'बिग सिनेमाज' का प्रबंधन अपने हाथ में लेने के बाद मशहूर कार्निवाल ग्रुप अब इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अकादमी से जुड़ गया है। इस साल मलेशिया में ७ जून से होने जा रहे फिल्म पुरस्कारों में इस ग्रुप का सहयोग नज़र आएगा। इस फिल्म फेस्टिवल में होने वाली फिल्म 'दिल धड़कने दो' की स्क्रीनिंग का को- प्रेजेंटर यही ग्रुप है। इस बात की घोषणा के समय कर्निवल सिनेमा के सीईओ पीवी सुनील के साथ ह्रितिक रोशन, अनिल कपूर, सोनाक्षी सिन्हा, शाहिद कपूर और अर्जुन कपूर मौजूद थे।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 31 May 2015
आइफा के साथ कार्निवाल ग्रुप
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फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
रिलीज़ हुआ 'चलो चलें साईं धाम'
पिछले दिनों विद्युत म्यूजिक की पेशकश "चलो चले साईं धाम" का ऑडियो और वीडियो एल्बम गायक व अदाकार अरविंदर सिंह और टीना घई के हाथो अँधेरी के ऐश्वर्या हॉल में संपन्न हुआ। इस अवसर पर खास मेहमानो में मोहम्मद फारूख आज़म (इंडियन कौंसिल ऑफ़ कल्चरल रिलेशंस, मिनिस्ट्री ऑफ़ एक्सटर्नल अफेयर्स, गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया के सदस्य), लाइफलाइन एजेंसी के शब्बीर भाई, कई मीडिया के लोग और एल्बम से जुड़ी पूरी टीम मौजूद थी । इस एल्बम की निर्मात्री उषा मजूमदार हैं। संगीत अनिल मजूमदार का है और गीत रविन्द्र रावल ने लिखे हैं। इन गीतों को पामेला जैन, मनोज मिश्रा, वैशाली, राज बजेता, शिवम शर्मा एवं राखी ने गाय है। वीडियो निर्देशन देवा का है। इस एल्बम के संगीतकार अनिल मजूमदार का जन्म तत्कालीन पाकिस्तान में बंगलादेश बनने से पहले हुआ था। १९८० में उनका संगीत का सफर शुरू हुआ। उन्होंने डॉन (अमिताभ बच्चन) जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए साउंडट्रैक दिया। सचिन देव बर्मन, हेमंत कुमार, मदन मोहन, नौशाद, शंकर जयकिशन और रवि जैसे संगीतकारों की मौजूदगी में अपना एक स्थान बनाया। उन्होंने मनहर उधास, कुमार सानू, अलका याग्निक, साधना सरगम, सपना मुख़र्जी, उदित नारायण, सुनिधि चौहान, सिंगर्स को ट्रेनिंग भी दी है ।
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गीत संगीत
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फ्यूरियस ८ का नया लोगो
पिछले दिनों फ़ास्ट एंड फीरियस सीरीज की आठवी फिल्म 'फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ८' का नया लोगो अभिनेता विन डीजल ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से जारी किया। इस लोगो में न्यू यॉर्क शहर साफ़ नज़र आ रहा है। कुछ समय पहले विन डीजल ने आठवी फिल्म की शूटिंग बिग एप्पल में होने की संभावना व्यक्त की थी। दरअसल, 'फ्यूरियस ७' की समाप्ति कर्ट रशेल के संदिग्ध किरदार मिस्टर नोबडी पर होनी थी, जो फ्यूरियस ८ के केंद्र में होता। लेकिन, पॉल वॉकर की दुखद मौत के बाद फिल्म के अंत को बदलना पड़ा। विन डीजल द्वारा अपने अकाउंट से फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ८ के लोगो को अपने अकाउंट से जारी करने से यह तो ज़ाहिर होता है कि इस आठवी फ्रैंचाइज़ी फिल्म में विन डीजल ही डोमिनिक टोरेंटो का अपना किरदार करेंगे। खबर यह भी है कि '२ फ़ास्ट २ फ्यूरियस' की ईवा मेंडेस की फ्रैंचाइज़ी में वापसी हो रही है। तमाम निगाहें इस बात पर लगी हैं कि यूनिवर्सल स्टूडियो फ्यूरियस ८ की कमान किसे सौपता है। क्या फ्यूरियस ७ के जेम्स वान ही 'फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ८ को डायरेक्ट करेंगे ? जेम्स वान को पॉल वॉकर की मौत के बाद कहानी को सिरे से पकड़ कर गूँधना होगा। यह काम इतना आसान नहीं होगा। इसलिए उम्मीद की जा रही है कि जेम्स वान और यूनिवर्सल के रास्ते अलग हो जाएँ और जेम्स वान की जगह इस फ्रैंचाइज़ी के ओरिजिनल डायरेक्टर जस्टिन लिन को 'फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ८' की कमान थमा दी जाये। लेकिन, जस्टिन लिन 'स्टार ट्रैक बियॉन्ड' की मेकिंग में अगले दो साल तक व्यस्त रहेंगे। ऐसे में 'फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ८' के डायरेक्टर के नाम पर पर्दा पड़ा रहेगा। यूनिवर्सल स्टूडियोज का इरादा अपनी फिल्म को २०१७ में रिलीज़ करने का है।
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Hollywood
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वंडर वुमन में स्टीव ट्रेवोर के रोल पर क्रिस पाइन की निगाहें
साल की शुरुआत में यह खबरें थी कि सुसाइड स्क्वाड के स्कॉट ईस्टवूड हॉलीवुड की सुपरवुमन फिल्म 'वंडर वुमन' में गेल गडोट के किरदार वंडर वुमन के प्रेमी स्टीव ट्रेवर का किरदार करेंगे। लेकिन, अब खबर यह है कि 'स्टार ट्रैक ३' में किर्क का किरदार करने वाले अभिनेता क्रिस पाइन वंडर वुमन के प्रेमी का किरदार करेंगे। स्कॉट ईस्टवूड ने महसूस किया था कि स्टीव ट्रेवर के किरदार के बजाय सुसाइड स्क्वाड में अंजाना सा सपोर्टिंग किरदार करना मुफीद रहेगा। क्रिस का स्टीव ट्रेवर द्वितीय विश्वयुद्ध का फाइटर पायलट था, जिसका एयरक्राफ्ट पैराडाइस आइलैंड में ध्वस्त हो कर गिर गया था। डायना प्रिंसेस उसे बचाती है और उसका इलाज़ करती है । दोनों में इसी दौरान प्रेम पैदा होता है। फिर यह जोड़ा डायना के संसार में वापस जाता है। वहां पहुँच कर डायना अपना सुपर हीरो अवतार वंडर वुमन अपना लेती है। क्रिस पाइन के पास डेविड अयर की डीसी कॉमिक्स की विज्ञानं फंतासी फिल्म का प्रस्ताव भी है। क्रिस पाइन को इस साल 'स्टार ट्रैक ३' की शूटिंग करनी है। स्टार ट्रैक ३ अगले साल ८ जुलाई को रिलीज़ होनी है। इसके बाद वह वंडर वुमन शुरू करेंगे। सुसाइड स्क्वाड की नायिका मार्गोट रॉबी के साथ क्रिस पाइन की फिल्म 'जेड फॉर ज़चारिया' इस साल २१ अगस्त को रिलीज़ होगी। वंडर वुमन का निर्देशन पैटी जेनकिंस कर रहे हैं। यह फिल्म २३ जून २०१७ को रिलीज़ होगी।
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बनाया जा रही है ट्रांसफार्मर्स की प्रीक्वेल फिल्म
इस साल की शुरू में पैरामाउंट पिक्चर्स ने लेखकों की एक टीम स्टूडियो द्वारा बनाई जाने वाली फ्रैंचाइज़ी फिल्मों को तय करने के लिए बनाई थी। अब इसमे, स्टुडिओ द्वारा दो अन्य नामों एंड्रू बारेर और गेब्रियल फेरारी को भी इस टीम में शामिल कर लिया गया है। एंड्रू और गेब्रियल जोड़ी को ट्रांसफार्मर्स सीरीज पर काम करने का जिम्मा सौंपा गया है। इन दोनों को ट्रांसफार्मर्स सीरीज की प्रीक्वेल फिल्म लिखनी है। फिलहाल, एंड्रू और गेब्रियल जोड़ी की ट्रांसफार्मर्स फिल्म को ट्रांसफार्मर्स वन टाइटल दिया गया है। ' ट्रांसफार्मर्स वन' की कहानी साइबरट्रॉन के ओरिजिन की कहानी होगी, जहाँ से अच्छे और बुरे रोबोट्स पैदा हुए हैं। वैसे यह अभी तय होना है कि यह फिल्म लाइव-एक्शन फिल्म होगी या एनिमेटेड एडवेंचर होगी। इसके बाद ही फिल्म के लिए कलाकारों का चयन किया जाना है। एंड्रू और गेब्रियल जोड़ी मारवेल्स की फिल्म 'अंट-मैन' की कहानी लिखी है। 'ट्रांसफार्मर्स वन' के डायरेक्शन माइकल बे करेंगे।
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Saturday, 30 May 2015
बॉलीवुड पर हमशक्ल किरदारों का हमला
कंगना रनौत की दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' को ८.७५ करोड़ की सुपर ओपनिंग मिली है। इस नायिका प्रधान फिल्म ने अभिनेत्री कंगना रनौत को बॉक्स ऑफिस की क्वीन साबित कर दिया है। लेकिन, 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' ने एक बार फिर दोहरी भूमिकाओं वाली फिल्मों की बॉक्स ऑफिस पर पकड़ साबित की है।
हिंदी फिल्मों का इतिहास गवाह है कि कभी दोहरी भूमिकाएं बड़े फिल्म एक्टर्स की साम्राज्यवादी नीति मानी जाती थी। यानि बड़े अभिनेता/अभिनेत्री यह सोचते थे कि दर्शक फिल्म के हर फ्रेम में उनकी शक्ल ही देखना चाहता है। हिंदी फिल्मों के इतिहास का कोई ऐसा अभिनेता या अभिनेत्री नहीं होगा, जिसने दोहरी भूमिका न की हो। प्रारंभिक फिल्मों के लिहाज़ से १९१७ में रिलीज़ मूक फिल्म 'लंका दहन' में अभिनेता अन्ना सालुंके की दोहरी भूमिका थी। सवाक फिल्मों के युग में दोहरी भूमिका करने वाले पहले अभिनेता साहू मोदक थे। उन्होंने फिल्म 'आवारा शहज़ादा' में डबल रोल किये थे। दोहरी भूमिका वाली पहली पॉपुलर फिल्म 'किस्मत' थी, जिसमे अशोक कुमार ने अच्छे करैक्टर शेखर और बुरे आदमी मदन की भूमिका की थी। किस्मत की अभूतपूर्व सफलता ने अशोक कुमार को सुपर स्टार बना दिया। इस फिल्म का रीमेक 'बॉय फ्रेंड' शम्मी कपूर को लेकर बनाया गया था। अशोक कुमार की दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'अफ़साना' भी हिट हुई थी। अब यह बात दीगर है कि अफसाना की रीमेक फिल्म दिलीप कुमार के साथ 'दास्तान' फ्लॉप हो गई।
आम तौर पर दोहरी भूमिकाओं की रचना हमशक्ल जुडवा भाइयों या बहनों की मदद से तैयार की गई। राम और श्याम तथा सीता और गीता से लेकर चालबाज़, किशन कन्हैया, जुड़वाँ, कमीने और चांदनी चौक तो चाइना से लेकर अलोन तक की दोहरी भूमिकाएं इसी ढर्रे पर थी। एक्शन जैक्सन और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स की दोहरी भूमिकाएं हमशक्ल जुडवा वाली नहीं थी। आइये, जानने की कोशिश करते हैं दोहरी भूमिकाओं के सम्बंधित कुछ रोचक तथ्य-
दिलीप कुमार को रास नहीं आई दोहरी भूमिका
दिलीप कुमार ने राम और श्याम फिल्म में दोहरी भूमिका करके हिंदी फिल्मों में दोहरी भूमिकाओं को फिर जीवित कर दिया। दिलीप कुमार ने बाद में दास्तान और किला में दोहरी भूमिकाएं की तथा बैराग में तीन भूमिकाओं में नज़र आये। लेकिन, उनकी इन सभी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता नहीं मिली। केवल राम और श्याम ही बॉक्स ऑफिस पर सफल रही। फिल्म दास्तान तो अशोक कुमार की हिट फिल्म अफ़साना का रीमेक थी।
हॉलीवुड को भी प्रेरणा देने वाली 'मधुमती'
दिलीप कुमार और वैजयंतीमाला की फिल्म 'मधुमती' अपने आप अनोखी दोहरी भूमिका वाली फिल्म है। बिमल रॉय निर्देशित इस फिल्म में पुनर्जन्म के कारण फिल्म के नायक और नायिका अपनी अपनी दोहरी भूमिकाओं में नज़र आते थे। इस फिल्म ने बाद में, कई फिल्मों, इनमे हॉलीवुड की १९७५ में रिलीज़ फिल्म 'द इंकार्नेशन ऑफ़ पीटर प्राउड' भी शामिल है, के निर्माताओं को प्रेरित किया। इस फिल्म के आधार पर ही हिंदी में सुभाष घई की फिल्म 'क़र्ज़' भी बनी थी। ऋषि कपूर की फिल्म 'जनम जनम' और शाहरुख़ खान की फिल्म 'ओम शांति ओम' भी इसी फिल्म से प्रेरित थी।
नायिकाओं को भी फबी दोहरी भूमिकाएं
हिंदी फिल्मों की हर सफल अभिनेत्री ने डबल रोल किये। ख्वाज़ा अहमद अब्बास की फिल्म अनहोनी में नर्गिस ने एक नर्तकी और उसकी बहन का किरदार किया था। सुचित्रा सेन ने फिल्म ममता में लखनऊ की तवायफ और उसकी बेटी का किरदार किया था। मीना कुमारी की पाकीज़ा की भूमिका भी कुछ ऎसी ही थी। साधना ने वह कौन थी, मेरा साया, अनीता और गीता मेरा नाम में दोहरी भूमिकाएं की। उनकी पहली तीन फ़िल्में ज़बरदस्त हिट हुई। साधना 'मिस्ट्री गर्ल' से मशहूर हो गई। हेमा मालिनी की दोहरी भूमिका वाली फिल्म सीता और गीता ज़बरदस्त हिट हुई थी। श्रीदेवी ने चालबाज़, खुदा गवाह, लम्हे और बंजारन फिल्म में दोहरी भूमिकाएं की थी। उनकी यादगार फिल्म चालबाज़ है। दीपिका ने करियर की शुरुआत ही दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'ओम शांति ओम' से की थी। लेकिन, उनकी दोहरी भूमिका वाली दूसरी फिल्म चांदनी चौक टु चाइना फ्लॉप हुई थी। काजोल ने दुश्मन, कुछ खट्टी कुछ मीठी और हमेशा फिल्म में दोहरी भूमिकाएं की। राखी की दोहरी भूमिका वाली फिल्म शर्मीली सुपर हिट हुई। शर्मीला टैगोर फिल्म मौसम, माधुरी दीक्षित संगीत और आंसू बने अंगारे, बिपाशा बासु धूम २ और अलोन, जैक्विलिन फर्नांडीज़ रॉय से प्रशंसा बटोरने में कामयाब हुई। पाकिस्तानी अभिनेत्री वीना मालिक की फिल्म दाल में कुछ काला है फ्लॉप हुई।
पहली फिल्म में डबल रोल
ह्रितिक रोशन ने अपनी पहली ही फिल्म कहो.…न प्यार है! में राहुल और राज की दोहरी भूमिकाये की थी। दीपिका पादुकोण ने अपनी डेब्यू फिल्म 'ओम शांति ओम' में शांति प्रिया और संध्या की दोहरी भूमिकाये की थी। नीतू सिंह ने बतौर बाल कलाकार डेब्यू फिल्म 'दो कलियाँ' में दोहरी भूमिका की थी।
शम्मी कपूर ने चाइना टाउन और छोटे सरकार में, महमूद ने दिल तेरा दीवाना तथा मैं और मेरा भाई में, अशोक कुमार ने किस्मत और कानून में, धर्मेन्द्र ने यकीन, गज़ब
डबल कॉमेडी का कमाल
कुछ फिल्मों में कॉमेडियन की कॉमिक भूमिकाओं ने समां बाँध दिया। दर्शक अपने हीरो या हीरोइन को भूल कर कॉमेडियन को देखने पहुंचे। अंदाज़ अपना अपना में परेश रावल की भाइयों की दोहरी भूमिका इस मायने में ख़ास थी कि यह फिल्म आज के सुपर स्टार आमिर खान और सलमान खान की थी। कादर खान ने उम्र ५५ की दिल बचपन का, मैं खिलाडी तू अनाड़ी, पहला पहला प्यार, हम और द डॉन में अपनी दोहरी भूमिकाओं से अपनी फिल्मों के हीरोज को पानी पिला दिया।
जब प्लांट किया हमशकल
हिंदी फिल्मों में दोहरी भूमिका को रहस्य और रोमांच के लिए इस्तेमाल किया गया। कई फिल्मों में दोहरी भूमिका को हमशक्ल की जगह डुप्लीकेट लाने के लिए इस्तेमाल किया गया। अमिताभ बच्चन की डॉन, शत्रुघ्न सिन्हा की काली चरण, विनोद खन्ना की हमशक्ल, शाहरुख़ खान की डॉन द चेज बेगिंस और अर्जुन कपूर की औरंगज़ेब में अपराधियों की घेरेबंदी के लिए दूसरे चहरे को प्लांट किया गया। आमिर खान की फिल्म धूम ३ में उनका दूसरा किरदार रहस्य पैदा करने के लिए सामने लाया गया। हमशक्ल में राजेश खन्ना दो औरतों के साथ रहने के लिए दोहरा जीवन जीते हैं। गोविंदा की फिल्म सैंडविच में ऎसी ही भूमिका थी। १९६७ में रिलीज़ शर्मीला टैगोर की दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'ऐन इवनिंग इन पेरिस' में दोनों बहने विलेन को चकमा देने के लिए अपनी जगहे बदल लेती हैं। फिल्म राजा और रंक में महेश कोठारे राजा और रंक की दोहरी भूमिका में थे। यह दोनों अपनी जगहे बदल लेते हैं। शाहरुख़ खान की फिल्म 'फैन' में सुपर स्टार अपने फैन से जगह बदल लेता है।
दोहरी भूमिकाओं के शहंशाह अमिताभ बच्चन
