भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 30 June 2017
पूजा मखीजा की चाइल्ड नुट्रिशन पर किताब की लांच पर अपनी बेटी के साथ खल्लास गर्ल ईशा कोप्पिकर
Labels:
फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 28 June 2017
स्पाइडर-मैन की होमकमिंग में होंगे कई मार्वेल करैक्टर
डायरेक्टर जॉन वाट्स पर भरोसा करें तो स्पाइडरमैन के काम का दायरा भी बढ़ने वाला है और आगामी फिल्म होमकिंग में मार्वेल सिनेमैटिक यूनिवर्स के कई किरदार भी शामिल होने जा रहे हैं। स्पाइडरमैन रिबूट बनाये जाने के ऐलान के बाद दुनिया के दर्शकों ने स्पाइडरमैन बने टॉम हॉलैंड को पहली बार २०१६ में कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर में देख लिया था। अगले साल अवेंजर्स इंफिनिटी वॉर में भी टॉम हॉलैंड अपने मकड़े किरदार को करते नज़र आएंगे। यह एक शुरुआत थी मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स के सुपरहीरो किरदारों के एक ही फिल्म में इकठ्ठा लाने की। होमकमिंग में दर्शक रॉबर्ट डाउनी जूनियर को टोनी स्टार्क उर्फ़ आयरन मैन, माइकल कीटों को वल्चर, टोनी रेवोलोरी को फ़्लैश, बोकीम वुडबीन को शॉकर के किरदार में देखेंगे। इस फिल्म के दो सीक्वल में कुछ दूसरे मार्वेल करैक्टर नज़र आ सकते हैं। होमकमिंग में नज़र आ रहे कुछ करैक्टर नदारद भी रहेंगे। ७ जुलाई को रिलीज़ होने जा रही स्पाइडर-मैन होमकमिंग में टोनी रेवोलोरी, मरीसा तोमोई, डोनाल्ड ग्लोवर, लॉरा हरियर, बोकीम वुडबिन, माइकल चेमस, आदि भी नज़र आएंगे।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अ स्टार इज बॉर्न में लेडी गागा
आजकल हॉलीवुड की एक फिल्म अ स्टार इज बॉर्न चर्चा में हैं। यह फिल्म १९३७ में अमेरिका में बनी टैक्नीकलर रोमांटिक ड्रामा फिल्म है। निर्माता डेविड ओ सेल्ज़निक की विलियम अ वेलमैन निर्देशित इस फिल्म की कहानी एक अभिनेत्री बनने के लिए संघर्ष कर रही की कहानी है, जिसकी मदद हॉलीवुड का एक अस्त होता अभिनेता करता है। इस फिल्म में मुख्य भूमिका जेनेट गेनर और फ्रेडरिक मार्च ने की थी। अन्य भूमिकाओं में अडोल्फे मेंजो, मे रोब्सन, एंडी डेविन, लीओन स्टैंडर और ओवेन मूर थे। इस फिल्म १९५४ में जुडी गारलैंड, और जेम्स मेसन के साथ और १९७६ में बारबरा स्ट्रेसैंड और क्रिष क्रिस्टोफरसन के साथ रीमेक बनाये गए। अब अ स्टार इज बॉर्न पर निर्माण अभिनेता ब्रैडले कूपर (द हैंगओवर,अमेरिकन स्नाइपर,लिमिटलेस) कर रहे हैं। इस फिल्म से ब्रैडले कूपर पहली बार निर्देशन की कमान भी सम्हालेंगे। यह उनकी बतौर निर्देशक पहली फिल्म है। वह खुद अस्त हो रहे हॉलीवुड फिल्म स्टार का किरदार करेंगे। फिल्म में लेडी गागा महत्वाकांक्षी गायिका अभिनेत्री एली का किरदार कर रही हैं। यह फिल्म लेडी गागा की बतौर नायिका पहली फिल्म होगी। यह फिल्म २८ सितम्बर को रिलीज़ हो रही है।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या बनेगी ईशान और जाह्नवी जोड़ी ?
बॉलीवुड के
गलियारों में खबर गर्म है कि एक्टर शाहिद कपूर का सौतेला भाई ईशान खट्टर और
श्रीदेवी की बड़ी बेटी जाह्नवी कपूर जोड़ी बनाने जा रहे हैं। इन दोनों की यह जोड़ी करण
जौहर के बैनर धर्मा प्रोडक्शन्स के तहत बनने वाली हॉलीवुड की २०१४ में रिलीज़ रोमांटिक ड्रामा फिल्म फाल्ट इन अवर स्टार्स के हिंदी रीमेक से बनेगी। इस फिल्म का निर्देशन शशांक खेतान करेंगे। इससे पहले यह खबर भी थी कि जाह्नवी कपूर का डेब्यू मराठी फिल्म सैराट के हिंदी
रीमेक से होगा। करण जौहर अपनी हॉलीवुड रीमेक फिल्म के लिए पहले दीपिका पादुकोण-सुशांत
सिंह राजपूत और आलिया भट्ट-आदित्य रॉय कपूर की जोड़ियों पर राय मशविरा कर चुके हैं। इस लिहाज़ से ईशान और जाह्नवी की जोड़ी बनना दिलचस्प खबर जैसा है। खबर यह भी है
कि फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले ईशान और जाह्नवी एक साथ काफी समय बिता रहे
हैं, ताकि आपसी समझ पैदा हो सके। इस जोड़े की साथ तस्वीरे गॉसिप कॉलम में गर्मागर्म
खबरों के साथ छप भी चुकी हैं। ईशान खट्टर ईरानी फिल्मकार माजिद मजीदी की फिल्म
बियॉन्ड द क्लाउड्स की शूटिंग पूरी कर चुके हैं। हॉलीवुड रीमेक के निर्देशक आशीष खेतान ने
हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया और बद्रीनाथ की दुल्हनिया जैसी हिट दुल्हनिया फ़िल्में बनाई
हैं। क्या वह जाह्नवी को ईशान की हिट दुल्हनिया बना पाएंगे ?
Labels:
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
५३ साल की श्रीदेवी के ५० साल और ३०० फ़िल्में
श्रीदेवी की
रवि उदयवार निर्देशित फिल्म मॉम हिंदी के अलावा तीन दूसरी भारतीय भाषाओँ तमिल, तेलुगु और मलयालम में रिलीज़ की
जाएगी। श्रीदेवी पर केंद्रित इस फिल्म में
नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और अक्षय खन्ना पहली बार श्रीदेवी के साथ अभिनय कर रहे हैं। फिल्म में श्रीदेवी ने दो बेटियों की माँ देवकी
का किरदार किया है। उसकी बेटी आर्या भावुक लड़की है। उसका मानना है कि एक माँ की ज़िन्दगी में बेटी आती है, न कि बेटी की ज़िन्दगी में माँ आती
है। इसे लेकर दोनों में मतभेद हैं। देवकी इंतज़ार करती है अपनी बेटी के प्यार और
उसे स्वीकार करने का,
ताकि दोनों
के बीच मतभेद दूर हो सके। परन्तु एक
दुर्घटनावश यह दूरियां बढ़ जाती है। अब
देवकी के सामने दो ही रास्ते हैं कि वह ज़्यादा खराब और काम खरब में से किसी को
चुनना है। ज़ाहिर है कि देवकी का किरदार श्रीदेवी की अभिनय क्षमता को उभारने वाला
है। श्रीदेवी ने अभिनय का सिलसिला दक्षिण की फिल्मों से शुरू किया था। अब बॉलीवुड
फिल्मों को भी दक्षिण के बाजार की तलाश है। कहते हैं फिल्म के निर्माता और
श्रीदेवी के पति बोनी कपूर,
"साउथ इंडिया
में तो उनकी इतनी फैनफॉलोविंग हैं कि फिल्म वितरक हमेशा श्रीदेवी की फिल्मों का
इंतजार करतें रहते हैं। जब से ‘मॉम’
का प्रोमो
ऑनलाइन रिलीज हुआ हैं। तब से वितरक इस फिल्म को दक्षिण भारतीय भाषाओं में डब कर
रिलीज़ करने की मांग कर रहें हैं। इसी वजह से यह फिल्म हिंदी के साथ ही तमिल, तेलुगु, और मलयालम में भी रिलीज कर रहें हैं।"
फिल्म करियर
के ५० साल
मॉम ७ जुलाई
को रिलीज़ हो रही है। इस तारिख का श्रीदेवी की ज़िन्दगी में विशेष महत्व है।
तमिलनाडु में शिवकाशी में १३ अगस्त १९६३
को जन्म हुआ था। श्रीदेवी ने अपने फिल्म
करियर की शुरुआत तमिल भक्ति फिल्म कंधन करुणाई में बतौर बाल कलाकार की थी। इस फिल्म में वह भगवान मुरुग का बालावतार
