वाराणसी
से मुंबई पहुँच कर फ़िल्मी दुनिया में छा जाने वाले, फिल्म प्रचार के धुरंधर वरिष्ठ
पीआर राजाराम पाठक, जो आर आर पाठक के नाम से जाने जाते थे, का आज निधन हो गया.
उन्होंने कई बड़ी फिल्मों का प्रचार किया था. आज के तमाम सुपर सितारों को प्रचार के
माध्यम से पूरे देश मे पहुंचाने वाले आर आर पाठक ही थे. वह सत्तर के दशक से फ़िल्मी
दुनिया के प्रचार में जुटे थे. उन्हें, पहली बार प्रचार के क्षेत्र में कुदाने
वाले गोपाल श्रीवास्तव थे. गोपाल किसी काम से बॉम्बे से बाहर जा रहे थे. उन्होंने
अर्जुन हिंगोरानी का परिचय पाठक से करा दिया. हिंगोरानी ने पाठक को कब क्यों और
कहाँ के प्रचार की कमान थमा दी. उन्होंने अजय देवगन की बतौर नायक पहली फिल्म फूल
और पत्थर, आमिर खान की बतौर नायक पहली फिल्म क़यामत से क़यामत तक, हृथिक रोशन की
पहली फिल्म कहो न प्यार है, को अपनी प्रचार क्षमता से फिल्म दर्शकों के दिलोदिमाग
में छा देने वाले पाठक ने शाहरुख़ खान, काजोल और शिल्पा शेट्टी की
फिल्म बाज़ीगर, अक्षय कुमार की फिल्म खिलाडी,
सलमान
खान की फिल्म बागी, सलमान खान, संजय दत्त और माधुरी दीक्षित
की फिल्म साजन, हृथिक रोशन की फिल्म कोई मिल गया और कृष के
प्रचारकर्ता आर आर पाठक ही थे. उन्होंने पचास साल के फिल्म करियर मे कोई ३०० से
अधिक फिल्मों का प्रचार किया.
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday 19 July 2020
पीआर आर आर पाठक का निधन
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श्रद्धांजलि
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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