अमिताभ बच्चन दोहरी भूमिकाओं के भी शहंशाह हैं। उन्होंने १३ हिंदी फिल्मों में डबल रोल किये। अमिताभ बच्चन की दोहरी भूमिकाओं वाली फिल्म में बंधे हाथ, अदालत, डॉन द चेज बेगिंस, कस्मे वादे, द ग्रेट गैम्बलर, देश प्रेमी, सत्ते पे सत्ता, महान, आख़री रास्ता, तूफ़ान, बड़े मिया छोटे मिया, लाल बादशाह और सूर्यवंशम के नाम उल्लेखनीय हैं।
अक्षय भी
इस लिहाज़ से अक्षय कुमार बहुत पीछे नहीं। उन्होंने पहली बार फिल्म जय किशन में दोहरी भूमिका की थी। वह अब तक अफ़लातून, खिलाडी ४२०, ८X १० तस्वीर, राउडी राठोर और खिलाडी ७८६ में दोहरी भूमिकाये कर चुके हैं।
कॉमेडी के लिए कुछ भी करेगा
हास्य अभिनेता महमूद का फिल्म हमजोली में बाप बेटा और दादाजी का रोल राजकपूर की फिल्म कल आज और कल में पृथ्वीराज कपूर, राज कपूर और रणधीर कपूर की नक़ल पर था। जीनियस आईएस जौहर ने फिल्म जॉनी मेरा नाम में तीन रोल किये थे। इस फिल्म के पहले राम, दूजे राम और तीजे राम के लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था। कादर खान ने हम फिल्म में एक सख्त आर्मी अफसर पिता और उसके नाटक में काम करने वाले भाई का किरदार किया था। अली फज़ल और अमृता रायचंद की फिल्म बात बन गई में गुलशन ग्रोवर ने दोहरी भूमिका की थी।
शेक्सपियर की गलती
शेक्सपियर के नाटक 'कॉमेडी ऑफ़ एरर' पर भी बॉलीवुड ने फ़िल्में बनाई। अंगूर और दो दूनी चार ऐसी ही दो फ़िल्में थी। इन फिल्मों में संजीव कुमार और देवेन वर्मा ने तथा किशोर कुमार और असित सेन ने दो दो भूमिकाये की थी।
एक फिल्म दो कलाकार डबल रोल
करण-अर्जुन सलमान खान और शाहरुख़ खान, ओम शांति ओम शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण, अंगूर संजीव कुमार और देवेन वर्मा, दो दूनी चार में किशोर कुमार और असित सेन, बड़े मिया छोटे मिया अमिताभ बच्चन और गोविंदा, हमशकल्स सैफ रितेश और रामकपूर ने दोहरी भूमिकाये की थी। डायरेक्टर संजय गुप्ता की फिल्म 'हमेशा' में सैफ अली खान और काजोल दोनों की ही दोहरी भूमिकाये थी।
आने वाली हैं
बॉलीवुड में एक बार फिर दोहरी भूमिकाये वापसी कर रही हैं। आमिर खान धूम ३, अभिषेक बच्चन हैप्पी न्यू ईयर, सैफ अली खान हमशकल्स और हैप्पी एंडिंग, अजय देवगन एक्शन जैक्सन' जैक्विलिन फर्नांडीज़ रॉय में और कंगना रनौत तनु वेड्स मनु रिटर्न्स में दोहरी भूमिकाओं में नज़र आई। आने वाली कुछ फिल्मों में भी डबल रोल वाले किरदार देखने को मिलेंगे। प्रेम रतन धन पायो सलमान खान ( एक राज्य के राजा विजय और आम आदमी प्रेम) दोहरी भूमिका कर रहे हैं। सुना है कि अनीस बज़्मी की 'नो एंट्री में एंट्री' फिल्म में भी सलमान खान की दोहरी भूमिका है। मस्तीज़ादे सनी लीओन (लैला और लिल्ली) फैन में शाहरुख़ खान सुपर स्टार और उसके फैन की भूमिका कर रहे हैं। शाहिद कपूर कमीने २ में दोहरी भूमिका में ही हैं।
अल्पना कांडपाल
हिंदी फिल्मों का इतिहास गवाह है कि कभी दोहरी भूमिकाएं बड़े फिल्म एक्टर्स की साम्राज्यवादी नीति मानी जाती थी। यानि बड़े अभिनेता/अभिनेत्री यह सोचते थे कि दर्शक फिल्म के हर फ्रेम में उनकी शक्ल ही देखना चाहता है। हिंदी फिल्मों के इतिहास का कोई ऐसा अभिनेता या अभिनेत्री नहीं होगा, जिसने दोहरी भूमिका न की हो। प्रारंभिक फिल्मों के लिहाज़ से १९१७ में रिलीज़ मूक फिल्म 'लंका दहन' में अभिनेता अन्ना सालुंके की दोहरी भूमिका थी। सवाक फिल्मों के युग में दोहरी भूमिका करने वाले पहले अभिनेता साहू मोदक थे। उन्होंने फिल्म 'आवारा शहज़ादा' में डबल रोल किये थे। दोहरी भूमिका वाली पहली पॉपुलर फिल्म 'किस्मत' थी, जिसमे अशोक कुमार ने अच्छे करैक्टर शेखर और बुरे आदमी मदन की भूमिका की थी। किस्मत की अभूतपूर्व सफलता ने अशोक कुमार को सुपर स्टार बना दिया। इस फिल्म का रीमेक 'बॉय फ्रेंड' शम्मी कपूर को लेकर बनाया गया था। अशोक कुमार की दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'अफ़साना' भी हिट हुई थी। अब यह बात दीगर है कि अफसाना की रीमेक फिल्म दिलीप कुमार के साथ 'दास्तान' फ्लॉप हो गई।
आम तौर पर दोहरी भूमिकाओं की रचना हमशक्ल जुडवा भाइयों या बहनों की मदद से तैयार की गई। राम और श्याम तथा सीता और गीता से लेकर चालबाज़, किशन कन्हैया, जुड़वाँ, कमीने और चांदनी चौक तो चाइना से लेकर अलोन तक की दोहरी भूमिकाएं इसी ढर्रे पर थी। एक्शन जैक्सन और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स की दोहरी भूमिकाएं हमशक्ल जुडवा वाली नहीं थी। आइये, जानने की कोशिश करते हैं दोहरी भूमिकाओं के सम्बंधित कुछ रोचक तथ्य-
दिलीप कुमार को रास नहीं आई दोहरी भूमिका
दिलीप कुमार ने राम और श्याम फिल्म में दोहरी भूमिका करके हिंदी फिल्मों में दोहरी भूमिकाओं को फिर जीवित कर दिया। दिलीप कुमार ने बाद में दास्तान और किला में दोहरी भूमिकाएं की तथा बैराग में तीन भूमिकाओं में नज़र आये। लेकिन, उनकी इन सभी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता नहीं मिली। केवल राम और श्याम ही बॉक्स ऑफिस पर सफल रही। फिल्म दास्तान तो अशोक कुमार की हिट फिल्म अफ़साना का रीमेक थी।
हॉलीवुड को भी प्रेरणा देने वाली 'मधुमती'
दिलीप कुमार और वैजयंतीमाला की फिल्म 'मधुमती' अपने आप अनोखी दोहरी भूमिका वाली फिल्म है। बिमल रॉय निर्देशित इस फिल्म में पुनर्जन्म के कारण फिल्म के नायक और नायिका अपनी अपनी दोहरी भूमिकाओं में नज़र आते थे। इस फिल्म ने बाद में, कई फिल्मों, इनमे हॉलीवुड की १९७५ में रिलीज़ फिल्म 'द इंकार्नेशन ऑफ़ पीटर प्राउड' भी शामिल है, के निर्माताओं को प्रेरित किया। इस फिल्म के आधार पर ही हिंदी में सुभाष घई की फिल्म 'क़र्ज़' भी बनी थी। ऋषि कपूर की फिल्म 'जनम जनम' और शाहरुख़ खान की फिल्म 'ओम शांति ओम' भी इसी फिल्म से प्रेरित थी।
नायिकाओं को भी फबी दोहरी भूमिकाएं
हिंदी फिल्मों की हर सफल अभिनेत्री ने डबल रोल किये। ख्वाज़ा अहमद अब्बास की फिल्म अनहोनी में नर्गिस ने एक नर्तकी और उसकी बहन का किरदार किया था। सुचित्रा सेन ने फिल्म ममता में लखनऊ की तवायफ और उसकी बेटी का किरदार किया था। मीना कुमारी की पाकीज़ा की भूमिका भी कुछ ऎसी ही थी। साधना ने वह कौन थी, मेरा साया, अनीता और गीता मेरा नाम में दोहरी भूमिकाएं की। उनकी पहली तीन फ़िल्में ज़बरदस्त हिट हुई। साधना 'मिस्ट्री गर्ल' से मशहूर हो गई। हेमा मालिनी की दोहरी भूमिका वाली फिल्म सीता और गीता ज़बरदस्त हिट हुई थी। श्रीदेवी ने चालबाज़, खुदा गवाह, लम्हे और बंजारन फिल्म में दोहरी भूमिकाएं की थी। उनकी यादगार फिल्म चालबाज़ है। दीपिका ने करियर की शुरुआत ही दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'ओम शांति ओम' से की थी। लेकिन, उनकी दोहरी भूमिका वाली दूसरी फिल्म चांदनी चौक टु चाइना फ्लॉप हुई थी। काजोल ने दुश्मन, कुछ खट्टी कुछ मीठी और हमेशा फिल्म में दोहरी भूमिकाएं की। राखी की दोहरी भूमिका वाली फिल्म शर्मीली सुपर हिट हुई। शर्मीला टैगोर फिल्म मौसम, माधुरी दीक्षित संगीत और आंसू बने अंगारे, बिपाशा बासु धूम २ और अलोन, जैक्विलिन फर्नांडीज़ रॉय से प्रशंसा बटोरने में कामयाब हुई। पाकिस्तानी अभिनेत्री वीना मालिक की फिल्म दाल में कुछ काला है फ्लॉप हुई।
पहली फिल्म में डबल रोल
ह्रितिक रोशन ने अपनी पहली ही फिल्म कहो.…न प्यार है! में राहुल और राज की दोहरी भूमिकाये की थी। दीपिका पादुकोण ने अपनी डेब्यू फिल्म 'ओम शांति ओम' में शांति प्रिया और संध्या की दोहरी भूमिकाये की थी। नीतू सिंह ने बतौर बाल कलाकार डेब्यू फिल्म 'दो कलियाँ' में दोहरी भूमिका की थी।
शम्मी कपूर ने चाइना टाउन और छोटे सरकार में, महमूद ने दिल तेरा दीवाना तथा मैं और मेरा भाई में, अशोक कुमार ने किस्मत और कानून में, धर्मेन्द्र ने यकीन, गज़ब
डबल कॉमेडी का कमाल
कुछ फिल्मों में कॉमेडियन की कॉमिक भूमिकाओं ने समां बाँध दिया। दर्शक अपने हीरो या हीरोइन को भूल कर कॉमेडियन को देखने पहुंचे। अंदाज़ अपना अपना में परेश रावल की भाइयों की दोहरी भूमिका इस मायने में ख़ास थी कि यह फिल्म आज के सुपर स्टार आमिर खान और सलमान खान की थी। कादर खान ने उम्र ५५ की दिल बचपन का, मैं खिलाडी तू अनाड़ी, पहला पहला प्यार, हम और द डॉन में अपनी दोहरी भूमिकाओं से अपनी फिल्मों के हीरोज को पानी पिला दिया।
जब प्लांट किया हमशकल
हिंदी फिल्मों में दोहरी भूमिका को रहस्य और रोमांच के लिए इस्तेमाल किया गया। कई फिल्मों में दोहरी भूमिका को हमशक्ल की जगह डुप्लीकेट लाने के लिए इस्तेमाल किया गया। अमिताभ बच्चन की डॉन, शत्रुघ्न सिन्हा की काली चरण, विनोद खन्ना की हमशक्ल, शाहरुख़ खान की डॉन द चेज बेगिंस और अर्जुन कपूर की औरंगज़ेब में अपराधियों की घेरेबंदी के लिए दूसरे चहरे को प्लांट किया गया। आमिर खान की फिल्म धूम ३ में उनका दूसरा किरदार रहस्य पैदा करने के लिए सामने लाया गया। हमशक्ल में राजेश खन्ना दो औरतों के साथ रहने के लिए दोहरा जीवन जीते हैं। गोविंदा की फिल्म सैंडविच में ऎसी ही भूमिका थी। १९६७ में रिलीज़ शर्मीला टैगोर की दोहरी भूमिका वाली फिल्म 'ऐन इवनिंग इन पेरिस' में दोनों बहने विलेन को चकमा देने के लिए अपनी जगहे बदल लेती हैं। फिल्म राजा और रंक में महेश कोठारे राजा और रंक की दोहरी भूमिका में थे। यह दोनों अपनी जगहे बदल लेते हैं। शाहरुख़ खान की फिल्म 'फैन' में सुपर स्टार अपने फैन से जगह बदल लेता है।
दोहरी भूमिकाओं के शहंशाह अमिताभ बच्चन
अमिताभ बच्चन दोहरी भूमिकाओं के भी शहंशाह हैं। उन्होंने १३ हिंदी फिल्मों में डबल रोल किये। अमिताभ बच्चन की दोहरी भूमिकाओं वाली फिल्म में बंधे हाथ, अदालत, डॉन द चेज बेगिंस, कस्मे वादे, द ग्रेट गैम्बलर, देश प्रेमी, सत्ते पे सत्ता, महान, आख़री रास्ता, तूफ़ान, बड़े मिया छोटे मिया, लाल बादशाह और सूर्यवंशम के नाम उल्लेखनीय हैं।
अक्षय भी
इस लिहाज़ से अक्षय कुमार बहुत पीछे नहीं। उन्होंने पहली बार फिल्म जय किशन में दोहरी भूमिका की थी। वह अब तक अफ़लातून, खिलाडी ४२०, ८X १० तस्वीर, राउडी राठोर और खिलाडी ७८६ में दोहरी भूमिकाये कर चुके हैं।
कॉमेडी के लिए कुछ भी करेगा
हास्य अभिनेता महमूद का फिल्म हमजोली में बाप बेटा और दादाजी का रोल राजकपूर की फिल्म कल आज और कल में पृथ्वीराज कपूर, राज कपूर और रणधीर कपूर की नक़ल पर था। जीनियस आईएस जौहर ने फिल्म जॉनी मेरा नाम में तीन रोल किये थे। इस फिल्म के पहले राम, दूजे राम और तीजे राम के लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था। कादर खान ने हम फिल्म में एक सख्त आर्मी अफसर पिता और उसके नाटक में काम करने वाले भाई का किरदार किया था। अली फज़ल और अमृता रायचंद की फिल्म बात बन गई में गुलशन ग्रोवर ने दोहरी भूमिका की थी।
शेक्सपियर की गलती
शेक्सपियर के नाटक 'कॉमेडी ऑफ़ एरर' पर भी बॉलीवुड ने फ़िल्में बनाई। अंगूर और दो दूनी चार ऐसी ही दो फ़िल्में थी। इन फिल्मों में संजीव कुमार और देवेन वर्मा ने तथा किशोर कुमार और असित सेन ने दो दो भूमिकाये की थी।
एक फिल्म दो कलाकार डबल रोल
करण-अर्जुन सलमान खान और शाहरुख़ खान, ओम शांति ओम शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण, अंगूर संजीव कुमार और देवेन वर्मा, दो दूनी चार में किशोर कुमार और असित सेन, बड़े मिया छोटे मिया अमिताभ बच्चन और गोविंदा, हमशकल्स सैफ रितेश और रामकपूर ने दोहरी भूमिकाये की थी। डायरेक्टर संजय गुप्ता की फिल्म 'हमेशा' में सैफ अली खान और काजोल दोनों की ही दोहरी भूमिकाये थी।
आने वाली हैं
बॉलीवुड में एक बार फिर दोहरी भूमिकाये वापसी कर रही हैं। आमिर खान धूम ३, अभिषेक बच्चन हैप्पी न्यू ईयर, सैफ अली खान हमशकल्स और हैप्पी एंडिंग, अजय देवगन एक्शन जैक्सन' जैक्विलिन फर्नांडीज़ रॉय में और कंगना रनौत तनु वेड्स मनु रिटर्न्स में दोहरी भूमिकाओं में नज़र आई। आने वाली कुछ फिल्मों में भी डबल रोल वाले किरदार देखने को मिलेंगे। प्रेम रतन धन पायो सलमान खान ( एक राज्य के राजा विजय और आम आदमी प्रेम) दोहरी भूमिका कर रहे हैं। सुना है कि अनीस बज़्मी की 'नो एंट्री में एंट्री' फिल्म में भी सलमान खान की दोहरी भूमिका है। मस्तीज़ादे सनी लीओन (लैला और लिल्ली) फैन में शाहरुख़ खान सुपर स्टार और उसके फैन की भूमिका कर रहे हैं। शाहिद कपूर कमीने २ में दोहरी भूमिका में ही हैं।
अल्पना कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉक्स ऑफिस पर अभी और भी इम्तिहान हैं वीमेन पावर के
अमिताभ बच्चन और इरफ़ान खान के साथ दीपिका पादुकोण की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'पीकू' अपनी रिलीज़ के तीसरे वीकेंड में ७३.४९ करोड़ का कलेक्शन कर चुकी है। यह फिल्म सुपर हिट फिल्मों में शुमार की जा रही है। वहीँ पूरी तरह से कंगना रनौत पर केंद्रित फिल्म 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' ने तो गज़ब ढा दिया है। फिल्म ने वीकेंड पर ३८.१५ करोड़ का कलेक्शन कर इस साल का दूसरा सबसे बढ़िया कलेक्शन किया है। पहले नंबर पर अक्षय कुमार की फिल्म 'गब्बर इज़ बैक' है। तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' वीकेंड के बाद भी स्ट्रांग जा रही है। फिल्म का पहले सोमवार का बिज़नेस ८.९० करोड़ था, जो पहले दिन यानि शुक्रवार के कलेक्शन से कहीं ज़्यादा था। मंगलवार को फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर पकड़ बनाये रखी। मंगल को तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' ने ५० करोड़ का आंकड़ा पांच दिनों में पार कर १०० करोड़ पर निगाहें टिका दी हैं। साफ़ तौर पर बॉक्स ऑफिस पर हीरोइन ओरिएंटेड फ़िल्में जलवा दिखा रही है। वीमेन पावर शबाब पर है।
इसके बावजूद बॉक्स ऑफिस पर वीमेन पॉवर के इम्तिहान अभी होने हैं। 'पीकू' और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' की स्ट्रांग रनिंग के कारण अरशद वारसी के साथ जैकी भगनानी की फिल्म 'वेलकम टू कराची' को सिनेमाघर मिल पाने में परेशानी हो रही है। लेकिन, इस फिल्म से कहीं ज़्यादा निर्देशक कुंदन शाह की पॉलिटिकल कॉमेडी फिल्म 'पी से पीएम तक' को ज़्यादा परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। 'पी से पीएम तक' एक वैश्या के देश की फरेबी राजनीती के फलस्वरूप पीएम की कुर्सी तक पहुँचने की कहानी है। फिल्म में मुख्य भूमिका में नवोदित अभिनेत्री मीनाक्षी दीक्षित हैं। यह फिल्म भी वीमेन पॉवर को परिभाषित करने वाली फिल्म है। लेकिन, 'पीकू' और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' की मौजूदगी में 'पी से पीएम तक' को कितने स्क्रीन और दर्शक मिलेंगे, यह देखने वाली बात होगी।