थी। उस समय श्रीदेवी की उम्र महज़ चार साल
थी। कंधन करुणाई ७ जुलाई १९६७ को रिलीज़
हुई थी। इस प्रकार से श्रीदेवी के एक्टिंग
करियर को इस साल ७ जुलाई को ५० साल पूरे हो जाते हैं। इसे देखते हुए ही बोनी कपूर ने मॉम को ७ जुलाई
को दक्षिण की तीन भाषाओँ के साथ रिलीज़ करने का फैसला लिया है। संयोग की बात यह है कि मॉम श्रीदेवी की बतौर एक्ट्रेस ३००वी फिल्म है। यह तीन सौ फ़िल्में हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ भाषाओं में है। इस प्रकार से अपने अभिनय जीवन के पचास
सालों में ५३ साल की श्रीदेवी कुल ३०० फ़िल्में कर चुकी हैं। जबकि, वह पिछले पांच सालों से हिंदी फ़िल्में नहीं कर रही थी। उन्होंने १९७९ से कोई कन्नड़ फिल्म नहीं की
है। १९९४ से तेलुगु और १९९६ से मलयालम
फिल्मों से दूर हैं। जिस तमिल इंडस्ट्री
से श्रीदेवी ने अपने करियर की शुरुआत की थी, उसमे भी उनकी २६ साल बाद वापसी २०१५ में रिलीज़ कॉस्ट्यूम ड्रामा
ऐतिहासिक फिल्म पुलि से हुई थी ।
तमिल फिल्म
से शुरुआत करने के बाद श्रीदेवी ने
बॉलीवुड का रुख किया। दक्षिण के
फिल्म निर्माता बी नागिरेड्डी और चक्रपाणि की के एस सेतुमाधवन निर्देशित फिल्म
जूली (१९७५) ने उन्हें फिल्म की नायिका लक्ष्मी की छोटी बहन के रोल में मौक़ा दिया।
इस बड़ी हिट फिल्म के बावजूद श्रीदेवी की अगली फिल्म सोलवां सावन १९७८ में रिलीज़
हुई। पी भारतीराजा की इस फिल्म में
श्रीदेवी ने अमोल पालेकर के अपोजिट १६ साल की लड़की के प्यार को अंजाम दिया
था। फिर कमल हासन के साथ रीमेक फिल्म
सदमा रिलीज़ हुई। यह दोनों फ़िल्में बुरी तरह से असफल हुई।
थंडर थइ
श्रीदेवी
जब ऐसा लग
रहा था कि दक्षिण की इस अभिनेत्री का करियर तीन फिल्मों के साथ ही ख़त्म हो जायेगा, अभी रिलीज़ हुई के राघवेंद्र राव के
निर्देशन में बनी एक्शन कॉमेडी फिल्म हिम्मतवाला । यह फिल्म हिट तमिल फिल्म उरिकी
मोनगाडू की रीमेक थी। तमिल फिल्म में
कृष्णा की नायिका जयाप्रदा थी। बाद में, इन्ही जयाप्रदा के साथ श्रीदेवी ने कई
फ़िल्में की और दोनों के बीच लगातार कैट फाइट होती रही। हिम्मतवाला में श्रीदेवी ने जम कर अंग प्रदर्शन
किया था। इस फिल्म ने उन्हें थंडर थइ वाली
अभिनेत्री का खिताब दिलवाया। श्रीदेवी ने
इसी साल एक के बाद अंग प्रदर्शन से भरपूर फ़िल्में की। जानी दोस्त, जस्टिस चौधरी और मवाली फिल्मों की सफलता के पीछे श्रीदेवी की सेक्स
अपील ही थी। वह बॉलीवुड की सेक्स बम के बतौर स्थापित हो गई।
अभिनय भी
दिखाया
हिंदी
फिल्मों में श्रीदेवी ने केवल अंग प्रदर्शन ही नहीं किया। श्रीदेवी की सेक्स अपील
का प्रदर्शन करने वाली तमाम फ़िल्में साउथ के निर्माताओं द्वारा बनाई गई थी। साउथ
के फिल्म निर्माता श्रीदेवी की अभिनय क्षमता को जानते और पहचानते थे। इसीलिए, जिस दौर में बॉलीवुड दर्शकों को आकर्षित करने के लिए तोहफा, मकसद और सरफ़रोश जैसी श्रीदेवी की सेक्स
अपील उभारने वाली फ़िल्में बनाई गई, वहीँ के विश्वनाथ ने मिथुन चक्रवर्ती के साथ फिल्म जाग उठा इंसान में
श्रीदेवी के नृत्यांगना किरदार को भावाभिनय से सरोबार पेश किया। १९८६ में श्रीदेवी
के करियर में बड़ा बदलाव आया। इस दौरान श्रीदेवी को हरमेश मल्होत्रा ने नागिन
किरदार में पेश किया। फिल्म थी नगीना। यह फिल्म बड़ी हिट साबित हुई। इस फिल्म के साथ श्रीदेवी बॉलीवुड की सबसे
महँगी अभिनेत्री बन गई। पारिवारिक फिल्म घर संसार में श्रीदेवी ने अपने सशक्त
अभिनय से दर्शकों और समीक्षकों की वाहवाही बटोरी।
सुहागन,
औलाद और
नज़राना के बाद श्रीदेवी ने अपने उत्कृष्ट अभिनय से अनिल कपूर के साथ फिल्म मिस्टर
इंडिया को मिस इंडिया बना दिया। राम-अवतार, चांदनी, चालबाज़,
लम्हे, गुमराह, आदि उनकी उल्लेखनीय फ़िल्में थी, जिनमे श्रीदेवी ने खुद की पहचान बतौर सेक्स बम नहीं अभिनेत्री बनाई।
श्रीदेवी ने
१९९६ में अपनी मिस्टर इंडिया, रूप की रानी चोरों का राजा और जुदाई जैसी फिल्मों निर्माता बोनी कपूर
से विवाह कर लिया। १९९७ में पहली बेटी के
जन्म के साथ ही श्रीदेवी ने फिल्मों को पूरी तरह से अलविदा कह दी। कोई १५ साल श्रीदेवी की वापसी हुई गौरी शिंदे
की कॉमेडी ड्रामा फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से।
इस फिल्म में श्रीदेवी ने एक ऐसी गृहणी के किरदार को किया था, जो इंग्लिश नहीं बोल सकती है। इससे उसकी घर में उपेक्षा होती ही है, जब वह एक शादी में विदेश जाती है तो यह
समस्या ज़्यादा बढ़ जाती है। इसलिए वह
इंग्लिश क्लास ज्वाइन कर लेती है। इस
फिल्म को हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु,
फ्रेंच और
इंग्लिश में भी बनाया गया। इस फिल्म के बाद
श्रीदेवी को बॉलीवुड की मेरिल स्ट्रीप और जापान में फीमेल रजनीकांत का
खिताब दिया गया।
श्रीदेवी उम्र का अर्धशतक लगा चुकी हैं। वह रोमांटिक किरदार नहीं कर सकती। इसलिए वह अपनी उम्र के अनुरूप किरदार कर रही हैं। इंग्लिश विंग्लिश में एक बेटी की माँ का किरदार करने के बाद श्रीदेवी मॉम में दो बेटियों की माँ का किरदार कर रही है। लेकिन, यह फिल्म सोशल ड्रामा नहीं। इस फिल्म में थ्रिल की छौंक है। संबंधों और परिस्थितियों की जटिलता है। श्रीदेवी कहती हैं, "यह फिल्म मेरे लिए बड़ा चैलेंज थी। मुझे इसका ख़ास अनुभव हुआ। मैं खुश हूँ कि मुझे इन महान अभिनेताओं (नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और अक्षय खन्ना) के साथ अभिनय करने का मौक़ा मिला।"
श्रीदेवी उम्र का अर्धशतक लगा चुकी हैं। वह रोमांटिक किरदार नहीं कर सकती। इसलिए वह अपनी उम्र के अनुरूप किरदार कर रही हैं। इंग्लिश विंग्लिश में एक बेटी की माँ का किरदार करने के बाद श्रीदेवी मॉम में दो बेटियों की माँ का किरदार कर रही है। लेकिन, यह फिल्म सोशल ड्रामा नहीं। इस फिल्म में थ्रिल की छौंक है। संबंधों और परिस्थितियों की जटिलता है। श्रीदेवी कहती हैं, "यह फिल्म मेरे लिए बड़ा चैलेंज थी। मुझे इसका ख़ास अनुभव हुआ। मैं खुश हूँ कि मुझे इन महान अभिनेताओं (नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और अक्षय खन्ना) के साथ अभिनय करने का मौक़ा मिला।"
Labels:
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कार्तिका नायर : छोटे परदे की देवसेना
Labels:
Television
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 27 June 2017
क्या ट्यूबलाइट को लगी अरिजीत सिंह की हाय !
