लगभग २५ दिन बाद होने वाले गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स पर मींटू की काली छाया पड़ने जा रही है। मींटू हॉलीवुड से सोशल साइट्स पर शुरू हुआ एक आंदोलन है, जो यौन शोषण की शिकार महिलाओं के साथ खड़ा होता है। इस आन्दोलन के ज़रिये विश्व के किसी भी हिस्से के सेलिब्रिटी अपनी यौन आपबीती बता सकती या सकता है। इस आंदोलन का सबसे पहले प्रभाव गोल्डन ग्लोब में दिखाई देगा। लेकिन, यह प्रभाव हॉलीवुड फिल्म सेलिब्रिटी के ग्लोब पुरस्कारों के वहिष्कार के रूप में नहीं होगा। इस समारोह में गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स की नॉमिनी अभिनेत्रियां और प्रस्तुतकर्त्री काली पोशाकों में मौजूद होंगी। कुछ ऐसा ही नज़ारा २१ जनवरी को होने वाले स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड्स में भी देखने को मिलेगा, जब सभी प्रस्तुतकर्ता अभिनेत्रियां काले कपड़ों में होंगी। हालाँकि, पहले इन अवार्ड्स समारोहों में हॉलीवुड सेलिब्रिटी काली पोशाकों में आती रही हैं, लेकिन, ब्लैक को आंदोलन के रूप में पहनने का यह पहला मौका होगा।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 17 December 2017
गोल्डन ग्लोब पर काली छाया
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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