वीमेन पॉवर का इम्तिहान 'पी से पीएम तक' की रिलीज़ के बाद भी जारी रहेगा। इस समय कम से कम आधा दर्जन हिंदी फ़िल्में अगले छह सात महीनों में रिलीज़ होंगी, जिनकी कहानी में नायिका केंद्र में हैं। इनमे बॉलीवुड की बड़ी अभिनेत्रियां दर्शकों को अपने अभिनय की ताक़त दिखाएंगी। कंगना रनौत को एक बार फिर अपनी स्टार पॉवर दिखाने का मौका मिलेगा। पीकू की दीपिका पादुकोण को भी मौके हैं। नई अभिनेत्रियां भी मौके की तलाश में हैं। आइये जानते हैं ऎसी कुछ फिल्मों को -
हमारी अधूरी कहानी- फिल्मकार महेश भट्ट कोई दो साल बाद बतौर लेखक दिखाई देंगे। 'हमारी अधूरी कहानी' महेश भट्ट के पिता नानाभाई भट्ट, माँ शीरीन मोहम्मद अली और उनकी सौतेली माँ की कहानी है। इस फिल्म में इमरान हाश्मी ने नानाभाई भट्ट का रोल किया है। विद्या बालन शीरीन की भूमिका में हैं। चूंकि, पूरी फिल्म महेश भट्ट की तरफ से अपनी माँ को श्रद्धांजलि है, इसलिए विद्या बालन को अपने अभिनय के ज़रिये दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाने के पूरे मौके हैं। 'कहानी' के तीन साल बाद विद्या बालन बॉक्स ऑफिस पर नई इबारत दर्ज़ कर सकती हैं। 'हमारी अधूरी कहानी' १२ जून को रिलीज़ होगी।
कैलेंडर गर्ल्स- निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म कैलेंडर गर्ल्स' ग्लैमर इंडस्ट्री की उस चमक धमक के पीछे की वह कहानी है, जिसे सफलता से अधिक असफलता कहा जाता है। कैलेंडर गर्ल्स पांच मॉडल्स की कहानी है, जो एक साल की चमक धमक के बाद गुमनामी के अंधेरों में खो जाती हैं। इस फिल्म में आकांक्षा पुरी, कीरा दत्ता, आदि कैलेंडर गर्ल्स के रोल में हैं। फिल्म ७ अगस्त को रिलीज़ होगी।
कट्टी बट्टी- डायरेक्टर निखिल आडवाणी की कंगना रनौत अभिनीत फिल्म 'कट्टी बट्टी' एक रोमांस फिल्म है। इस फिल्म में कंगना रनौत और इमरान खान रोमांटिक जोड़ी बना रहे हैं। बकौल कंगना रनौत 'इस फिल्म में प्रेम के तत्वों को भिन्न तरीके से दिखाया गया है। यह अलग प्रकार की रोमांस फिल्म है।' कट्टी बट्टी १८ सितम्बर को रिलीज़ होगी।
जज़्बा- ऐश्वर्या राय बच्चन की वापसी फिल्म है 'जज़्बा' । इस फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन एक वकील की भूमिका में है, जिसकी बेटी का अपहरण कर लिए गया है। उसे छुड़ाने के लिए उस वकील को एक फांसी की सज़ा पाये अभियुक्त को सात दिनों में छुड़ाना है। कोरियाई फिल्म 'सेवन डेज' की रीमेक इस फिल्म का निर्देशन संजय गुप्ता कर रहे हैं। फिल्म में इरफ़ान खान और शबाना आज़मी की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। जज़्बा का फर्स्ट लुक कांन्स फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया था। यह फिल्म ९ अक्टूबर को रिलीज़ होगी।
हेट स्टोरी ३- विक्रम भट्ट और भूषण कुमार की हेट स्टोरी सीरीज की तीसरी फिल्म 'हेट स्टोरी ३' में इस बार ज़रीन 'वीर' खान मुख्य भूमिका में हैं। २०१२ में रिलीज़ 'हेट स्टोरी' में पाओली डैम ने अपनी सेक्स अपील के साथ साथ अभिनय का जलवा दिखाते हुए, विवेक अग्निहोत्री की १६ करोड़ के बजट में बनी फिल्म ने २५ करोड़ से ज़्यादा का बिज़नेस किया था। हेट स्टोरी २ का निर्देशन विशाल पंड्या ने किया था। इस फिल्म में सुरवीन चावला ने पाओली डैम के सेक्सी सैंडल्स में पैर डाले थे। अब पाओली डैम और सुरवीन चावला की परंपरा को ज़रीन खान आगे बढ़ाने आई है। क्या ज़रीन खान में इतनी सेक्स अपील है कि वह विशाल पंड्या की इरोटिक थ्रिलर फिल्म को सफल बना ले जाएँ। यह फिल्म ११ दिसंबर को रिलीज़ होगी।
बाजीराव मस्तानी- संजयलीला भंसाली की ऐतिहासिक प्रेम कहानी को पूरी तरह से नायिका प्रधान फिल्म नहीं कहा जा सकता, लेकिन 'बाजीराव मस्तानी' काफी कुछ दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के मस्तानी और काशीबाई करैक्टर पर डिपेंड करेगी। इस रोमांटिक प्रेम त्रिकोण में नायक रणवीर सिंह पर दीपिका और प्रियंका भारी पड़ने जा रही हाँ। संजय लीला भंसाली की यह फिल्म १८ दिसंबर को रिलीज़ होगी।
उपरोक्त आधा दर्ज़न से ज़्यादा फिल्मों में हीरोइन मुख्य भूमिका में हैं। लेकिन, इनके अलावा भी कुछ फ़िल्में हैं, जिनमे नायिका की भूमिका नायक से किसी भी प्रकार से कम नहीं हैं। ज़ोया अख्तर की फिल्म 'दिल धड़कने दो' की प्रियंका चोपड़ा और शेफाली शाह, रेमो डि'सूज़ा की फिल्म 'एबीसीडी २' की नायिका श्रद्धा कपूर, आदि उल्लेखनीय हैं। अब अगले कुछ महीने बताएँगे कि पीकू और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स के बाद बॉक्स ऑफिस पर जिस वीमेन पॉवर का जिक्र किया जा रहा है, वह वास्तव में कितनी मज़बूत है ?
राजेंद्र कांडपाल
इसके बावजूद बॉक्स ऑफिस पर वीमेन पॉवर के इम्तिहान अभी होने हैं। 'पीकू' और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' की स्ट्रांग रनिंग के कारण अरशद वारसी के साथ जैकी भगनानी की फिल्म 'वेलकम टू कराची' को सिनेमाघर मिल पाने में परेशानी हो रही है। लेकिन, इस फिल्म से कहीं ज़्यादा निर्देशक कुंदन शाह की पॉलिटिकल कॉमेडी फिल्म 'पी से पीएम तक' को ज़्यादा परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। 'पी से पीएम तक' एक वैश्या के देश की फरेबी राजनीती के फलस्वरूप पीएम की कुर्सी तक पहुँचने की कहानी है। फिल्म में मुख्य भूमिका में नवोदित अभिनेत्री मीनाक्षी दीक्षित हैं। यह फिल्म भी वीमेन पॉवर को परिभाषित करने वाली फिल्म है। लेकिन, 'पीकू' और 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' की मौजूदगी में 'पी से पीएम तक' को कितने स्क्रीन और दर्शक मिलेंगे, यह देखने वाली बात होगी।
वीमेन पॉवर का इम्तिहान 'पी से पीएम तक' की रिलीज़ के बाद भी जारी रहेगा। इस समय कम से कम आधा दर्जन हिंदी फ़िल्में अगले छह सात महीनों में रिलीज़ होंगी, जिनकी कहानी में नायिका केंद्र में हैं। इनमे बॉलीवुड की बड़ी अभिनेत्रियां दर्शकों को अपने अभिनय की ताक़त दिखाएंगी। कंगना रनौत को एक बार फिर अपनी स्टार पॉवर दिखाने का मौका मिलेगा। पीकू की दीपिका पादुकोण को भी मौके हैं। नई अभिनेत्रियां भी मौके की तलाश में हैं। आइये जानते हैं ऎसी कुछ फिल्मों को -
हमारी अधूरी कहानी- फिल्मकार महेश भट्ट कोई दो साल बाद बतौर लेखक दिखाई देंगे। 'हमारी अधूरी कहानी' महेश भट्ट के पिता नानाभाई भट्ट, माँ शीरीन मोहम्मद अली और उनकी सौतेली माँ की कहानी है। इस फिल्म में इमरान हाश्मी ने नानाभाई भट्ट का रोल किया है। विद्या बालन शीरीन की भूमिका में हैं। चूंकि, पूरी फिल्म महेश भट्ट की तरफ से अपनी माँ को श्रद्धांजलि है, इसलिए विद्या बालन को अपने अभिनय के ज़रिये दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाने के पूरे मौके हैं। 'कहानी' के तीन साल बाद विद्या बालन बॉक्स ऑफिस पर नई इबारत दर्ज़ कर सकती हैं। 'हमारी अधूरी कहानी' १२ जून को रिलीज़ होगी।
कैलेंडर गर्ल्स- निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म कैलेंडर गर्ल्स' ग्लैमर इंडस्ट्री की उस चमक धमक के पीछे की वह कहानी है, जिसे सफलता से अधिक असफलता कहा जाता है। कैलेंडर गर्ल्स पांच मॉडल्स की कहानी है, जो एक साल की चमक धमक के बाद गुमनामी के अंधेरों में खो जाती हैं। इस फिल्म में आकांक्षा पुरी, कीरा दत्ता, आदि कैलेंडर गर्ल्स के रोल में हैं। फिल्म ७ अगस्त को रिलीज़ होगी।
कट्टी बट्टी- डायरेक्टर निखिल आडवाणी की कंगना रनौत अभिनीत फिल्म 'कट्टी बट्टी' एक रोमांस फिल्म है। इस फिल्म में कंगना रनौत और इमरान खान रोमांटिक जोड़ी बना रहे हैं। बकौल कंगना रनौत 'इस फिल्म में प्रेम के तत्वों को भिन्न तरीके से दिखाया गया है। यह अलग प्रकार की रोमांस फिल्म है।' कट्टी बट्टी १८ सितम्बर को रिलीज़ होगी।
जज़्बा- ऐश्वर्या राय बच्चन की वापसी फिल्म है 'जज़्बा' । इस फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन एक वकील की भूमिका में है, जिसकी बेटी का अपहरण कर लिए गया है। उसे छुड़ाने के लिए उस वकील को एक फांसी की सज़ा पाये अभियुक्त को सात दिनों में छुड़ाना है। कोरियाई फिल्म 'सेवन डेज' की रीमेक इस फिल्म का निर्देशन संजय गुप्ता कर रहे हैं। फिल्म में इरफ़ान खान और शबाना आज़मी की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। जज़्बा का फर्स्ट लुक कांन्स फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया था। यह फिल्म ९ अक्टूबर को रिलीज़ होगी।
हेट स्टोरी ३- विक्रम भट्ट और भूषण कुमार की हेट स्टोरी सीरीज की तीसरी फिल्म 'हेट स्टोरी ३' में इस बार ज़रीन 'वीर' खान मुख्य भूमिका में हैं। २०१२ में रिलीज़ 'हेट स्टोरी' में पाओली डैम ने अपनी सेक्स अपील के साथ साथ अभिनय का जलवा दिखाते हुए, विवेक अग्निहोत्री की १६ करोड़ के बजट में बनी फिल्म ने २५ करोड़ से ज़्यादा का बिज़नेस किया था। हेट स्टोरी २ का निर्देशन विशाल पंड्या ने किया था। इस फिल्म में सुरवीन चावला ने पाओली डैम के सेक्सी सैंडल्स में पैर डाले थे। अब पाओली डैम और सुरवीन चावला की परंपरा को ज़रीन खान आगे बढ़ाने आई है। क्या ज़रीन खान में इतनी सेक्स अपील है कि वह विशाल पंड्या की इरोटिक थ्रिलर फिल्म को सफल बना ले जाएँ। यह फिल्म ११ दिसंबर को रिलीज़ होगी।
बाजीराव मस्तानी- संजयलीला भंसाली की ऐतिहासिक प्रेम कहानी को पूरी तरह से नायिका प्रधान फिल्म नहीं कहा जा सकता, लेकिन 'बाजीराव मस्तानी' काफी कुछ दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के मस्तानी और काशीबाई करैक्टर पर डिपेंड करेगी। इस रोमांटिक प्रेम त्रिकोण में नायक रणवीर सिंह पर दीपिका और प्रियंका भारी पड़ने जा रही हाँ। संजय लीला भंसाली की यह फिल्म १८ दिसंबर को रिलीज़ होगी।
उपरोक्त आधा दर्ज़न से ज़्यादा फिल्मों में हीरोइन मुख्य भूमिका में हैं। लेकिन, इनके अलावा भी कुछ फ़िल्में हैं, जिनमे नायिका की भूमिका नायक से किसी भी प्रकार से कम नहीं हैं। ज़ोया अख्तर की फिल्म 'दिल धड़कने दो' की प्रियंका चोपड़ा और शेफाली शाह, रेमो डि'सूज़ा की फिल्म 'एबीसीडी २' की नायिका श्रद्धा कपूर, आदि उल्लेखनीय हैं। अब अगले कुछ महीने बताएँगे कि पीकू और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स के बाद बॉक्स ऑफिस पर जिस वीमेन पॉवर का जिक्र किया जा रहा है, वह वास्तव में कितनी मज़बूत है ?
राजेंद्र कांडपाल
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डांस रियलिटी शो के जज बने पुनीत पाठक
पुनीत जे पाठक कोरियोग्राफर के अलावा भी बहुत कुछ है। वह टीवी सीरियल और रियलिटी शोज के अलावा रेमो डिसूज़ा की फिल्म 'एबीसीडी' में भी अभिनय कर चुके हैं। उन्होंने डांस रियलिटी शो में स्टेज डायरेक्शन भी किया है। अब वह डांस रियलिटी शो डांस इंडिया डांस में प्रतिभागियों के प्रदर्शन को जज करेंगे। इस शो में प्रतिभागी रह चुके पुनीत के लिए यह बड़े सम्मान की बात है। पुनीत पिछले चार सालों से झलक दिखला जा की कोरियोग्राफी कर रहे पुनीत को इस शो ,में जज बनाने का प्रस्ताव भी किया गया था। लेकिन, पुनीत ने डांस इंडिया डांस को चुना।
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संदीपा धर के जैकी चैन स्टेप्स
कश्मीरी संदीपा धर ने बॉलीवुड में कदम रखा राजश्री प्रोडक्शंस की फिल्म 'इसी लाइफ में' से। फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हुई। संदीपा का डब्बा गुल। फिर वह २०१२ में अरबाज़ खान निर्देशित सलमान खान और सोनाक्षी सिन्हा के अभिनय वाली फिल्म 'दबंग २' में कैमिया करती नज़र आई। इसी लाइफ में २०१० में रिलीज़ हुई थी। दबंग २ में कैमिया दो साल बाद हुआ। फिर, दबंग २ के दो साल बाद संदीपा धर जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर की डेब्यू फिल्म हीरोपंती में रेनू की छोटी भूमिका में नज़र आई। साफ़ तौर पर संदीपा का करियर कोई आकार नहीं ले पाया था। अब संदीपा धर की नई फिल्म '7 आवर्स टू गो' की चर्चा है। ख़ास बात यह है कि संदीपा इस फिल्म में चीनी कुंग फू स्टार जैकी चैन से प्रेरित खतरनाक स्टंट्स करती नजर आएंगी। संदीपा इस फिल्म में एक पुलिस ऑफिसर का रोल कर रही हैं। एक्ट्रेस मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में ट्रेन्ड है । उन्होंने '7 आवर्स टू गो' में परफेक्ट शॉट्स देने के लिए सुशांत सिंह राजपूत के ट्रेनर करण नागरी से ट्रेनिंग ली है । संदीपा कहती हैं, "मुझे इस बात पर हैरानी होती है कि लोग एक महिला को एक्शन रोल करते देख कर हैरान होते है। इस फिल्म में मेरे एक्शन स्टंट्स बहुत अलग होंगे। इनमे जैकी चैन के एक्शन्स की झलक देखने को मिलेगी।" सौरभ वर्मा के निर्देशन में बन रही '7 आवर्स टू गो' मुंबई की पृष्ठभूमि पर एक इंवेस्टिगेटिव थ्रिलर है, जिसमे कुछ लोगों को बंधक बना लिया जाता है। फिल्म में शिव पंडित, विपिन शर्मा और वरुण बडोला भी नजर आएंगे । यह फिल्म सितम्बर में रिलीज़ हो सकती है।
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हस्तियां
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'लाखों हैं यहाँ दिलवाले ' के गुंडे आदित्य पंचोली
मुनव्वर भगत की पहली हिंदी फिल्म 'लाखों हैं यहाँ दिलवाले' दो टैलेंटेड सिंगर जोड़े की कहानी है, जिसे अपना टैलेंट दिखाने का मौका कभी नहीं मिला। यह कहानी मुंबई की है। नायिका एक ब्यूटी पार्लर में काम करने लगती है और लड़का मौके की तलाश में लग जाता है। कृतिका गायकवाड़, वीजे भाटिया, अंजू महेंद्रू, किशोरी शहाणे और अरुण बक्शी की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में अभिनेता आदित्य पंचोली एक गुंडे के किरदार में नज़र आएंगे। दरअसल, उस आदमी का एक अतीत है। वह नायिका से शादी तो कर लेता है, लेकिन खुद को असुरक्षित समझने के कारण नायिका के चरित्र पर शक करता है। मुंबई और आसपास के इलाकों में इस फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है। 'लाखों हैं यहाँ दिलवाले' में अपनी भूमिका के बारे में आदित्य पंचोली बताते हैं, "मैं एक गैंगस्टर विट्ठल की भूमिका कर रहा हूँ, जो अपनी माँ और बीवी की खूब बुराई करता है। मुझे इस फिल्म की कहानी अच्छी लगी, इसलिए यह फिल्म कर रहा हूँ।" आदित्य पंचोली की आगामी फिल्मों में संजयलीला भंसाली की फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' और 'हीरो' के नाम उल्लेखनीय हैं। वह बाजीराव मस्तानी में पेशवा के वज़ीर का किरदार कर रहे हैं। हीरो उनके बेटे सूरज पंचोली की डेब्यू फिल्म है।
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ये ल्लों !!!