ईद में सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट डिशूम हो गई . इस फिल्म ने सन्डे को २२.४५ करोड़ का बिज़नस किया था. उम्मीद की जा रही थी कि सलमान खान को बढ़िया ईदी मिलेगी और यह फिल्म चार दिनों में १०० करोड़ क्लब में पहुँच जायेगी. मगर हुआ उल्टा. इस बार भाई को ईदी नहीं मिली. सिर्फ १९.०९ करोड़ का बिज़नस करने के कारण चार दिनों में कुल ८३.८६ करोड़ का बिज़नस ही कर सकी. ट्यूबलाइट जिस प्रकार से ईद में फ्यूज हुई है, उससे ऐसा लगता है कि यह फिल्म पूरे वीक में १०० करोड़ क्लब में पहुच जाए तो यही बड़ी बात होगी. यहाँ याद आ रही है सुल्तान के गीत जग घुमया की. इस गीत को हिन्दुस्तानी गायक अरिजीत सिंह से गवाया जाना था. यशराज फिल्म्स ने इसका ऐलान भी कर दिया था. तभी एक पुरस्कार समारोह में अरिजीत का काउंटर कमेंट्स सलमान खान को चुभ गया. हालाँकि, उस अवार्ड्स समारोह में सलमान खान ने ही अरिजीत सिंह को हिट किया था. उन्होंने यशराज फिल्म्स के दिग्गज आदित्य चोपड़ा को हिदायत देकर अरिजीत सिंह को इस गीत से बाहर करवा दिया. हालाँकि अरिजीत सिंह बार बार माफ़ी मांगता रहा. सलमान खान ने इस गीत को पाकिस्तान के कव्वाल टाइप टैक्स चोर गायक राहत फ़तेह अली खान से गवा लिया. सलमान खान की सुलतान ज़रूर बड़ी हिट हुई. लेकिन, शायद यशराज बैनर और सलमान खान को बेचारे अरिजीत सिंह की हाय लग गई थी. आदित्य चोपड़ा निर्देशित फिल्म बेफिक्रे बॉक्स ऑफिस पर धडाम हो गई. मेरी प्यारी बिंदु को भी दर्शकों का प्यार नहीं मिला. अब सलमान खान के मुंह में करारा तमाचा पड़ा है. सलमान खान एक कलाकार है. उसे कलाकार की इज्जत करना सीखना चाहिए. अभी वह इतना बड़ा नहीं हुआ है कि किसी की माफ़ी को भी न क़ुबूल कर सज़ा दे.
Labels:
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
'इंटरकोर्स' के लिए परेशान खान (शाहरुख़) और अली (इम्तियाज़ )
इम्तियाज़ अली की फिल्म जब हैरी मेट सेजल के संवाद में 'इंटरकोर्स' शब्द के इस्तेमाल पर पहलाज निहलानी की चेयरमैनी वाली सेंसर बोर्ड ने ऐतराज़ जताया है. तब से परेशानहाल घूम रहा है ५२ साल का खान और ४६ साल का इम्तियाज़ अली. दरअसल होता यह था कि लीला सेमसन के सेंसर बोर्ड में इंटरकोर्स की लीला पर कभी ऐतराज़ नहीं किया गया. हर दूसरी फिल्म का आवारा हीरो लफंगी हीरोइन से पूछा करता था कि क्या इंटरकोर्स कर लिया या करेगी ? लगता है कि ५२ साल का हैरी (शाहरुख़ खान) की २९ साल की सेजल (अनुष्का शर्मा) से पूछ कर ही मानेगा कि इंटरकोर्स करेगी या नहीं. यही तो फिल्म हिट कराने का फार्मूला है. सुन रहो अबराम ! अपने टेस्ट ट्यूब पापा का छिछोरापन !
Labels:
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सलमान खान की ट्यूबलाइट के ६४ करोड़ ७७ लाख
ईद वीकेंड पर रिलीज़ सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट से
ट्रेड को बेहद उम्मीद थी कि ४५५० प्रिंट्स पर रिलीज़ हो रही यह फिल्म दक्षिण की
फिल्म बाहुबली २ के कलेक्शन को पछाड़ देगी।
लेकिन, हुआ ठीक उल्टा ।
ट्यूबलाइट का कलेक्शन त्योहारी वीकेंड के अनुरूप तो बिलकुल भी
नहीं था, बल्कि सलमान खान की फिल्मों के वीकेंड कलेक्शन के मुकाबले भी सातवें नंबर
का था । ट्यूबलाइट ने पहले दिन २१.१५ करोड़ का कलेक्शन किया तो लगा था कि अलविदा की
नमाज़ का असर है । लेकिन, दूसरे दिन भी इस फिल्म ने सिर्फ दो लाख ही ज्यादा कमाए ।
जबकि वीकेंड का पहला शनिवार था । सन्डे को ट्यूबलाइट का कलेक्शन ट्यूबलाइट की तरह
धीमा आगे बढ़ाते हुए २२.४५ करोड़ का हुआ । यानि १.२८ करोड़ का इजाफा । सन्डे की छुट्टी
वाले दर्शकों की भीड़ जुटाने के लिहाज़ से यह निराशाजनक था । अब सलमान खान और उनकी
फिल्म को ईद के दिन के दर्शकों पर निर्भर करना पड़ रहा है, ताकि चार दिन में ही सही
फिल्म १०० करोड़ का बिज़नस कर सके । ट्यूबलाइट
से पहले रिलीज़ सलमान खान की तीन फिल्मों ने वीकेंड में १०० करोड़ का बिज़नस किया है ।
सलमान खान की सबसे ज्यादा कलेक्शन करने वाली फिल्म प्रेम रतन धन पायो दीवाली
वीकेंड पर रिलीज़ हुई थी तथा फिल्म ने १२९.७७ करोड़ का कलेक्शन किया था । ईद और
स्वतंत्रता दिवस वीकेंड पर रिलीज़ फिल्म एक था टाइगर ने १००.१६ करोड़ और बजरंगी
भाईजान ने १०२.६ करोड़ का बिज़नस किया था । वीकेंड में १०० करोड़ से कम का बिज़नस करने
वाली तीन फिल्मों में बॉडीगार्ड ने ८८.७५ करोड़, किक ने ८३.८३ करोड़ और दबंग २ ने ६५
करोड़ का कलेक्शन किया था । सलमान खान की ट्यूबलाइट वीकेंड कलेक्शन के लिहाज़ से
जय हो (६०.६८ करोड़), दबंग (४८.५० करोड़) और रेडी (४०.६५ करोड़) से ही आगे हैं । २००९ में वांटेड से सलमान खान की फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया बिज़नेस करने का सिलसिला बनाया था। वांटेड ने बॉक्स ऑफिस पर कुल ६१ करोड़ कमाए और सुपर हिट फिल्मों में शुमार की गई। अगले साल रिलीज़ फिल्म दबंग (१४१ करोड़) आल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म मानी जाती हैं। हालाँकि, इस बीच सलमान खान की तीन रिलीज़ फ़िल्में मैं और मिसेज खन्ना, लंदन ड्रीम्स और वीर बॉक्स ऑफिस पर या तो बुरी तरह से पिटी या औसत से कम गई। इस लिहाज़ से सलमान खान यह कह सकते हैं कि उनकी फिल्म ट्यूबलाइट ने पहली सुपर हिट फिल्म वांटेड के टोटल कलेक्शन से कही ज़्यादा कलेक्शन वीकेंड में कर लिया। लेकिन, ११ महीना पहले बॉक्स ऑफिस का सुलतान साबित हो रहे सलमान खान की फिल्म के लिए ऐसा वीकेंड फिल्म के ट्यूबलाइट होने की ओर ही संकेत करता है।
राजेंद्र कांडपाल
Labels:
बॉक्स ऑफिस पर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 26 June 2017
जब गले नहीं मिले सलमान खान और शाहरुख़ खान
बॉलीवुड को और बॉलीवुड में दिलचस्पी रखने वालों को हर साल सिद्दीकियों (बाबा और जीशान) की इफ्तार पार्टी का इंतज़ार रहता है। इस पार्टी में अक्षय कुमार जैसे बॉलीवुड अभिनेता या तो बुलाये नहीं जाते या यह लोग जाते नहीं। लेकिन, बॉलीवुड का एक ख़ास तबका इस इफ्तार पार्टी का आनंद लेता है।
ऐसी शाम में फोटोग्राफरों की चांदी हो जाती है। बॉलीवुड के पूरे साल के दुश्मनों को गले मिलते देखा जाता है, दुश्मनी निभाये जाते भी नज़र आते हैं बॉलीवुड सितारे। २०१३ में इस कांग्रेसी नेता की इफ्तार पार्टी में शाहरुख़ खान और सलमान खान गले मिले थे। यह कैटरीना कैफ की २००८ में बर्थडे पार्टी में दोनों खानों के बीच मारामारी के बाद का ऐतिहासिक मिलन था। इसलिए इस साल भी कैमरा क्लिक करने वालों को उम्मीद थी कि जब यह दोनों खान पार्टी में पहुंचेंगे तो करण-अर्जुन वाला मिलाप जैसा कुछ होगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इस पार्टी में दोनों पहुंचे ज़रूर। दोनों ने अलग अलग फोटो भी खिंचवाई। पर आपस में गले नहीं मिले और न ही गले मिलते हुए फोटो खिंचवाई।
Labels:
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Sunday, 25 June 2017
स्वतंत्रता दिवस पर मीका सिंह का जय जय इंडिया
बॉलीवुड फिल्मों के इकलौते पुरुष आइटम सांग गायक मीका सिंह ने आगामी फिल्म तेज रफ़्तार के लिए नया गाना जय जय इंडिया रिकॉर्ड कराया है । यह देश भक्ति से ओतप्रोत मानव शक्ति के अंदर जोश भर देने वाला गाना है । मीका सिंह ने रिकॉर्डिंग के दौरान अपनी जोशीली गायिकी से स्टूडियो का माहौल देश प्रेम और जोश से भर दिया । फिल्म के निर्माता कौशिक गून और किंशुक गून कहते है , “हमारे बोर्ड पर सबसे अच्छा गायक मीका सिंह ने हमारी उम्मीद से भी ज्यादा शानदार गीत गाया है। इस गीत में हमारे देश के लिए उत्सव का अनुभव दर्शकों को अपील करेगा।“ फिल्म तेज़ रफ़्तार में समीर सोनी, ऋषिता भट्ट, सिद्धार्थ निगम, जन्नत जुबैर रहमानी, मुश्ताक खान, देबद्युती देबनाथ, अंजान श्रीवास्तव रजीब -मोना, आदि ने काम किया है ।
