मेघना गुलजार की बायोपिक फिल्म छपाक की असफलता का बड़ा सदमा दीपिका पादुकोण
के उत्साह को लगा है। वास्तविक और उद्देश्यपूर्ण फिल्मों के लिए उत्साहित दीपिका
पादुकोण ने अब फैसला लिया है कि फिलहाल वह हलकी-फुलकी रोमांटिक फ़िल्में करेंगी। इसका पहला शिकार प्रदीप सरकार की फिल्म नटी
बिनोदिनी हुई है। प्रदीप सरकार कलकत्ता की १९वी शताब्दी की तवायफ से थिएटर
आर्टिस्ट बनी बिनोदिनी दासी पर फिल्म बनाने जा रहे थे। उन्हें नटी की भूमिका के
लिए दीपिका पादुकोण फबी थी। दीपिका पादुकोण को भी प्रदीप सरकार द्वारा पेश की गई
स्क्रिप्ट अच्छी लगी थी। हालाँकि, दीपिका ने इस प्रोजेक्ट पर अंतिम सहमति नहीं दी थी।
लेकिन वह फिल्म के किरदार को लेकर उत्साहित थी।
मेघना गुलजार की फिल्म छपाक की लक्ष्मी अग्रवाल की भूमिका के लिए अपने
चेहरे पर प्रोस्थेटिक मेकअप लपेट कर बदसूरत लगने दिखने वाली दीपिका का फर्स्ट लुक
ही उनके प्रशंसकों की प्रशंसा बटोर रहा था। इससे दीपिका का उत्साहित होना
स्वाभाविक था। इसी उत्साह में उन्होंने
नटी बिनोदिनी की भूमिका स्वीकार कर ली। लेकिन, जेएनयू के छात्रों के बीच जा कर देश भर में
समर्थन और आलोचना हासिल करने वाले दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक फ्लॉप हो गई।
दीपिका पादुकोण इस फिल्म की निर्माता भी थी। इसलिये उन्हें आर्थिक झटका भी लगा था।
लेकिन, सबसे ज़्यादा
हतोत्साहित हुई थी दीपिका के अंदर की एक्ट्रेस। दीपिका ने प्रदीप सरकार के
प्रोजेक्ट को तत्काल न बोल दी। अब खबर है कि प्रदीप सरकार की फिल्म की नटी
बिनोदिनी ऐश्वर्या राय बच्चन बनने जा रही है। यह फिल्म ऐश्वर्या राय की फन्ने खान
(२०१८) के बाद पहली फिल्म होगी, जिसकी वह शूटिंग करेंगी। अब देखने वाली बात होगी कि
नटी बिनोदिनी की भूमिका ठुकराने का दीपिका पादुकोण का फैसला दीपिका के लिए भारी
पड़ता है या ऐश्वर्या राय का गलत निर्णय साबित होता है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 3 February 2020
Deepika Padukone की बायोपिक फिल्मों को छपाक
Labels:
Deepika Padukone,
खबर है,
गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment