"शक्तिमान "के रूप में मशहूर अभिनेता मुकेश खन्ना एक बार फिर
"शक्तिमान "के अवतार में लौट रहे हैं। जी हां,
"शक्तिमान" को एनिमेटेड सीरीज के रूप में लाया जा रहा है जिसमें बेशक
मुकेश खन्ना की आवाज़ तो होगी ही, इसमें खुद
उनकी झलक भी होगी। मुंबई में मुकेश खन्ना ने एनिमेटेड सीरीज शक्तिमान का पोस्टर
लॉच किया तो यहां इस सीरीज के डायरेक्टर नवीन वाधवा, वर्डसवर्ड
क्रियेशन्स के मनरेश मल्होत्रा और कैथरीन जॉन भी मौजूद थे। मुकेश खन्ना ने यहां
बताया कि जल्द ही इस एनीमेशन सीरीज का टीजर लॉन्च किया जाएगा। मुझे एनीमेशन करने
वाली पूरी टीम पर पूरा भरोसा है कि इसे बहुत अच्छे ढंग से बनाया जाएगा। यह सीरीज
जल्द ही सामने आएगी। यह किसी टीवी चैनल या किसी ओ टी टी प्लेटफॉर्म पे रिलीज़
होगी। मुकेश खन्ना ने यह भी कहा कि भीष्म पितामह और शक्तिमान इन दोनों चरित्रों ने
मुझे पहचान दिलाई है. मैंने 'भीष्म
पितामह' की छवि तोड़ने के लिए शक्तिमान में काम किया
था. शक्तिमान टीवी पे 15 साल चला. लोग मुझे असली नाम से ज्यादा शक्तिमान के नाम से
जानते और पुकारते हैं. बड़ी ख़ुशी हो रही है कि 'शक्तिमान 'फिर से
सामने आ रहा है। मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि "शक्तिमान"के द्वारा बच्चों
को मैसेज दिया जा सकता है। "शक्तिमान"में आज के माहौल की बात होगी,
हालांकि उसकी आत्मा वही रहेगी। देश में आज बच्चियों के साथ जो कुछ हो रहा
है उससे मुकेश खन्ना का मन मस्तिष्क बहुत विचलित होता है। उन्होंने कहा कि हमारी
सभ्यता संस्कृति तो महिलाओं की रक्षा करने की रही है,
लेकिन यह जो हैवानियत हो रही है, उसके
विरूद्ध कड़े एक्शन लेने की जरूरत है। मोमबत्तियां जलाने की तो संस्कृति हमारी
नहीं रही है। रेपिस्ट के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए। सख्त कानून की यहाँ ज़रूरत
है. बुरे आदमी के दिल में कानून का ऐसा डर जगाने की आवश्यकता है कि वह ऐसी घिनौनी
हरकत करने की सोच भी ना सके।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 9 December 2019
३ डी एनिमेटेड सीरीज शक्तिमान का पोस्टर लांच
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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