Labels:
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
द स्कूल बैग की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री रसिका दुग्गल
भारत में शोर्ट फिल्म का ज़बरदस्त क्रेज बन गया है । इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बॉलीवुड के कुछ नामी-गिरामी कलाकार शोर्ट फ़िल्में कर रहे हैं। हालिया रिलीज़ शोर्ट फिल्म द स्कूल बैग में रसिका दुग्गल बेहद ज़ोरदार भूमिका में हैं । यह फ़िल्म पाकिस्तान में एक स्कूल में हुए दुःखद और वीभत्स आंतकवादी हमले की सच्ची घटना से प्रेरित काल्पनिक रूपांतरण है । २०१४ में हुए इस हादसे ने दुनिया को हिलाकर रख दिया था । इस घटना में आर्मी पब्लिक स्कूल के १३२ मासूम बच्चे आतंकवादियों के हाथों मारे गए थे । इन आतंकवादियों का निशाना छोटे-छोटे बच्चे ही थे। इस शार्ट फ़िल्म को दुनिया के अलग-अलग फिल्म फेस्टिवल्स में नामांकित किया जा चुका है । इसने अब तक २२ पुरस्कार जीते हैं। रसिका दुग्गल, इस फ़िल्म में एक ऐसी माँ का किरदार निभा रही है जो अपने बच्चे के चेहरे पर मुस्कराहट लाने के लिए कुछ भी कर सकती है । रसिका ने इस भूमिका के लिए हरियाणा शार्ट फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ अभीनेत्री का पुरस्कार जीता है। धीरज जिंदल द्वारा निर्देशित 'द स्कूल बैग' एक बच्चे की जन्मदिन पर इच्छा, उसकी ख़ुशी के लिए कुछ भी करनेवाली माँ और एक स्कूल बैग की कहानी है, जो उसे जन्मदिन पर मिलता है। रसिका कहती हैं, ‘द स्कूल बैग’ एक साधारण कहानी है । मगर इसे बहुत अच्छे से बताया गया है। अंतरराष्ट्रीय उत्सवों में मेरे अभिनय के प्रति मिली प्रतिक्रिया का अनुभव बहुत सुखद है।“
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
शाहिद कपूर की हेयर स्टाइल का ट्रेंड
शाहिद कपूर के लाखो करोड़ो प्रशंसकों के दिलों में उनके लिए खास जगह है । उनके भावाभिनय और डांस क्षमता के लोग दीवाने हैं । हर एक्टर के साथ ऐसा होता है कि उसको उसके फैंस एक्टर की ड्रेसिंग स्टाइल , हेयर स्टाइल या कोई दूसरी स्टाइल को फॉलो करते है । वह कोशिश करते हैं अपने पसंदीदा एक्टर की तरह लुक पाने की, स्टाइल अपनाने की । ऐसे अभिनेताओ की तरह शाहिद कपूर का स्टाइल भी युवाओ को प्रेरित करता रहा है । जब फ़िल्म उड़ता पंजाब आयी थी, तब उनका हेयर स्टाइल बहुत युवाओं ने अपनाया था । तबसे अभी तक शाहिद का यही हेयर स्टाइल ट्रैंड में है । मुम्बई के उपनगरों में कई सलून में शाहिद कपूर्स स्पेशल लुक के बोर्ड लगाए गए है । सलून के अन्दर शाहिद कपूर की कई नए लुक और नए हेयर स्टाइल वाली तस्वीरें लगाई गयी है । इन तस्वीरों को देख कर कोई भी कस्टमर अपना मनपसंद लुक चुन सकता है ।
Labels:
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
यह फुटबॉल की पेनाल्टी है
फुटबॉल के खेल पर रुद्राक्ष फिल्म्स के बैनर तले बनाई जा रही हिंदी फिल्म "पेनाल्टी" की ४५ दिनों की शूटिंग पिछले दिनों समाप्त हुई । फुटबॉल पर हिंदी में हिप हिप हुर्रे, धन धना धन गोल, आदि गिनी चुनी फ़िल्में ही बनाई गई हैं । अभिनेता के के मेनन, शशांक अरोड़ा, मनजोत सिंह और लुकराम स्मिल के अभिनय से सजी इस फिल्म की शूटिंग, जहाँ महाराष्ट्र में भिवंडी और उत्तरप्रदेश में लखनऊ जैसे भीषण गर्म इलाको में की गयी है, वहीँ शिलांग जैसी ठंडी जगह पर भी इसे फिल्माया गया है । निर्देशक शुभम सिंह की इस फिल्म में के के मेनन, शशांक अरोड़ा, मनजोत सिंह, आदि की भूमिकाये अहम् हैं ।
Labels:
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
रामरतन में सलमान खान की डेज़ी शाह
सब स्टार मूवीज की पहली फिल्म रामरतन की आखिरी दिन की शूटिंग के दौरान नृत्य निर्देशक मुदस्सर के निर्देशन में फिल्म की लीड जोड़ी डेज़ी शाह और ऋषि भूटानी पर २०० डांसरो के साथ एक बेहद रोमांचक गीत फिल्माया गया। फिल्म के निर्देशक गोविन्द सकारिया ने बताया की इस गीत के दौरान ही नायक नायिका की पहली मुलाकात होती है । रामरतन एक कॉमेडी और थ्रिलर से भरपूर फॅमिली ड्रामा फिल्म है। इस गीत में गुजराती लोक गीत का तड़का लगाया है । डेज़ी शाह एक बेहतरीन डांसर है । वह स्वयं गुजराती हैं इसलिए उन्हें गुजराती लोक संगीत से बेहद लगाव है । इसलिए उन्हें गीत के फिल्मांकन के दौरान कोई दिक्कत नहीं आयी । डेज़ी शाह ने सलमान खान के साथ फिल्म जय हो की थी । ऋषि भूटानी के फ्रैक्चर के बावजूद डेज़ी शाह का भरपूर साथ दिया । फिल्म के निर्देशक गोविन्द सकारिया ने १५ सुपर हिट गुजराती फिल्में देने के बाद हिंदी में पहली फिल्म रामरतन बनाई है । फिल्म में डेज़ी शाह और ऋषि भूटानी के अलावा महेश ठाकुर, सुधा चंद्रन, राजपाल यादव, सुमित वत्स, प्रशांत राजपूत, कंगना शर्मा और सतीश कौशिक ने भी अभिनय किया है ।
Labels:
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अब नीरज पांडेय की 'ऐयारी'
स्पेशल २६ और एम एस
धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी बनाने वाले फिल्मकार नीरज पांडेय एक बार फिर रियल लाइफ
घटना पर फिल्म बना रहे है। ऐयारी टाइटल
वाली यह फिल्म ऐयारों यानि जासूसों पर है।
लेकिन, यह सैन्य जासूसों और उनकी जासूसी वाली
फिल्म है। इस फिल्म में सिद्धार्थ
मल्होत्रा कैप्टेन जय सिंह और मनोज बाजपेई उनके गुरु कैप्टेन अभय सिंह के
किरदार कर रहे हैं। यह दोनों ऑफिसर दृढ
इच्छा शक्ति वाले हैं। नीरज की खासियत
रियल लोकेशन पर शूट करने की है।
इसलिए फिल्म की तमाम शूटिंग कश्मीर
और दिल्ली के अलावा लन्दन में हुई है।
फिल्म में अभिनेत्री राकुल प्रीत सिद्धार्थ मल्होत्रा की लव इंटरेस्ट बनी
हैं। यह फिल्म इंडिपेंडेंस डे वीकेंड २०१८ को रिलीज़ होगी। इसी दिन, नीरज पांडेय की फिल्मों स्पेशल २६, बेबी और रुस्तम के नायक अक्षय कुमार की साउथ के
सुपर स्टार रजनीकांत की विज्ञानं फैंटसी फिल्म २.० भी रिलीज़ हो रही है।
Labels:
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कार्तिक नुसरत और सनी की सोनू की टीटू की स्वीटी
प्यार का पंचनामा, आकाश-वाणी और प्यार का पंचनामा २ के निर्देशक लव रंजन एक बार फिर रोम-कॉम फिल्म यानि रोमांस कॉमेडी फिल्म सोनू की टीटू की स्वीटी लेकर आ रहे हैं। इस फिल्म में प्यार का पंचनामा २ के एक्टर कार्तिक आर्यन, नुशरत भरुचा और सनी सिंह ही सोनू स्वीटी और टीटू के किरदार में नज़र आएंगे। लव रंजन की कॉमेडी का अपना फ्लेवर होता है। इस फॉर्मेट में उनके दो प्रिय एक्टर कार्तिक आर्यन और नुशरत भरुचा फिट बैठते हैं। लव रंजन की सभी फिल्मों में यह एक्टर ज़रूर लिए जाते हैं। पिछले दिनों इस फिल्म को लेकर एक वीडियो जारी किया गया था। इस वीडियो में यह तीनों एक्टर अपने उन अनुभवों को साझा कर रहे थे, जो उन्हें फिल्म की शूटिंग के दौरान हुए। जिनमे वह मज़ाकिया लहज़े में एक दूसरे के साथ काम न करने की कसमे भी खा रहे थे। लव फिल्म्स और टी-सीरीज की यह फिल्म ३ नवंबर को रिलीज़ हो रही है।
Labels:
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सलमान खान की ट्यूबलाइट हुई फ्यूज
Labels:
बॉक्स ऑफिस पर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 24 June 2017
१२ फीट डीप: पुराना हिसाब चुकाना है !
