हैं। वह पिछले दिनों पाकिस्तान में सैफअली खान की फिल्म 'फैंटम' की रिलीज़ का विरोध करने वालों के खिलाफ ट्वीट करने के कारण सुर्ख़ियों में आई। खबर है कि दो अन्य बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी उन्हें साइन किया गया है।
दो फिल्मों में फव्वाद खान
कपूर एंड संस में सिद्धार्थ मल्होत्रा और अलिया के साथ एक कपूर भाई अविनाश की भूमिका में दिखाई देंगे। इस फिल्म के अलावा वह करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल में अपने पाकिस्तानी साथी इमरान अब्बास नक़वी के साथ नज़र आएंगे।
रिदम के साथ अदील चौधरी
फवाद खान और अली ज़फर की सफलता के बाद पाकिस्तान की सनसनी अभिनेता अदील चौधरी बॉलीवुड में सनसनी बनना चाहते हैं। अदील भी अली ज़फर की तरह एक्टर सिंगर हैं। उनके पाकिस्तानी टीवी सीरियल कैसे तुमसे कहूँ को बड़ी सफलता मिली थी। इस सीरियल के बाद अदील ने पेप्सी के विज्ञापन से भारत के टेलीविज़न दर्शकों को अपना परिचय दिया। उनका एल्बम कोई चेहरा ब्लॉकबस्टर साबित हुआ। उन्हें अपने हिट गीत मूव योर बॉडी के लिए एमटीवी अवार्ड मिला। इस एल्बम के वीडियो को शाहिद कपूर और विद्या बालन पर शूट किया गया था। शाहरुख़ खान के साथ एक के बाद तीन विज्ञापन करने के अदील लेखक-निर्देशक विवेक कुमार की म्यूजिकल रोमांस फिल्म 'रदम' से फिल्म डेब्यू कर रहे हैं।
रईस शाहरुख़ खान के साथ माहिरा खान
फिल्म रईस में शाहरुख़ खान की पाकिस्तान सुंदरी माहिरा खान ने २०११ में सीरियल हमसफ़र से टेलीविज़न डेब्यू किया था। इसी साल वह शोएब मंसूर की फिल्म 'बोल' में आयेशा का किरदार में नज़ा आई। पिछले साल उनकी फिल्म बिन रोये रिलीज़ हुई थी। महिरा का बॉलीवुड डेब्यू राहुल ढोलकिया की गुजरात के एक डॉन पर फिल्म 'रईस' में खान की नायिका के बतौर हो रहा है।
कुछ दूसरे चेहरे
निर्देशक मुदस्सर अज़ीज़ की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म हैप्पी भाग जाएगी मे पाकिस्तान की एक्ट्रेस मोमल शेख सेकंड लीड में नज़र आएंगी । पाकिस्तान टीवी के यह ज़िन्दगी है, मिरत उल उरूस, कुदरत और मुझे खुद पे यक़ीन है जैसे सीरियलों से मशहूर मोमल शेख ३५ साल की हैं और विवाहित हैं।
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फिल्म पुराण
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Tuesday, 2 February 2016
सपना पब्बी बोर्न इनटू ब्रॉथेल
विशेष फिल्मस के बैनर तले बनी साधारण फिल्म खामोशियाँ से फ्लॉप डेब्यू करने वाली सपना पब्बी ने दर्शकों का ध्यान अनिल कपूर के शो '२४' से अपनी ओर खींचा था। सपना हमेशा चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं करने का सपना देखती आई हैं। अब उन्हें यह चुनौती मिली है ऑस्कर पुरस्कार जीतने वाली के हिंदी संस्करण से। २००४ में ऑस्कर पुरस्कार जीतने वाली डॉक्यूमेंट्री फिल्म बॉर्न टू ब्रॉथल कलकत्ता के रेड लाइट एरिया सोनागाछी की वैश्याओं और उनके बच्चो की दशा पर बनाई गई थी। इस डॉक्यूमेंट्री के हिंदी संस्करण में सपना पब्बी एक वैश्या का किरदार कर रही हैं। इस फिल्म में सपना के अलावा सीमा बिस्वास और दिव्या दत्ता भी हैं। ज़ना ब्रिस्की और रॉस कॉफ़मैन द्वारा लिखित और निर्देशित डॉक्यूमेंट्री इन वैश्याओं की रियल स्टोरी थी। हिंदी संस्करण का निर्देशन अरूप दत्त कर रहे हैं। इस फिल्म की शूटिंग मार्च से शुरू होने जा रही है। इसलिए सपना रियल किरदारों को नज़दीक से देखने और समझने के लिए कोलकत्ता जा रही हैं।
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Sapana Pabbi,
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जब जिम्मी शेरगिल बने हलवाई
हिंदी और पंजाबी फिल्मों में तरह तरह के किरदार कर चुके अभिनेता जिमी शेरगिल अब हलवाई बन गए हैं। उनका यह हलवाई किरदार रियल में होगा, लेकिन रील के लिए। वह कलर्स चैनल के लिए एक शो कर रहे हैं मिशन सपने सीजन २। इस शो में सलेबिर्टी का आम आदमी का चेहरा देखने को मिलता है। जिमी इस शो में हरियाणा के मुक्केबाज़ रिशु की मदद के लिए हलवाई बने हैं। रिशु को अपना परिवार चलाने के लिए घरेलु काम करना पड़ता है। जिमी शेरगिल शो में रिशु का हाथ बंटा उसे आर्थिक मदद तो देंगे ही, उसकी दशा को लोगों के सामने भी ला पायेंगे। इस एपिसोड की शूटिंग चंडीगढ़ में हुई है। जब चंडीगढ़ में लोगों ने यह सुना कि उनकी पंजाबी फिल्मों का खूबसूरत एक्टर सड़क पर खडा हो कर हलवाई का काम कर रहा है तो वह बड़ी संख्या में इकठ्ठा हो गए। इस प्रकार से जिमी शेरगिल अपनी पॉपुलैरिटी के बल पर रिशु के लिए निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा धनराशी इकठ्ठा करने में कामयाब हो गए। इस बारे में बात करते हुए जिमी शेरगिल ने कहा, "मिशन सपने की शूटिंग चकित करने वाली थी। रिशु मेरे गाँव का ही है। इस बढ़िया शो के कारण में रिशु की मदद कर सका। जिम्मी शेरगिल की आने वाली फिल्मों में निशिकांत कामथ की फिल्म मदारी, राजेश पिल्लई की फिल्म ट्रैफिक, आनंद एल राज की फिल्म हैप्पी भाग जायेगी जैसी फ़िल्में शामिल हैं।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
ऑस्कर पुरस्कारों में प्रियंका चोपड़ा
२८ फरवरी २०१६ को होने जा रहे ८८ वे अकादमी अवार्ड्स समारोह में बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा भी नज़र आयेंगी। उन्हें यह मौका किसी बॉलीवुड फिल्म के कारण नहीं मिल रहा है। क्योंकि भारत से विदेशी फिल्मों की श्रेणी में भेजी गई इकलौती मराठी फिल्म कोर्ट भी ऑस्कर समारोह से बाहर हो चुकी है। इसलिए, निश्चित रूप से प्रियंका चोपड़ा को यह सम्मान अमेरिकी सीरियल 'क्वांटिको' से मिली शोहरत के कारण मिल रहा है। वह स्टीव कारेल, क्विंसी जोंस, ब्युं-हुन ली, जेयर्ड लेटो, जुलिआने मूर, ओलिविया मून, मर्गोट रोबी, जैसन सेगेल, एंडी सेर्किस, जे के सिमोंस, केरी वाशिंगटन और रीस विदरस्पून जैसी हॉलीवुड की हस्तियों के साथ प्रेजेंटर के रोल में होंगी। ज़ाहिर है कि एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री के लिए यह बड़ा सम्मान है।
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Monday, 1 February 2016
कार्निवल सिनेमाज में घायल वन्स अगेन
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आज जी
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Saturday, 30 January 2016
रामगोपाल वर्मा की ‘गवर्नमेंट’ में अजित डोवल
मशहूर चन्दन तस्कर
वीरप्पन पर फिल्म के बाद निर्माता निर्देशक रामगोपाल वर्मा की अगली फिल्म
अंडरवर्ल्ड और बॉलीवुड नेक्सस पर होगी। इस फिल्म में आज कल प्रधान मंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा
सलाहकार अजित डोवल का करैक्टर भी होगा। अपनी फिल्म के बारे में ट्वीट करते हुए
रामगोपाल वर्मा ने लिखा कि मेरी फिल्म का फोकस वास्तविक तथ्यों पर होगा, जिसमे
बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड का नेक्सस दिखाया जायेगा। किस प्रकार से अंडरवर्ल्ड से बॉलीवुड जुड़ा है, इसका भी चित्रण होगा। इस फिल्म का नाम ‘गवर्नमेंट’
होगा। सूत्र बताते हैं कि फिल्म की कहानी कभी अच्छे दोस्त रहे दावूद इब्राहीम और
छोटा राजन की दुश्मनी पर होगी। इससे ज़ाहिर है कि फिल्म का कथानक मुंबई सीरियल ब्लास्ट
के बाद का होगा। आजकल छोटा राजन गिरफ्तार कर भारत लाया जा चूका है। छोटा राजन ने
दावूद इब्राहीम में बॉम्बे सीरियल ब्लास्ट में लिंक होने के कारण दावूद के काफी गुर्गों
को इंटेलिजेंस एजेंसी को सूचना दे कर मरवा दिया था। इसलिए इस फिल्म में छोटा शकील
और अबू सालेम के अलावा छोटा राजन की पत्नी सुजाता, मोनिका बेदी और अरुण गवली के
अलावा अजित डोवल, पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह और बाला साहेब ठाकरे के किरदार भी होंगे। ज़ाहिर है कि जैसे जैसे गवर्नमेंट की शूटिंग आगे बढ़ेगी इसके साथ विवादों के जुड़ने की
सूची लम्बी होती चली जायेगी। लेकिन, अपनी गैंगस्टर फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले रामगोपाल वर्मा से एक बढ़िया थ्रिलर फिल्म की उम्मीद तो की ही जाती है।
किलिंग वीरप्पन |
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ये ल्लों !!!
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जब लिली जेम्स ने घायल किया सह कलाकारों को !