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'बाहुबली' का हिंदी ट्रेलर रिलीज़ होगा
दक्षिण के सुपर स्टार प्रभाष और राणा दग्गुबती की तेलुगु फिल्म 'बाहुबली' का हिंदी ट्रेलर १ जून को मुंबई में डॉल्बी अट्मॉस टेक्नोलॉजी में बड़ी धूमधाम से रिलीज़ किया जायेगा। इस ट्रेलर की रिलीज़ के पीछे निर्माता करण जौहर का दिमाग है। वह फिल्म के हिंदी संस्करण को रिलीज़ भी कर रहे हैं। करण का इरादा 'बाहुबली' को हिंदी बेल्ट में ज़्यादा से ज़्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज़ करवाने का है। क्योंकि, १७ जुलाई को 'बजरंगी भाईजान' रिलीज़ होने जा रही है। १० जुलाई को तमाम स्क्रीन्स पर सन्नाटा रहेगा। क्योंकि, फिलहाल ३ जुलाई को एक छोटी फिल्म 'गुड्डू रंगीला' ही रिलीज़ होनी है। इसीलिए, करण चाहते हैं कि 'बाहुबली' का ट्रेलर तमाम हिंदी फिल्मों की तरह धमाकेदार तरीके से रिलीज़ किया जाये। 'बाहुबली' के निर्माता शोबू, निर्देशक एसएस राजामौली और हीरो प्रभाष भी इसके प्रति उत्साहित है। चूंकि, हिंदी ट्रेलर की रिलीज़ की तारिख १ जून निर्धारित की गई है, इसलिए हैदराबाद में 'बाहुबली' के म्यूजिक की रिलीज़ भी, जो ३१ मई को होनी थी, टाल दी गई है। इससे 'बाहुबली' के दर्शकों में थोड़ी निराशा है। बहरहाल, 'बाहुबली' की संगीत की रिलीज़ १ जून के बाद किसी समय हो सकती है। क्योंकि, फिल्म १० जुलाई को रिलीज़ होनी है। उधर साउथ में फिल्म में निर्माता विवाद में फंसे लगते हैं। खबर है कि 'बाहुबली' के निर्माता हैदराबाद के मल्टीप्लेक्स ओनर्स पर टिकट दरें बढ़ाने के लिए दबाव बना रहे हैं। उनका इरादा पहले दो तीन वीकेंड में ही ज़्यादा से ज़्यादा कलेक्शन कर लेने का है। फिलहाल, मल्टीप्लेक्स ओनर्स इसके लिए तैयार नहीं लगते।
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साउथ सिनेमा
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Friday, 29 May 2015
दिल धड़कने दो और एबीसीडी २ के प्रमोशन के दृश्य (फोटोज)
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फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
दृश्यम का फर्स्ट लुक
हिट मलयालम फिल्म की हिंदी रीमेक फिल्म 'दृश्यम' में अभिनेता अजय देवगन एक साधारण घरेलु आदमी का किरदार कर रहे हैं। उसका परिवार है। बच्ची है। लेकिन, उस पर एक अपहरण का इलज़ाम लगता है। क्या अजय देवगन ने यह अपहरण किया है या उसे फंसाया जा रहा है ? अगर किया है तो क्यों ? इस सवालों का जवाब तो ३१ जुलाई को मिलेगा। फिलहाल, इन फोटोज को देखें।
इस मलयालम फिल्म का रीमेक है यह फिल्म। मलयालम फिल्म में जो भूमिका मोहनलाल ने की थी, उसे हिंदी रीमेक में अजय देवगन कर रहे हैं। यह मलयाली भाषा की सबसे सफल फिल्मों में शुमार की जाती है।
इस मलयालम फिल्म का रीमेक है यह फिल्म। मलयालम फिल्म में जो भूमिका मोहनलाल ने की थी, उसे हिंदी रीमेक में अजय देवगन कर रहे हैं। यह मलयाली भाषा की सबसे सफल फिल्मों में शुमार की जाती है।
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फोटो फीचर
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Thursday, 28 May 2015
फिर परदे पर 'द फ्यूगिटिव'
सफल टीवी सीरीज 'द फ्यूगिटिव' के १९९४ में रिलीज़ फिल्म संस्करण 'द फ्यूगिटिव' को सफलता मिली थी। इस फिल्म में यूएस मार्शल गेरार्ड के किरदार के लिए अभिनेता टॉमी ली जोंस को न केवल बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का गोल्डन ग्लोब और ऑस्कर अवार्ड्स मिला था, बल्कि वह इसी नाम पर बनाई गई फिल्म यूएस मार्शल के नायक भी बने। १९९४ की फिल्म 'द फ्यूगिटिव' में अभिनेता हैरिसन फोर्ड ने डॉक्टर रिचर्ड किम्ब्ले का किरदार किया था, जो भगोड़ा अपराधी है, जिस पर अपनी पत्नी के हत्या का आरोप है। अब किम्ब्ले को न केवल अपनी पत्नी के हत्यारों का पता लगाना है, बल्कि पीछा कर रहे यूएस मार्शल गेरार्ड को चकमा देते हुए सबूत भी छोड़ने हैं, जिससे मार्शल सही हत्यारों तक पहुँच सके। अब इस एक्शन फिल्म का रीमेक किये जाने का इरादा बनाया गया है। अभी आगामी फिल्म के लिए स्क्रिप्ट लिखने का काम क्रिस्टीना हॉडसन द्वारा किया जा रहा है। मूल फिल्म के निर्माता इस फिल्म से जुड़े हुए हैं। वार्नर ब्रदर्स की इस फिल्म की शूटिंग अगले साल शुरू हो सकती है। लेकिन, अभी यह साफ़ नहीं है कि हैरिसन फोर्ड और टॉमी ली जोंस की जोड़ी नयी फ्यूगिटिव में होगी या नहीं।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बदला लेने वाला कौवा (द क्रो)
जेम्स ओबार की महिला मित्र की मौत एक शराबी ड्राइवर के कारण हो गई थी। इस सदमे से उबरने के लिए जेम्स ने एक कॉमिक बुक 'द क्रो' की रचना की। इस कॉमिक बुक का प्रमुख करैक्टर युवा एरिक है, जिसकी मंगेतर और उस पर उनकी कार दुर्घटना के बाद कुछ गुंडों द्वारा हमला कर दिया जाता है। गुंडे एरिक के सर पर गोली मार देते हैं। वह अपंग हो जाता है। गुंडे एरिक की मंगेतर को मारते पीटते हैं और बलात्कार करते हैं। एरिक अर्ध बेहोशी में सब देखता रहता है। उसके बाद गुंडे उन्हें मरा समझ कर छोड़ जाते हैं। एरिक को एक कौवा बचाता है। एरिक उन गुंडों से एक एक कर बदला लेता है। इस कॉमिक बुक को ज़बरदस्त सफलता मिली। दुनिया की दर्जनों भाषाओँ में इसका अनुवाद किया गया। १९८९ में प्रकाशित इस किताब पर १९९४ में 'द क्रो' टाइटल से फिल्म बनाई गई। इस फिल्म को बढ़िया सफलता मिली। 'द क्रो' पर अब तक तीन सीक्वल फ़िल्में और टेलीविज़न सीरीज बनाई जा चुकी हैं। अब डायरेक्टर करीं हार्डी 'द क्रो' को जैक हूस्टन के साथ बनाने जा रहे हैं। जैक फिल्म में एरिक का रोल करेंगे। करीं हार्डी का इरादा मुख्य विलन टॉप डॉलर के किरदार में एंड्रिया राइजबरो को लेने का है। इससे फिल्म को नया लुक मिलेगा। क्योंकि, कॉमिक बुक में टॉप डॉलर क्राइम सिंडिकेट का मुखिया है। 'द क्रो' २०१६ में रिलीज़ किये जाने का इरादा है। इस फिल्म की स्क्रिप्ट पर क्लेयर विल्सन काम कर रहे हैं। करीं हार्डी 'द क्रो' को १९९४ की क्रो से बिलकुल अलग नए अंदाज़ और नयी परिवेश में पेश करना चाहते हैं, ताकि युवा दर्शकों को पसंद आये।
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Wednesday, 27 May 2015
कंगना रनौत के साथ 'रंगून' चले विशाल भरद्वाज
विशाल भारद्वाज अब 'रंगून' बनाने निकलने वाले हैं। उनके साथ हवाईजहाज पर शाहिद कपूर और सैफ अली खान के साथ कंगना रनौत बैठी होंगी। 'रंगून' हॉलीवुड की १९४२ में रिलीज़ फिल्म 'कासाब्लांका' की तरह लव ट्रायंगल होगी। माइकल कर्टिज़ निर्देशित 'कासाब्लांका' हम्फ्रे बोगार्ट, इंग्रिड बर्गमैन और पॉल हेनरेिड के बीच प्रेम त्रिकोण वाली कहानी थी। 'कासाब्लांका' की पृष्ठभूमि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौर की थी। विशाल भारद्वाज की फिल्म भी द्वितीय विश्वयुद्ध के दौर के रंगून की है। 'रंगून' में दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजी सेना के साथ नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की सेना से युद्ध करने वाले भारतीय सैनिकों की कहानी भी है। लेकिन, मोटे तौर पर फिल्म को 'कासाब्लांका' से प्रेरित कहा जा सकता है। वैसे अभी यह साफ नहीं है कि कौन क्या रोल करेगा। लेकिन, लव ट्रायंगल सैफ अली खान, शाहिद कपूर और कंगना रनौत के बीच ही होगा। विशाल भारद्वाज कंगना रनौत के साथ पहली बार काम करेंगे। वह कंगना रनौत को 'ब्रिलियंट एक्ट्रेस' मानते हैं। बकौल विशाल भारद्वाज कंगना उनकी पहली पसंद थी। लेकिन, प्रोजेक्ट फाइनल होने तक वह इसे ओपन नहीं करना चाहते थे। ताकि, 'किसी की नज़र न लगे।' 'रंगून' विशाल भारद्वाज की अब तक की सबसे महँगी फिल्म है। वह सैफ अली खान के साथ 'ओमकारा' में तथा शाहिद कपूर के साथ 'कमीने' और 'हैदर' में काम कर चुके हैं। विशाल भारद्वाज शाहिद को लेकर 'कमीने २' का निर्माण करना चाहते थे, लेकिन रंगून का मामला फाइनल होते ही उन्होंने 'कमीने २' को बाद के लिए टाला और शाहिद को सैफ और कंगना के साथ लेकर रंगून फाइनल कर डाली।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 26 May 2015
क्या शाहरुख़ खान ने ली सलमान खान की चुटकी
शाहरुख़ खान का जवाब नहीं। बड़े चुटीले जीव हैं। ख़ास तौर पर तब जब सामने वाला सलमान खान हो। आज ट्विटर पर सलमान खान के आधे चेहरे वाला एक फोटो रिलीज़ किया गया। फर्स्ट लुक कल रिलीज़ होगा। ट्विटर पर ट्विटेरातियों ने इसे हाथोंहाथ लिया और रीट्वीट पर रीट्वीट किया। इससे कुछ समय पहले सलमान खान फिल्म्स की सूरज पंचोली और आतिया शेट्टी की डेब्यू फिल्म 'हीरो' की रिलीज़ डेट ३ जुलाई से खिसका कर २५ सितम्बर कर दी गई। कारण यह दिया गया कि फिल्म रमजान के दौरान रिलीज़ हो रही थी। इस ऐलान के साथ 'हीरो' की रिलीज़ डेट वाला पोस्टर भी जारी किया गया था। अब फिर आते हैं सलमान खान की फिल्म 'बजरंगी भाईजान' के फर्स्ट लुक पोस्टर पर। सलमान खान के धुर विरोधी शाहरुख़ खान ने इस फर्स्ट लुक को रिलीज़ करते हुए कमेंट किया, "आई बिलीव बीइंग अ ब्रदर इस बिगर देन बीइंग अ हीरो। 'भाईजान' कमिंग ईद २०१५। हाउ डू यू लाइक द फर्स्ट लुक ?" शाहरुख़ खान का सलमान खान की फिल्म के फर्स्ट लुक को रिलीज़ करना खबर बन गया। मीडिया गदगद हो गया। लेकिन, यहाँ किसी का ध्यान नहीं गया कि शाहरुख़ खान सलमान खान की चुटकी ले रहे थे। सलमान खान की फिल्म का नाम 'बजरंगी भाईजान (ब्रदर) हैं, जो अपने राइट टाइम यानि ईद वीकेंड में ही रिलीज़ हो रही है। सलमान खान खुद को सूरज पंचोली का ब्रदर (भाई) कहते हैं। सूरज की फिल्म 'हीरो' की रिलीज़ टाल दी गई है। सलमान खान की एनजीओ का नाम 'बीइंग' ह्यूमन है। शाहरुख़ खान ने अपनी ट्वीट में यही चुटकी ली है कि मैं समझता हूँ कि 'भाई' होना 'हीरो' होने से ज़्यादा बड़ा है। (बजरंगी) 'भाईजान' ईद २०१५ में। आपको कैसा लगा पहला लुक ? साफ़ तौर पर शाहरुख़ खान ने (ब्रदर) सलमान खान की (हीरो) सूरज पंचोली की फिल्म टलवाने पर चुटकी ले ही ली कि हीरो से ज़्यादा बड़ा ब्रदर है।
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ये ल्लों !!!
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बजरंगी भाईजान का पहला परिचय
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'हीरो' की रिलीज़ की नई डेट वाला पोस्टर
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'सिंह इज़ ब्लिंग' का फर्स्ट लुक
'राउडी राठौर' जैसी सुपर हिट फिल्म देने के बाद एक्टर अक्षय कुमार और डायरेक्टर प्रभदेवा की जोड़ी की दूसरी फिल्म का नाम 'सिंह इज़ ब्लिंग' है। आज इस फिल्म का फर्स्ट लुक प्रभुदेवा ने ट्वीट किया। इस फर्स्ट लुक में अक्षय कुमार एमी जैक्सन के साथ रोमांटिक मुद्रा में नज़र आ रहे हैं। 'सिंह इज़ ब्लिंग' में अक्षय कुमार की रोमांटिक जोड़ी कीर्ति सेनन के साथ बनाई गई थी। लेकिन, कीर्ति ने सिंह इज़ ब्लिंग के बजाय 'दिलवाले' को प्रेफर किया और सिंह इज़ ब्लिंग छोड़ दी। तब कीर्ति की जगह एमी आ गई। इस फिल्म से लारा दत्ता को भी जोड़ा गया। उनकी अक्षय के अपोजिट महत्वपूर्ण भूमिका है। फिल्म में अक्षय कुमार मिस्टर सिंह के किरदार में हैं। लारा दत्ता के बाद 'सिंह इज़ ब्लिंग' से बिपाशा बासु को जोड़ा गया। वह फिल्म में मिसेज सिंह बनी हैं। रोल क्या है, यह जानना दिलचस्प होगा। रति अग्निहोत्री और क्रिकेटर युवराज सिंह के बापू योगराज सिंह अक्षय कुमार के माँ-बापू की भूमिका में हैं। २००८ में रिलीज़ डायरेक्टर अनीस बज़्मी की एक्शन कॉमेडी फिल्म 'सिंह इज़ किंग' के बाद अक्षय कुमार इस फिल्म में एक सिख की भूमिका कर रहे हैं। 'सिंह इज़ ब्लिंग' को अक्षय कुमार की २००८ की फिल्म का सीक्वल बताया जा रहा है। लेकिन, वास्तव में यह एक बिलकुल अलग कहानी वाली फिल्म है। फिल्म की पंजाब में लोकप्रिय स्टार कास्ट को देख कर ऐसा लगता है कि यह फिल्म पंजाबी में भी रिलीज़ होगी। सिंह इज़ ब्लिंग २ अक्टूबर को रिलीज़ होगी।
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आज जी
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Monday, 25 May 2015
हिंदी में किसका होगा जिगर ठंडा !
दक्षिण में यह हवा तेज़ी से उत्तर की और बह रही हैं कि 'किक' डायरेक्टर साजिद नाडियाडवाला ने पिछले साल की सफल और प्रशंसित तमिल क्राइम ड्रामा फिल्म 'जिगर ठंडा' के रीमेक के अधिकार भारी रकम दे कर हासिल कर लिए हैं। 'जिगर ठंडा' को बेस्ट एक्टिंग और बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर की श्रेणी में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला है। इस फिल्म में सिद्धार्थ, लक्ष्मी मेनन और बॉबी सिम्हा की मुख्य भूमिका है। जिगर ठंडा एक फिल्म मेकर की कहानी है, जो एक गैंगस्टर फिल्म बनाना चाहता है। परिस्थितियां उस समय कठिन हो जाती हैं, जब उसका टकराव उसी गैंगस्टर से हो जाता है, जिस पर फिल्म मेकर फिल्म बनाना चाहता है। फिल्म में गैंगस्टर का किरदार करने वाले अभिनेता बॉबी सिम्हा को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। जिगर ठंडा को हिंदी में बनाये जाने की खबर से फिल्म के डायरेक्टर कार्तिक सुब्बाराज खुश नहीं। उनका सोचना है कि फिल्म के हिंदी राइट्स देते समय उनसे पूछा जाना चाहिए था। जबकि, एक खबर यह है कि कार्तिक जिगर ठंडा को खुद हिंदी में बनाना चाहते थे। उनका इरादा सिद्धार्थ के साथ गैंगस्टर की भूमिका के लिए किसी पहचाने चेहरे को लेने का था। सिद्धार्थ रंग दे बसंती, स्ट्राइकर और चश्मे बद्दूर जैसी हिंदी फ़िल्में कर चुके हैं। अब देखना यह होगा कि 'जिगर ठंडा' के हिंदी रीमेक के लिए नायक और खलनायक के किरदार में साजिद किन अभिनेताओं को लेते हैं।
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साउथ सिनेमा
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दक्षिण के प्रभाष करेंगे उत्तर की आलिया के साथ रोमांस
खबर है कि दक्षिण के सितारे प्रभाष हिंदी फिल्मों की भट्ट आलिया के साथ रोमांस करेंगे। प्रभाष तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के बड़े अभिनेता हैं। उनकी जल्द रिलीज़ होने जा रही फिल्म 'बाहुबली' को करण जौहर प्रमोट कर रहे हैं। 'बाहुबली' को तेलुगु के अलावा तमिल भी बनाया गया है। इस फिल्म को मलयालम, इंग्लिश और हिंदी में भी डब कर रिलीज़ किया जायेगा। यह फिल्म दो हिस्सों में प्रदर्शित की जाएगी। पहला हिस्सा १० जुलाई को रिलीज़ होगा। प्रभाष को हिंदी दर्शकों ने अजय देवगन की फिल्म 'एक्शन जैक्सन' में खुद की भूमिका में देखा था। उनकी पिछली तेलुगु फिल्म मिर्ची २०१३ में रिलीज़ हुई थी। तेलुगु दर्शक प्रभाष की फिल्म के लिए बेताब है। इसलिए प्रभाष ने बाहुबली की रिलीज़ का इंतज़ार किये बिना एक तेलुगु फिल्म की शूटिंग शुरू भी कर दी है। इस फिल्म को 'रन राजा रन' फिल्म के निर्देशक सुजीत सिंह बना रहे हैं। सुजीत ही चाहते हैं कि उनकी अनाम फिल्म में आलिया भट्ट प्रभाष के साथ रोमांस करें। सुजीत के इरादों की पुष्टि इस बात से भी होती हों कि कुछ समय पहले अपनी फिल्म के प्रमोशन में दक्षिण गई आलिया ने भी किसी तेलुगु फिल्म में अभिनय करने की इच्छा प्रकट की थी। यहाँ बताते चलें कि प्रभाष २००९ में रिलीज़ फिल्म 'एक निरंजन' में कंगना रनौत उनकी नायिका की भूमिका कर चुकी हैं। पर आलिया भट्ट की बात दूसरी है। प्रभाष चेहरे मोहरे से काफी प्रौढ़ लगते हैं। हालाँकि, अभी वह मात्र ३५ साल के ही हैं। लेकिन, २२ साल की आलिया भट्ट तो बेबी फेस हैं। इसीलिए प्रभाष के तेलुगु फिल्म प्रशंसक थोड़ा शंकित है। ऐसे में क्या यह सोचा जाना चाहिए कि आलिया भट्ट दक्षिण के बाहुबली प्रभाष की नायिका बनेगी !
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साउथ सिनेमा
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स्वतंत्रता दिवस पर सिनेमाघरों में गौर हरि दास्तान
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता निर्देशक अनंत नारायण महादेवन की फिल्म गौर हरि दास्तान केवल एक फिल्म नहीं। यह एक स्वतंत्रता सेनानी के संघर्ष की दास्ताँ है आज़ादी से पहले भी और आज़ादी के बाद भी। गौर हरि देश के आखिरी जीवित स्वतंत्रता सेनानी हैं। चौदह वर्ष की आयु में उन्होंने अपने हमउम्र साथियों के साथ बनाई वानर सेना के ज़रिये स्वतंत्रता संग्राम की खबरें एक जगह से दूसरी जगह तेज़ रफ़्तार से पहुंचाते थे। उन्हें १९४५ में अंग्रेज़ो के निर्धारित दिन पर झंडा न फहराने के कारण दो महीने की सज़ा हुई। यह फिल्म ऐसे ही सेनानी गौर हरि दास के जीवन मूल्यों पर आधारित है। यह एक ऎसी दास्ताँ है जो देश की भ्रष्ट व्यवस्था, नौकरशाही की कारगुज़ारी का पर्दाफाश करती। है। गौर हरि दास स्वतंत्रता संग्राम में ना सिर्फ देश की आज़ादी के लिए लडे हैं बल्कि देश की भ्रष्ट व्यवस्था से दो चार भी हुए हैं। अगर यह कहा जाए तो गलत नहीं होगा कि पिछले 32 सालों से देश की भ्रष्ट व्यवस्था के समक्ष बिना झुके गौर हरि दास लगातार खडे हैं। उन्हें खुद को सेनानी साबित करने के लिए तीन दशक तक सरकारी दफ्तरों में बाबुओं और ऑफिसरों को कागज़ात इकठ्ठा कर देने में ही गुज़र गए। तब जाकर उन्हें २००९ में प्रमाण पत्र मिला। फिल्म 'गौर हरि दास्तान : द फ्रीडम फाइल' में गौर हरि दास की मुख्य भूमिका विनय पाठक ने निभाई है। उनकी पत्नी लक्ष्मी का किरदार कोंकणा सेन कर रही हैं। इस की पटकथा पत्रकार और कवि सीपी सुरेंद्रन ने लिखी है। गौर हरि दास के जीवन से प्रेरित यह बायोपिक फिल्म स्वतंत्रता दिवस पर रिलीज़ होगी। गौर हरि दास के जीवन से प्रेरित यह बायोपिक फिल्म स्वतंत्रता दिवस पर रिलीज़ होगी।
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३१ मई को ज़ी सिनेमा पर 'लिंगा'
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साउथ सिनेमा
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Sunday, 24 May 2015
'अ ब्यूटीफुल माइंड' के रियल हीरो की मौत
वर्ल्ड वाइड बॉक्स ऑफिस पर ३१३ मिलियन डॉलर का कलेक्शन करने वाली ऑस्कर पुरस्कार विजेता फिल्म 'अ ब्यूटीफुल माइंड' के रियल लाइफ हीरो जॉन नैश का एक कार दुर्घटना में देहांत हो गया। अर्थशास्त्र के लिए नोबल पुरस्कार विजेता जॉन नैश के जीवन पर रॉन होवार्ड ने २००१ में 'अ ब्यूटीफुल माइंड' का निर्माण किया था। इस फिल्म में जॉन नैश के शुरूआती जीवन का चित्रण हुआ था, जब वह पैरानॉयड शिज़ोफ्रेनिआ का शिकार होते जा रहे थे। इसके फलस्वरूप उनका परिवार आर्थिक संकट में फंसता जा रहा था। इस फिल्म में जॉन नैश की पत्नी अलिसिआ नैश का किरदार करने के लिए जेनिफर कोनेली को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का ऑस्कर मिला था। फिल्म में जॉन नैश का किरदार अभिनेता रसेल क्रोव ने किया था । वह ऑस्कर में नामित भी हुए थे। प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जॉन नैश अपनी पत्नी अलिसिआ के साथ कहीं जा रहे थे कि उनकी टैक्सी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस एक्सीडेंट में जॉन और अलिसिआ दोनों ही मारे गए। जॉन नैश पर सिल्विया नासर ने १९९८ में एक पुस्तक लिखी थी। इसी पर 'अ ब्यूटीफुल माइंड' का निर्माण किया गया था। 'अ ब्यूटीफुल माइंड' को श्रेष्ठ फिल्म के ऑस्कर के अलावा रॉन होवार्ड को बेस्ट डायरेक्टर की कैटेगरी में भी पुरस्कार मिला। जॉन नैश की मृत्यु के समाचार पर उनके रील लाइफ काउंटरपार्ट रशेल क्रोव ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी, "मैं अवाक हूँ। मेरी संवेदनाएं जॉन, अलिसिआ और उनके परिवार के साथ हैं। अद्भुत जोड़ी। ब्यूटीफुल माइंड। ब्यूटीफुल हर्ट्स। "
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Saturday, 23 May 2015
फिर छिड़ी बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के बीच जंग !
बॉम्बे वेलवेट को को लेकर बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के बीच बजरिये ट्विटर ज़ुबानी जंग छिड़ चुकी है। निशाने पर है बॉम्बे वेलवेट के बहाने अनुराग कश्यप। निशानेबाज़ी का हुनर आज़मा रहे हैं राम गोपाल वर्मा और मिलाप जावेरी। यह वह लोग हैं जिन पर कभी अनुराग कश्यप ने उनकी फिल्मों के बहाने निशाना साधा था। कभी अनुराग कश्यप ने रामगोपाल वर्मा के साथ सत्या लिखी थी। लेकिन, गैंगस्टर फिल्मों के यह महारथी यार शोले के रीमेक रामगोपाल वर्मा की आग को लेकर जानी दुश्मन बन गए। आग की असफलता के बाद अनुराग कश्यप ने कमेंट किया, "रामूजी इस 'आग' में अपना सब कुछ खो चुके हैं।" इसके साथ ही अनुराग कश्यप ने प्रतिज्ञा ली कि वह अब रामगोपाल वर्मा की कोई फिल्म नहीं देखेंगे। 'बॉम्बे वेलवेट' के बॉक्स ऑफिस पर पुअर रिस्पांस और समीक्षकों की खराब राय के बाद बारी रामगोपाल वर्मा की थी। उन्होंने ट्वीट किया, "कॉन्फीडेंस और अरोगन्स के बीच बड़ी पतली लाइन होती है। इसे बॉम्बे वेलवेट और आग देख कर समझा जा सकता है।" रामगोपाल वर्मा यहीं नहीं रुके। उन्होने अनुराग कश्यप को स्लमडॉग की उपाधि तक दे डाली, "एक स्लमडॉग मिलियंस डॉलर से फिल्म बना सकता है, लेकिन ज़रूरी नहीं कि स्लमडॉग मिलियनेयर बने ही। केवल करण जौहर ही वेलवेट यानि मखमल हैं, बाकी सब टाट है। ।"
बॉम्बे वेलवेट को लेकर अनुराग कश्यप पर सबसे पहला हमला लेखक मिलाप झवेरी ने किया था। लेकिन, कमेंट्स दागने की शुरुआत अनुराग कश्यप ने ही की थी, जब उन्होंने मिलाप की लिखी फिल्म 'ग्रैंड मस्ती' में अश्लीलता को लेकर ट्वीट किया था,"अगर मुझे ५ करोड़ का ऑफर मिले तो भी मैं ग्रैंड मस्ती नहीं देखूँगा।" बॉम्बे वेलवेट ने पहले दिन, बॉक्स ऑफिस पर, ५ करोड़ से कुछ ज़्यादा का बिज़नेस किया था। मिलाप ने इस रिजल्ट को देखने के बाद अनुराग कश्यप के पांच करोड़ के ऑफर को याद करते हुए ट्वीट किया, "ले लेता और बॉम्बे वेलवेट के कलेक्शन में मिला देता। कम से कम डबल फिगर तो पार हो जाती।"
रामगोपाल वर्मा ने बॉम्बे वेलवेट में करण जौहर को वेलवेट बताया था। लेकिन, यही रामू करण जौहर की फिल्मों पर वार करने में परहेज नहीं करते। इन दोनों को ट्विटर एनिमी भी कहा जाता है। करण जौहर की फिल्म माय नाम इज़ खान और कुर्बान को लेकर रामगोपाल वर्मा ने फेमस ट्वीट किया था, "मुझे बढ़िया आईडिया आया। मैं माय नेम इज़ रावण बनाऊंगा और मणि रत्नम को रावण की कुर्बान बनानी चाहिए।" इस पर करण ने पलट वार किया, "आप में गज़ब का सेंस ऑफ़ ह्यूमर है रामू, जो कभी आपकी फिल्म में नज़र नहीं आता।" रामगोपाल वर्मा यहीं नहीं रुके थे। उन्होंने करण जौहर की फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर' पर ट्वीट किया, "अगर कोई करण की फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर' से प्रेरित होकर टीचर ऑफ़ द ईयर बनाए तो वह डिजास्टर ऑफ़ द ईयर बन जाएगी।" इस पर करण जौहर ने छक्का जमाया, "डिजास्टर ऑफ़ द ईयर आपका इलाका है रामू.……आपको आपके बनाये कम्फ़र्टेबल प्लेस से कोई नहीं हटा सकता।"
यह तो करण जौहर, रामगोपाल वर्मा अनुराग कश्यप का ट्विटर त्रिकोण था। लेकिन, बॉलीवुड सेलिब्रिटी बजरिये ट्विटर एक दूसरे के घावों पर नमक छिड़कने में कोताही नहीं बरतते। टांग खिंचाई करने या भड़ास निकालने का अच्छा और आसान तरीका ट्वीट ही है। आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही ट्वीट्स और री ट्वीट्स-
शाहरुख़ खान की १५० करोड़ की साईंफाई फिल्म रा.वन की असफलता के बाद खान की अच्छी दोस्त फराह खान के शौहर शिरीष कुंदर ने ट्वीट कर शाहरुख़ खान के ज़ख्मों पर नमक छिड़का, "मैंने अभी १५० करोड़ के पटाखे को फुस होते सुना।" अब यह बात दीगर है कि शाहरुख़ खान ने संजय दत्त की पार्टी में शिरीष के लम्बे बालों को नोच डाला।
गुज़ारिश की असफलता के बाद एक इंटरव्यू में सलमान खान ने गुज़ारिश को लेकर कुछ ख़राब कमेंट किये थे। इसे लेकर ह्रितिक रोशन और उसकी पत्नी सुजाने काफी अपसेट हुए थे। इस पर सुजाने ने ट्वीट कर जवाब दिया था, "सलमान खान को सात सेकंड ब्रॉडकास्ट डिले सिस्टम में कन्वर्ट हो जाना चाहिए। उन्हें सेल्फ सेंसरशिप असिस्टेंस की ज़रुरत है।"
जब अरबाज़ खान ने दबंग के सीक्वल दबंग २ को अनुराग कश्यप के भाई अभिनव कश्यप के बजाय खुद डायरेक्ट करने का फैसला किया तो अनुराग को यह नागवार गुज़रा। उन्होंने ट्वीट किया, "सलमान खान सोचते हैं कि उन्होंने मेरे भाई की ज़िंदगी बना दी । ठीक है, अब वह अपने भाई अरबाज़ की भी ज़िंदगी बना दें। आल द बेस्ट !" अनुराग कश्यप का यह ट्वीट अरबाज़ को नागवार गुज़रा। उन्होंने ट्वीट कर जवाब दिया, "कुछ लोग आभार मानने के बजाय आँख दिखाते हैं। वाह ! क्या ज़माना आ गया है।"
आईआईएफए २०११ में बिपाशा बासु और अमीषा पटेल ने अलग अलग रंगो वाली एक ही ड्रेस पहन रखी थी। फैशन डिवा बिपाशा बासु को यह नागवार गुजरा। उन्होंने ट्वीट किया, "मेरी एक साथी एक्ट्रेस अलग रंग की मेरी जैसी ड्रेस पहने थी। अगली बार मैं अपने कास्ट्यूम काफी पहले बनवा लूंगी और आखिर मिनट तक अपने कपबोर्ड में छुपा के रखूंगी।" इस ट्वीट पर नाराज़ अमीषा ने ट्वीट किया, "मुझे किसी की नक़ल करने की ज़रुरत नहीं। मुझे परवाह नहीं अगर दस लोग भी एक ही ड्रेस पहनते। कपडे इंसान को नहीं बनाते। अलबत्ता, नकली स्तन ज़रूर। "
इकलौती घटिया फिल्म 'देशद्रोही' से सुर्ख़ियों में आये कमाल रशीद खान ने कॉन्ट्रोवर्शियल ट्वीट करने में महारत हासिल कर ली। अनुराग कश्यप की फिल्म 'बॉम्बे वेलवेट' को बिना रिलीज़ हुए फ्लॉप बताने वाले कमाल रशीद खान ही थे। अब यह बात दीगर है कि उन्हें कभी अपने ट्वीट पर लाजवाब कर देने वाले रीट्वीट मिल जाता है, जैसा कि अभिनेत्री लिसा हेडन ने किया। लिसा ने शॉर्ट्स में अपनी बास्केट बॉल की बास्केट रिम पर झूलते हुए एक फोटो पोस्ट की। इस पर केआरके ने आदतन एक भद्दी टिप्पणी कर मारी, "यार लिसा हेडन ! क्या मुझे बैठ कर तुम्हे देखना चाहिए?" लिसा को यह नागवार गुज़रा । उन्होंने रीट्वीट किया, "मुझे बताया गया कमाल आर खान कि तुम्हारे जितना गिरा कोई नहीं। तुम्हे कुर्सी की ज़रुरत नहीं।" कमाल आर खान लाजवाब थे।
बॉम्बे वेलवेट को लेकर अनुराग कश्यप पर सबसे पहला हमला लेखक मिलाप झवेरी ने किया था। लेकिन, कमेंट्स दागने की शुरुआत अनुराग कश्यप ने ही की थी, जब उन्होंने मिलाप की लिखी फिल्म 'ग्रैंड मस्ती' में अश्लीलता को लेकर ट्वीट किया था,"अगर मुझे ५ करोड़ का ऑफर मिले तो भी मैं ग्रैंड मस्ती नहीं देखूँगा।" बॉम्बे वेलवेट ने पहले दिन, बॉक्स ऑफिस पर, ५ करोड़ से कुछ ज़्यादा का बिज़नेस किया था। मिलाप ने इस रिजल्ट को देखने के बाद अनुराग कश्यप के पांच करोड़ के ऑफर को याद करते हुए ट्वीट किया, "ले लेता और बॉम्बे वेलवेट के कलेक्शन में मिला देता। कम से कम डबल फिगर तो पार हो जाती।"
रामगोपाल वर्मा ने बॉम्बे वेलवेट में करण जौहर को वेलवेट बताया था। लेकिन, यही रामू करण जौहर की फिल्मों पर वार करने में परहेज नहीं करते। इन दोनों को ट्विटर एनिमी भी कहा जाता है। करण जौहर की फिल्म माय नाम इज़ खान और कुर्बान को लेकर रामगोपाल वर्मा ने फेमस ट्वीट किया था, "मुझे बढ़िया आईडिया आया। मैं माय नेम इज़ रावण बनाऊंगा और मणि रत्नम को रावण की कुर्बान बनानी चाहिए।" इस पर करण ने पलट वार किया, "आप में गज़ब का सेंस ऑफ़ ह्यूमर है रामू, जो कभी आपकी फिल्म में नज़र नहीं आता।" रामगोपाल वर्मा यहीं नहीं रुके थे। उन्होंने करण जौहर की फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर' पर ट्वीट किया, "अगर कोई करण की फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर' से प्रेरित होकर टीचर ऑफ़ द ईयर बनाए तो वह डिजास्टर ऑफ़ द ईयर बन जाएगी।" इस पर करण जौहर ने छक्का जमाया, "डिजास्टर ऑफ़ द ईयर आपका इलाका है रामू.……आपको आपके बनाये कम्फ़र्टेबल प्लेस से कोई नहीं हटा सकता।"