द शैलोज़ (२०१६) और
हालिया रिलीज़ ४७ मीटर्स डाउन में समुद्र के गहरे पानी में शार्क के हमले की कहानी
को भय और थ्रिल के ज़रिये दिखाया गया था।
साबित होता था कि शार्क के हमले से जीने के लिए जद्दोजहद करनी होती
है। लेकिन पानी के अंदर बिना शार्क के भी
जान जोखिम में पड़ सकती है। २० जून को
रिलीज़ होने जा रही मैट इस्कन्दरी
निर्देशित थ्रिलर फिल्म १२ फ़ीट डीप इसे अपने दर्शकों को महसूस करा सकती है। दो बहाने ब्री (नोरा-जेन नूंए) और जोंना
(अलेक्सांद्रा पार्क) ओलिंपिक के लिए बनाये गए पूल में १२ फ़ीट की गहराई में उस समय
फंस जाती हैं, जब वह पूल के फाइबर ग्लास कवर के नीचे
धोखे से फंस जाती है। इन दोनों बहनों को
कड़ाके की ठण्ड की रात का सामना करते हुए खुद को बचाना है। ऐसे भयानक समय में पूल की रखवाली करने वाली क्लारा
को भी अपना पुराना हिसाब चुकाने का मौका मिल गया है। फिल्म में डिआने फर क्लारा का किरदार कर रहीं
हैं। सॉ फ्रैंचाइज़ी के टोबिन बेल भी इस फिल्म में दिखाई देंगे।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
दो डायरेक्टर के बदले एक डायरेक्टर
स्टार वार्स के
करैक्टर हान सोलो पर एक अनाम फिल्म की शूटिंग फिल लार्ड और क्रिस मिलर द्वारा
जनवरी में शुरू कर दी गई थी। इस डायरेक्टर
जोड़ी ने क्लॉउडी विथ अ चांस ऑफ़ मेटाबॉल्स, २१ जम्प स्ट्रीट्स,
२२ जम्प स्ट्रीट्स और द लीगो मूवी का निर्देशन कर
दुनिया के दर्शकों के बीच अपनी
कल्पनाशीलता के कारण जगह बनाई थी। पिछले
दिनों लुकास फिल्म्स की ओर से यह बयान आया कि अब यह जोड़ी क्रिएटिव डिफरेंस के कारण
हान सोलो पर फिल्म का निर्देशन नहीं कर रही है।
यह इस जोड़ी के प्रशंसकों के लिए निराशा की बात थी। हान सोलो एक प्रतिष्ठित नायक है। इस किरदार को परदे पर साकार करने के लिए फिल और
क्रिस की जोड़ी परफेक्ट लगती थी। परन्तु, अब ऐसे दर्शकों को
तसल्ली होगी कि हान सोलो का बड़े परदे पर विकास सक्षम निर्देशक द्वारा किया
जायेगा। लुकास फिल्म्स के हान सोलो पर
अनाम फिल्म के निर्देशन का जिम्मा स्टार वार्स सीरीज की फिल्म रोग वन: अ स्टार
वार्स स्टोरी के डायरेक्टर गैरेथ एडवर्ड्स को सौंपा गया है। गैरेथ ने मॉन्स्टर्स, गॉडज़िला और मॉन्स्टर्स :डार्क कांटिनेंट के निर्देशन में भी अपनी
क्षमता का परिचय दिया है। चूंकि, हान सोलो स्पिन ऑफ
फिल्म रोग वन: अ स्टार वार्स स्टोरी से जुडी हुई है , इसलिए यह उम्मीद की जा सकती है कि गैरेथ फिल्म की पूर्व डायरेक्टर
जोड़ी की विज़न की भरपाई अच्छी तरह से कर पाएंगे।
फिलहाल यह अनाम फिल्म २५ मई २० को रिलीज़ होनी है।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अक्षय कुमार की 'गोल्ड' में टेलीविज़न की 'नागिन' मौनी रॉय
आजकल मिशिगन में छुट्टियां मना रही मौनी रॉय के लिए खुशखबरी है। वह जब भारत वापस लौटेंगी, तब उनका स्वागत अक्षय कुमार की फिल्म द गोल्ड का सेट कर रहा होगा। फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी के बैनर एक्सेल एंटरटेनमेंट के अंतर्गत बनाई जा रही गोल्ड का निर्देशन रीमा कागती कर रही हैं। इस फिल्म की कहानी स्वतंत्रता पूर्व भारत द्वारा जीते गए हॉकी के पहले गोल्ड पर केंद्रित है। इस फिल्म में अक्षय कुमार हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह का किरदार कर रहे हैं । पुरुष हॉकी पर, पुरुष किरदारों की इस फिल्म में मौनी रॉय की क्या भूमिका होगी, बहुत साफ़ नहीं है। वैसे सूत्रों का कहना है कि मौनी का किरदार काफी सशक्त होगा। शायद भाग मिल्खा भाग में सोनम कपूर के किरदार जैसा। ३१ साल की मौनी रॉय ने २००७ में कृष्णा तुलसी विरानी के किरदार से टेलीविज़न डेब्यू किया था। देवों के देव महादेव में सति के किरदार से वह काफी लोकप्रिय हुई। टेलीविज़न शो नागिन और नागिन २ में अपने शिवन्या और शिवांगी के दोहरे किरदार से वह टेलीविज़न की टॉप अभिनेत्रियों में शुमार हो गई। पिछले दिनों यह खबर थी कि मौनी रॉय का फिल्म डेब्यू सलमान खान की फिल्म से होयेगा। इस फिल्म में फरहान अख्तर और कुणाल कपूर के साथ कियरा अडवाणी भी काम कर रही हैं।
Labels:
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
इन रीलों में रियल लाइफ की कहानी है !