सेठ ग्राहम-स्मिथ का २००९ में एक उपन्यास 'प्राइड एंड प्रेज्यूडिस एंड ज़ोम्बीज' बाजार में आया था। यह जेन
ऑस्टेन के रोमांटिक नॉवेल 'प्राइड एंड प्रेज्यूडिस' और मॉडर्न डे ज़ॉम्बीज़ कथाओं का पैरोडी था। इस उपन्यास स्क्रीन एडॉप्शन है डायरेक्टर बर स्टेर्स की फिल्म है 'प्राइड एंड प्रेज्यूडिस एंड ज़ोम्बीज' । ज़ाहिर है कि यह कॉमेडी हॉरर फिल्म ज़ोम्बी-किलिंग के
पागलपन और बड़ी संख्या में खून खराबे का बिग पैक साबित होने जा रही है । एक हादसा इसकी ताकीद करता है। फ़िल्म की शूटिंग के दौरान कुछ बेहद खतरनाक फाइट सीन्स
को करते हुए एलिज़ाबेथ बेनट का किरदार कर रही अभिनेत्री लिली जेम्स ने अपने कुछ साथी कलाकारों को घायल कर दिया । हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में लिली जेम्स ने शूट के दौरान हुए इस हादसे का ज़िक्र किया। लिली जेम्स ने कहा,"
जब मैंने फ़िल्म का टाइटल देखा तो कुछ समझ
ही नही आया । फिर मैंने इस फ़िल्म की कहानी पढ़ी । स्क्रिप्ट बेहद शानदार और फनी
थी ।मुझे महसूस हुआ कि पीरियड ड्रामा को जॉम्बीज की ज़रूरत थी । मेरा किरदार एक
छोटी तलवार वाले निंजा का है । यह किरदार हर समय अपने पास तलवार रखता है । मुझे लगता
है कि हम अपने पास हथियार इसलिए रखते हैं क्योंकि हमे यह महसूस होता है कि जॉम्बीज
कभी भी प्रकट हों सकते हैं । मुझे शूट के दौरान कोई चोट नहीं आयी लेकिन मैंने ज़ॉम्बीज़ बने दूसरें
लोगों को बहुत घायल किया।" रोमांस और एक्शन के
डबल धमाल वाली इस फ़िल्म मे लिली जेम्स अब तक क़ी सबसे खतरनाक ज़ोंबी किलर साबित होने
जा रही है । पीवीआर पिक्चर्स द्वारा यह फ़िल्म पूरे भारत में १२ फरवरी को रिलीज़ की जा
रही है ।
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कभी फरवरी में बॉलीवुड मनाता था इनके बर्थडे भी
बॉलीवुड चढ़ते सूरज को नमस्कार करता है। इंडस्ट्री का यह सुर्य नमस्कार नज़र आता था, इन सेलिब्रिटीज की जन्मदिन की पार्टियों में। जितना बड़ा एक्टर या फिल्म निर्माता- निर्देशक उतना ही बड़ा सेलिब्रेशन और उतने ही ज़्यादा सलामी बजाते गेस्ट। इन बर्थडे पार्टियों से पता चलता था स्टार स्टेटस। लेकिन, आज जब यह सितारे गुमनामी में हैं या मृत हो चुके हैं, तो किसी को याद नहीं कि यह सितारे आज की तारिख में पैदा भी हुए थे। कुछ ऐसे स्टार भी थे, जिन्हे उनके जीवन काल में ही भुला दिया गया। अपनी शोहरत की गुमनामी में खो कर अपना जन्मदिन तो बहुत से कलाकारों ने भुला दिया था।
कितनों को याद है कि १ फरवरी को एक्टर ए के हंगल का जन्मदिन मनाया जाता था। अरे नहीं, हंगल को तो उनके जीवनकाल में ही बॉलीवुड ने भुला दिया गया । पचास साल की उम्र में बासु भट्टाचार्य की फिल्म तीसरी कसम से राजकपूर और वहीदा रहमान के साथ थिएटर एक्टर अवतार कृष्ण हंगल ने बॉलीवुड डेब्यू किया था। चार दशक लम्बे अपने फिल्म करियर में हंगल ने २५५ फ़िल्में की। ७०, ८० और ९० के दशक की लगभग हर फिल्म में ए के हंगल मुख्य किरदारों के पिता,चचा या दादा बने नज़र आते। दबे कुचले बूढ़े की भूमिका के लिए वह फिट थे। कश्मीरी पंडित अवतार कृष्ण हंगल को आज भी शोले के इमाम साहब के किरदार से याद किया जाता है। लेकिन, बॉलीवुड अंत समय में उन्हें बिलकुल भूल गया था। उनके पास अपने इलाज़ के पैसे तक नहीं थे।
बॉलीवुड की धूमकेतु
कुछ ऎसी फिल्म अभिनेत्रियां थी, जो धूमकेतु की तरह उभरी और जल्द ही अस्त हो गई। शमिता शेट्टी, उदिता गोस्वामी, सोनू वालिया, जिया खान, भाग्यश्री पटवर्धन (२३) और दिव्या भारती ऎसी भी अभिनेत्रियां थी। आदित्य चोपड़ा निर्देशित फिल्म मोहब्बतें ऐसी रोमांस फिल्म थी, जिसकी तीन युवा रोमांटिक जोड़े में से एक भी बहुत सफल नहीं हुआ। इनमे २ फरवरी को जन्मी शिल्पा शेट्टी की छोटी बहन शमिता शेट्टी भी थी। शमिता शेट्टी इस फिल्म में जिम्मी शेरगिल, उदय चोपड़ा, जुगल हंसराज, प्रीती झंगियानी और किम शर्मा के साथ रोमांटिक तिगड़ी बना रही थी। फिल्म सुपर हिट हुई। पर यह तिकड़ी फ्लॉप ही रही। नौ फरवरी को उदित गोस्वामी और१९ फरवरी को सोनू वालिया का जन्म हुआ था। १९८५ की मिस इंडिया सोनू वालिया ने बॉलीवुड में ज़माने के लिए हर पैंतरे अपनाये। उन्होंने आकर्षण में अकबर खान के साथ ज़बरदस्त चुम्बन आलिंगन किया। फिल्म फ्लॉप हुई। लेकिन, सोनू वालिया की तूती बोलने लगी। वह खून भरी मांग में कबीर बेदी के साथ वैम्प की भूमिका में थी। उन्होंने अपने समय के लगभग सभी बड़े सितारों के साथ फ़िल्में की। पूजा भट्ट निर्देशित फिल्म पाप में जॉन अब्राहम के साथ गर्मागर्म रोमांस सीन करके उदित गोस्वामी सुर्ख तो हो गई, लेकिन अपना करियर लम्बा नहीं कर पाई। आजकल वह डायरेक्टर मोहित सूरी की पत्नी के किरदार में सुखी जीवन जी रही हैं। कहा जा सकता है कि २३ फरवरी को जन्मी भाग्यश्री पटवर्द्धन ने अपने भाग्य को खुद लिखा। वह सूरज बड़जात्या की फिल्म मैंने प्यार किया में सलमान खान की नायिका थी। उनका करियर टॉप पर होता। लेकिन,भाग्यश्री ने अपने बचपन के दोस्त हिमालय से शादी कर ली। फिर वह अपने पति के साथ काम करने की शर्त पर वापस आई। लेकिन, ऎसी सभी फ़िल्में फ्लॉप हुई। भाग्यश्री का करियर बनने से पहले ही ख़त्म हो गया। इसके साथ ही इन अभिनेत्रियों का बर्थडे सेलिब्रेशन इनके परिवार तक सीमित हो गया। बॉलीवुड तो भूल ही गया उन्हें।
नहीं मना सकी बीसवां जन्मदिन
सबसे दुखांत फरवरी में जन्मी दो अभिनेत्रियों जिया खान और दिव्या भारती का करियर है। जिया खान ने २००७ में अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म निःशब्द से अपना करियर शुरू किया था। वह फिल्म गजिनी में आमिर खान और हाउसफुल में अक्षय कुमार के साथ थी। लेकिन, फिल्मों में उनको सफलता नहीं मिली। पिछले साल रिलीज़ फिल्म हीरो के हीरो सूरज पंचोली के साथ प्रेम में निराश हो कर २० फरवरी १९८८ को जन्मी जिया खान ने ०३ जून २०१३ को कथित रूप से आत्महत्या कर ली। २३ फरवरी को जन्मी दिव्या भारती ने विश्वात्मा फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी। वह गोविंदा, शाहरुख़ खान, ऋषि कपूर, आदि की फिल्मों की नायिका बनी । जब वह करियर के टॉप पर थी, तभी ५ अप्रैल १९९३ को अपने घर की बालकनी से गिर कर उनकी मौत हो गई। इसके साथ ही इन एक्टर्स के ग्रैंड बर्थडे सेलिब्रेशन का सिलसिला भी ख़त्म हो गया।
सुर और गीतों के जन्मदाता
फरवरी में हिंदी फिल्मों को सार्थक और देश भक्ति वाले गीत देने वाले कवियों-गीतकारों का जन्म हुआ। कवि प्रदीप (६ फरवरी) ने हिंदी फिल्मो को देश भक्ति के दूर हटो ऐ दुनिया वालों, चल चल रे नौजवान, आओ बच्चो तुम्हे दिखाए झांकी हिंदुस्तान की, आदि जैसे देशभक्ति पूर्ण और जय संतोषी माँ फिल्म के तमाम भक्ति पूर्ण गीतों के अलावा भारत के लिए भगवान का वरदान हैं गंगा, कोई लाख करे चतुराई, काहे को बिसारे हरि नाम, आदि जैसे ढेरों भक्ति गीत लिखे थे। उनका ऐ मेरे वतन के लोगों गीत उन्हें हिंदुस्तान का कवि सम्राट साबित करता है। मोहम्मद ज़हूर ख़य्याम (१८ फरवरी) फिल्म संगीतकार होने के बावजूद शास्त्रीय संगीत की हस्तियों में शुमार किये जाते थे। इसी लिए उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवार्ड भी मिला। उनकी उल्लेखनीय फिल्मों में फूटपाथ, फिर सुबह होगी, आखिरी खत, शगुन, कभी कभी, आदि के नाम शामिल हैं। उन्हें उमराव जान के लिए नेशनल फिल्म अवार्ड मिला। जां निसार अख्तर (१४ फरवरी) भी ख़य्याम की तरह फिल्म से जुड़े होने के बावजूद साहित्य के क्षेत्र में सम्मानीय थे। उन्होंने बाप रे बाप, यास्मीन, सीआईडी, रुस्तम सोहराब, नूरी, प्रेम पर्वत, शंकर हुसैन, रज़िया सुल्तान, आदि फिल्मों के गीत लिखे। उन्हें १९७६ में साहित्य अकादेमी अवार्ड दिया गया। संगीतकार रविन्द्र जैन को टीवी सीरियल रामायण ने अमर कर दिया। उन्होंने राजश्री की फिल्मों को गीत संगीत दिया। वह राजकपूर की फिल्म राम तेरी गंगा मैली के संगीतकार भी थे। लखनऊ में जन्मे तलत महमूद हिंदी फिल्मों के हीरो बनना चाहते थे। उन्होंने कानन बाला, कानन देवी, सुरैया, माला सिन्हा, नादिरा, नूतन, आदि बड़ी अभिनेत्रियों के साथ फ़िल्में भी की। लेकिन, बड़ी सफलता मिली बतौर ग़ज़ल गायक। वह एक समय दिलीप कुमार की आवाज़ हुआ करते थे।
हिंदी फिल्मों को मनोरंजन और रोमांस देने वाले
२६ फरवरी को जन्मे मनमोहन देसाई ने हिंदी फिल्मों को खोया मिला का हिट फार्मूला दिया। अमिताभ बच्चन को सुपर स्टार का दर्ज़ा दिलवाने वालों में देसाई की फ़िल्में शुमार होती हैं। उन्होंने राजकपूर, राजेश खन्ना, जीतेन्द्र, शशि कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा, आदि के साथ एक से एक हिट फ़िल्में बनाई। नासिर हुसैन (०३ फरवरी) ने हिंदी फिल्मों को रोमांस दिया, संगीत से भरपूर मनोरंजन दिया, थ्रिलर फ़िल्में दी। उनका हाथ हमेशा दर्शकों की नब्ज़ पर रहा करता था। उन्होंने तुमसा नहीं देखा, फिर वही दिल लाया हूँ, जब प्यार किसी से होता है, कारवां, यादों की बरात, आदि उनकी हिट फ़िल्में थी। बम्बईया फिल्म उद्योग का बॉलीवुड नामकरण उन्ही का किया हुआ है। हिंदी फिल्मों में रोमांस की अलख जगाये रखने वाले जॉय मुख़र्जी २४ फरवरी, विनोद मेहरा १३ फरवरी और राहुल रॉय ९ फरवरी को जन्मे थे। राहुल रॉय आशिक़ी से सुपर हिट हुए थे। लेकिन, उनकी यह सफलता ज़्यादा फिल्मों तक नहीं चल सकी। विनोद मेहरा ने एक्शन और रोमांस से भरपूर थ्रिलर फ़िल्में की। उनकी रेखा के साथ जोड़ी ज़्यादा गर्म हुई। जॉय मुख़र्जी तो रोमांस के मसीहा थे। उनके करियर की शुरुआत साधना के साथ फिल्म लव इन शिमला से हुई। साधना के साथ फिल्म एक मुसाफिर एक हसीना भी की। आशा पारेख के साथ फिल्म फिर वही दिल लाया हूँ, लव इन टोक्यो और ज़िद्दी तथा सायरा बानो के साथ दूर की आवाज़, शागिर्द और यह ज़िन्दगी कितनी हसीं है में उनकी जोड़ी खूब जमी। आज इनके प्रशंसकों तक को इनका जन्मदिन याद नहीं होगा।
हिंदी फिल्मों के रोमांस के चेहरे
हिंदी फिल्मों की वीनस मधुबाला १४ फरवरी को जन्मी थी। केदार शर्मा की फिल्म नील कमल से डेब्यू करने वाली मधुबाला को कमाल अमरोही की फिल्म महल ने रहस्यमय सौंदर्य की नायिका बना दिया। उनकी यादगार फिल्मों में दुलारी, तराना, संगदिल, अमर, मिस्टर एंड मिसेज़ ५५, बरसात की रात, फागुन, काला पानी, चलती का नाम गाडी, मुग़ल ए आज़म, आदि थी। पचास के दशक में निम्मी गाँव की गोरी के बतौर मशहूर थी। लेकिन, उन्होंने हर प्रकार की फ़िल्में की। वह दीदार, दाग, आँधियाँ, उड़न खटोला, अमर, आदि सामजिक फिल्मों की नायिका बनी, तो उन्होंने अलिफ लैला और अंगुलिमाल जैसी धार्मिक और फंतासी और लव एंड गॉड जैसी फ़िल्में भी की। महबूब खान की फिल्म बहन में बहन के किरदार से अपने करियर का आगाज़ करने वाली नलिनी जयवंत अशोक कुमार के साथ फिल्म संग्राम करके टॉप पर पहुँच गई। अशोक कुमार और नलिनी जयवंत की जोड़ी ने जलपरी, काफिला, नौबहार, सलोनी, लकीरें, नाज़, शेरू, मिस्टर एक्स, आदि फ़िल्में की। वह शिकस्त, रेलवे प्लेटफार्म, फूटपाथ, नास्तिक, मुनीमजी, हम सब चोर हैं, काला पानी, आदि फिल्मों की लीड एक्ट्रेस थी। २१ फरवरी को जन्मी जयश्री गाड़कर को धार्मिक फिल्मों की नायिका के बतौर शोहरत मिली। टीना मुनीम ने कभी देवानंद के साथ फिल्म देश परदेस फिल्म में शराब के प्याले में नहा कर अपनी सेक्स अपील का कायल कर दिया। बिज़नेस टाइकून अनिल अम्बानी से शादी करने से पहले तक वह क़र्ज़, मनपसंद, यह वादा रहा, फिफ्टी फिफ्टी,रॉकी, सौतन, आदि फिल्मों की सेक्सी नायिका बनी। अमृता सिंह (९ फरवरी) ने भी अपने ग्लैमर की बदौलत अमिताभ बच्चन की मर्द जैसी फिल्मों की नायिका बनने का रुतबा हासिल किया।