यह तो करण जौहर, रामगोपाल वर्मा अनुराग कश्यप का ट्विटर त्रिकोण था। लेकिन, बॉलीवुड सेलिब्रिटी बजरिये ट्विटर एक दूसरे के घावों पर नमक छिड़कने में कोताही नहीं बरतते। टांग खिंचाई करने या भड़ास निकालने का अच्छा और आसान तरीका ट्वीट ही है। आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही ट्वीट्स और री ट्वीट्स-
शाहरुख़ खान की १५० करोड़ की साईंफाई फिल्म रा.वन की असफलता के बाद खान की अच्छी दोस्त फराह खान के शौहर शिरीष कुंदर ने ट्वीट कर शाहरुख़ खान के ज़ख्मों पर नमक छिड़का, "मैंने अभी १५० करोड़ के पटाखे को फुस होते सुना।" अब यह बात दीगर है कि शाहरुख़ खान ने संजय दत्त की पार्टी में शिरीष के लम्बे बालों को नोच डाला।
गुज़ारिश की असफलता के बाद एक इंटरव्यू में सलमान खान ने गुज़ारिश को लेकर कुछ ख़राब कमेंट किये थे। इसे लेकर ह्रितिक रोशन और उसकी पत्नी सुजाने काफी अपसेट हुए थे। इस पर सुजाने ने ट्वीट कर जवाब दिया था, "सलमान खान को सात सेकंड ब्रॉडकास्ट डिले सिस्टम में कन्वर्ट हो जाना चाहिए। उन्हें सेल्फ सेंसरशिप असिस्टेंस की ज़रुरत है।"
जब अरबाज़ खान ने दबंग के सीक्वल दबंग २ को अनुराग कश्यप के भाई अभिनव कश्यप के बजाय खुद डायरेक्ट करने का फैसला किया तो अनुराग को यह नागवार गुज़रा। उन्होंने ट्वीट किया, "सलमान खान सोचते हैं कि उन्होंने मेरे भाई की ज़िंदगी बना दी । ठीक है, अब वह अपने भाई अरबाज़ की भी ज़िंदगी बना दें। आल द बेस्ट !" अनुराग कश्यप का यह ट्वीट अरबाज़ को नागवार गुज़रा। उन्होंने ट्वीट कर जवाब दिया, "कुछ लोग आभार मानने के बजाय आँख दिखाते हैं। वाह ! क्या ज़माना आ गया है।"
आईआईएफए २०११ में बिपाशा बासु और अमीषा पटेल ने अलग अलग रंगो वाली एक ही ड्रेस पहन रखी थी। फैशन डिवा बिपाशा बासु को यह नागवार गुजरा। उन्होंने ट्वीट किया, "मेरी एक साथी एक्ट्रेस अलग रंग की मेरी जैसी ड्रेस पहने थी। अगली बार मैं अपने कास्ट्यूम काफी पहले बनवा लूंगी और आखिर मिनट तक अपने कपबोर्ड में छुपा के रखूंगी।" इस ट्वीट पर नाराज़ अमीषा ने ट्वीट किया, "मुझे किसी की नक़ल करने की ज़रुरत नहीं। मुझे परवाह नहीं अगर दस लोग भी एक ही ड्रेस पहनते। कपडे इंसान को नहीं बनाते। अलबत्ता, नकली स्तन ज़रूर। "
इकलौती घटिया फिल्म 'देशद्रोही' से सुर्ख़ियों में आये कमाल रशीद खान ने कॉन्ट्रोवर्शियल ट्वीट करने में महारत हासिल कर ली। अनुराग कश्यप की फिल्म 'बॉम्बे वेलवेट' को बिना रिलीज़ हुए फ्लॉप बताने वाले कमाल रशीद खान ही थे। अब यह बात दीगर है कि उन्हें कभी अपने ट्वीट पर लाजवाब कर देने वाले रीट्वीट मिल जाता है, जैसा कि अभिनेत्री लिसा हेडन ने किया। लिसा ने शॉर्ट्स में अपनी बास्केट बॉल की बास्केट रिम पर झूलते हुए एक फोटो पोस्ट की। इस पर केआरके ने आदतन एक भद्दी टिप्पणी कर मारी, "यार लिसा हेडन ! क्या मुझे बैठ कर तुम्हे देखना चाहिए?" लिसा को यह नागवार गुज़रा । उन्होंने रीट्वीट किया, "मुझे बताया गया कमाल आर खान कि तुम्हारे जितना गिरा कोई नहीं। तुम्हे कुर्सी की ज़रुरत नहीं।" कमाल आर खान लाजवाब थे।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एफबीआई और हत्यारों का गठबंधन है 'ब्लैक मास'
डायरेक्टर स्कॉट कूपर की क्राइम थ्रिलर फिल्म 'ब्लैक मास' उस समय की कहानी है, जब एफबीआई एक आयरिश अपराधियों के संगठन आयरिश मॉब से मिल कर क़त्ल करवाती थी। इस घटना पर डिक लेहर और गेरार्ड ओ'नील ने २००१ में एक किताब ब्लैक मास: द ट्रू स्टोरी ऑफ़ अन अनहोली अलायन्स बिटवीन द एफबीआई एंड आयरिश मॉब लिखी थी। इसी किताब पर मार्क मलूक और जेज़ बटरवर्थ ने फिल्म 'ब्लैक मास' की पटकथा लिखी है। वार्नर ब्रदर्स की इस फिल्म में जॉनी डेप एक क्रूर हत्यारे व्हाइटी बल्जर की भूमिका कर रहे हैं। व्हाइटी साउथ बोस्टन के एक सीनेटर का भाई है। वह सबसे हिंसक अपराधी के बतौर कुख्यात है। एफबीआई उसे अपना इनफॉर्मर बना लेती है। व्हाइटी भी एक माफिया परिवार को ख़त्म करने के लिए एफबीआई का साथ देता है। इस फिल्म में जोएल एडगर्टन, बेनेडिक्ट कम्बरबैच, डकोटा जॉनसन, केविन बेकन, जेसे प्लेमोंस, पीटर सर्सगार्ड और कोरी स्टॉल जैसे दिग्गज भी हैं। ब्लैक मास को ६३ मिलियन डॉलर के बजट से बनाया गया है तथा फिल्म १८ सितम्बर को रिलीज़ होगी। देखिये इस फिल्म का ट्रेलर -
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किआनु रीव्स का 'नॉक नॉक' अट्रैक्शन
अगर आप अकेले हैं तो दरवाज़े पर देर रात होने वाली नॉक नॉक से सावधान हो जाइये। समझ लीजिये कि खतरा मंडरा रहा है। अकेले मर्दों को यह संदेशा निर्देशक एली रॉथ दे रहे हैं अपनी फिल्म 'नॉक नॉक' से। केंद्रीय भूमिका वाली फिल्म 'नॉक नॉक' में किआनु रीव्स किसी उपनगर में अपने बच्चो, कुत्ते और चॉकलेट केक के मज़ा लेते हर रह रहे पिता ईवान वेबर की भूमिका कर रहे है। एक रात वेबर के दरवाज़े पर खटखटाहट होती है। ईवान दरवाज़ा खोलता है। दो जवान, खूबसूरत और सेक्सी औरते बाहर खडी हैं। वह ईवान से रात गुज़ारने की अनुमति मांगती हैं। जवान औरतों की मदद करने में ईवान को भला क्या ऐतराज़ हो सकता था। लेकिन, इसके बाद शुरू होता है थ्रीसम गेम। यह खतरनाक है। इसमे औरतों द्वारा पुरुष का बलात्कार है। उसे टार्चर करना है और ज़िंदा गाड़ देने की कोशिश भी। किआनु रीव्स का किरदार इनसे कैसे निबटेगा ! दो जवान औरतों की भूमिका में एक किरदार रॉथ की रियल वाइफ लोरेंज़ा इज़्ज़ो ने की है। दूसरी औरत क्यूबा की अभिनेत्री एना डि अर्मास ने की है। नॉक नॉक सत्तर के दशक की फिल्म 'डेथ गेम' पर आधारित है। इस फिल्म में दो खूबसूरत हिप्पी एक बिजनेसमैन को उसी के घर बंधक बना लेते हैं। रॉथ की फिल्म अगले साल जनवरी में पहले सनडांस फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। इसके बाद फिल्म १३ अगस्त को वर्ल्ड वाइड रिलीज़ होगी।
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नाउ यू सी मी तीसरी बार
लायंसगेट की मंशा 'नाउ यू सी मी' को फ्रैंचाइज़ी बनाने की हैं। तभी तो कंपनी ने अपनी २०१३ में रिलीज़ लुइस लेटेरिएर निर्देशित सुपर हिट शरारती थ्रिलर फिल्म 'नाउ यू सी मी' के १० जून २०१६ को रिलीज़ होने वाले सीक्वल की रिलीज़ से एक साल पहले ही इसके तीसरे भाग की तैयारी शुरू कर दी थी। २०१३ की ७५ मिलियन डॉलर से बनी फिल्म 'नाउ यू सी मी' ने बॉक्स ऑफिस पर ३५१ मिलियन डॉलर का वर्ल्ड वाइड कलेक्शन किया था। नाउ यू सी मी सड़क पर जादू दिखाने वाले चार जादूगरों की कहानी है। इस फिल्म में जेसे आइजनबर्ग, मार्क रफेलो, वुडी हरेलसन, मेलानी लौरेंट, आइला फिशर, डेव फ्रांको, माइकल कैने और मॉर्गन फ्रीमैन मुख्य भूमिका में थे। इस फिल्म के सीक्वल को 'नाउ यू सी मी : द सेकंड एक्ट' टाइटल से रिलीज़ किया जा रहा है। इस फिल्म को जॉन एम चाऊ डायरेक्ट कर रहे हैं। मुख्य भूमिका में माइकल कैन के पुत्र की भूमिका में डेनियल रेडक्लिफ शामिल हुए हैं। आईला फिशर की जगह लिज़ी कप्लान आ गई हैं। लायंसगेट की कुछ फ्रैंचाइज़ी फिल्मों ट्वाईलाईट, हंगर गेम्स और डिवेर्जेंट ने वर्ल्ड वाइड ज़बरदस्त बिज़नेस किया है। 'नाउ यू सी मी' के पहले हिस्से के बॉक्स ऑफिस पर अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए लायंसगेट को लगता है कि यह फिल्म भी हिट फ्रैंचाइज़ी फिल्म बन जाएगी। लायंसगेट एक्टर किआनु रीव्स की फिल्म 'जॉन विक' का सीक्वल भी बनाने जा रहा है।
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Friday, 22 May 2015
टेलर स्विफ्ट का 'बैड ब्लड'
अमेरिकन सिंगर और सांग राइटर टेलर स्विफ्ट का एपिक म्यूजिक वीडियो 'बैड ब्लड' विवो का रिकॉर्ड होल्डर एल्बम बन गया है। इस म्यूजिक वीडियो को रिलीज़ होने के २४ घंटे के अंदर २०.१ मिलियन लोगों द्वारा देखा जा चूका है। टेलर स्विफ्ट से पहले यह रिकॉर्ड निक्की मिनाज के पास था, जिनका म्यूजिक वीडियो 'एनाकोंडा' अगस्त २०१४ में विवो पर १९.६ मिलियन दर्शकों द्वारा देखा गया। विवो पर टेलर के ऑडियंस की संख्या लगातार बढती जा रही है। विवो पर टेलर स्विफ्ट के अब तक के वीडियो अलबमों को ५ बिलियन यानि ५ अरब दर्शकों द्वारा देखा जा चूका है। किसी एक अकेले आर्टिस्ट का यह अपने आप में अनोखा रिकॉर्ड है। विवो पर टेलर स्विफ्ट के ११ एल्बम 'यू बिलॉंग विथ मी', 'माइन', 'वी आर नेवर एवर गेटिंग बैक टूगेदर', 'आई न्यू यू वेर ट्रबल', ''एवरीथिंग है चेंज्ड, 'मीन', 'लव स्टोरी', '२२', 'शेक इट ऑफ', 'ब्लेंक स्पेस' और 'स्टाइल' में प्रत्येक को १०० मिलियन व्यूज मिल चुके हैं। टेलर स्विफ्ट को कई ग्रैमी अवार्ड्स मिल चुके हैं। वह सबसे कम उम्र की ग्रैमी अवार्ड विजेता हैं। २००९ में २० साल की स्विफ्ट को 'फीयरलेस' के लिए ' एल्बम ऑफ़ द ईयर' का ग्रैमी अवार्ड्स मिला। वह अब तक ४४० नॉमिनेशंस में से २७८ मेंअवार्ड्स जीत चुकी हैं।
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यह 'दीक्षित' 'माधुरी' नहीं 'मीनाक्षी' है
यह फोटो वाली अभिनेत्री उपनाम से दीक्षित है। यह उत्तर प्रदेश के एक छोटे ज़िले रायबरेली से हैं। लेकिन, इनके कारनामे बड़े हैं। यह 'प्रॉस्टीट्यूट से पीएम तक' की अभिनेत्री हैं। एक वकील की संतान मीनाक्षी कत्थक डांसर हैं। सरोज खान के डांस रियलिटी शो 'नाच ले वे विथ सरोज खान' ने उन्हें तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में पहुंचा दिया। पहली फिल्म थी लाइफस्टाइल। इस फिल्म के बाद उन्होंने विज्ञापन फ़िल्में की। वैसे दक्षिण में उनके आइटम सांग्स को ज़्यादा पसंद किया गया। अब वह निर्देशक कुंदन शाह की फिल्म 'पी से पीएम तक' से हिंदी फिल्मों में डेब्यू कर रही हैं। इस राजनीतिक व्यंग्य फिल्म में वह महाराष्ट्र के रेड लाइट एरिया की वेश्या कस्तूरी का किरदार कर रही हैं, जो राजनीतिक उछल-कूद के दौर में प्रधान मंत्री की कुर्सी तक पहुँच जाती हैं। चूंकि, मीनाक्षी उत्तर प्रदेश से हैं और उनका फिल्म का किरदार महाराष्ट्रियन है, इसलिए उन्होंने फिल्म के अपने रोल में रियल टच लाने के लिए कमाठीपुरा के रेड लाइट एरिया में वैश्याओं से मिली। अपनी पहली हिंदी फिल्म के बारे में मीनाक्षी कहती हैं, "पी से पीएम तक' मेरे लिए ख़ास है। जैसे पहला प्यार होता है।" फिल्म के डायरेक्टर कुंदन शाह ने कभी 'कभी हाँ कभी न', 'क्या कहना', 'हम तो मोहब्बत करेगा', 'दिल है तुम्हारा' और 'एक से बढ़ कर एक' फ़िल्में बनाई थी। लेकिन, बाद की कुछ फिल्म को असफलता के बाद उनका करियर लगभग ख़त्म हो गया। 'एक से बढ़ कर एक' की रिलीज़ के सात साल बाद वह 'मुंबई कटिंग' की एक कहानी डायरेक्ट कर रहे थे। अब इस फिल्म के चार साल बाद वह अपनी सफल विधा राजनीतिक व्यंग्य फिल्म 'पी से पीएम तक' से दर्शकों को सामने हैं। क्या कुंदन शाह अपने साथ हिंदी फिल्मों में मीनाक्षी दीक्षित का करियर भी बना पाएंगे ?
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
'बजरंगी भाईजान' बन कर 'प्रेम' पाएंगे सलमान खान !
तेरह साल के पहले के हिट एंड रन केस में पांच साल की सज़ा पाना सलमान खान के लिए वरदान साबित हुआ। इस साल उनकी ईद से दीवाली सचमुच मन गई। सलमान खान की ईद २०१५ में कबीर खान निर्देशित करीना कपूर के साथ फिल्म 'बजरंगी भाईजान' रिलीज़ होनी थी। दीवाली पर सूरज बड़जात्या की सोनम कपूर के साथ फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' की रिलीज़ तय थी। 'हिट एंड रन' केस में सज़ा पाने के बाद लगा कि सलमान खान की ईद और दिवाली मोहर्रम हो जाएंगी। लेकिन, सलमान खान के वकीलों ने चमत्कार कर दिखाया। वह एक सेकंड को भी जेल जाये बिना बॉम्बे हाई कोर्ट से ज़मानत पा गए।
हालाँकि, सलमान खान को जोधपुर में काले हिरन के शिकार मामले में झटका लगा है। उनके वकीलों द्वारा गवाहों से फिर जिरह करने की अपील कोर्ट द्वारा रद्द कर दी गई है। उनके वकीलों द्वारा इस बार भी केस लम्बा खींच कर सलमान खान की सज़ा टलवाने की कोशिश नाकाम हो गई है। इस मामले में सलमान खान पहले ही पांच साल की सज़ा पा चुके हैं। अब अगर आगे उन्हें कोई राहत नहीं मिली तो उनकी राह मुश्किल हो सकती है। लेकिन, फिलहाल यह सब दूर की कौड़ी है।
अगर. सलमान खान बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत न पाये होते तो उनकी अपील पर फैसला होने तक वह सलाखों के पीछे होते। 'बजरंगी भाईजान' और 'प्रेम रतन धन पायो' की राह मुश्किल हो जाती। सलमान खान आगे किसी फिल्म के बारे में सोच तक नहीं पाते। लेकिन, अब सलमान खान किस्मत के सिकंदर बन गए हैं। उनकी इस साल दो फ़िल्में रिलीज़ होनी है। इन दोनों फिल्मों को सुपर हिट माना जा रहा है। ईद रिलीज़ 'बजरंगी भाईजान' के चार सौ करोड़ का बिज़नेस करने की उम्मीद की जा रही है। क्योंकि, तीन सौ करोड़ का बिज़नेस तो उनके मुक़ाबिल अभिनेता आमिर खान की फिल्म 'पीके' पहले ही कर चुकी है। ईद के वीकेंड में रिलीज़ फिल्म 'बजरंगी भाईजान' पर उनके सहधर्मी दर्शकों का प्यार बॉक्स ऑफिस पर तूफ़ान बन कर बरसेगा। चार दिन लम्बा ईद वीकेंड सोना चांदी की बारिश कर देगा। सलमान खान सज़ायाफ्ता खान से सुपर हीरो खान बन कर उभरेंगे। इसके बाद दीवाली पर 'प्रेम रतन धन पायो' रिलीज़ होगी। इस फिल्म में सलमान खान की दोहरी भूमिका है। सूरज बड़जात्या और सलमान खान की दीवाली पर रिलीज़ फ़िल्में चांदी काटती है। सलमान खान का लम्बे समय बाद परदे पर आया किरदार प्रेम भी दर्शकों का प्रेम पायेगा।
सलमान खान मुंबई के बांद्रा बॉय माने जाते हैं। यह बड़े फिल्म स्टार्स की बिगड़ैल औलादों का टैग है। अपनी किशोरावस्था में सलमान खान ने अपने पिता सलीम खान को सुपर स्टार पैदा करने वाले लेखक का सम्मान पाते देखा था। इसी सलीम खान ने सलमान को पैदा किया था। तो सलमान खान खुद को सुपर स्टार जैसा क्यों नहीं समझते। इसी गुमान ने उन्हें बद गुमान, बद दिमाग और बैड बिहेवियर वाला सलमान खान बना दिया। शराब पीकर मारपीट करना और तेज़ रफ़्तार से गाड़ियां चलाना ऎसी बिगड़ैल औलादों का शगल होता है। सलमान खान के इसी शगल ने उन्हें अपराध पर अपराध करने के लिए प्रेरित किया। इसी कारण से वह सज़ायाफ्ता मुज़रिम साबित हो गए।
फिल्म सितारों का मानना है कि बदनाम हुए तो क्या हुआ नाम तो हुआ। सलमान खान भी फिल्म स्टार हैं। वह केवल स्टार नहीं सुपर स्टार हैं। इसलिए उन्हें सज़ा भी पांच साल हुई है। इस सज़ा ने उनकी स्टार अपील में इज़ाफ़ा ही किया है। सलमान खान की इस साल की दोनों फ़िल्में सुपर हिट होने जा रही हैं। लेकिन, क्या सलमान खान दूसरे संजय दत्त बनने नहीं जा रहे ? नब्बे के दशक के बॉम्बे सीरियल ब्लास्ट में संजय दत्त सुप्रीम कोर्ट तक गए, अपनी सज़ा टलवाने के लिए। क्या संजय दत्त इसमे कामयाब हुए ? नहीं। आज ५५ साल की उम्र में वह येरवडा सेंट्रल जेल में सज़ा काट रहे हैं। क्या ४९ साल के सलमान खान भी कुछ उसी राह पर नहीं चल रहे ?