हिंदी रील पर रियल लाइफ करैक्टरो या रियल लाइफ इंसिडेंट का ज़बरदस्त हमला शुरू हो गया है। अभी जिन दो फिल्मों के पोस्टर बड़े जोरशोर के साथ रिलीज़ गए हैं, उनकी रील लाइफ पर रियल लाइफ तेवर प्रभावी नज़र आते हैं। मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार और मिलन लुथरिया की फिल्म बादशाहो की पृष्ठभूमि पर १९७५ की वह इमरजेंसी है, जिस दौरान पूरा हिंदुस्तान एक बड़ी जेल में तब्दील हो गया था । इन दो फिल्मों के अलावा कुछ दूसरी फ़िल्में भी रील लाइफ करैक्टर या इंसिडेंट यानि घटनाओं पर हैं। ज़्यादा फ़िल्में बायोग्राफिकल कही जा सकती हैं।
रियल इंसिडेंट पर फ़िल्में बनाने के अपने खतरे होते हैं। अब गुलज़ार की फिल्म आंधी को ही ले लीजिये। फिल्म के सुचित्रा सेन के करैक्टर आरती का मेकअप-गेटअप तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी से क्या मिला, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने फिल्म को सिनेमाघरों से उतरवा दिया । बाद मे यह फिल्म जनता पार्टी के शासन काल में रिलीज़ हो पाई। अमृत नाहटा की फिल्म किस्सा कुर्सी के प्रिंट ही जलवा दिए गए। यह सब इंदिरा गांधी के द्वारा देश में आपातकाल की घोषणा के बाद किया गया। यह दो फ़िल्में आपातकाल के दौरान हुए सरकारी सितम की रियल घटनाये है।
आपातकाल पर दो फ़िल्में
इस साल जुलाई और सितम्बर में एक महीने के अंतराल से दो ऎसी फ़िल्में रिलीज़ होंगी, जो आपातकाल की पृष्ठभूमि पर है। २८ जुलाई को रिलीज़ होने जा रही मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार आपातकाल के १९७५ से १९७७ के बीच के २१ महीनों की कहानी है। इस फिल्म में कीर्ति कुल्हारी का किरदार का आपातकाल के दौरान आम आदमी के हक़ और स्वतंत्रता के लिए लड़ता है। इस फिल्म में नील नितिन मुकेश ने संजय गांधी और सुप्रिया विनोद ने इंदिरा गांधी का किरदार किया है। फिल्म के अन्य कलाकारों में तोता रॉय चौधरी, अनुपम खेर, शीबा चड्डा और परवीन डबास के नाम शामिल हैं। १ सितम्बर को रिलीज़ होने जा रही दूसरी फिल्म में भी आपातकाल का दौर है। मिलन लुथरिया की फिल्म बादशाहो की कहानी इमरजेंसी के दौर के ९६ घंटों की है, जब हथियार बंद गारद के साथ ले जाए जा रहे अरबों के सोने की लूट की योजना बनाई जाती है। इस काम को ६०० किलोमीटर में पूरा किया जाना है। इस समय में छह किरदार अपने अपने काम अंजाम देते हैं। इन छह किरदारों को अजय देवगन, इलीना डिक्रूज़, एशा गुप्ता, विद्युत् जम्वाल, इमरान हाश्मी और संजय मिश्रा ने किया है। हालाँकि यह दोनों फ़िल्में १९७५ में लगी इमरजेंसी की पृष्ठभूमि पर है। लेकिन, इन दोनों फिल्मों की कहानियां और घटनाएं काल्पनिक हैं। मधुर भंडारकर ने अपनी फिल्म का शीर्षक इंदिरा गांधी के उपनाम इंदु पर रखा है तथा फिल्म में संजय गांधी, इंदिरा गांधी, आदि के किरदार भी रखे गए हैं। लेकिन मोटामोटी यह काल्पनिक कहानी है। मिलन लुथरिया की फिल्म तो पूरी तरह से सस्पेंस, थ्रिल और एक्शन से भरपूर काल्पनिक घटना है।
बॉम्बे के डॉन
बॉलीवुड को डॉन करैक्टर बहुत भाते हैं। बॉलीवुड की ज़्यादा फ़िल्में बॉम्बे बम ब्लास्ट के कुख्यात भगौड़े अपराधी डॉन दाऊद इब्राहिम पर कंपनी, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई, आदि फ़िल्में बनाई गई हैं। अब दो ऎसी फ़िल्में आ रही हैं, जिनके मुख्य किरदारों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं या उनके बारे में जानकारी रखते हैं। पहली फिल्म १८ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही हसीना पारकर है। इस फिल्म का निर्देशन अपूर्व लखिया ने किया है। यह फिल्म भगोड़े दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर पर केंद्रित है। हसीना ने मुंबई में अपने भाई के पाकिस्तान भाग जाने के बाद उसका कारोबार बखूबी सम्हाला था। फिल्म का पोस्टर बताता है कि हसीना पर ८८ मुकदमे चल रहे थे। इस फिल्म में मुंबई की महिला डॉन हसीना का किरदार अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने किया है। उनके भाई सिद्धांत कपूर डॉन दाऊद इब्राहिम बने हैं। अंकुर भाटिया ने हसीना का शौहर इब्राहिम पारकर का किरदार किया है। दूसरी डायरेक्टर अशीम अहलूवालिया की फ़िल्म डैडी बॉम्बे के गैंगस्टर अरुण गवली पर है, जिसका १९८० के दशक में मुंबई के चिंचपोकली इलाके में दबदबा हुआ करता था। बाद में अरुण गवली राजनीती में भी उतरा था। इस फिल्म का शीर्षक डैडी इसी लिए रखा गया है कि उसके इलाके के लोग डॉन को डैडी कह कर पुकारते थे। स्थानीय चॉल के लोगों में उसे रोबिन हुड कहा जाता था। इस किरदार को अर्जुन रामपाल ने किया है। उन्होंने ही फिल्म की कहानी में भी योगदान दिया है। यह फिल्म १ दिसंबर को रिलीज़ हो रही है।
रियल लाइफ फिल्मों के गोल्ड अक्षय कुमार
रियल लाइफ फिल्मों का किरदार करने के जहां अपने खतरे हैं, वही लोकप्रियता के फायदे भी हैं। इसीलिए तमाम बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्रियां रियल लाइफ किरदारों को करने की कोशिश करते हैं। ऐसे एक्टरों में अभिनेता अक्षय कुमार सबसे आगे हैं। अक्षय कुमार को रियल लाइफ किरदारों के गोल्ड अभिनेता कहना उचित होगा। अक्षय कुमार ने कई रियल लाइफ किरदार किये हैं और उन्हें बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता भी मिली है। २०१३ में अक्षय कुमार ने रियल लाइफ घटनाओं पर दो फ़िल्में की थी। नीरज गुप्ता की फिल्म स्पेशल २६ की कहानी १९८७ में मुंबई के ओपेरा हाउस में जौहरियों के शो रूम में पड़ी अनोखी डकैती पर थी, जिसमे कुछ लोग नकली सीबीआई बन कर लूट करते हैं। अक्षय कुमार ने लुटेरों के सरगना का किरदार किया था। इसी साल रिलीज़ दूसरी फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा में अक्षय कुमार ने रियल लाइफ दाऊद इब्राहिम के रील लाइफ किरदार शोएब खान का किरदार किया था। २०१६ में अक्षय कुमार की दो फ़िल्में एयरलिफ्ट और रुस्तम रियल लाइफ किरदारों पर थी। एयरलिफ्ट १९९० में कुवैत पर इराक के हमले के दौरान एक भारतीय मूल के कुवैती व्यापारी मथुनि मैथ्यूज द्वारा कुवैत से भारतीयों को बाहर निकालने की कहानी थी। मैथ्यूज का किरदार अक्षय कुमार ने किया था। रुस्तम में अक्षय कुमार ने नौसेना अधिकारी के एम नानावटी का रील किरदार किया था। यह फिल्म साथ के दशक में बॉम्बे में हुए एक मशहूर हत्याकांड पर थी। अक्षय कुमार इस समय भी रियल लाइफ किरदार कर रहे हैं। १९८९ में रानीगंज कोलफील्ड में हुए हादसे पर बनाई जा रही फिल्म में अक्षय कुमार कोलफील्ड के चीफ इंजीनियर जे एस गिल का किरदार कर रहे हैं, जिसने ६४ खनिकों की जान बचाई थी। रीमा कागती की फिल्म गोल्ड में अक्षय कुमार हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह का किरदार कर रहे हैं। पैडमैन में वह सस्ते सेनेटरी पेड बनाने वाले मशीन की ईज़ाद करने वाले अरुणाचलम मुरुगनंथम का किरदार कर रहे हैं। टी सीरीज की फिल्म मुग़ल में अक्षय कुमार ने गुलशन कुमार का किरदार किया है। इसके अलावा बैटल ऑफ़ सरगढ़ी और टॉयलेट एक प्रेम कथा या तो रियल लाइफ किरदार पर हैं या रियल इंसिडेंट पर हैं।
रिलीज़ हो गई फ़िल्में
रियल लाइफ किरदारों या घटनाओं पर कुछ फिल्में इसी साल रिलीज़ हुई हैं। द गाज़ी अटैक १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान हुई उस घटना पर है, जिसमे भारतीय नौसैनिकों ने पाकिस्तान की पनडुब्बी गाज़ी को डुबो दिया था। सचिन: अ बिलियन डॉलर ड्रीम क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर पर और एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी क्रिकेटर धोनी पर बनाई गई बायोग्राफिकल फ़िल्में हैं। राहुल बोस की फिल्म पूर्णा माउंट एवरेस्ट पर चढाने वाली छोटी बच्ची पूर्ण की रियल लाइफ कहानी थी। जब तक यह लेख प्रकाशित होगा सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट रिलीज़ हो गई होगी। यह फिल्म १९६२ के भारत-चीन युद्ध पर फिल्म है।