कभी प्राण का जलवा हुआ करता था। उनकी जन्म दिन (१२ फरवरी) की पार्टी में बड़े हीरो और हीरोइन भी पहुंचते और टॉप के फिल्म निर्माता और निर्देशक भी। आई एस जौहर जीनियस एक्टर थे। उन्होंने कॉमेडी फ़िल्में की। लेकिन उनकी कॉमेडी में क्लास होता था। उनकी स्पूफ फ़िल्में लाजवाब थी। वह एक फिल्म मैगज़ीन में उसके पाठकों के सवालों के जवाब दिया करते थे। पहाड़ी सान्याल (२२ फरवरी) और मनमोहन कृष्ण (२६ फरवरी) सह भूमिकाओं में कमाल किया करते थे। सुजीत कुमार (७ फरवरी) ने सपोर्टिंग रोल किये। उन्होंने कई भोजपुरी फिल्मों में नायक की भूमिका की।
साफ़ है कि फरवरी में जन्मी फिल्म हस्तियों ने एक मुकाम बनाया, मील का पत्थर रखा, हिंदी सिनेमा को मज़बूती दी और अपना दबदबा कायम रखा। सोचा जा सकता है कि इन हस्तियों की बुलंदी के दौर में इनके जन्मदिन पर क्या जलवा रहता होगा। लेकिन, जैसे ही यह सितारे डूबने को हुए या इनका निधन हुआ, इनकी यादें भी इनके साथ चली गई। टीना मुनीम तो अम्बानी बन कर अपना जन्मदिन शान से मना लेती हैं। पर बाकी हस्तियां तो शायद अपनी पैदाइश की तारिख भी भूल गई होंगी। फिल्म इंडस्ट्री तो भूल ही गई।
कितनों को याद है कि १ फरवरी को एक्टर ए के हंगल का जन्मदिन मनाया जाता था। अरे नहीं, हंगल को तो उनके जीवनकाल में ही बॉलीवुड ने भुला दिया गया । पचास साल की उम्र में बासु भट्टाचार्य की फिल्म तीसरी कसम से राजकपूर और वहीदा रहमान के साथ थिएटर एक्टर अवतार कृष्ण हंगल ने बॉलीवुड डेब्यू किया था। चार दशक लम्बे अपने फिल्म करियर में हंगल ने २५५ फ़िल्में की। ७०, ८० और ९० के दशक की लगभग हर फिल्म में ए के हंगल मुख्य किरदारों के पिता,चचा या दादा बने नज़र आते। दबे कुचले बूढ़े की भूमिका के लिए वह फिट थे। कश्मीरी पंडित अवतार कृष्ण हंगल को आज भी शोले के इमाम साहब के किरदार से याद किया जाता है। लेकिन, बॉलीवुड अंत समय में उन्हें बिलकुल भूल गया था। उनके पास अपने इलाज़ के पैसे तक नहीं थे।
बॉलीवुड की धूमकेतु
कुछ ऎसी फिल्म अभिनेत्रियां थी, जो धूमकेतु की तरह उभरी और जल्द ही अस्त हो गई। शमिता शेट्टी, उदिता गोस्वामी, सोनू वालिया, जिया खान, भाग्यश्री पटवर्धन (२३) और दिव्या भारती ऎसी भी अभिनेत्रियां थी। आदित्य चोपड़ा निर्देशित फिल्म मोहब्बतें ऐसी रोमांस फिल्म थी, जिसकी तीन युवा रोमांटिक जोड़े में से एक भी बहुत सफल नहीं हुआ। इनमे २ फरवरी को जन्मी शिल्पा शेट्टी की छोटी बहन शमिता शेट्टी भी थी। शमिता शेट्टी इस फिल्म में जिम्मी शेरगिल, उदय चोपड़ा, जुगल हंसराज, प्रीती झंगियानी और किम शर्मा के साथ रोमांटिक तिगड़ी बना रही थी। फिल्म सुपर हिट हुई। पर यह तिकड़ी फ्लॉप ही रही। नौ फरवरी को उदित गोस्वामी और१९ फरवरी को सोनू वालिया का जन्म हुआ था। १९८५ की मिस इंडिया सोनू वालिया ने बॉलीवुड में ज़माने के लिए हर पैंतरे अपनाये। उन्होंने आकर्षण में अकबर खान के साथ ज़बरदस्त चुम्बन आलिंगन किया। फिल्म फ्लॉप हुई। लेकिन, सोनू वालिया की तूती बोलने लगी। वह खून भरी मांग में कबीर बेदी के साथ वैम्प की भूमिका में थी। उन्होंने अपने समय के लगभग सभी बड़े सितारों के साथ फ़िल्में की। पूजा भट्ट निर्देशित फिल्म पाप में जॉन अब्राहम के साथ गर्मागर्म रोमांस सीन करके उदित गोस्वामी सुर्ख तो हो गई, लेकिन अपना करियर लम्बा नहीं कर पाई। आजकल वह डायरेक्टर मोहित सूरी की पत्नी के किरदार में सुखी जीवन जी रही हैं। कहा जा सकता है कि २३ फरवरी को जन्मी भाग्यश्री पटवर्द्धन ने अपने भाग्य को खुद लिखा। वह सूरज बड़जात्या की फिल्म मैंने प्यार किया में सलमान खान की नायिका थी। उनका करियर टॉप पर होता। लेकिन,भाग्यश्री ने अपने बचपन के दोस्त हिमालय से शादी कर ली। फिर वह अपने पति के साथ काम करने की शर्त पर वापस आई। लेकिन, ऎसी सभी फ़िल्में फ्लॉप हुई। भाग्यश्री का करियर बनने से पहले ही ख़त्म हो गया। इसके साथ ही इन अभिनेत्रियों का बर्थडे सेलिब्रेशन इनके परिवार तक सीमित हो गया। बॉलीवुड तो भूल ही गया उन्हें।
नहीं मना सकी बीसवां जन्मदिन
सबसे दुखांत फरवरी में जन्मी दो अभिनेत्रियों जिया खान और दिव्या भारती का करियर है। जिया खान ने २००७ में अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म निःशब्द से अपना करियर शुरू किया था। वह फिल्म गजिनी में आमिर खान और हाउसफुल में अक्षय कुमार के साथ थी। लेकिन, फिल्मों में उनको सफलता नहीं मिली। पिछले साल रिलीज़ फिल्म हीरो के हीरो सूरज पंचोली के साथ प्रेम में निराश हो कर २० फरवरी १९८८ को जन्मी जिया खान ने ०३ जून २०१३ को कथित रूप से आत्महत्या कर ली। २३ फरवरी को जन्मी दिव्या भारती ने विश्वात्मा फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी। वह गोविंदा, शाहरुख़ खान, ऋषि कपूर, आदि की फिल्मों की नायिका बनी । जब वह करियर के टॉप पर थी, तभी ५ अप्रैल १९९३ को अपने घर की बालकनी से गिर कर उनकी मौत हो गई। इसके साथ ही इन एक्टर्स के ग्रैंड बर्थडे सेलिब्रेशन का सिलसिला भी ख़त्म हो गया।
सुर और गीतों के जन्मदाता
फरवरी में हिंदी फिल्मों को सार्थक और देश भक्ति वाले गीत देने वाले कवियों-गीतकारों का जन्म हुआ। कवि प्रदीप (६ फरवरी) ने हिंदी फिल्मो को देश भक्ति के दूर हटो ऐ दुनिया वालों, चल चल रे नौजवान, आओ बच्चो तुम्हे दिखाए झांकी हिंदुस्तान की, आदि जैसे देशभक्ति पूर्ण और जय संतोषी माँ फिल्म के तमाम भक्ति पूर्ण गीतों के अलावा भारत के लिए भगवान का वरदान हैं गंगा, कोई लाख करे चतुराई, काहे को बिसारे हरि नाम, आदि जैसे ढेरों भक्ति गीत लिखे थे। उनका ऐ मेरे वतन के लोगों गीत उन्हें हिंदुस्तान का कवि सम्राट साबित करता है। मोहम्मद ज़हूर ख़य्याम (१८ फरवरी) फिल्म संगीतकार होने के बावजूद शास्त्रीय संगीत की हस्तियों में शुमार किये जाते थे। इसी लिए उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवार्ड भी मिला। उनकी उल्लेखनीय फिल्मों में फूटपाथ, फिर सुबह होगी, आखिरी खत, शगुन, कभी कभी, आदि के नाम शामिल हैं। उन्हें उमराव जान के लिए नेशनल फिल्म अवार्ड मिला। जां निसार अख्तर (१४ फरवरी) भी ख़य्याम की तरह फिल्म से जुड़े होने के बावजूद साहित्य के क्षेत्र में सम्मानीय थे। उन्होंने बाप रे बाप, यास्मीन, सीआईडी, रुस्तम सोहराब, नूरी, प्रेम पर्वत, शंकर हुसैन, रज़िया सुल्तान, आदि फिल्मों के गीत लिखे। उन्हें १९७६ में साहित्य अकादेमी अवार्ड दिया गया। संगीतकार रविन्द्र जैन को टीवी सीरियल रामायण ने अमर कर दिया। उन्होंने राजश्री की फिल्मों को गीत संगीत दिया। वह राजकपूर की फिल्म राम तेरी गंगा मैली के संगीतकार भी थे। लखनऊ में जन्मे तलत महमूद हिंदी फिल्मों के हीरो बनना चाहते थे। उन्होंने कानन बाला, कानन देवी, सुरैया, माला सिन्हा, नादिरा, नूतन, आदि बड़ी अभिनेत्रियों के साथ फ़िल्में भी की। लेकिन, बड़ी सफलता मिली बतौर ग़ज़ल गायक। वह एक समय दिलीप कुमार की आवाज़ हुआ करते थे।
हिंदी फिल्मों को मनोरंजन और रोमांस देने वाले
२६ फरवरी को जन्मे मनमोहन देसाई ने हिंदी फिल्मों को खोया मिला का हिट फार्मूला दिया। अमिताभ बच्चन को सुपर स्टार का दर्ज़ा दिलवाने वालों में देसाई की फ़िल्में शुमार होती हैं। उन्होंने राजकपूर, राजेश खन्ना, जीतेन्द्र, शशि कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा, आदि के साथ एक से एक हिट फ़िल्में बनाई। नासिर हुसैन (०३ फरवरी) ने हिंदी फिल्मों को रोमांस दिया, संगीत से भरपूर मनोरंजन दिया, थ्रिलर फ़िल्में दी। उनका हाथ हमेशा दर्शकों की नब्ज़ पर रहा करता था। उन्होंने तुमसा नहीं देखा, फिर वही दिल लाया हूँ, जब प्यार किसी से होता है, कारवां, यादों की बरात, आदि उनकी हिट फ़िल्में थी। बम्बईया फिल्म उद्योग का बॉलीवुड नामकरण उन्ही का किया हुआ है। हिंदी फिल्मों में रोमांस की अलख जगाये रखने वाले जॉय मुख़र्जी २४ फरवरी, विनोद मेहरा १३ फरवरी और राहुल रॉय ९ फरवरी को जन्मे थे। राहुल रॉय आशिक़ी से सुपर हिट हुए थे। लेकिन, उनकी यह सफलता ज़्यादा फिल्मों तक नहीं चल सकी। विनोद मेहरा ने एक्शन और रोमांस से भरपूर थ्रिलर फ़िल्में की। उनकी रेखा के साथ जोड़ी ज़्यादा गर्म हुई। जॉय मुख़र्जी तो रोमांस के मसीहा थे। उनके करियर की शुरुआत साधना के साथ फिल्म लव इन शिमला से हुई। साधना के साथ फिल्म एक मुसाफिर एक हसीना भी की। आशा पारेख के साथ फिल्म फिर वही दिल लाया हूँ, लव इन टोक्यो और ज़िद्दी तथा सायरा बानो के साथ दूर की आवाज़, शागिर्द और यह ज़िन्दगी कितनी हसीं है में उनकी जोड़ी खूब जमी। आज इनके प्रशंसकों तक को इनका जन्मदिन याद नहीं होगा।
हिंदी फिल्मों के रोमांस के चेहरे
हिंदी फिल्मों की वीनस मधुबाला १४ फरवरी को जन्मी थी। केदार शर्मा की फिल्म नील कमल से डेब्यू करने वाली मधुबाला को कमाल अमरोही की फिल्म महल ने रहस्यमय सौंदर्य की नायिका बना दिया। उनकी यादगार फिल्मों में दुलारी, तराना, संगदिल, अमर, मिस्टर एंड मिसेज़ ५५, बरसात की रात, फागुन, काला पानी, चलती का नाम गाडी, मुग़ल ए आज़म, आदि थी। पचास के दशक में निम्मी गाँव की गोरी के बतौर मशहूर थी। लेकिन, उन्होंने हर प्रकार की फ़िल्में की। वह दीदार, दाग, आँधियाँ, उड़न खटोला, अमर, आदि सामजिक फिल्मों की नायिका बनी, तो उन्होंने अलिफ लैला और अंगुलिमाल जैसी धार्मिक और फंतासी और लव एंड गॉड जैसी फ़िल्में भी की। महबूब खान की फिल्म बहन में बहन के किरदार से अपने करियर का आगाज़ करने वाली नलिनी जयवंत अशोक कुमार के साथ फिल्म संग्राम करके टॉप पर पहुँच गई। अशोक कुमार और नलिनी जयवंत की जोड़ी ने जलपरी, काफिला, नौबहार, सलोनी, लकीरें, नाज़, शेरू, मिस्टर एक्स, आदि फ़िल्में की। वह शिकस्त, रेलवे प्लेटफार्म, फूटपाथ, नास्तिक, मुनीमजी, हम सब चोर हैं, काला पानी, आदि फिल्मों की लीड एक्ट्रेस थी। २१ फरवरी को जन्मी जयश्री गाड़कर को धार्मिक फिल्मों की नायिका के बतौर शोहरत मिली। टीना मुनीम ने कभी देवानंद के साथ फिल्म देश परदेस फिल्म में शराब के प्याले में नहा कर अपनी सेक्स अपील का कायल कर दिया। बिज़नेस टाइकून अनिल अम्बानी से शादी करने से पहले तक वह क़र्ज़, मनपसंद, यह वादा रहा, फिफ्टी फिफ्टी,रॉकी, सौतन, आदि फिल्मों की सेक्सी नायिका बनी। अमृता सिंह (९ फरवरी) ने भी अपने ग्लैमर की बदौलत अमिताभ बच्चन की मर्द जैसी फिल्मों की नायिका बनने का रुतबा हासिल किया।
कभी प्राण का जलवा हुआ करता था। उनकी जन्म दिन (१२ फरवरी) की पार्टी में बड़े हीरो और हीरोइन भी पहुंचते और टॉप के फिल्म निर्माता और निर्देशक भी। आई एस जौहर जीनियस एक्टर थे। उन्होंने कॉमेडी फ़िल्में की। लेकिन उनकी कॉमेडी में क्लास होता था। उनकी स्पूफ फ़िल्में लाजवाब थी। वह एक फिल्म मैगज़ीन में उसके पाठकों के सवालों के जवाब दिया करते थे। पहाड़ी सान्याल (२२ फरवरी) और मनमोहन कृष्ण (२६ फरवरी) सह भूमिकाओं में कमाल किया करते थे। सुजीत कुमार (७ फरवरी) ने सपोर्टिंग रोल किये। उन्होंने कई भोजपुरी फिल्मों में नायक की भूमिका की।
साफ़ है कि फरवरी में जन्मी फिल्म हस्तियों ने एक मुकाम बनाया, मील का पत्थर रखा, हिंदी सिनेमा को मज़बूती दी और अपना दबदबा कायम रखा। सोचा जा सकता है कि इन हस्तियों की बुलंदी के दौर में इनके जन्मदिन पर क्या जलवा रहता होगा। लेकिन, जैसे ही यह सितारे डूबने को हुए या इनका निधन हुआ, इनकी यादें भी इनके साथ चली गई। टीना मुनीम तो अम्बानी बन कर अपना जन्मदिन शान से मना लेती हैं। पर बाकी हस्तियां तो शायद अपनी पैदाइश की तारिख भी भूल गई होंगी। फिल्म इंडस्ट्री तो भूल ही गई।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
मेल ब्रुक्स की कॉमेडी पैरोडी 'स्पेसबॉल्स'
नब्बे साल के अमेरिकन एक्टर, कॉमेडियन, फिल्मकार, संगीतकार और गीतकार मेल ब्रुक्स की प्रतिष्ठा स्वांग या कॉमेडी पैरोडी फिल्मों के निर्माता की है। उन्होंने द प्रोडूसर्स, द ट्वेल्व चेयर्स, ब्लेज़िंग सड्ल्स, यंग फ्रैंकेंस्टीन, साइलेंट मूवी, हाई एंग्जायटी, स्पेसबॉल्स और रोबिन हुड: मेन इन टाइटस का निर्माण और निर्देशन किया। स्पेसबॉल्स २६ जून १९८७ को रिलीज़ हुई थी। मेल ब्रुक्स इस फिल्म के लेखक, निर्माता और निर्देशक होने के अलावा जॉन कैंडी, रिक मॉर्निस, बिल पूलमैन, डाफ्ने सुनिगा, जॉर्ज वीनर के साथ एक्टर भी थे। यह फिल्म वीडियो पर कल्ट क्लासिक फिल्मों में शुमार की जाती है। इस फिल्म की सेटिंग और करैक्टर मूल स्टार वार्स ट्राइलॉजी तथा अन्य विज्ञानं फंतासी फ्रैंचाइज़ी स्टार ट्रेक, एलियन और प्लेनेट ऑफ़ द एप्स की पैरोडी थे। फिल्म के निर्माण में २२.७ मिलियन डॉलर का खर्च आया था। फिल्म ने बॉक्स ३८.१ मिलियन डॉलर कलेक्ट किये थे। इस फिल्म के सीक्वल की किस्से भी बहुत व्यंग्यात्मक हैं। २००४ में मेल ब्रुक्स ने रिक मॉर्निस के साथ स्टार वार्स प्रीक्वेल ट्राइलॉजी की पैरोडी बनाने की सोची। इस फिल्म का नाम स्पेसबॉल्स ३: इन सर्च ऑफ़ स्पेसबॉल्स २ रखा जाना था। लेकिन,मॉर्निस और ब्रुक्स के बीच बात बात न बन पाने के कारण फिल्म पर आगे काम नहीं हो सका। इसके बाद पिछले साल फरवरी में ब्रुक्स ने कहा कि वह स्टार वार्स मूवी के रिलीज़ होने के बाद स्पेसबॉल्स का सीक्वल बनाएंगे। इस फिल्म का नाम स्पेसबॉल्स २: द सर्च फॉर मोर मनी रखा जाना बताया गया। इस टाइटल से ऐसा लगता था कि मेल ब्रुक्स सीक्वल बनाने के लिए गंभीर नहीं है।
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Wednesday, 27 January 2016
जब घायल हुआ हीरो !
अभी ह्रितिक रोशन नयगांव में आशुतोष गोवारिकर की फिल्म 'मोहनजोदड़ो' की शूटिंग कर रहे थे। इस फिल्म के एक्शन सीन को करने के चक्कर में वह घायल हो गए। खबर है कि उनके टखने में चोट आई और दो लिगमेंट फट गए। डॉक्टर ने उन्हें हफ्ते का बेड रेस्ट करने की सलाह दी । कुछ ऐसा ही किस्सा शाहिद कपूर का भी है। आजकल वह विशाल भारद्वाज की फिल्म 'रंगून' की शूटिंग कर रहे हैं। यह फिल्म सेकंड वर्ल्ड वॉर की पृष्ठभूमि पर रोमांस फिल्म है। शाहिद कपूर एक सैनिक का किरदार कर रहे हैं। वह फिल्म के लिए एक जापानी एक्टर के साथ फाइट सीक्वेंस कर रहे थे। शायद एक्शन की टाइमिंग कुछ गड़बड़ हो गई। दोनों अभिनेता एक दूसरे से जा भिड़े । शाहिद कपूर की उंगली में चोट आयी। जापानी एक्टर के सीने में चोट लगी। उसे हॉस्पिटल ले जाना पड़ा। शाहिद कपूर लगातार छह घंटे से बारिश में शूट कर रहे थे। उन्हें बुखार भी हो गया। डॉक्टर ने पूरे आराम की सलाह दी।
ह्रितिक रोशन को परफेक्ट हीरो माना जाता है। वह अपने रोल को स्वभाविक बनाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। जब तक खुद सीन से संतुष्ट नहीं हो जाते रिटेक देना पसंद करते हैं। कुछ ऐसे ही परफेक्ट एक्टर शाहिद कपूर भी हैं। वह रंगून के लिए जापानी सीख रहे हैं। ह्रितिक की तरह अपने एक्शन सीन खुद करना उन्हें पसंद है। वैसे आजकल एक्टरों की सोच है कि वह जब अपने तमाम सीन बिना किसी डुप्लीकेट के सहारे खुद करेंगे तो सीन परफेक्ट बनेगा। दर्शक उनसे ज्यादा जुड़ेंगे। ख़ास तौर पर युवा एक्टरों में अपने एक्शन खुद करने की होड़ सी लगी हुई है। यही कारण है कि फिल्मों के सेट पर अभिनेताओं के घायल होने की ख़बरें आम हो चली हैं।
बागी के स्टंट करते घायल हुए टाइगर श्रॉफ
अब जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ को ही लीजिये। इस एक्टर ने हीरोपंती से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। फिल्म बड़ी हिट साबित हुई थी। हीरोपंती के हिट होने में टाइगर के डांस के अलावा एक्शन सींस का खासा योगदान था। टाइगर श्रॉफ रेमो डिसूज़ा की फिल्म फ्लाइंग जट्ट में एक सुपर हीरो किरदार कर रहे हैं। ज़ाहिर है कि इस किरदार के लिए उन्हें एक्शन करने ही होंगे। लेकिन, वह घायल हो गए बागी की शूटिंग के दौरान। साबिर खान के डायरेक्शन में फिल्म बागी एक एक्शन से भरी फिल्म है। इस फिल्म का एक एक्शन दृश्य टाइगर पर भारी पड़ा। टाइगर सोचते थे कि वह इस सीन को आसानी से कर ले जायेंगे। लेकिन, अनुमान के विपरीत वह चूके और सीधा पीठ के बल ज़मीन पर आ गिरे। डॉक्टर ने जांच कर बताया कि उनकी डिस्क में हलकी चोट आई है। अब वह भी डॉक्टर की सलाह पर आराम को मज़बूर हैं।
अक्षय कुमार कहाँ पीछे !
टाइगर श्रॉफ को खतरनाक स्टंट न करने की सलाह देने वाले अक्षय कुमार खुद कहाँ मानते हैं! पिछले साल रिलीज़ प्रभुदेवा के निर्देशन में फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' के एक इंट्रोडक्टरी सांग 'तुंग तुंग बाजे' में अक्षय कुमार को कुछ एक्शन करते दिखाया गया है। एक एक्शन जलते हुए रिंग के बीच से फांदने का था। अक्षय कुमार ने इस एक्शन को ठीक से तो कर लिया, लेकिन एक छोटी गलती के कारण उनके पैर जल गए। हालाँकि, फिल्म की यूनिट अक्षय की चोट को लेकर चिंतित थी। लेकिन, खुद अक्षय अगले दृश्य को करने में जुट गए।
सुजॉय घोष की फिल्म के सेट पर घायल हुए अमिताभ बच्चन
घायल होने के मामले में ७३ साल के अमिताभ बच्चन भी पीछे नहीं। आजकल वह कोलकात्ता में सुजॉय घोष की फिल्म टीइ३एन (TE3N) की शूटिंग कर रहे हैं। इस फिल्म की शूटिंग कोलकात्ता के भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी हो रही है। ऐसे ही एक शूट के दौरान भीड़ के बीच से भागते हुए अमिताभ बच्चन फिसल गए। उनकी दो पसलियां टूट गई। दरअसल, अमिताभ बच्चन इस उम्र में भी अपने एक्शन खुद करने को तैयार रहते हैं। डायरेक्टर के मना करने के बावजूद वह अपने बॉडी डबल को किनारे कर एक्शन सींस खुद करने लगते हैं।
वेलकम बैक के सेट पर घायल हुए जॉन अब्राहम
जॉन अब्राहम को तो जैसे एक्सीडेंट ढूंढते रहते हैं। निशिकांत कामथ की २०११ में रिलीज़ फिल्म 'फ़ोर्स' की शूटिंग के दर्जन वह रेल पटरियों के बीच पीठ के बल आ गिरे और गंभीर चोटें खा बैठे। इसके बावजूद उन्होंने कोई सबक नहीं लिया। पिछले साल की हिट फिल्म 'वेलकम बैक' के एक फाइट सीक्वेंस के दौरान उनके सर पर चोट आ गई। इस सीक्वेंस में एक फाइटर को जॉन अब्राहम के कन्धों पर वार करना था। लेकिन, गलती से उसका प्रहार जॉन के सर पर हो गया। जॉन अब्राहम दर्द से बेहाल हो गए। डॉक्टर बुलाया गया। यह संयोग ही था कि जॉन के सर पर अंदरूनी चोट नहीं आया। उनके साथ दूसरा हादसा फ़ोर्स २ सेट पर घटा। इस फिल्म का निर्देशन अभिनय देव कर रहे हैं। फिल्म के एक सीक्वेंस में एक्शन करते हुए वह घुटनों के बल गिर पड़े। उनके घुटनों में गंभीर चोट आई। थक्का जम गया। हॉस्पिटल में थक्कों को निकाल दिया गया। लेकिन, जॉन अब्राहम डॉक्टर की सलाह के विपरीत सेट पर पहुँच गए। नतीजे के तौर पर उन्हें घुटने को माइनर ऑपरेशन कराना पड़ा।
धोनी की बायोपिक के सेट पर घायल हुए सुशांत सिंह राजपूत
सुशांत सिंह राजपूत को नया परफेक्शनिस्ट कहा जा रहा है। वह इस समय भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कहानी पर फिल्म 'धोनी अं अनटोल्ड स्टोरी' में महेंद्र सिंह धोनी का किरदार कर रहे हैं। वह कप्तान के किरदार को विश्वसनीय बनाने के लिए क्रिकेट की हर बारीकी को समझ और कर रहे हैं। धोनी का एक सिग्नेचर शॉट हेलीकॉप्टर शॉट है। इस शॉट को करने के लिए सुशांत ने जैसे ही बल्ला घुमाया बॉल उनकी पसलियों से जा लगी। इसके कारण से सुशांत को फिल्म की शूटिंग से तीन हफ्ते तक दूर रहना पड़ा।
जब रणवीर सिंह घायल हुए
रणवीर सिंह की हिस्टोरिकल लव स्टोरी फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' हिट साबित हुई है। ज़ाहिर है कि फिल्म के हिट होने की ख़ुशी में रणवीर सिंह अपनी उस चोट को भूल गए होंगे जो उन्हें बाजीराव मस्तानी की जयपुर में शूटिंग के दौरान घोड़े से गिरने से लगी थी। रणवीर के कन्धों पर काफी चोट आई थी। डॉक्टरों ने उन्हें आर्म स्लिंग पहनने की सलाह दी। यही कारण था कि रणवीर सिंह दिल धड़कने दो के प्रचार के दौरान आर्म स्लिंग में नज़र आये। चोट खाने के मामले में उनकी पूर्व प्रेमिका अनुष्का शर्मा भी पीछे नहीं। अपनी फिल्म एनएच १० की शूटिंग के दौरान एक एक्शन करते हुए वह अपनी पीठ चोटिल करा बैठी थी।
घायल हुआ फैन का हीरो
घायल होने के मामले में शाहरुख़ खान जॉन अब्राहम से कहीं बहुत आगे हैं। वह अपनी हर फिल्म के सेट पर घायल हो जाते हैं। हैप्पी न्यू ईयर की शूटिंग के दौरान उनके घायल होने का सिलसिला जारी रहा, वह इस फिल्म के प्रमोशन के दौरान भी घायल हो गए, जब एक होटल का दरवाज़ा उन पर आ गिरा। इसलिए, शाहरुख़ खान का मज़ाक भी खूब बनाया जाता है कि वह अपनी चोट को भी पब्लिसिटी स्टंट बना लेते हैं। दिलवाले की शूटिंग के दौरान भी वह ट्विटर पर घायल कंधे वाली फोटो में नज़र आये। उन्होंने ट्वीट कर लिखा भी, "माय लव बीते फ्रॉम अ बार फाइट।" अभी वह फैन की शूटिंग करते हुए भी चोटिल हो गए।
घायल होने के मामले में शाहरुख़ खान जॉन अब्राहम से कहीं बहुत आगे हैं। वह अपनी हर फिल्म के सेट पर घायल हो जाते हैं। हैप्पी न्यू ईयर की शूटिंग के दौरान उनके घायल होने का सिलसिला जारी रहा, वह इस फिल्म के प्रमोशन के दौरान भी घायल हो गए, जब एक होटल का दरवाज़ा उन पर आ गिरा। इसलिए, शाहरुख़ खान का मज़ाक भी खूब बनाया जाता है कि वह अपनी चोट को भी पब्लिसिटी स्टंट बना लेते हैं। दिलवाले की शूटिंग के दौरान भी वह ट्विटर पर घायल कंधे वाली फोटो में नज़र आये। उन्होंने ट्वीट कर लिखा भी, "माय लव बीते फ्रॉम अ बार फाइट।" अभी वह फैन की शूटिंग करते हुए भी चोटिल हो गए।
दंगल के सेट पर आमिर खान के साथ अमंगल
नितीश तिवारी की फिल्म 'दंगल' में आमिर खान का अमंगल शुरू हो गया लगता है। इस फिल्म के लुधियाना शूट के दौरान आमिर खान को एक लम्बे एक्शन सीक्वेंस में कई एंगल से सीन देने थे। ऐसे ही एक सीन के दौरान वह ज़मीन पर गिरे तो खुद नहीं उठ सके। ऐसा लगा की उनकी मांस पेशियों में खिंचाव हो गया है। बर्फ आदि से इलाज़ के बावजूद जब आमिर खान खुद खड़े नहीं हो सके तो उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि आमिर खान के कंधे पर गंभीर चोट लगी है। नतीजे के तौर पर मिस्टर परफेक्शनिस्ट को लुधियाना से मुंबई रवाना होना पड़ा।
अपनी फिल्मों के सेट पर एक्टर गिरते हैं, चोट खाते हैं। कभी मामूली, कभी गंभीर। शाहरुख़ खान जैसी अभिनेता पब्लिसिटी के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं। इसीलिए यह समझ पाना मुश्किल हो जाता है कि कोई चोट गंभीर है या पब्लिसिटी स्टंट ! यही कारण है कि जब दिलवाले के प्रचार के दौरान शाहरुख़ खान ने बताया कि फिल्म की शूटिगं के दौरान काजोल ज़मीन पर गिर पड़ी थी तथा वह कोई आधे घंटे तक किसी को नहीं पहचान सकी थी, तो सबने इस पब्लिसिटी स्टंट ही समझा।
टाइगर श्रॉफ कहते हैं, "हालाँकि, अक्षय सर ने मुझसे खतरनाक एक्शन सीन खुद न करने के लिए कहा था। लेकिन, दर्शक फिल्म में कुछ नए एक्शन देखना चाहता है। मुझे खुद को हर फिल्म के साथ कुछ ज़्यादा साबित करना है।" टाइगर जानते हैं कि हर शुक्रवार किसी नए चहरे के उभरने का शुक्रवार हो सकता है। हर नया हीरो दूसरा मौका नहीं लेना चाहता। वह पहली फिल्म से ही खुद को परफेक्ट हीरो साबित कर देना चाहता है। ऐसे में टाइगर को अपना वज़ूद बचाने के लिए हर फिल्म में कुछ हैरतअंगेज तो करना ही होगा !
