सऊदी अरब ने ३५ साल बाद सिनेमाघरों पर लगाये गये प्रतिबन्ध को उठा लिया है । सऊदी में सिनेमा पर प्रतिबन्ध तब लगा, जब हॉलीवुड की ईटी द एक्स्ट्रा टेरेस्ट्रियल और द स्टार वार्स रिटर्न ऑफ द जेडाई जैसी हॉलीवुड फिल्में दिखाई जा रही थी । धार्मिक सत्ता ने फिल्मों को इस्लाम विरोधी बताया । मुल्लाओं ने दबाव बना कर सऊदी अरब में फिल्मों को प्रतिबन्धित करवा दिया । सऊदी अरब के वर्तमान शासक प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान उदारवादी हैं । उन्होंने महिलाओं को टेक्सियाँ चलाने की छूट दी है । अब जबकि सिनेमाघरों पर से प्रतिबन्ध हटा लिया गया है कि सऊदी अरब में पहला मल्टीप्लेक्स थियेटर मार्च २०१८ में फिल्मों का प्रदर्शन शुरू कर देगा । सऊदी सत्ता का इरादा देश में दो हज़ार स्क्रीन खुलवाने का है । यहाँ २०३० तक ३०० सिनेमाघर खुल जायेंगे । अधिकारियों को उम्मीद है कि इस क़दम के बाद देश में २४ बिलियन डॉलर का निवेश होगा और ३० हज़ार लोगों को स्थायी रोज़गार मिलेगा । जहाँ तक सेंसर की बात है, शरिया क़ानून चलेगा । कोई भी अनइस्लामिक और शरिया विरोधी फिल्म का प्रदर्शन नहीं कर सकेगा ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 11 December 2017
सऊदी अरब ने हटाया सिनेमाघरों पर लगा प्रतिबन्ध
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment