इनफ़ोसिस के
संस्थापक नारायण और सुधा मूर्ति पर बायोपिक बनाने की घोषणा के बाद, नितेश तिवारी
और अश्विनी अय्यर तिवारी ने एक बार फिर से निर्माता महावीर जैन के साथ मिलकर धैर्य
और दृढ़ संकल्प की कहानी परदे पर लाने जा रहे हैं। निर्माताओं ने इस फिल्म का ऐलान
ख़ास तौर पर ३ फरवरी को ही किया ?
३ फरवरी २०१६
को
४ साल पहले,
३ फरवरी २०१६ को सियाचिन ग्लेशियर के उत्तरी भाग में भयानक हिमस्खलन के फलस्वरूप
भारतीय सेना की छठी मद्रास रेजिमेंट के जेसीओ सहित १० सिपाही बर्फ के नीच जिन्दा
दब गए थे । इस हिमस्खलन के बाद हुए बचाव कार्य में लांस नायक हनुमंथप्पा २५ फीट
बर्फ के नीचे जीवित पाए गए थे । उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया । मगर, उनके प्रमुख
अंगों के खराब हो जाने और दिमाग मे ऑक्सीजन की कमी के फलस्वरूप उनकी मृत्यु हो गई ।
अविश्वसनीय
सच्ची कहानी
सियाचिन
वॉरियर्स (वर्किंग टाइटल) २०१६ के सियाचिन ग्लेशियर
पर हुए इसी हिमस्खलन की एक अविश्वसनीय सच्ची कहानी पर आधारित है । यह फिल्म दिखायेगी
कि कैसे दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान पर विपरीत और सबसे ख़राब मौसम की
स्थिति में भी १९६०० फीट की ऊंचाई पर भारतीय सैनिकों को जोखिमों से गुजरना पड़ता
हैं। फिल्म में ३ फरवरी २०१६ के हिमस्खलन से जुड़ी सभी सच्ची घटनाए दिखाई जाएँगी ।
निर्माता-निर्देशक
की पहली युद्ध फिल्म
निर्माता तिवारी
दम्पति और महावीर जैन की इस फिल्म के कलाकारों का चुनाव अभी नहीं हुआ है । लेकिन,
उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए दुनिया के मशहूर प्रशिक्षकों को शामिल करने पर
विचार किया जा रहा है । फिल्म को दंगल और छिछोरे के लेखक पियूष गुप्ता लिख रहे हैं
। पियूष की इन दोनों फिल्मों के निर्देशक नितेश तिवारी ही थे । मगर, द सियाचिन
वारियर्स का निर्देशन प्रसिद्ध एड फिल्म निर्माता संजय शेखर शेट्टी द्वारा किया
जाएगा । यह उनकी पहली निर्देशित फिल्म होगी ।
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