अल्पना कांडपाल
नितीश तिवारी की फिल्म 'दंगल' में आमिर खान का अमंगल शुरू हो गया लगता है। इस फिल्म के लुधियाना शूट के दौरान आमिर खान को एक लम्बे एक्शन सीक्वेंस में कई एंगल से सीन देने थे। ऐसे ही एक सीन के दौरान वह ज़मीन पर गिरे तो खुद नहीं उठ सके। ऐसा लगा की उनकी मांस पेशियों में खिंचाव हो गया है। बर्फ आदि से इलाज़ के बावजूद जब आमिर खान खुद खड़े नहीं हो सके तो उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि आमिर खान के कंधे पर गंभीर चोट लगी है। नतीजे के तौर पर मिस्टर परफेक्शनिस्ट को लुधियाना से मुंबई रवाना होना पड़ा।
अपनी फिल्मों के सेट पर एक्टर गिरते हैं, चोट खाते हैं। कभी मामूली, कभी गंभीर। शाहरुख़ खान जैसी अभिनेता पब्लिसिटी के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं। इसीलिए यह समझ पाना मुश्किल हो जाता है कि कोई चोट गंभीर है या पब्लिसिटी स्टंट ! यही कारण है कि जब दिलवाले के प्रचार के दौरान शाहरुख़ खान ने बताया कि फिल्म की शूटिगं के दौरान काजोल ज़मीन पर गिर पड़ी थी तथा वह कोई आधे घंटे तक किसी को नहीं पहचान सकी थी, तो सबने इस पब्लिसिटी स्टंट ही समझा।
टाइगर श्रॉफ कहते हैं, "हालाँकि, अक्षय सर ने मुझसे खतरनाक एक्शन सीन खुद न करने के लिए कहा था। लेकिन, दर्शक फिल्म में कुछ नए एक्शन देखना चाहता है। मुझे खुद को हर फिल्म के साथ कुछ ज़्यादा साबित करना है।" टाइगर जानते हैं कि हर शुक्रवार किसी नए चहरे के उभरने का शुक्रवार हो सकता है। हर नया हीरो दूसरा मौका नहीं लेना चाहता। वह पहली फिल्म से ही खुद को परफेक्ट हीरो साबित कर देना चाहता है। ऐसे में टाइगर को अपना वज़ूद बचाने के लिए हर फिल्म में कुछ हैरतअंगेज तो करना ही होगा !
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अब छह महीना पहले आ जायेगा स्पाइडर-मैन
हॉलीवुड की कम से कम
चार बड़ी फिल्मों की रिलीज़ की तारीखों में फेर बदल किये जाने की खबर है। जॉन वाट्स निर्देशित
स्पाइडर-मैन रिबूट
फिल्म की रिलीज़ की तारिख १५ दिसंबर २०१७ से ७ जुलाई
२०१७ कर दी गई है । यह रिबूट फिल्म सोनी द्वारा डिज्नी की पार्टनरशिप
से बनाई जा रही है । इस फिल्म में अभिनेता टॉम हॉलैंड हाई स्कूल के
छात्र स्पाईडी का किरदार करेंगे । लेकिन, दर्शक टॉम हॉलैंड को स्पाइडर मैन
के किरदार में इस साल ०६ मई को ही देख लेंगे । अब १५ दिसम्बर की
खाली तारिख में डिज्नी की स्टार वार्स
सीरीज की फिल्म स्टार वार्स एपिसोड ८ रिलीज़ होगी । स्टार वार्स एपिसोड
७ पिछले साल दिसम्बर में रिलीज़ हुई थी । इस फिल्म को अभूतपूर्व सफलता मिली । एपिसोड ७ अब तक १
बिलियन डॉलर से अधिक का बिज़नस कर चुकी है । इसलिए, एपिसोड ८ का दिसम्बर में रिलीज़
होना फायदेमंद ही नज़र आता है । स्टार वार्स सीरीज की यह तीसरी फिल्म होगी, जो दिसंबर में रिलीज़ होगी। क्योंकि इस सीरीज में दूसरी फिल्म रोग वन: अ स्टार वार्स स्टोरी इसी साल दिसंबर में रिलीज़ होनी है । संयोग की बात यह है
कि वार्नर ब्रदर्स ने १५ दिसम्बर २०१७ को एक विज्ञानं फंतासी फिल्म रेडी प्लेयर वन
को रिलीज़ करना तय किया है । इस फिल्म के निर्देशक स्टीवन
स्पीलबर्ग है, जो विज्ञानं फंतासी फिल्मों के महारथी हैं । इस फेर बदल में पाइरेट्स ऑफ़ द कॅरीबीयन:
डेड मेन टेल नो टेल्स अब ७ जुलाई २०१७ के बजाय २६ मई को रिलीज़ होगी । २८ जुलाई २०१७ की
तारीख सोनी की जुमांजी रिबूट फिल्म के लिए सुरक्षित कर ली गई है । २८ जुलाई को रिलीज़
होने जा रही मार्वल की फिल्म थॉर राग्नारोक अब ३ नवम्बर २०१७ को रिलीज़ होगी । मार्वल स्टूडियोज
की फ़िल्में आम तौर पर मई के पहले सप्ताह में ही रिलीज़ की जाती हैं । कैप्टेन अमेरिका
सिविल वॉर के बाद अगले दो सालों तक गार्डियनस ऑफ़ द गैलेक्सी २ और अवेंजेर्स
इनफिनिटी वॉर मई के पहले हफ्ते में रिलीज़ होती रहेंगी ।
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मनी मॉन्स्टर जोडी फोस्टर
अपने समय की श्रेष्ठ अभिनेत्री जोडी फोस्टर की प्रतिभा का बयान द एक्यूज्ड और साइलेंस ऑफ़ द लैम्ब के लिए श्रेष्ठ फिल्म अभिनेत्री के ऑस्कर पुरस्कार और कुल चार नॉमिनेशन करते हैं। उन्होंने अपने अब तक के करियर में २९ अवार्ड और ५८ नॉमिनेशन पाये हैं। वह अच्छी अभिनेत्री के साथ साथ अच्छी फिल्म निर्देशक भी हैं। वह टीवी सीरीज के अलावा तीन फिल्मों लिटिल मैन टेट, होम फॉर द हॉलीडेज और द बीवर का निर्देशन कर चुकी हैं। बतौर निर्देशक उनकी चौथी फिल्म मनी मॉन्स्टर १३ मई को रिलीज़ होने जा रही है। ली गेट्स एक फाइनेंसियल नेटवर्क पर अपने शो मनी मॉन्स्टर में स्टॉक सम्बन्धी सलाह दिया करता है। वह वाल स्ट्रीट का जाना माना नाम है। एक दिन उसका एक दर्शक शो के दौरान उसके शो के क्रू और शो की निर्माता पैटी फेंन के साथ उसे बंधक बना लेता है। उस दर्शक ने ली की सलाह पर स्टॉक मार्किट में पैसा लगा कर काफी नुक्सान उठाया था। इस फिल्म का तनावपूर्ण और उत्तेजना से भरपूर पहलू यह है कि ली और फेन को खुद के शो को जारी रखते हुए, इस बात का पता भी लगाना है कि वह स्टॉक जिस पर ली ने राय दी थी, कैसे क्रैश कर गया। इस फिल्म में ली गेट्स की भूमिका जॉर्ज क्लूनी, पैटी फेंन की भूमिका जूलिया रॉबर्ट्स और नाराज़ इन्वेस्टर की भूमिका जैक ओ'कनेल ने की है। अन्य भूमिकाओं में डॉमिनिक वेस्ट, कैट्रिओना बल्फे, क्रिस्टोफर डेन्हम, क्रिस बाउर, आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
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Friday, 22 January 2016
ऋषि रिच के साथ अमृत दासु के सिंगल में मल्लिका शेरावत
प्रमुख म्यूजिक कंपनी यूनिवर्सल म्यूजिक के रोस्टर में पहला नाम न्यू यॉर्क/ न्यू जर्सी के पॉप सेंसेशन अमृत दासु उर्फ़ दासु का जुड़ गया है। दासु, एशिया के सबसे सफल म्यूजिक प्रोडूसर ऋषि रिच की खोज हैं। उन्होंने दासु की प्रतिभा को पहचाना और अपने प्रशिक्षण में ले लिया। इसी का नतीज़ा है कि आज दासु का संगीत की दुनिया से परिचय यूनिवर्सल म्यूजिक समूह के ज़रिये हो रहा है। दासु का पहला सिंगल 'दिल क्या करे (डिड आई लव यू ?) ऋषि रिच और दासु ने लिखा है। ऋषि रिच ने १९७५ के फिल्म जूली के हिट गीत दिल क्या करे का मुखड़ा लेकर गीत तैयार किया है। इस गीत के वीडियो में लीड एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत दासु के साथ गोवा की खूबसूरत लोकेशन में नज़र आती हैं। इस वीडियो का निर्देशन इमैजिक मीडिया की नमीता प्रेमकुमार ने किया है।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कुंग फु पांडा ३ में श्रेक और डंकी
कुंग फु पांडा ३ के ट्रेलर से पता चलता है कि इस पांडा भालू की फिल्म में श्रेक और डंकी भी कैमिया रोल में हैं। २९ जनवरी को पूरी दुनिया में रिलीज़ होने जा रही जेनिफर यूह नेल्सन की इस फिल्म में पो पांडा का लम्बे समय से बिछड़े अपने पिता से मिलना होता है। दोनों बहुत खुश हैं और पांडाओं के निवास अन्य पांडाओं से मिलने जाते हैं। इन नए पाड़ा करैक्टर के कारण फिल्म में कई रोचक क्षण आते हैं। लेकिन, तमाम माहौल तब बदल जाता ही एक सुपरनेचुरल विलेन काई चीन के कुंग फु मास्टरों को हराता हुआ पूरे चीन को अपनी गिरफ्त में ले लेता है। ऐसे में पो को अपने गाँव वालों को अपने कुंग फु बैंड का सदस्य बनाने के लिए कुंग फु सिखाने का असंभव काम करना है। जोनाथन ऐबेल और ग्लेंन बर्जर की स्क्रिप्ट पर एनिमेटेड चरित्रों को आवाज़ जैक ब्लैकरिटर्न्स (पो), जेके सिमंस (काई), डस्टिन हॉफमैन (शिफू), डेविड क्रॉस (क्रेन), एंजेलिना जोली (शेरनी), केट हडसन (मेई मेई), मैड्स मिकेलसन , डैनी मैकब्राइड, लूसी लिउ (वाईपर), सेठ रोगन (मैंटिस), जैकी चैन (मंकी), जेम्स होन्ग (मिस्टर पिंग) और ब्रयान क्रांस्टन (ली) ने दी है। इस कंप्यूटर एनिमेटेड एक्शन एडवेंचर फिल्म में हास्य के बहुत से क्षण हैं, जो कुंग फु पांडा सीरीज की इस तीसरी फिल्म को यादगार बना देगी।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉक्स ऑफिस पर उठेगा या उठ जायेगा सनी का ढाई किलो का हाथ !