बायोग्राफिकल फ़िल्में बनाने के अपने खतरे हैं। रियल लाइफ करैक्टर को ऐतराज़ हो सकता है। जैसे हसीना पार्कर के जीवन पर फिल्म हसीना पारकर को लेकर ऐतराज़ जताया गया था। इसी परिवार ने वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई के निर्माण के दौरान भी आपत्ति जताई थी। इसीलिए फिल्म में करैक्टर के नाम पर बदलाव किया गया। पूर्व प्रधान मंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह पर बनाई जा रहे फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर तो सेंसर बोर्ड चीफ पहलाज निहलानी का ही ऐतराज़ था कि पहले मनमोहन सिंह से अनुमति ली जाए। कांग्रेस को तो इमरजेंसी पर बनाई गई इंदु सरकार पर भी नाराज़गी है।
Labels:
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
हिंदी में डब होगी प्रभाष की बिल्ला
हिंदी दर्शकों पर बाहुबली के शिवुडु अमरेंद्र बाहुबली का जादू चढ़ गया है। इस फिल्म में रानी देवसेना यानि अनुष्का शेट्टी के साथ उनकी जोड़ी काफी पसंद की गई थी। दुनिया के दर्शक इस जोड़ी की दूसरी फिल्म में देखना चाहते हैं। बाहुबली के बाद इस जोड़ी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन दोनों को लेकर तेलुगु, तमिल और हिंदी में एक फिल्म साहो बनाई जा रही है। इस थ्रिलर फिल्म के डायरेक्टर सुजीत हैं। फिल्म की शूटिंग ९ जून से हैदराबाद में शुरू हो चुकी है। फिलहाल साहो की रिलीज़ की तारीख तय नहीं हैं। बताते चलें कि प्रभाष और अनुष्का शेट्टी की जोड़ी ने बाहुबली से पहले बिल्ला और मिर्ची में अभिनय किया था। यह दोनों ही प्रभाष की एक्शन फ़िल्में हैं। प्रभाष की लोकप्रियता को भुनाने के ख्याल से बिल्ला (२००९) को हिंदी में डब कर रिलीज़ किये जाने की खबर हैं। बिल्ला में प्रभाष की दोहरी भूमिका है। फिल्म की कहानी शत्रुघ्न सिन्हा की १९७६ में सुभाष घई निर्देशित फिल्म कालीचरण और अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन जैसी है। डॉन बिल्ला (प्रभाष) पुलिस के पीछा करने के दौरान दुर्घटना में मारा जाता है। पुलिस कमिश्नर डॉन की मौत की खबर को दबा देता है और उसकी जगह एक छोटे मोटे चोर स्वामी रंगा (प्रभाष) को प्लांट कर देता है। इस फिल्म में अनुष्का शेट्टी के अलावा नमिता और हंसिका मोटवानी जैसी सेक्स बम अभिनेत्रियां भी हैं। हंसिका तो हिंदी फिल्मो में अभिनय भी कर चुकी हैं। जल्द ही फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ किया जायेगा। इस फिल्म को रिटर्न ऑफ़ रिबेल रखा गया है।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 23 June 2017
शबीना के साथ मगन होके नाचे सलमान खान
आज रिलीज़ हो रही सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट का एक गीत नाच मेरी जान काफी पॉपुलर हो चुका है। इस गीत पर दोनों खान भाइयों सलमान खान और सोहैल खान को नचाने का काम किया शबीना खान ने। सलमान खान और शबीना खान का साथ बरसों पुराना है। शबीना ने पहली बार सलमान खान की फिल्म ख़ामोशी द म्यूजिकल में गणेश हेगड़े की असिस्टेंट के रूप में पहली बार सलमान खान को स्टेप करवाए थे। शबीना सरोज खान और प्रभुदेवा की असिस्टेंट भी रह चुकी हैं। स्वतंत्र कोरियोग्राफर के रूप में ऑफर शबीना को ख़ामोशी के दौरान ही मिलने लगे थे। सलमान खान को शबीना की आर्टिस्टिक स्किल्स काफी पसंद है। इसलिए वह दूसरे कोरियोग्राफर के बजाय शबीना को प्राथमिकता देते हैं। यही कारण है कि शबीना खान फिल्म दबंग, जय हो और प्रेम रतन धन पायो जैसी फिल्मों में सलमान खान के स्टेप तैयार कर चुकी हैं। नाच मेरी जान की कोरियोग्राफी के बारे में बात
करते हुए शबीना कहती हैं, "यह गाना मेरे दिल के बहुत करीब है। यह गाना भाइयो के
रिश्तों को स्क्रीन पर सुंदर ढंग से पेश करता है। ख़ास बात यह है कि मेरे भाई शर्जिल ने भी इस गाने की कोरियोग्राफी करने में मदद की है।" इस गीत में सलमान खान और सोहेल खान के अलावा चीनी एक्ट्रेस जूजू भी नजर आती हैं ।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
प्रियंका चोपड़ा की दो हॉलीवुड फ़िल्में
बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा, जहाँ हिंदी
फिल्मों में व्यस्त हैं, वही वह हॉलीवुड फ़िल्में भी साइन करती जा रही हैं। पिछले दिनों प्रियंका चोपड़ा ने बहुत गुपचुप दो हॉलीवुड फ़िल्में साइन कर ली हैं। इनमे से एक फिल्म अ
किड लाइक जेक की तो उन्होंने शूटिंग भी शुरू कर दी है। ड्रामा फिल्म अ किड लाइक जेक में प्रियंका चोपड़ा अमाल का किरदार कर रही हैं। यह फिल्म अलेक्स और ग्रेग व्हीलर परिवार की है। उनका बेटा जेक तीव्र बुद्धि ट्रांसजेंडर बच्चा है। उन्हें उससे काफी उम्मीदें हैं। उसे अपनी उम्र के दूसरे बच्चों की तरह जीआई जो के बजाय सिंडरेला पसंद है। इस ट्रांसजेंडर बच्चे के न्यू यॉर्क सिटी के किंडरगार्टेन में एडमिशन के लिए उनके सामने आर्थिक कठिनाइयां हैं। फिल्म में व्हीलर दम्पति का किरदार क्लेयर डॅन्स और जिम पार्सन्स ने की है। इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा उनकी मित्र अमाल का किरदार कर रही हैं। जो एक बच्चे की तलाक़शुदा माँ है। उसे भी किंडरगार्टेन में बच्चे के दाखिले के लिए संघर्ष करना है। इस फिल्म के निर्देशक सिलास होवार्ड (बाय हुक ऒर बाय क्रूक) हैं। यह फिल्म अगले साल रिलीज़ होगी। प्रियंका चोपड़ा की दूसरी हॉलीवुड फिल्म इज नॉट इट एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। प्यार में धोखा खाई रूखे स्वभाव की युवती महसूस करती है कि उसकी ज़िन्दगी रोमांटिक कॉमेडी बन गई है। टॉड स्ट्रॉस-शुलसन निर्देशित फिल्म में केंद्रीय किरदार रिबेल विल्सन ने किया है। हंगर गेम्स के लिएम हैम्सवर्थ और एडम डेविन के किरदारों के विल्सन के साथ प्रेम त्रिकोण में प्रियंका चोपड़ा का कोण बहुत साफ़ नहीं है। यह फिल्म २०१९ में रिलीज़ होगी। क़्वान्टिको और बेवॉच से प्रियंका चोपड़ा ने खुद की इमेज निगेटिव किरदार वाली बना ली है। देखने वाली बात होगी कि इन दो फिल्मों का ड्रामा और रोमांस कॉमेडी उनके हॉलीवुड करियर में क्या रंग लाती है।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अब श्रीदेवी साड़ी
श्रीदेवी की ३००वी फिल्म मॉम ७ जुलाई को रिलीज़ हो रही है। इसी तारीख को श्रीदेवी के अभिनय की दुनिया में पचास साल पूरे हो जायेंगे। इस दौर में श्रीदेवी ने हिंदी और दक्षिण की फिल्मों में अपने अभिनय और सेक्स अपील का सिक्का जमाया है। वह जितनी आकर्षक और सेक्सी आधुनिक पोशाकों में लगती थी, उससे कहीं ज़्यादा सेक्सी और आकर्षक साड़ी में दिखती थी। मिस्टर इंडिया के काटे नहीं काटते दिन ये रात गीत में नीली शिफॉन साड़ी में भीगती श्रीदेवी कामुकता की देवी नज़र आती थी। यश चोपड़ा की फिल्म चांदनी के ओ मेरी चांदनी गीत में पीली साड़ी में लिपटी श्रीदेवी ग्लैमर से भरपूर लग रही थी। लम्हे में उज्जवल सफ़ेद साड़ी में वह रोमांस की देवी जैसी लगती थी। २०१२ में रिलीज़ फिल्म इंग्लिश विंग्लिश में गृहणी शशि के किरदार के अनुरूप उन्होंने नौ गज की गहरे लाल रंग की साड़ी पहन कर दर्शकों पर जादू कर दिया था। श्रीदेवी के इसी जादू को भुनाने के ख्याल से चेन्नई के परंपरागत वस्त्रों के विक्रेता और श्रीदेवी के प्रशंसक ने श्रीदेवी साड़ियां लांच करने का फैसला किया है। साड़ियों की यह सीरीज श्रीदेवी की फिल्मों में उनके किरदारों से प्रेरित होंगी।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 21 June 2017
'फ्यूरी रोड' पर हार्डी और थेरॉन टकराव ?