राजेंद्र कांडपाल
हालाँकि, सलमान खान को जोधपुर में काले हिरन के शिकार मामले में झटका लगा है। उनके वकीलों द्वारा गवाहों से फिर जिरह करने की अपील कोर्ट द्वारा रद्द कर दी गई है। उनके वकीलों द्वारा इस बार भी केस लम्बा खींच कर सलमान खान की सज़ा टलवाने की कोशिश नाकाम हो गई है। इस मामले में सलमान खान पहले ही पांच साल की सज़ा पा चुके हैं। अब अगर आगे उन्हें कोई राहत नहीं मिली तो उनकी राह मुश्किल हो सकती है। लेकिन, फिलहाल यह सब दूर की कौड़ी है।
अगर. सलमान खान बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत न पाये होते तो उनकी अपील पर फैसला होने तक वह सलाखों के पीछे होते। 'बजरंगी भाईजान' और 'प्रेम रतन धन पायो' की राह मुश्किल हो जाती। सलमान खान आगे किसी फिल्म के बारे में सोच तक नहीं पाते। लेकिन, अब सलमान खान किस्मत के सिकंदर बन गए हैं। उनकी इस साल दो फ़िल्में रिलीज़ होनी है। इन दोनों फिल्मों को सुपर हिट माना जा रहा है। ईद रिलीज़ 'बजरंगी भाईजान' के चार सौ करोड़ का बिज़नेस करने की उम्मीद की जा रही है। क्योंकि, तीन सौ करोड़ का बिज़नेस तो उनके मुक़ाबिल अभिनेता आमिर खान की फिल्म 'पीके' पहले ही कर चुकी है। ईद के वीकेंड में रिलीज़ फिल्म 'बजरंगी भाईजान' पर उनके सहधर्मी दर्शकों का प्यार बॉक्स ऑफिस पर तूफ़ान बन कर बरसेगा। चार दिन लम्बा ईद वीकेंड सोना चांदी की बारिश कर देगा। सलमान खान सज़ायाफ्ता खान से सुपर हीरो खान बन कर उभरेंगे। इसके बाद दीवाली पर 'प्रेम रतन धन पायो' रिलीज़ होगी। इस फिल्म में सलमान खान की दोहरी भूमिका है। सूरज बड़जात्या और सलमान खान की दीवाली पर रिलीज़ फ़िल्में चांदी काटती है। सलमान खान का लम्बे समय बाद परदे पर आया किरदार प्रेम भी दर्शकों का प्रेम पायेगा।
सलमान खान मुंबई के बांद्रा बॉय माने जाते हैं। यह बड़े फिल्म स्टार्स की बिगड़ैल औलादों का टैग है। अपनी किशोरावस्था में सलमान खान ने अपने पिता सलीम खान को सुपर स्टार पैदा करने वाले लेखक का सम्मान पाते देखा था। इसी सलीम खान ने सलमान को पैदा किया था। तो सलमान खान खुद को सुपर स्टार जैसा क्यों नहीं समझते। इसी गुमान ने उन्हें बद गुमान, बद दिमाग और बैड बिहेवियर वाला सलमान खान बना दिया। शराब पीकर मारपीट करना और तेज़ रफ़्तार से गाड़ियां चलाना ऎसी बिगड़ैल औलादों का शगल होता है। सलमान खान के इसी शगल ने उन्हें अपराध पर अपराध करने के लिए प्रेरित किया। इसी कारण से वह सज़ायाफ्ता मुज़रिम साबित हो गए।
फिल्म सितारों का मानना है कि बदनाम हुए तो क्या हुआ नाम तो हुआ। सलमान खान भी फिल्म स्टार हैं। वह केवल स्टार नहीं सुपर स्टार हैं। इसलिए उन्हें सज़ा भी पांच साल हुई है। इस सज़ा ने उनकी स्टार अपील में इज़ाफ़ा ही किया है। सलमान खान की इस साल की दोनों फ़िल्में सुपर हिट होने जा रही हैं। लेकिन, क्या सलमान खान दूसरे संजय दत्त बनने नहीं जा रहे ? नब्बे के दशक के बॉम्बे सीरियल ब्लास्ट में संजय दत्त सुप्रीम कोर्ट तक गए, अपनी सज़ा टलवाने के लिए। क्या संजय दत्त इसमे कामयाब हुए ? नहीं। आज ५५ साल की उम्र में वह येरवडा सेंट्रल जेल में सज़ा काट रहे हैं। क्या ४९ साल के सलमान खान भी कुछ उसी राह पर नहीं चल रहे ?
राजेंद्र कांडपाल
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Wednesday, 20 May 2015
ये है 'जज़्बा' का विलेन
एक सफल महिला वकील। वह कभी कोई केस नहीं हारी है। उसकी एक बेटी भी है। एक दिन उसके पास एक फ़ोन कॉल आती है कि उसकी बेटी का किडनैप कर लिया गया है। अगर उसे अपनी बेटी को फिर देखना है तो उसे पांच बार दोषी ठहराए जा चुके और फांसी की सज़ा पाये अपराधी को निर्दोष ठहराना है। इसके लिए उसके पास केवल सात दिन ही हैं।
यह कहानी है कोरियाई फिल्म 'सेवन डेज' की। डायरेक्टर शिन-येऊन वोन की इस फिल्म को हिट विदेशी फिल्मों पर फिल्म बनाने के उस्ताद हिंदी फिल्म डायरेक्टर संजय गुप्ता फिल्म बना रहे है। जज़्बा टाइटल वाली इस फिल्म से अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन वापसी कर रही हैं। इरफ़ान खान, अनुपम खेर और शबाना आज़मी सह भूमिका में हैं। फिल्म में मुख्य विलेन का किरदार चन्दन रॉय सान्याल कर रहे हैं। चन्दन रॉय सान्याल को दर्शकों ने आमिर खान की फिल्म रंग दे बसंती में बटुकेश्वर दत्त के छोटे किरदार में देखा था। कमीने में वह शाहिद कपूर के दोस्त मिखाइल के किरदार में थे। फालतू, टेल मी ओ खुद, डी-डे, प्राग और कांची उनकी अन्य फ़िल्में थी।
यह कहानी है कोरियाई फिल्म 'सेवन डेज' की। डायरेक्टर शिन-येऊन वोन की इस फिल्म को हिट विदेशी फिल्मों पर फिल्म बनाने के उस्ताद हिंदी फिल्म डायरेक्टर संजय गुप्ता फिल्म बना रहे है। जज़्बा टाइटल वाली इस फिल्म से अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन वापसी कर रही हैं। इरफ़ान खान, अनुपम खेर और शबाना आज़मी सह भूमिका में हैं। फिल्म में मुख्य विलेन का किरदार चन्दन रॉय सान्याल कर रहे हैं। चन्दन रॉय सान्याल को दर्शकों ने आमिर खान की फिल्म रंग दे बसंती में बटुकेश्वर दत्त के छोटे किरदार में देखा था। कमीने में वह शाहिद कपूर के दोस्त मिखाइल के किरदार में थे। फालतू, टेल मी ओ खुद, डी-डे, प्राग और कांची उनकी अन्य फ़िल्में थी।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या साउथ से नार्थ तक साबित होगा 'बाहुबली' !
'बाहुबली : द बेगिनिंग' निर्देशक एसएस राजामौली की दो भागों में तमिल और तेलुगु भाषा में बनाई जा रही एक्शन, एडवेंचर हिस्टोरिक फिल्म है, जिसे हिंदी, इंग्लिश और मलयालम के अलावा कई बिदेशी भाषाओँ में डब कर रिलीज़ किया जायेगा । इस फिल्म में बाहुबली शिवुडु का ऐतिहासिक किरदार प्रभाष निभा रहे हैं। राणा दग्गुबती ने उनके छोटे भाई भल्लाला देवा का किरदार किया है। हिंदी में इस फिल्म को करण जौहर प्रेजेंट कर रहे हैं। आज इस फिल्म का नया पोस्टर रिलीज़ हुआ तो इसमे चेहरा राणा दग्गुबती का ही था। इस पोस्टर को ट्विटर पर करण जौहर ने पेश किया। इस फिल्म में तमन्ना, अनुष्का शेट्टी, सुदीप, नासर, सथ्य राज और राम्या कृष्णन की भूमिकाएं भी उल्लेखनीय हैं। फिल्म का पहला भाग १० जुलाई को रिलीज़ होगा।
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साउथ सिनेमा
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'बॉम्बेरिया' में राधिका का आप्टे साड़ी लुक
आजकल हिंदी फिल्मों के एक्टर खुद के लुक पर फिल्म की ज़रुरत के मुताबिक तब्दीलियां करने में नहीं हिचकिचाते। यह लोग खुद को नॉन ग्लैमर लुक में पेश करने से परहेज़ नहीं करते। ऎसी ही एक एक्ट्रेस राधिका आप्टे भी हैं। दर्शक राधिका आप्टे को फिल्म 'बदलापुर' और 'हंटर' में सेक्सी अंदाज़ में देख चुके हैं। आम तौर पर राधिका आप्टे का जिक्र सेक्सी घटनाओं को लेकर ही होता आया है। पिछले दिनों यह खबर फैली कि अनुराग कश्यप की एक शार्ट फिल्म में फिल्माया गया राधिका आप्टे का एक न्यूड सीन सोशल साइट्स पर वायरल हो गया है। अनुराग कश्यप ने इसकी पुलिस कंप्लेंट भी दर्ज़ कराई। लेकिन, इस कॉन्ट्रोवर्सी का फायदा न अनुराग कश्यप को हुआ न राधिका आप्टे को। अनुराग कश्यप निर्देशित फिल्म 'बॉम्बे वेलवेट' बुरी तरह पिट गई। वहीँ, राधिका आप्टे की नंदमुरी बालकृष्ण और तृषा कृष्णा के साथ तमिल फिल्म 'लायन' दक्षिण के बॉक्स ऑफिस पर भीगी बिल्ली साबित हुई। हालाँकि, उसी समय राधिका आप्टे ने अपने कथित न्यूड वीडियो की लीक को हंसी में टाल दिया था। बहरहाल, राधिका आप्टे ने अपनी निर्माता माइकल वार्ड की फिल्म 'बॉम्बेरिया' में खुद पर बेहद सादगी भरा गेटअप पहनाया है। वह फिल्म में छोटे बालों के साथ सफ़ेद लेस वाली साड़ी और हलके हरे ब्लाउज में नज़र आ रही हैं। फिल्म के फर्स्ट लुक से इसका पता चलता है। फिल्म में वह एक पीआर एग्जीक्यूटिव का किरदार कर रही हैं। फिल्म बॉम्बेरिया में जिस प्रकार के गेटअप में राधिका आप्टे नज़र आ रही हैं, वैसे बॉम्बे में किसी पीआर एग्जीक्यूटिव का लुक तो हमने नहीं देखा। वैसे फिल्म में मेघना के किरदार में राधिका ने तीन लुक रखे हैं। यह लुक इसमे से एक है।
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शूटिंग/लोकेशन
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड मुंबई से चला पाकिस्तान
'वेलकम टू कराची' एडवेंचर पसंद दो दोस्तों की कहानी है, जो पाकिस्तान में तनाव के बीच कराची में फंस जाते हैं। पर यह एंटी पाकिस्तान फिल्म नहीं। यह एक सोशल कॉमेडी फिल्म है। मगर, फिल्म के टाइटल के अलावा 'वेलकम टू कराची' असल कराची तक नहीं है। इस फिल्म के तमाम शूटिंग लंदन में हुई है। वही कराची का सेट खड़ा किया गया था। यह फिल्म अब तक की पाकिस्तान का जिक्र करने वाले फिल्मों का नमूना है, जिनमे पाकिस्तान हकीकत में नहीं है। पर कहानी और संवादों के ज़रिये पाकिस्तान दर्शकों के जेहन में आता है।
नहीं होता था पाकिस्तान का ज़िक्र
प्रारंभिक (आज़ादी के बाद की) हिंदी फिल्मों में पाकिस्तान का ज़िक्र नहीं पाया जाता। हालाँकि, उस दौर में विभाजन के बाद के पाकिस्तान से आये कपूर परिवार, दिलीप कुमार, देव आनंद, चेतन आनंद, बलराज साहनी, आदि बहुत से अभिनेता और फिल्मकार बॉलीवुड में सक्रिय थे। इन अभिनेताओं या फिल्मकारों ने या तो विभाजन की त्रासदी या तो खुद झेली थी या उनके परिवार के किसी सदस्य ने। इसके बावजूद साथ के दशक तक की हिंदी फिल्मों में पाकिस्तान का ज़िक्र नहीं पाया जाता। पाकिस्तान का पहला ज़िक्र १९६७ में रिलीज़ मनोज कुमार की फिल्म 'उपकार' में हुआ था, जिसमे भारत पाकिस्तान के बीच १९६५ में हुए पहले युद्ध को दिखाया गया था। लेकिन, इस फिल्म में भी पाकिस्तान का नाम नहीं लिया गया था। पाकिस्तान बॉलीवुड के निशाने पर आया १९७१ के युद्ध के बाद। पाकिस्तान को निशाने पर रखने के लिहाज़ से पहली उल्लेखनीय थी चेतन आनंद की फिल्म 'हिंदुस्तान की कसम' । इस फिल्म में १९७१ का हिंदुस्तान पाकिस्तान युद्ध था। लेकिन, चेतन आनंद भी पाकिस्तान का सीधा ज़िक्र करने से बचे।
आया बदलाव
नहीं होता था पाकिस्तान का ज़िक्र
प्रारंभिक (आज़ादी के बाद की) हिंदी फिल्मों में पाकिस्तान का ज़िक्र नहीं पाया जाता। हालाँकि, उस दौर में विभाजन के बाद के पाकिस्तान से आये कपूर परिवार, दिलीप कुमार, देव आनंद, चेतन आनंद, बलराज साहनी, आदि बहुत से अभिनेता और फिल्मकार बॉलीवुड में सक्रिय थे। इन अभिनेताओं या फिल्मकारों ने या तो विभाजन की त्रासदी या तो खुद झेली थी या उनके परिवार के किसी सदस्य ने। इसके बावजूद साथ के दशक तक की हिंदी फिल्मों में पाकिस्तान का ज़िक्र नहीं पाया जाता। पाकिस्तान का पहला ज़िक्र १९६७ में रिलीज़ मनोज कुमार की फिल्म 'उपकार' में हुआ था, जिसमे भारत पाकिस्तान के बीच १९६५ में हुए पहले युद्ध को दिखाया गया था। लेकिन, इस फिल्म में भी पाकिस्तान का नाम नहीं लिया गया था। पाकिस्तान बॉलीवुड के निशाने पर आया १९७१ के युद्ध के बाद। पाकिस्तान को निशाने पर रखने के लिहाज़ से पहली उल्लेखनीय थी चेतन आनंद की फिल्म 'हिंदुस्तान की कसम' । इस फिल्म में १९७१ का हिंदुस्तान पाकिस्तान युद्ध था। लेकिन, चेतन आनंद भी पाकिस्तान का सीधा ज़िक्र करने से बचे।
आया बदलाव
समय के साथ हिंदी फिल्मों में बदलाव आया। आम तौर पर युद्ध के दृश्यों के ज़रिये पाकिस्तान का ज़िक्र करने वाली हिंदी फ़िल्में पाकिस्तान का नाम लेने लगी। राजकपूर की फिल्म 'हिना' में पाकिस्तान की लड़की से हिंदुस्तान के लडके का प्रेम था। लेकिन, जेपी दत्ता की १९७१ के युद्ध पर बनी फिल्म 'बॉर्डर' में पाकिस्तान को खुले आम दुश्मन देश बताया गया था। इस फिल्म ने सनी देओल को पाकिस्तान के विरुद्ध देशभक्त साबित होने की शुरुआत कर दी थी । बॉर्डर के बाद सनी देओल फिल्म 'ग़दर एक प्रेमकथा' में पाकिस्तान को जम कर गालियां दे रहे थे। फिल्म 'माँ तुझ सलाम' में उनका डायलाग 'दूध मांगोगे तो खीर देंगे, कश्मीर मांगोगे तो चीर देंगे' आज भी युवा हिन्दुस्तानियों का पसंदीदा संवाद है। आमिर खान की फिल्म 'सरफ़रोश' में साफ़ तौर पर सरहद पार के आतंक का उल्लेख किया गया था। सनी देओल की फिल्म 'ग़दर एक प्रेमकथा' तथा अन्य फ़िल्में कारगिल युद्ध और भारतीय संसद पर आतंकवादी हमले के बाद उपजे गहरे अविश्वास और दुश्मनी की भावना के कारण पाकिस्तान को दुश्मन देश ही नहीं साबित कर रही थी, बल्कि लगभग अपमानित कर रही थी । यहाँ शाहरुख़ खान की दो फिल्मों का ज़िक्र ख़ास कर करना होगा। उनकी फिल्म 'मैं हूँ न' पाकिस्तान के आतंकवाद की बात तो करती थी, लेकिन, आतंक का सूत्रधार एक हिंदुस्तानी को बताती थी। इसी प्रकार से वह दूसरी ओर हिंदुस्तान पाकिस्तान रोमांस वाली फिल्म 'वीर-ज़ारा' भी कर रहे थे। उनकी एक अन्य फिल्म 'माय नाम इज़ खान' में केवल खान होने के कारण आतंकवादी समझने को गलत करार दिया गया था । इस फिल्म का कथानक अमेरिका, आदि देशों में शक की निगाह से देखे जा रहे पाकिस्तानियों के सेंटिमेंट के भी करीब थी।