सनी देओल की फिल्म घायल वन्स अगेन १५ जनवरी को रिलीज़ होने वाली थी। २०११ में तीन देओलों सनी, बॉबी और धर्मेन्द्र की एक्शन कॉमेडी ड्रामा फिल्म यमला पगला दीवाना १४ जनवरी को रिलीज़ हुई थी। यह फिल्म बड़ी हिट साबित हुई थी। इससे यह उम्मीद थी कि इस साल १५ जनवरी को रिलीज़ हो रही सनी देओल की फिल्म घायल वन्स अगेन भी बड़ी हिट साबित होगी। क्योंकि, यह फिल्म १९९० में रिलीज़ सनी देओल की सुपर हिट फिल्म घायल की सीक्वल फिल्म थी। लेकिन, कुछ तकनीकी कारणों से सनी की यह फिल्म ५ फरवरी तक के लिए टाल दी गई। ज़ाहिर है कि सनी देओल के प्रशंसकों को घोर निराशा हुई होगी। क्योंकि, वह सनी देओल के ढाई किलो के हाथ के फैन हैं और उसे बॉक्स ऑफिस पर उठते हुए देखना चाहते हैं।
मासूम क्रुद्ध छात्र 'अर्जुन'
सनी देओल ने १९८३ में फिल्म बेताब से डेब्यू किया था। यह थोड़ी रोमांटिक, थोड़ी एक्शन वाली फिल्म थी। इस फिल्म के बाद रिलीज़ फ़िल्में सनी, मंज़िल मंज़िल, सोहनी महिवाल और ज़बरदस्त भी कुछ ऐसे ही मसालों से भरी फ़िल्में थी। यह वह समय था, जब अमिताभ बच्चन के क्रुद्ध युवा की तूती बोला करती थी। ऐसे में अपनी जगह बनाना आसान नहीं था। उस समय अनिल कपूर, संजय दत्त, जैकी श्रॉफ, आदि अभिनेता एक्शन के ज़रिये बॉलीवुड को लुभाने में जुटे थे। ऋषि कपूर रोमांटिक हीरो के रूप में उभरे थे। कुमार गौरव गुल हो गए थे। अपने शारीरिक गठन के कारण सनी देओल रोमांटिक भूमिकाओं में फिट नहीं बैठते थे। सोहनी महिवाल की असफलता सामने थी। ऐसे समय में, एक बार फिर बेताब के निर्देशक राहुल रवैल आगे आये। उन्होंने अपनी फिल्म अर्जुन में सनी देओल को कॉलेज के भोले भाले मासूम छात्र का चोला पहनाया, जो अपने परिवार और मित्रों पर अत्याचार के कारण हिंसा करने के लिए मज़बूर होता है।
इमेज बदलना था ज़रूरी
लेकिन, ठीक इसी समय अनिल कपूर भी सीधे सादे क्रुद्ध युवा को परदे पर पेश कर रहे थे। यह वह समय था, जब हर डेब्यू एक्टर क्रोधित हो कर हिंसा कर रहा था। हर एक्टर का सपना सुपर स्टार बनने का था। शोले और दीवार जैसी फिल्म के दौर में एक्शन हॉट केक की तरह बिक रहा था। संजय दत्त ने अपने गठीले शरीर को हथियार बना कर कभी डॉन या असामाजिक बन कर एक्शन किया। जीतेन्द्र ने पारिवारिक फिल्मों का रास्ता पकड़ा। गोविंदा और मिथुन चक्रवर्ती डांसिंग स्टार बने, जो मौका लगने पर एक्शन भी कर लेते थे। इसी दौर में राज बब्बर, रजनीकांत, शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद खन्ना, आदि अमिताभ बच्चन को चुनौती पेश कर रहे थे। उसी समय सनी देओल के पिता धर्मेन्द्र का सितारा भी बुलंद था। ज़ाहिर है कि सनी देओल को इन सभी से जुदा एंग्री यंगमैन बनना था।
कमीज फाड़ने वाला क्रुद्ध युवा
ऐसे समय में निर्देशक राजकुमार संतोषी की फिल्म घायल रिलीज़ हुई। यह संतोषी की बतौर निर्देशक पहली फिल्म थी। राजकुमार संतोषी ने बड़ी चतुराई से सनी देओल की सभी खामियों को छुपाते हुए खूबियों को उभारा। राहुल रवैल ने सनी देओल के चेहरे के भोलेपन को हथियार बनाया था। राजकुमार संतोषी ने इसे बरकरार रखते हुए सनी के गठीले शरीर का खूब दोहन किया। घायल में भी सनी देओल एक छात्र की भूमिका में थे, जिसके भाई को एक ड्रग माफिया द्वारा मार दिया जाता है और उसे भाई का हत्यारा बता का जेल भेज दिया जाता है। उस पर भाभी के साथ अवैध सम्बन्ध रखने का आरोप भी लगता है। तब उसका खून खौल उठता है और वह ड्रग माफिया का खात्मा करने के लिए हिंसा का रास्ता अपनाता है। यह पहली फिल्म थी, जिसमे सनी देओल की कमीज फड़वा कर उनकी गठीली छाती और बाजुओं को दिखाया गया था। दर्शक इस जांबाज़ क्रुद्ध युवा के दीवाने हो गए। घायल आमिर खान की फिल्म दिल के सामने भी सुपर हिट साबित हुई। फिल्म के लिए सनी देओल को नेशनल फिल्म अवार्ड में स्पेशल जूरी अवार्ड दिया गया।
ढाई किलो का हाथ- आदमी उठता नहीं उठ जाता है
लेकिन, सनी देओल का हाथ ढाई किलो का साबित हुआ तीन साल बाद। यह फिल्म भी राजकुमार संतोषी की ही थी। घर वालों के बलात्कार का शिकार नौकरानी को इन्साफ दिलाने वाली दामिनी की इस कहानी में सनी देओल दामिनी के शराबी वकील बने थे। सरकारी वकील चड्ढा के साथ नोंकझोंक के एक सीन में सनी देओल अपने ढाई किलो के हाथ का ज़िक्र करते हैं, जो पड़ता है तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है। सनी के इस डायलाग पर सिनेमाहॉल सीटियों और तालियों की आवाज़ से गूँज उठते थे। ऋषि कपूर, मीनाक्षी शेषाद्रि और अमरीश पुरी जैसे दिग्गज़ों की मौजूदगी के बावजूद दामिनी सनी देओल की फिल्म बन गई। उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल फिल्म अवार्ड मिला।
ट्रेड मार्क बन गया
इसके बाद सनी देओल का ढाई किलो का हाथ उनका ट्रेड मार्क बन गया। वह अपने ज़ोरदार मुक्कों की बरसात करते हुए दसियों गुंडों को हवा मे उड़ा देते थे। दर्शक उनकी इस जांबाजी को देखने के लिए ब्लैक में टिकट खरीदता था। उनकी, एक के बाद एक अंगरक्षक, हिम्मत, जीत, अजय, घातक, बॉर्डर, ज़िद्दी, ज़ोर, अर्जुन पंडित, आदि फ़िल्में हिट होती चली गई। इंतेहा हुई २००१ में, जब सनी देओल ने अपनी फिल्म से दूसरी बार आमिर खान को मात दी थी। ग़दर एक प्रेमकथा के सामने आमिर खान की फिल्म लगान रिलीज़ हुई थी। एक तरफ लगान में आमिर खान और उनके साथी क्रिकेट की गेंद हवा में उछाल रहे थे, उधर सनी देओल के ज़ोरदार मुक्कों से पाकिस्तानी हवा में उठ कर उठ जा रहे थे। अब सनी देओल ऐसे एंग्रीमैन बन गए थे, जिसके ढाई किलो के हाथ से आदमी हवा में उठता ही नहीं, उठ जाता है।
आज सनी देओल को इंडस्ट्री में ३३ साल हो गए हैं। उनके समकालीन दूसरे क्रुद्ध युवा थक कर चरित्र भूमिकाओं में आ गए हैं। सनी देओल भी अब युवा नहीं रहे। इस साल १९ अक्टूबर को वह ६० साल के हो जायेंगे। लेकिन, वह आज भी हीरो बन कर आ रहे हैं। बेशक उनकी भूमिकाये अब काफी परिपक्व हो गई है। लेकिन, उनका हाथ आज भी ढाई किलो का माना जाता है। दर्शकों को इंतज़ार रहता है सनी देओल की फिल्मों का, स्क्रीन पर उठे उनके ढाई किलो के हाथ का और इस हाथ के प्रहार से हवा में लहराते दुश्मनों का। दर्शकों में कुछ ऐसा ही
इंतज़ार घायल वन्स अगेन के लिए भी है। क्या वन्स अगेन घायल सनी देओल का मुक्का ढाई किलो का साबित होगा?