२०१५ की हिट फिल्म मैड मैक्स : फ्यूरी रोड के निर्माण के दौरान फिल्म में मैक्स का किरदार करने वाले अभिनेता टॉम हार्डी और विलेन फ्यूरिओसा की एक्ट्रेस चार्लीज थेरॉन के बीच टकराव की खबरें आती रहती थी। लेकिन, इन खबरों की पुष्टि करने कोई भी आगे नहीं आता था। पिछले दिनों फिल्म में टोस्ट द नोईंग का किरदार करने वाली अभिनेत्री जोए क्रेविट्ज़ ने फिल्म रफ़ नाईट के प्रमोशन के दौरान ऐसा संकेत दिया कि हार्डी और थेरॉन में टकराव होता था। उनके अनुसार, "यह ऐसा टकराव था, जैसे हम समर कैंप में रहते हैं। घर से छह महीने तक अलग रेगिस्तान में बसते हैं। ऐसे में सभी लोगों के बीच कोई न कोई मुद्दा पैदा हो जाता है।" क्रेविट्ज़ की बात से बात मिलाती हुई इलाना ग्लेज़र मज़ाकिया लहज़े में इसे गर्भपात और प्रजनन के अधिकार से जोड़ देती है । इससे ऐसा लग सकता है कि हार्डी और थेरॉन टकराव पात्रों के अनुरूप बैठाने के लिए पैदा हुआ अधिक था। परन्तु जब हमें यह मालूम होता है कि फिल्म के डायरेक्टर जॉर्ज मिलर ने जो दो स्क्रिप्ट लिख रखी हैं, उनसे बन रही पहली फिल्म मैड मैक्स : द वेस्टलैंड में चार्लीज़ थेरॉन का फ्यूरिओसा का किरदार नहीं हैं, तब टकराव का सवाल फिर सर उठाता है । लेकिन, संकेत देते हैं जॉर्ज मिलर कि दूसरे सीक्वल में मैक्स और फ्यूरिओसा के बीच फिर वाद-विवाद होगा। साफ़ तौर पर मैड मैक्स: फ्यूरी रोड के पहले सीक्वल में फ्यूरिओसा नहीं है, लेकिन यह हार्डी से थेरॉन के टकराव का परिणाम नहीं है।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अब डायरेक्टर की कुर्सी पर सिमोन किनबर्ग
डेडपूल, लोगन
और एक्स-मेन फिल्मों के निर्माण से जुड़े सिमोन किन्बर्ग ने अब डायरेक्शन की कमान भी
सम्हाल ली है । वह २ नवम्बर २०१८ को रिलीज़ होने जा रही फिल्म एक्स-मेन: डार्क फ़ीनिक्स का
निर्देशन करेंगे । इस फिल्म में जेम्स मकवाय (प्रोफेसर एक्स), जेनिफर लॉरेंस (मिस्टीक), माइकल फॉस्बेंडर (मैग्नेटो), सोफी टर्नर (जीन ग्रे) और निकोलस हॉल्ट (बीस्ट) अपने अपने किरदार करेंगे। प्रोफेसर एक्स के बुलावे पर इकठ्ठा सभी एक्स-मेन को दुनिया के उन लोगों को बचाना है, जो उनसे नफ़रत करते हैं। यह युद्ध ब्रह्माण्ड की सीमा से दूर, उन ताकतों से लड़ना है, जिनकी ताक़त असीम है। ऐसे में टीम की एक सदस्य जीन ग्रे को अपार शक्तियां मिल जाती हैं। यह शक्तियां उसे भ्रष्ट कर देती हैं और वह बुरी शक्ति डार्क फ़ीनिक्स बन जाती है। सिमोन किनबर्ग की इस फिल्म में इंटरस्टेलर की जेसिका चेस्टेन दुष्ट राजकुमारी लीलांड्रा का किरदार कर रही हैं। एक्स-मेन फिल्मों में अब तक ब्रयान सिंगर के अलावा टिम मिलर, जेम्स मैनगोल्ड, ब्रेट रैटनर, गैविन हुड और मैथ्यू वॉन जैसे निर्देशको ने रोचकता बनाये रखी हैं। अब इंतज़ार रहेगा एक्स-मेन के दर्शकों को एक्स- मेन : डार्क फ़ीनिक्स का कि सिमोन इस विज्ञान फैंटसी फिल्म में दर्शकों के लिये क्या रोचक दे पाते हैं!
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
टेलीविज़न के सितारों के जीवन मे अहम् है संगीत
आज वर्ल्ड
म्यूजिक डे है। संगीत हिन्दुस्तानियों की
नस नस में बहता है। अभिनय की दुनिया में तो संगीत ख़ास अहमियत रखता है। टेलीविज़न की दुनिया में भी रोमांस की
अभिव्यक्ति करने का जरिया गीत- संगीत बन गया है। टीवी के सितारों के संगीत को लेकर
क्या विचार हैं, आइये जानने की कोशिश
करते हैं -
हसन ज़ैदी- संगीत
हमारे जीवन में काफी अहम् हिस्सा है। मैं
तो म्यूजिक के बीच बड़ा हुआ हूँ। मुझे याद है कि मैं हमेशा अपने साथ वॉकमैन लेकर
चलता था। मैं रेडियो जॉकी रहा हूँ। मैं उस समय सायप्रस में पढता था। वहां के रेडियो में इंडियन म्यूजिक पेश किया
करता था। स्कूल बैंड का लीड सिंगर हुआ
करता था। संगीत से मेरा रिश्ता आज भी
बरकरार है। मैं गिटार सीख रहा हूँ। पियानो
और ड्रम बजा सकता हूँ।
शक्ति अरोरा- मुझे
म्यूजिक से प्यार है। यह मेरा मूड बढ़िया
कर देता है। मैं एनर्जी की ज़रुरत म्यूजिक से पूरी करता हूँ। मेरा पास एक छोटा
स्पीकर और हेड फ़ोन है, जिस से मैं रोज
म्यूजिक सुनता हूँ। इस प्रकार से दो शॉट्स के बीच खुद को तरोताज़ा कर लेता
हूँ। जब गुस्सा होता हूँ, तब भी म्यूजिक सुनता हूँ। शेप ऑफ़ यू मेरा पसंदीदा
है।
श्वेता बासु प्रसाद-
मेरे जीवन में संगीत का बहुत ज्यादा महत्व है। मैं रोज संगीत सुनती हूँ। मैंने इंडियन क्लासिकल म्यूजिक पर
डाक्यूमेंट्री भी बनाई है। मैं भारतीय और
कर्णाटक म्यूजिक की प्रशंसक हूँ। में जाज,
फोक और पॉप सुनती हूँ। मैं किसी ख़ास गीत को नहीं गुनगुनाती। इंडियन
क्लासिकल में से ही कोई सुनती हूँ।
रमन हंडा- संगीत
मेरे लिए जीवन है। संगीत मुझे जीवन दे
देता है। बिना म्यूजिक के ज़िन्दगी बदरंग
होती। निर्वाण प्राप्त करने का आसान
रास्ता संगीत है। मेरा दिन संगीत से शुरू
होता है। मैं रोज ३ घंटा संगीत सुनता हूँ। मुझे सभी तरह का संगीत पसंद है। मगर पसंदीदा ईडीएम ही है। मुझे सूफी संगीत भी
पसंद है। जब भी उदास होता हूँ, मैं हमेशा कल हो न
हो गुनगुनाता हूँ। यही मेरा सबसे पसंदीदा
गीत है।
रोहित भरद्वाज- एक
एक्टर और म्यूजिक का गहरा सम्बन्ध है।
संगीत से किसी दृश्य को अलग करने की प्रेरणा मिलती है। स्क्रिप्ट में नई चीज़ संगीत से ही मिलती है। जब
मैं बेटी के साथ तैर रहा होता हूँ, पत्नी के साथ झगड़
रहा होता हूँ, दोस्तों के साथ खेल रहा होता हूँ, सफ़र करते समय खिड़की से बाहर झाँक रहा होता हूँ,
उस समय भी कोई ट्रैक पृष्ठभूमि पर चल रहा होता
है। मुझे सूफी और कुछ इंग्लिश क्लासिक
पसंद हैं। एन्ट नो सनशाइन व्हेन शी हैज गॉन किसी कारण से जादू सा करता है।
अनिरुद्ध दवे- संगीत
ज़िन्दगी है। मैंने अपनी अलार्म घडी में
मोजार्ट सेट कर रखा है। इस प्रकार से मेरे
दिन की शुरुआत ही मोजार्ट से होती है। जब
मैं दौड़ रहा होता हूँ, मैडिटेशन/रिलैक्सेशन
म्यूजिक सुनता हूँ। मैं नहाते समय भी संगीत सुनता हूँ। मैं सिंथेसाइज़र बजाता हूँ। संगीत मुझे खुश रखने का ज़रिया है। जब मैं खुश होता हूँ तो पेपी नंबर सुनता
हूँ। सूफी और फ्यूज़न मेरे पसंदीदा है।
पारुल चौहान- मैं जब
उदास होती हूँ या परिवार और दोस्तों को मिस कर रही होती हूँ तो मैं अपना मूड
म्यूजिक सुन कर ठीक करती हूँ। मैं खाने
बनाते समय या जिम में संगीत सुनते हुए ही वर्क आउट करती हूँ। मेरे घर में बड़ा सा
म्यूजिक सिस्टम है। सेट पर मेरे मेकअप रूम में भी म्यूजिक सिस्टम होता है। सेट पर लोग जब म्यूजिक सुनते हैं, तब समझ जाते हैं कि पारुल सेट पर आ गई है। मैं मेकअप करते समय और रिहर्सल करते समय भी
म्यूजिक सुनती रहती हूँ। मेरा पसंदीदा
अरिजीत सिंह है। वह सर्वश्रेष्ठ है। मेरा पसंदीदा गीत तुम ही हो है।
Labels:
Television
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Posts (Atom)