आयुष्मान खुराना अपनी पहली ही फिल्म विक्की डोनर से ऐसे अभिनेता बन कर
उभरे थे, जिसके साथ साधारण विषयों पर असाधारण फ़िल्में
बनाई जा सकती है । जब भी किसी फिल्मकार को अलग और दिलचस्प कहानी को सिल्वर स्क्रीन
पर उतारना होता हैं तो उसके दिमाग में सबसे पहले आयुष्मान खुराना का नाम आता है।
आयुष्मान खुराना ने रूपहले परदे पर न
सिर्फ मनोरंजक किरदार किए हैं, बल्कि ये कई
ऐसी कहानियों का चेहरा भी बने हैं, जिन्होंने समाज पर अपनी एक गहरी और अलग छाप
छोड़ी है। अब आयुष्मान फिल्म शुभ मंगल ज़्यादा सावधान' में समलैंगिक की भूमिका में दिखेंगे। इस
फिल्म में समलैंगिकता को स्वीकार करने की वकालत की गई हैं। ज़ाहिर है कि यह समाज से
जुड़े हुए एक महत्वपूर्ण विषय पर आधारित है, जहां
परिवारों में समलैंगिकता को स्वीकार करना इतना आसान नहीं होता है। मगर,
आयुष्मान हमेशा से ही उन विषयों पर काम करना चाहते हैं,
जो कही न कही सामाजिक रूप से प्रासंगिक हो और जो लोगो में हलचल पैदा कर
उसके बारे में किसी तरह की चर्चा की शुरुआत कर सके । आयुष्मान खुराना कहते हैं,
"मैं समाज का एक जागरूक नागरिक हूं । मैंने कई ऐसे स्ट्रीट थिएटर्स में काम
किया है, जिसमें हम समाज से जुड़े हुए मुद्दों के
संपर्क में आये हैं। मैं अब जिस तरह का सिनेमा कर रहा हूं वह मेरे थिएटर के दिनों
को विस्तार से बयां करता हैं । जब समलैंगितकता और एलजीबीटीक्यू समुदाय के बारे बात
होती हैं तो यह भारत के एक प्रगतिशील रूप को दर्शाता हैं। हमारे देश में,
धारा ३७७ के खिलाफ कानून पास किया । इससे अधिक गौरव की बात और क्या हो
सकती है ।" निर्माता आनंद एल राय की फिल्म शुभ मंगल ज्यादा सावधान के लेखक और
निर्देशक हितेश केवल्य है। यह फिल्म २१ फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 3 February 2020
अब समलैंगिक बनेंगे Ayushman Khurana !
Labels:
Ayushmann Khurrana,
खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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