अल्पना कांडपाल
मासूम क्रुद्ध छात्र 'अर्जुन'
सनी देओल ने १९८३ में फिल्म बेताब से डेब्यू किया था। यह थोड़ी रोमांटिक, थोड़ी एक्शन वाली फिल्म थी। इस फिल्म के बाद रिलीज़ फ़िल्में सनी, मंज़िल मंज़िल, सोहनी महिवाल और ज़बरदस्त भी कुछ ऐसे ही मसालों से भरी फ़िल्में थी। यह वह समय था, जब अमिताभ बच्चन के क्रुद्ध युवा की तूती बोला करती थी। ऐसे में अपनी जगह बनाना आसान नहीं था। उस समय अनिल कपूर, संजय दत्त, जैकी श्रॉफ, आदि अभिनेता एक्शन के ज़रिये बॉलीवुड को लुभाने में जुटे थे। ऋषि कपूर रोमांटिक हीरो के रूप में उभरे थे। कुमार गौरव गुल हो गए थे। अपने शारीरिक गठन के कारण सनी देओल रोमांटिक भूमिकाओं में फिट नहीं बैठते थे। सोहनी महिवाल की असफलता सामने थी। ऐसे समय में, एक बार फिर बेताब के निर्देशक राहुल रवैल आगे आये। उन्होंने अपनी फिल्म अर्जुन में सनी देओल को कॉलेज के भोले भाले मासूम छात्र का चोला पहनाया, जो अपने परिवार और मित्रों पर अत्याचार के कारण हिंसा करने के लिए मज़बूर होता है।
इमेज बदलना था ज़रूरी
लेकिन, ठीक इसी समय अनिल कपूर भी सीधे सादे क्रुद्ध युवा को परदे पर पेश कर रहे थे। यह वह समय था, जब हर डेब्यू एक्टर क्रोधित हो कर हिंसा कर रहा था। हर एक्टर का सपना सुपर स्टार बनने का था। शोले और दीवार जैसी फिल्म के दौर में एक्शन हॉट केक की तरह बिक रहा था। संजय दत्त ने अपने गठीले शरीर को हथियार बना कर कभी डॉन या असामाजिक बन कर एक्शन किया। जीतेन्द्र ने पारिवारिक फिल्मों का रास्ता पकड़ा। गोविंदा और मिथुन चक्रवर्ती डांसिंग स्टार बने, जो मौका लगने पर एक्शन भी कर लेते थे। इसी दौर में राज बब्बर, रजनीकांत, शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद खन्ना, आदि अमिताभ बच्चन को चुनौती पेश कर रहे थे। उसी समय सनी देओल के पिता धर्मेन्द्र का सितारा भी बुलंद था। ज़ाहिर है कि सनी देओल को इन सभी से जुदा एंग्री यंगमैन बनना था।
कमीज फाड़ने वाला क्रुद्ध युवा
ऐसे समय में निर्देशक राजकुमार संतोषी की फिल्म घायल रिलीज़ हुई। यह संतोषी की बतौर निर्देशक पहली फिल्म थी। राजकुमार संतोषी ने बड़ी चतुराई से सनी देओल की सभी खामियों को छुपाते हुए खूबियों को उभारा। राहुल रवैल ने सनी देओल के चेहरे के भोलेपन को हथियार बनाया था। राजकुमार संतोषी ने इसे बरकरार रखते हुए सनी के गठीले शरीर का खूब दोहन किया। घायल में भी सनी देओल एक छात्र की भूमिका में थे, जिसके भाई को एक ड्रग माफिया द्वारा मार दिया जाता है और उसे भाई का हत्यारा बता का जेल भेज दिया जाता है। उस पर भाभी के साथ अवैध सम्बन्ध रखने का आरोप भी लगता है। तब उसका खून खौल उठता है और वह ड्रग माफिया का खात्मा करने के लिए हिंसा का रास्ता अपनाता है। यह पहली फिल्म थी, जिसमे सनी देओल की कमीज फड़वा कर उनकी गठीली छाती और बाजुओं को दिखाया गया था। दर्शक इस जांबाज़ क्रुद्ध युवा के दीवाने हो गए। घायल आमिर खान की फिल्म दिल के सामने भी सुपर हिट साबित हुई। फिल्म के लिए सनी देओल को नेशनल फिल्म अवार्ड में स्पेशल जूरी अवार्ड दिया गया।
ढाई किलो का हाथ- आदमी उठता नहीं उठ जाता है
लेकिन, सनी देओल का हाथ ढाई किलो का साबित हुआ तीन साल बाद। यह फिल्म भी राजकुमार संतोषी की ही थी। घर वालों के बलात्कार का शिकार नौकरानी को इन्साफ दिलाने वाली दामिनी की इस कहानी में सनी देओल दामिनी के शराबी वकील बने थे। सरकारी वकील चड्ढा के साथ नोंकझोंक के एक सीन में सनी देओल अपने ढाई किलो के हाथ का ज़िक्र करते हैं, जो पड़ता है तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है। सनी के इस डायलाग पर सिनेमाहॉल सीटियों और तालियों की आवाज़ से गूँज उठते थे। ऋषि कपूर, मीनाक्षी शेषाद्रि और अमरीश पुरी जैसे दिग्गज़ों की मौजूदगी के बावजूद दामिनी सनी देओल की फिल्म बन गई। उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल फिल्म अवार्ड मिला।
ट्रेड मार्क बन गया
इसके बाद सनी देओल का ढाई किलो का हाथ उनका ट्रेड मार्क बन गया। वह अपने ज़ोरदार मुक्कों की बरसात करते हुए दसियों गुंडों को हवा मे उड़ा देते थे। दर्शक उनकी इस जांबाजी को देखने के लिए ब्लैक में टिकट खरीदता था। उनकी, एक के बाद एक अंगरक्षक, हिम्मत, जीत, अजय, घातक, बॉर्डर, ज़िद्दी, ज़ोर, अर्जुन पंडित, आदि फ़िल्में हिट होती चली गई। इंतेहा हुई २००१ में, जब सनी देओल ने अपनी फिल्म से दूसरी बार आमिर खान को मात दी थी। ग़दर एक प्रेमकथा के सामने आमिर खान की फिल्म लगान रिलीज़ हुई थी। एक तरफ लगान में आमिर खान और उनके साथी क्रिकेट की गेंद हवा में उछाल रहे थे, उधर सनी देओल के ज़ोरदार मुक्कों से पाकिस्तानी हवा में उठ कर उठ जा रहे थे। अब सनी देओल ऐसे एंग्रीमैन बन गए थे, जिसके ढाई किलो के हाथ से आदमी हवा में उठता ही नहीं, उठ जाता है।
आज सनी देओल को इंडस्ट्री में ३३ साल हो गए हैं। उनके समकालीन दूसरे क्रुद्ध युवा थक कर चरित्र भूमिकाओं में आ गए हैं। सनी देओल भी अब युवा नहीं रहे। इस साल १९ अक्टूबर को वह ६० साल के हो जायेंगे। लेकिन, वह आज भी हीरो बन कर आ रहे हैं। बेशक उनकी भूमिकाये अब काफी परिपक्व हो गई है। लेकिन, उनका हाथ आज भी ढाई किलो का माना जाता है। दर्शकों को इंतज़ार रहता है सनी देओल की फिल्मों का, स्क्रीन पर उठे उनके ढाई किलो के हाथ का और इस हाथ के प्रहार से हवा में लहराते दुश्मनों का। दर्शकों में कुछ ऐसा ही
इंतज़ार घायल वन्स अगेन के लिए भी है। क्या वन्स अगेन घायल सनी देओल का मुक्का ढाई किलो का साबित होगा?
अल्पना कांडपाल
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Sunny Deol,
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
वायआरऍफ़ मूवीज : अब डिश और स्लिंग इंटरनेशनल पर
यश राज फिल्मस द्वारा निर्मित फ़िल्में डिश और स्लिंग इंटरनेशनल पर ऑन डिमांड उपलब्ध हो गई है। स्लिंग इंटरनेशनल नार्थ अमेरिका बाजार का बड़ा खिलाड़ी है। इस पर वायआरएफ की फ़िल्में यशराज बैनर की फिल्मों के लिए बड़ा बाजार खोल सकती हैं। इस समय यशराज बैनर की ब्लॉकबस्टर फ़िल्में धूम ३, एक था टाइगर और जब तक है जान रोमांटिक और हल्केफुल्के मनोरंजन वाली चांदनी, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे और दिल तो पागल है के अलावा हालिया प्रशंसित और बहुचर्चित फ़िल्में दम लगा के हईशा और डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी भी कैटेलॉग में उपलब्ध हैं।
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Yashraj Films,
आज जी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday, 21 January 2016
इमरान हाश्मी के वॉयस मॉडुलेशन के साथ "राज रिलोडेड"
२००२ में शुरू राज़ सीरीज की फिल्मों की चौथी कड़ी राज़ रीलोडेड का प्री प्रोडक्शन तेज़ी पर है। यह तय हो गया है कि राज़ सीरीज की चौथी कड़ी में इमरान हाश्मी ही नायक होंगे। यह उनकी राज़ सीरीज में चौथी फिल्म होगी। इस फिल्म में इमरान हाश्मी बहुत ही चैलेंजिंग किरदार निभाते हुए नज़र आएंगे। राज़ सीरीज की फिल्मों में भटकती आत्माओं या दुष्ट आत्माओं का रोल अहम होता है। राज़ रीलोडेड भी इसी कड़ी में है। अलबत्ता, यह पहली बार होगा कि पिछली दो फिल्मों में आम आदमी का किरदार करने वाले एक्टर इमरान हाशमी इस फिल्म में एक वैम्पायर यानि पिशाच की भूमिका में होंगे। पिशाचों के बारे में कहा जाता है कि वह इंसानी खून पीते हैं। इस लिहाज़ से इमरान हाश्मी को अपने सामान्य चेहरे पर एक पिशाच का चेहरा लगाना होगा। लेकिन, इसमे ख़ास होगी उनकी आवाज़। राज़ : द मिस्ट्री कॉन्टीन्यूज में कंगना रनौत के शरीर में बुरी आत्मा प्रवेश करती थी। कंगना ने ऐसे सीक्वेंस के लिए काफी मेहनत की थी। कुछ ऎसी ही मेहनत इमरान हाश्मी को राज़ रीलोडेड में अपने किरदार के लिए करनी पड़ रही है। फिलहाल इमरान हाश्मी फिल्म अज़हर में व्यस्त हैं। इस फिल्म का काम पूरा होते ही वह विक्रम भट्ट निर्देशित इस फिल्म में व्यस्त हो जायेंगे। अपने किरदार को और मजबूत बनाने के लिए वॉइस मॉडुलेशन वर्कशॉप जायेंगे। यह जरुरी भी है क्यूंकि किरदार की विशेष वॉइस टोन है । फिल्म से जुड़े सूत्रों का कहना है, " अगर तकनीकी तौर पर बात करे तो यह किरदार इन्सान का नहीं है। इसलिए इमरान नहीं चाहते की उनकी आवाज उनकी दूसरे फिल्मो जैसी लगे। इसलिए वे अपने आवाज पर काम करेंगे और वॉइस मॉडुलेशन के लिए प्रोफेशनल वॉइस कोच से ट्रेनिंग लेंगे। इमरान वॉइस वर्कशॉप फिल्म के शूटिंग के पूर्व से शुरुआत करेंगे और शूटिंग के दौरान भी वे वॉइस मॉडुलेशन वर्कशॉप जायेंगे तथा फिल्म की डबिंग के समय भी वॉइस एक्सपर्ट इमरान के साथ होंगे।" इमरान हाश्मी की पिछली हिट फिल्म राज़ सीरीज की तीसरी फिल्म राज़ ३ डी थी। यह फिल्म २०१२ में रिलीज़ हुई थी। इसके बाद से अब तक इमरान हाशमी रश, एक थी डायन, घनचक्कर, राजा नटवरलाल, उंगली, मिस्टर एक्स और हमारी अधूरी कहानी जैसी सात असफल फ़िल्में दे चुके हैं। उन्हें एक हिट फिल्म की सख्त ज़रुरत है। क्या राज़ रीलोडेड उनके करियर को रीलोड कर पाएगी ?
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Emran Hashmi,
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 20 January 2016
क्या सचमुच नायिका के 'सॉफ्ट टॉयज' हैं नायक !
ग्रेट ग्रैंड मस्ती की स्टार कास्ट देखिये। मस्ती और ग्रैंड मस्ती के विवेक ओबेरॉय, आफताब शिवदासानी और रितेश देशमुख अपनी अपनी भूमिकाओं में हैं। लेकिन, इनकी फीमेल काउंटरपार्ट बदल चुकी हैं। उर्वशी रौतेला, मिष्ठी, श्रद्धा दास, पूजा चोपडा, सोनल चौहान और सोनाली राउत इन तीन नायकों की पत्नियों और प्रेमिकाओं के किरदार में हैं। दर्शकों में मस्ती सीरीज की फिल्मों के जितने जाने पहचाने चेहरे विवेक, रितेश और आफताब के हैं, उतनी यह आधा दर्जन अभिनेत्रियां नहीं हैं। लेकिन, इसके बावजूद यह अभिनेत्रियां अपने नायकों की मोहताज़ नही । विवेक ओबेरॉय, आफताब शिवदासानी और रितेश देशमुख जहाँ द्विअर्थी संवादों और अपनी हास्य अभिनय शैली से दर्शकों को हँसाते हैं, वही उर्वशी रौतेला, सोनल चौहान और सोनाली राउत अपनी सेक्स अपील से फिल्म के प्रति दर्शकों में आकर्षण पैदा करती हैं।
सपोर्ट में हैं
वज़ीर के दर्शक जानते हैं कि फिल्म में फरहान अख्तर की पत्नी के किरदार में अभिनेत्री अदिति राव हैदरी के करने के लिए कुछ नहीं था। पूरी फिल्म अमिताभ बच्चन और फरहान अख्तर के किरदारों के कन्धों पर चल रही थी। लेकिन, तमाम दूसरी फिल्मों के ठीक यही कहानी नहीं। राजा कृष्ण मेनन की एक्शन थ्रिलर फिल्म 'एयरलिफ्ट' अक्षय कुमार के किरदार रंजीत कत्याल की जांबाजी पर केंद्रित है। लेकिन, फिल्म में उनकी पत्नी अमृता का किरदार कर रही निम्रत कौर रोती-सुबकती परंपरागत भारतीय नारी नहीं। वह अक्षय कुमार को अपने भावाभिनय से सपोर्ट करती हैं। इसके ठीक विपरीत आर बाल्की की फिल्म 'की एंड का' में करीना कपूर एक वर्किंग वुमन बनी हैं। रोजगार के लिहाज़ से इस बेमेल जोड़े की कहानी में अर्जुन कपूर शेफ के किरदार में हैं, जो अपनी कामकाजी पत्नी के लिए खाना बना कर उसका इंतज़ार करता है।
सेक्स बम के साथ सॉफ्ट टॉयज
क्या कूल हैं हम ३ में एक गीत रचा गया था मैं हूँ तेरी सॉफ्ट टॉय। फिल्म की निर्माता एकता कपूर को यह गीत हर प्रकार से बढ़िया लगा। लेकिन, वह इस गीत को महिला दृष्टिकोण से रखना चाहती थी। इसलिए उन्होंने बोल बदलवा कर तुम हो मेरे सेक्स टॉय करवा दिया। क्या कूल हैं हम ३ में सेक्स बम नायिका मंदाना करीमी के सेक्स टॉयज तुषार कपूर और आफताब शिवदासानी हैं, जो पोर्न फिल्मों के एक्टर हैं। यह दोनों एक्टर अपने पोर्न एक्शन मंदाना करीमी के किरदार के इर्दगिर्द ही आजमाते हैं। पोर्न-कॉम हो या सेक्स कॉमेडी या सेक्स इरोटिका फ़िल्में इनके पुरुष किरदार महिला किरदारों के सॉफ्ट टॉयज जैसे ही होते हैं। इन पुरुष किरदारों का हर हावभाव महिला किरदारों द्वारा ही आजमाया गया होता है। सनी लियॉन की फ़िल्में इसका खास उदाहरण है। लियॉन की सभी फ़िल्में उनके किरदार/किरदारों पर केंद्रित होती है। क्या कूल हैं हम ३ के ठीक अगले शुक्रवार रिलीज़ होगी सनी लियॉन एडल्ट कॉमेडी फिल्म 'मस्तीज़ादे' । इस फिल्म में सनी लियॉन का दोहरा किरदार है। फिल्म का शीर्षक बेशक तुषार कपूर और वीर दास के किरदारों के कारण मस्तीज़ादे रखा गया है। लेकिन, इन किरदारों की मस्ती सनी लियॉन की लिली लेले और लैला लेले के कारण हैं। कार धुलाई करती सनी लियॉन फिल्म के ट्रेलर में ही दर्शकों की धुलाई करती नज़र आ रही हैं। तुषार कपूर और वीर दास तो द्विअर्थी सनी केले और आदित्य चोतिया ही हैं। इस साल रिलीज़ होने जा रही सनी लियॉन की दूसरी फिल्म वन नाईट स्टैंड भी सनी लियॉन की इरोटिका फंतासी फिल्म बताई जा रही है। इस फिल्म का कितना दारोमदार सनी लियॉन पर होगा कि फिल्म एक पहेली लीला में उनके नायक रजनीश दुग्गल बीच रास्ते में फिल्म छोड़ कर चले गए। अब उनकी जगह पुराने जमाने की हीरोइन रति अग्निहोत्री के फ्लॉप बेटे तनुज विरवानी आ गए। हालाँकि, रजनीश दुग्गल फिल्म 'बेईमान लव' में सनी लियॉन के साथ गर्मागर्म रोमांस कर रहे हैं। यह पूरी फिल्म वुमन सेंट्रिक है।
एक्शन को ताक़त देते किरदार
हिंदी फिल्मों का चेहरा काफी बदला है। एक्शन है तो इमोशन भी खूब है। नारी किरदार मज़बूत हैं। साला खडूस को ही लीजिये। एक्टर माधवन बॉक्सिंग कोच की भूमिका में हैं। उन्हें चुका हुआ माना जा चुका है, जो किसी को चैंपियन नहीं बना सकता। उसे खुद को काबिल साबित करना है। रीतिका सिंह का किरदार बॉक्सर बनने की इच्छुक लड़की का है। वह रीतिका को चैंपियन बॉक्सर बना कर ही दम लेता है। इस कहानी में रीतिका सिंह का दमदार किरदार और अभिनय माधवन के बॉक्सिंग कोच की बखूबी मदद करता है। घायल वन्स अगेन में सनी देओल अपने एक्शन अवतार में हैं। दर्शक उनके ढाई किलो के घूंसे की ताक़त देखना चाहता है। लेकिन, घायल की तरह घायल वन्स अगेन में भी सोहाअली खान का किरदार रिया भावुक अभिनय के ज़रिये अजय मेहरा (सनी देओल) की नाराज़गी को जायज साबित करता है।
एक दूसरे की सपोर्टिंग जोड़ियां
रोमांस फिल्मों में इस हाथ ले उस हाथ दे वाला मामला रहता है। दोनों को एक दूसरे को सपोर्ट करना है। किसी को किसी को दबाने की गुंजायश नहीं रहती है। अब यह बात ज़रूर है कि कोई चेहरा दर्शकों की आँखों पर चढ़ कर दिल में उतर जाता है। राजीव एस रुइया की ड्रामा फिल्म डायरेक्ट इश्क़ में रजनीश दुग्गल और निधि सुब्बैया, वैभव मिश्रा की रोमांस फिल्म लवशुदा में गिरीश कुमार नवनीत कौर ढिल्लों, राधिका राव और विनय सप्रू की रोमांस फिल्म सनम तेरी कसम में मावरा हुसैन और हर्षवर्द्धन राणे, आनंद राउत की रोमांस ड्रामा फिल्म लखनवी इश्क़ में अध्ययन सुमन और करिश्मा कोटक, सन्देश नायक की रोमांस ड्रामा फिल्म लव शगुन में अनुज सचदेव और निधि सुबैया, मोज़ेज़ सिंह की ड्रामा फिल्म जुबां में विक्की कौशल और साराह जेन डियास, शॉन अरनहा की रोमांस कॉमेडी तेरा सुरूर २ में हिमेश रेशमिया और डेज़ी शाह, आदि जोड़ियां का रोमांस क्या गुल खिलायेगा ! हो सकता है कोई जोड़ी या इन जोड़ियों में कोई एक दर्शकों की आँखों में चढ़ कर दिल में उतर जाये। वैसे दिलचस्प होगा दीपक तिजोरी की रोमांटिक फिल्म दो लफ्ज़ो की कहानी में रणदीप हुडा की साउथ की स्टार काजल अग्रवाल के साथ जोड़ी को देखना। कोरियाई फिल्म पर आधारित इस फिल्म में पार्किंग के अटेंडेंट पूर्व बॉक्सर और एक अंधी होती जा रही लड़की के रोमांस की कहानी है। लड़की बॉक्सर को उसके पहले वाला अटैंडेंट समझती है।
रोमांटिक जोड़ा लेकिन...... !
