शेखर सुमन एक अभिनेता, निर्देशक और शायद भारत के सबसे सफल टॉक शो होस्ट के रूप में पहचाने जाते हैं। अपने डायरेक्टोरियल वेंचर ‘पत्थरबाज’ की घोषणा के तुरंत बाद शेखर सुमन चुनाव की बात करते हुए दिखेंगे। शेखर सुमन एबीपी न्यूज़ पर अपने सबसे लोकप्रिय इलेक्शन शो 'पोल खोल' में एंकरिंग करते हुए दिखेंगे। पोलिटिकल हॉट शो में वापसी के बारे में बात करते हुए शेखर कहते हैं, “ मुझे राजनीति पसंद है और मुझे लगता है कि भारतीय लोग राजनीतिक प्रक्रिया में पूरी तरह शामिल रहते हैं। मूवर्स और शेकर्स में जब हमने राजनेताओं की पोल खोल करने की कोशिश की तो उस समय काफी उथल-पुथल मची थी। मेरा मानना है कि पोलिटिकल डिबेट में थोड़ा हास्य और व्यंग्य जोड़ने से वह और अधिक मारक बन जाता है। मुझे इसका बेसब्री से पोल खोल का इंतजार है।” पोल खोल एक प्रतिष्ठित शो है, जिसकी शुरुआत २००४ के आम चुनावों के दौरान स्टार न्यूज (अब एबीपी न्यूज) पर हुई थी। यह व्यंगात्मक शैली में अपनी तरह का पहला, एक राजनीतिक खुलासे जैसा था। बेहद लोकप्रिय शो ‘मूवर्स एंड शेकर्स’ से कल्ट बन चुके शेखर सुमन ने उस वक्त इसकी एंकरिंग की थी। शो के दमदार और मारक कंटेंट ने इसे बहुत जल्दी ही सफलता दिला दी। पैंतालीस दिन के लिए बनाया गया यह शो समाचार चैनल पर सबसे लंबे समय तक चलने वाला मनोरंजन शो बन गया। यह शो पूरे पांच साल तक बिना किसी ब्रेक के चलता रहा। बहुत लोगों ने मतदाताओं के रूझान पर असर डालने के लिए श्रेय पोल खोल को दिया और कहा कि इस शो ने कुछ राजनीतिक समीकरणों को पलट दिया है। राजनीति पर नजर रखने वालों का दावा है कि एक समय था जब राजनेता ‘पोल खोल’ में जाने से डरते थे। शेखर सुमन को भारतीय टेलीविजन पर उनकी कला, उनकी स्पष्टवादिता और निडरता तथा सबसे प्यारे व्यक्तित्व के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करने वाला माना जाता है। अब शेखर सुमन गुजरात विधान सभा के महत्वपूर्ण चुनावों में नज़र आएंगे ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday, 5 December 2017
अभिनेता-निर्देशक शेखर सुमन का पोल टॉक
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खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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