सब बाजार का मामला है
सब बाजार का मामला है
पाकिस्तान जैसे जैसे बड़ा बाज़ार साबित होता जा रहा है, बॉलीवुड फिल्मकारों का पाकिस्तान के प्रति रवैया नरम पड़ता जा रहा है। हालाँकि, दक्षिण से 'कंधार', 'कीर्ति चक्र' और 'विश्वरूपम' जैसी फ़िल्में कोई नरमी नहीं दिखाती। लेकिन, बॉलीवुड के फिल्मकार करोड़ों के (१०- १५ करोड़ के) पाकिस्तानी फिल्म बाजार के लालच में पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अपनाने के लिए विवश हैं। यही कारण है कारगिल वॉर के बावजूद फरहान अख्तर की फिल्म 'लक्ष्य' कारगिल वॉर के लिए पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा नहीं करती थी । इसके ठीक उलट टोटल सियापा फिल्म में पाकिस्तान के समाज को समझने की कोशिश की गई थी। पाकिस्तान को भी 'पीके' जैसी फ़िल्में पसंद आती हैं, जो पाकिस्तानियों को विश्वसनीय बताती हैं।
हिंदी फिल्मों में पाकिस्तान
बॉलीवुड ने देश विंभाजन, पाकिस्तान और हिन्दू मुस्लमान संबंधों पर बहुत सी फ़िल्में बनाई हैं। देश विभाजन को दिखाने वाली फिल्मों में धर्मपुत्र (१९६१), गरम हवा (१९७३), गांधी (१९८२), आदि फ़िल्में उल्लेखनीय है। गरम हवा में विभाजन के बाद हिंदुस्तान रह गए मुसलामानों के प्रति अविश्वास का चित्रण था। दीपा मेहता की फिल्म अर्थ (१९९८) में देश विभाजन के दौर में एक पारसी के हिन्दू-मुस्लिम दंगों में फंस जाने की इमोशनल रोमांस कहानी थी । ट्रेन टू पाकिस्तान (१९९८) की कहानी ब्रिटिश इंडिया के बॉर्डर के दो गाँव के बीच पैदा तनाव की कहानी थी। शहीद-ए- मोहब्बत बूटा सिंह (१९९९) हिंदुस्तान के बूटा सिंह की पाकिस्तान की लड़की से प्रेम की कहानी थी। हे राम (२०००) स्वतंत्र संग्राम के दौर की कहानी थी। ग़दर के प्रेम कथा (२००१) का नायक तारा सिंह विभाजन के दौरान दंगों में फांसी एक मुसलमानी लड़की से शादी कर लेता है। खामोश पानी और पिंजर (२००३) भी विभाजन के दौरान की कटुता और अविश्वास की कहानियाँ थी। अमृत सागर की फिल्म १९७१ भारत के छह सैनिकों की कहानी थी, जो पाकिस्तानी युद्ध बंदी थे। पाकिस्तान के द्वारा सीमा पार से खड़े किये गए आतंकवाद और कश्मीर को लेकर हैदर तक ढेरों फ़िल्में बनी हैं, जिनमे कही न कही पाकिस्तान है।
क्यों बैन हुई पाकिस्तान में यह फ़िल्में
बेबी- पाकिस्तान विरोधी फिल्म होने के कारण अक्षय कुमार की नीरज पाण्डेय निर्देशित फिल्म 'बेबी' को फिल्म में तीन तीन पाकिस्तानी कलाकार होने के बावजूद बैन का सामना करना पड़ा था। फिल्म में एक आतंकवादी चरित्र की शक्ल हफ़ीज़ मोहमद सईद से भी मिलती जुलती थी।
हैदर- शाहिद कपूर की फिल्म 'हैदर' को कश्मीर के कुछ विवादित तत्वों को दिखाने के कारण पाकिस्तान में रिलीज़ के योग्य नहीं पाया गया।
चेन्नई एक्सप्रेस - शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' ईद के दौरान ८ अगस्त को रिलीज़ हुई थी। लेकिन, इस फिल्म की रिलीज़ पाकिस्तान में ८ अगस्त को नहीं हो सकी, क्योंकि बॉक्स ऑफिस पर ईद का फायदा उठाने के लिए पाकिस्तान की चार फ़िल्में जोश, इश्क़ खुद, वॉर और मेरा नाम अफरीदी रिलीज़ हो रही थी। 'चेन्नई एक्सप्रेस इन फिल्मों को नुक्सान पहुंचाती। इसलिए 'चेन्नई एक्सप्रेस' को ईद के बाद किसी दूसरी तारिख को रिलीज़ करने के आदेश दिए गए।
भाग मिल्खा भाग- मशहूर धावक मिल्खा सिंह पर फरहान अख्तर की फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' को पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड ने कुछ संवादों के कारण पाकिस्तान में प्रदर्शन के अयोग्य पाया था। इस फिल्म में मिल्खा सिंह को पाकिस्तान जाने से इस बिना पर इंकार करते हुए दिखाया गया था कि मिल्खा सिंह के परिवार को पाकिस्तान में क्रूरता से मार डाला गया था। पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड को मिल्खा सिंह द्वारा बोले संवाद 'मुझसे नहीं होगा। मैं पाकिस्तान नहीं जाऊंगा' पर ऐतराज था।
डेविड- बिजॉय नाम्बियार की फिल्म 'डेविड' भी पाकिस्तान में रिलीज़ नहीं हो सकी थी। क्योंकि, डेविड पाकिस्तान सेंसर बोर्ड द्वारा निर्धारित मानकों पर खरी नहीं उतरती थी। जब सेंसर बोर्ड से इस फिल्म को रिलीज़ न होने देने की बाबत पूछा गया तो उनका जवाब था कि फिल्म के साथ कई इशू हैं, लेकिन कुल मिला कर यह फिल्म पाकिस्तान में दिखाए जाने के योग्य नहीं है।
खिलाडी ७८६ - पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने पहले अक्षय कुमार और असिन की फिल्म 'खिलाडी ७८६' के ट्रेलर और बाद में पूरी फिल्म को पाकिस्तान में रिलीज़ का सर्टिफिकेट नहीं दिया। क्योंकि, फिल्म में मुसलमानों के लिए पवित्र संख्या ७८६ का फिल्म के साथ उपयोग किया गया था और यह 'पाकिस्तानी आवाम की धार्मिक भावनाओं को हर्ट कर सकती थी।
एक था टाइगर- सलमान खान और कैटरीना कैफ स्टारर फिल्म 'जब तक है जान' ईद के दौरान पाकिस्तान में रिलीज़ होने जा रही थी। इस फिल्म में सलमान खान रॉ के एजेंट और कैटरीना कैफ आईएसआई की एजेंट दिखाई गई थी। इस फिल्म को पाकिस्तान में इस लिए बैन कर दिया गया क्योंकि फिल्म में आईएसआई को आतंकी गतिविधियाँ चलाते दिखाया गया था।
एजेंट विनोद- सैफ अली खान और करीना कपूर की फिल्म 'एजेंट विनोद' में पाकिस्तान में अतवकवादियों के अड्डे, आईएसआई और पाकिस्तान के जनरल को तालिबानों और आतंकवा दियों को सपोर्ट करते दिखाया गया था। ऐसे में एजेंट विनोद के पाकिस्तान में रिलीज़ होने का सवाल ही कहाँ उठता था।
डर्टी पिक्चर्स- साउथ की फिल्म एक्ट्रेस सिल्क स्मिता की फिल्म 'डर्टी पिक्चर्स' को इसके बोल्ड संवादों और दृश्यों के कारण पाकिस्तान में रिलीज़ के योग्य नहीं पाया गया।
तेरे बिन लादेन- इस फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता और गायक अली ज़फर मुख्य भूमिका में थे। इसके बावजूद 'तेरे बिन लादेन' पाकिस्तान में रिलीज़ नहीं हो सकी क्योंकि, फिल्म में बिन लादेन को कॉमिक किरदार में दिखाया गया था। फिल्म में भद्दे और आपत्तिजनक संवाद, गालियां और आपत्तिजनक टिप्पणियाँ थी। फिल्म पाकिस्तान की कानून व्यवस्था से जुडी संस्थाओं की नेगेटिव इमेज दिखाती थी।
लाहौर- फिल्मकार संजय पूरन चौहान की फिल्म लाहौर किक बॉक्सिंग पर फिल्म थी। इस फिल्म में भारत और पाकिस्तान को राजनीती और धर्म द्वारा बांटने की बात कही गई थी। लेकिन, पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड को फिल्म में कुछ संवाद और दृश्य आपत्तिजनक लगे थे।
पटना से पाकिस्तान (भोजपुरी फिल्म)- दिनेश लाल यादव, आम्रपाली और काजल की फिल्म 'पटना से पाकिस्तान' की कहानी पाकिस्तान की हीरोइन और हिंदुस्तान के हीरो की कहानी है। हीरो एक दरगाह में हुए ब्लास्ट का बदला लेने और अपनी हीरोइन को वापस लेने पाकिस्तान जाता है। यह फिल्म सुपर हिट साबित हुई थी।
पटना से पाकिस्तान (भोजपुरी फिल्म)- दिनेश लाल यादव, आम्रपाली और काजल की फिल्म 'पटना से पाकिस्तान' की कहानी पाकिस्तान की हीरोइन और हिंदुस्तान के हीरो की कहानी है। हीरो एक दरगाह में हुए ब्लास्ट का बदला लेने और अपनी हीरोइन को वापस लेने पाकिस्तान जाता है। यह फिल्म सुपर हिट साबित हुई थी।
पाकिस्तानी एक्टर्स
बॉलीवुड की फिल्मों में कई पाकिस्तानी अभिनेता अभिनेत्रियों ने अपना भाग्य आजमाया। कुछ बिलकुल असफल रहे। कुछ प्रारंभिक सफलता के बाद असफल हो गए। पाकिस्तानी एक्टरों को हिंदी फिल्म में मौका दिया, उन्ही मनोज कुमार ने जिन्होंने अपनी फिल्म 'उपकार' में पहली बार भारत पाकिस्तान युद्ध शामिल किया था। फिल्म थी क्लर्क, जिसमे पाकिस्तान के सुपर सितारे मोहम्मद अली और उनकी पत्नी ज़ेबा। फिल्म बुरी तरह से असफल रही। पाकिस्तानी एक्टरों का बॉलीवुड पर यह अटैक खाली गया। सलमा आगा की बीआर चोपड़ा की फिल्म निकाह (१९८२) से ज़बरदस्त शुरुआत हुई थी। उन्होंने निकाह के गाने भी गाये थे। इसलिए उन्हें हिंदुस्तान के लिए दूसरी सुरैया माना जा रहा था। लेकिन, चोपड़ाओं से पंगा ले लेने के कारण उनका गया। अब यह बात दीगर है कि उनकी बेटी साशा आगा ने यशराज बैनर की फिल्म 'औरंगज़ेब' से बॉलीवुड में फ्लॉप डेब्यू किया था। पाकिस्तान से आये अन्य अभिनेता और अभिनेत्रियों में अनीता अयूब प्यार का तराना, सारा लॉरेन - कजरारे, मर्डर ३ और बरखा, अली ज़फर तेरे बिन लादेन, मेरे ब्रदर की दुल्हन, चश्मे बद्दूर, वीना मालिक ज़िंदगी फिफ्टी फिफ्टी, मुंबई १२५ केएम, मीरा सोनी राज़दान की फिल्म नज़र ,ज़ेबा बख्तियार हिना, जय विक्रांता और स्टन्टमैन, सोमी अली अंत, जावेद शेख चक दे इंडिया, मीशा शफी भाग मिल्खा भाग, मोहसिन खान मैडम एक्स, बंटवारा, घूँघट और साथी, माहिरा खान रईस, फवाद खान खूबसूरत, हुमैमा मालिक राजा नटवरलाल, इमरान अब्बास नक़वी क्रीचर ३ डी के नाम ख़ास उल्लेखनीय हैं।
पाकिस्तान से हिंदुस्तान की फिल्म इंडस्ट्री में भाग्य आजमाने वाले पाकी कलाकारों का यह सिलसिला लम्बा चलने वाला है। हिंदुस्तान के चैनल ज़िन्दगी से प्रसारित हो रहे टीवी सीरियलों से पाकिस्तान की प्रतिभाएं हिंदी फिल्म निरामतों के सामने आ रही हैं। शाहरुख़ खान के साथ फिल्म 'रईस' में उनकी नायिका का रोल करने वाली पाकी अभिनेत्री महिरा खान अकेला उदाहरण नहीं हैं।
अल्पना कांडपाल
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फिल्म पुराण
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स्टार वर्ल्ड पर 'अफेयर'
विवाहेतर संबंधों का परिवार और पति-पत्नी के सम्बन्धो पर कैसा भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है, टीवी ड्रामा 'द अफेयर' इसकी छानबीन करता है। द अफेयर की यह छानबीन स्त्री और पुरुष रवैये से अलग अलग है। इन मनोभावों को पेश करने के लिए गोल्डन ग्लोब अवार्ड विजेता अभिनेत्री रुथ विल्सन ने एक डिनर युवा वेट्रेस एलिसन का किरदार किया है। उसका पति कोल (जोशुआ जैक्सन) अपनी पत्नी से ख़राब संबंधों के मद्देनज़र बिखरते परिवार और बिज़नेस को समेटने की कोशिश कर रहा है। इन दोनों के खटास से भरे सम्बन्ध उस समय ज़्यादा तनावपूर्ण हो जाते हैं, जब उसके सम्बन्ध न्यूयॉर्क सिटी पब्लिक स्कूल के टीचर नूह (डोमिनिक वेस्ट) से बन जाते हैं। इस त्रिकोणात्मक अफेयर को चौकोण बनाती है हेलेन (मायरा तिएर्नेय), जो नूह की कॉलेज की प्रेमिका, अच्छी दोस्त, उसके बच्चों की माँ और पिछले १७ साल से उसकी पत्नी है। इस सीरीज को साराह ट्रीम ने लिखा है। साराह हाउस और इन ट्रीटमेंट जैसी सीरीज लिख चुकी हैं। इस सीरीज के डायरेक्टर फ्राइडे नाईट लाइट के जेफरी रेिनेर हैं। स्टार वर्ल्ड एचडी पर 'द अफेयर' को २६ मई से देखा जा सकेगा।
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एक थी 'बा' !
टेलीविज़न की सर्वाधिक लोकप्रिय 'बा' नहीं रही। एकता कपूर के सीरियल 'क्योंकि…सास भी कभी बहू' के विरानी परिवार की बा अम्बा गोवर्धन विरानी का चरित्र करने वाली अभिनेत्री सुधा शिवपुरी का निधन हो गया। उनके निधन के बाद ज़्यादातर लोग उन्हें याद करेंगे उनके टीवी सीरियलों और फिल्मों में रोल की वजह से, लेकिन उनके चले जाने से कोई स्थान रिक्त नहीं होगा। क्योंकि, वह काफी पहले ही एक्टिंग से अलग हो गई थी। उनकी आखिरी हिंदी फिल्म 'पिंजर' २००३ में प्रदर्शित हुई थी। उनका आखिरी टीवी सीरियल 'मनीबेन.कॉम' भी २००९ में प्रसारित हुआ था। यानि छह साल लम्बा समय छोटा पर्दा छोड़े हो गया था। इस दौरान न जाने कितनी जवान अभिनेत्रियां माँ और सास बन गई। एकता कपूर ने ही तुलसी वीरानी यानि स्मृति ईरानी को सास बना दिया था। ऐसे में सुधा शिवपुरी को कौन याद रखता। इसके बावजूद 'क्योंकि....सास भी कभी बहु थी' की ममता से भरी मधुर भाषी बा टीवी दर्शकों को १५ साल बाद भी याद है। सुधा का १४ जुलाई १९३७ को राजस्थान में हुआ था। जब वह आठवी में थी, तभी पिता की मृत्यु और माँ के बीमार हो जाने के कारण परिवार की ज़िम्मेदारी सुधा के कन्धों पर आ गई। डेल्ही थिएटर में काम करते हुए वह ओम शिवपुरी से मिली और दोनों ने विवाह कर लिया । इन दोनों ने अपना थिएटर ग्रुप दिशांतर बनाया। सत्तर के दशक में ओम शिवपुरी को हिंदी फिल्मों में काम मिलना शुरू हो गया था, इसलिए पूरा शिवपुरी परिवार मुंबई आ गया। सुधा शिवपुरी को अपनी पहली ही फिल्म, बासु चटर्जी की फिल्म 'स्वामी' में शबाना आज़मी की माँ का किरदार मिला। इसी के साथ उन पर माँ का ठप्पा लग गया। सुधा शिवपुरी की उल्लेखनीय फिल्मों में 'अरविन्द देसाई की अजीब दास्तान', 'विधाता', 'खोज', आदि थी। सुधा शिवपुरी का फिल्मों और टीवी सीरियलों में आना जाना सा लगा रहा। उनकी एक बेटी ऋतू शिवपुरी ने भी फिल्म 'आँखे' जैसी हिट फिल्म में गोविंदा के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। टीवी सीरियलों की इस ममतामई 'बा' को श्रद्धांजलि।
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हस्तियां
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