अभिषेक कपूर की फिल्म 'फितूर' में नया त्रिकोण है। चार्ल्स डिकेन्स के उपन्यास ग्रेट एक्सपेक्टेशंस पर आधारित फिल्म 'फितूर' में आदित्य रॉय और कैटरीना कैफ की जोड़ी है। जोड़ी के लिहाज़ से कैटरीना और आदित्य रॉय कपूर की जोड़ी बेमेल नहीं। लेकिन, यह जोड़ी तब्बू के नितांत अकेली और चिड़चिड़ी पर अमीर औरत के किरदार बेगम हज़रत के सपोर्टिंग है। इन दोनों का रोमांस तब्बू के रूखे किरदार के इर्दगिर्द है। शकुन बत्रा की फिल्म कपूर एंड संस एक बर्बाद परिवार की कहानी है, जिसमे दो भाइयों का किरदार फवाद खान और सिद्धार्थ मल्होत्रा कर रहे हैं। इस फिल्म में अलिया भट्ट के किरदार का अनोखा त्रिकोण है।
अल्पना कांडपाल
सपोर्ट में हैं
वज़ीर के दर्शक जानते हैं कि फिल्म में फरहान अख्तर की पत्नी के किरदार में अभिनेत्री अदिति राव हैदरी के करने के लिए कुछ नहीं था। पूरी फिल्म अमिताभ बच्चन और फरहान अख्तर के किरदारों के कन्धों पर चल रही थी। लेकिन, तमाम दूसरी फिल्मों के ठीक यही कहानी नहीं। राजा कृष्ण मेनन की एक्शन थ्रिलर फिल्म 'एयरलिफ्ट' अक्षय कुमार के किरदार रंजीत कत्याल की जांबाजी पर केंद्रित है। लेकिन, फिल्म में उनकी पत्नी अमृता का किरदार कर रही निम्रत कौर रोती-सुबकती परंपरागत भारतीय नारी नहीं। वह अक्षय कुमार को अपने भावाभिनय से सपोर्ट करती हैं। इसके ठीक विपरीत आर बाल्की की फिल्म 'की एंड का' में करीना कपूर एक वर्किंग वुमन बनी हैं। रोजगार के लिहाज़ से इस बेमेल जोड़े की कहानी में अर्जुन कपूर शेफ के किरदार में हैं, जो अपनी कामकाजी पत्नी के लिए खाना बना कर उसका इंतज़ार करता है।
सेक्स बम के साथ सॉफ्ट टॉयज
क्या कूल हैं हम ३ में एक गीत रचा गया था मैं हूँ तेरी सॉफ्ट टॉय। फिल्म की निर्माता एकता कपूर को यह गीत हर प्रकार से बढ़िया लगा। लेकिन, वह इस गीत को महिला दृष्टिकोण से रखना चाहती थी। इसलिए उन्होंने बोल बदलवा कर तुम हो मेरे सेक्स टॉय करवा दिया। क्या कूल हैं हम ३ में सेक्स बम नायिका मंदाना करीमी के सेक्स टॉयज तुषार कपूर और आफताब शिवदासानी हैं, जो पोर्न फिल्मों के एक्टर हैं। यह दोनों एक्टर अपने पोर्न एक्शन मंदाना करीमी के किरदार के इर्दगिर्द ही आजमाते हैं। पोर्न-कॉम हो या सेक्स कॉमेडी या सेक्स इरोटिका फ़िल्में इनके पुरुष किरदार महिला किरदारों के सॉफ्ट टॉयज जैसे ही होते हैं। इन पुरुष किरदारों का हर हावभाव महिला किरदारों द्वारा ही आजमाया गया होता है। सनी लियॉन की फ़िल्में इसका खास उदाहरण है। लियॉन की सभी फ़िल्में उनके किरदार/किरदारों पर केंद्रित होती है। क्या कूल हैं हम ३ के ठीक अगले शुक्रवार रिलीज़ होगी सनी लियॉन एडल्ट कॉमेडी फिल्म 'मस्तीज़ादे' । इस फिल्म में सनी लियॉन का दोहरा किरदार है। फिल्म का शीर्षक बेशक तुषार कपूर और वीर दास के किरदारों के कारण मस्तीज़ादे रखा गया है। लेकिन, इन किरदारों की मस्ती सनी लियॉन की लिली लेले और लैला लेले के कारण हैं। कार धुलाई करती सनी लियॉन फिल्म के ट्रेलर में ही दर्शकों की धुलाई करती नज़र आ रही हैं। तुषार कपूर और वीर दास तो द्विअर्थी सनी केले और आदित्य चोतिया ही हैं। इस साल रिलीज़ होने जा रही सनी लियॉन की दूसरी फिल्म वन नाईट स्टैंड भी सनी लियॉन की इरोटिका फंतासी फिल्म बताई जा रही है। इस फिल्म का कितना दारोमदार सनी लियॉन पर होगा कि फिल्म एक पहेली लीला में उनके नायक रजनीश दुग्गल बीच रास्ते में फिल्म छोड़ कर चले गए। अब उनकी जगह पुराने जमाने की हीरोइन रति अग्निहोत्री के फ्लॉप बेटे तनुज विरवानी आ गए। हालाँकि, रजनीश दुग्गल फिल्म 'बेईमान लव' में सनी लियॉन के साथ गर्मागर्म रोमांस कर रहे हैं। यह पूरी फिल्म वुमन सेंट्रिक है।
एक्शन को ताक़त देते किरदार
हिंदी फिल्मों का चेहरा काफी बदला है। एक्शन है तो इमोशन भी खूब है। नारी किरदार मज़बूत हैं। साला खडूस को ही लीजिये। एक्टर माधवन बॉक्सिंग कोच की भूमिका में हैं। उन्हें चुका हुआ माना जा चुका है, जो किसी को चैंपियन नहीं बना सकता। उसे खुद को काबिल साबित करना है। रीतिका सिंह का किरदार बॉक्सर बनने की इच्छुक लड़की का है। वह रीतिका को चैंपियन बॉक्सर बना कर ही दम लेता है। इस कहानी में रीतिका सिंह का दमदार किरदार और अभिनय माधवन के बॉक्सिंग कोच की बखूबी मदद करता है। घायल वन्स अगेन में सनी देओल अपने एक्शन अवतार में हैं। दर्शक उनके ढाई किलो के घूंसे की ताक़त देखना चाहता है। लेकिन, घायल की तरह घायल वन्स अगेन में भी सोहाअली खान का किरदार रिया भावुक अभिनय के ज़रिये अजय मेहरा (सनी देओल) की नाराज़गी को जायज साबित करता है।
एक दूसरे की सपोर्टिंग जोड़ियां
रोमांस फिल्मों में इस हाथ ले उस हाथ दे वाला मामला रहता है। दोनों को एक दूसरे को सपोर्ट करना है। किसी को किसी को दबाने की गुंजायश नहीं रहती है। अब यह बात ज़रूर है कि कोई चेहरा दर्शकों की आँखों पर चढ़ कर दिल में उतर जाता है। राजीव एस रुइया की ड्रामा फिल्म डायरेक्ट इश्क़ में रजनीश दुग्गल और निधि सुब्बैया, वैभव मिश्रा की रोमांस फिल्म लवशुदा में गिरीश कुमार नवनीत कौर ढिल्लों, राधिका राव और विनय सप्रू की रोमांस फिल्म सनम तेरी कसम में मावरा हुसैन और हर्षवर्द्धन राणे, आनंद राउत की रोमांस ड्रामा फिल्म लखनवी इश्क़ में अध्ययन सुमन और करिश्मा कोटक, सन्देश नायक की रोमांस ड्रामा फिल्म लव शगुन में अनुज सचदेव और निधि सुबैया, मोज़ेज़ सिंह की ड्रामा फिल्म जुबां में विक्की कौशल और साराह जेन डियास, शॉन अरनहा की रोमांस कॉमेडी तेरा सुरूर २ में हिमेश रेशमिया और डेज़ी शाह, आदि जोड़ियां का रोमांस क्या गुल खिलायेगा ! हो सकता है कोई जोड़ी या इन जोड़ियों में कोई एक दर्शकों की आँखों में चढ़ कर दिल में उतर जाये। वैसे दिलचस्प होगा दीपक तिजोरी की रोमांटिक फिल्म दो लफ्ज़ो की कहानी में रणदीप हुडा की साउथ की स्टार काजल अग्रवाल के साथ जोड़ी को देखना। कोरियाई फिल्म पर आधारित इस फिल्म में पार्किंग के अटेंडेंट पूर्व बॉक्सर और एक अंधी होती जा रही लड़की के रोमांस की कहानी है। लड़की बॉक्सर को उसके पहले वाला अटैंडेंट समझती है।
रोमांटिक जोड़ा लेकिन...... !
अभिषेक कपूर की फिल्म 'फितूर' में नया त्रिकोण है। चार्ल्स डिकेन्स के उपन्यास ग्रेट एक्सपेक्टेशंस पर आधारित फिल्म 'फितूर' में आदित्य रॉय और कैटरीना कैफ की जोड़ी है। जोड़ी के लिहाज़ से कैटरीना और आदित्य रॉय कपूर की जोड़ी बेमेल नहीं। लेकिन, यह जोड़ी तब्बू के नितांत अकेली और चिड़चिड़ी पर अमीर औरत के किरदार बेगम हज़रत के सपोर्टिंग है। इन दोनों का रोमांस तब्बू के रूखे किरदार के इर्दगिर्द है। शकुन बत्रा की फिल्म कपूर एंड संस एक बर्बाद परिवार की कहानी है, जिसमे दो भाइयों का किरदार फवाद खान और सिद्धार्थ मल्होत्रा कर रहे हैं। इस फिल्म में अलिया भट्ट के किरदार का अनोखा त्रिकोण है।
अल्पना कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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