Wednesday, 15 October 2025

हिन्दी फ़िल्मों में हेलेन की जोड़ीदार अभिनेत्री मधुमती का निधन



मधुमती का जन्म 1938 में महाराष्ट्र में हुआ था और उन्होंने 1957 में एक अप्रदर्शित मराठी फिल्म से एक नर्तकी के रूप में अपना करियर शुरू किया था। एक पारसी परिवार से आने के कारण उनके जन्म का नाम हुतोक्सी रिपोर्टर था। वह भरतनाट्यम, कथक, मणिपुरी और कथकली की प्रशिक्षित नर्तकी थीं । 






जो लोग नहीं जानते, उनकी जानकारी के लिए बता दें कि मधुमती ने 'आंखें', 'शिकारी', 'मुझे जीने दो', 'टावर हाउस' जैसी फिल्मों में अभिनय किया था। 







मधुमती का विवाह हिन्दी फ़िल्मों के कोरियोग्राफर और नर्तक दीपक मनोहर से हुआ था, जो उस समय के एक प्रतिष्ठित नर्तक थे। जब, माधुमती ने दीपक से शादी की, उस वह 19 वर्ष की थीं। दीपक चार बच्चों के पिता थे और उनकी पहली पत्नी का निधन हो चुका था। मधुमती दीपक से शादी करने के लिए तैयार नहीं थीं, लेकिन अपनी माँ की इच्छा के कारण उन्होंने उनसे शादी कर ली। 






भारतीय सिनेमा में अविस्मरणीय छाप छोड़ने वाली दिग्गज अभिनेत्री और कुशल नृत्यांगना मधुमती का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया। मधुमती के निधन ने वास्तव में पूरे फिल्म उद्योग को सदमे में डाल दिया है। अक्षय कुमार, बिंदु दारासिंह, चंकी पांडेय, आदि अभिनेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।  







हिन्दी फिल्म दर्शक मे दशकों से मधुमती को न केवल पर्दे पर उनके उल्लेखनीय अभिनय के लिए, बल्कि नृत्य में उनकी सुंदरता और निपुणता के लिए भी जाना जाता रहा है। हेलेन जैसी निपुण नर्तकी से अक्सर तुलना की जाने वाली मधुमती ने हर भूमिका और प्रदर्शन में अपनी अलग प्रतिभा का परिचय दिया और एक ऐसी विरासत छोड़ी जो कलाकारों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।







1938 में महाराष्ट्र में जन्मी मधुमती को बहुत कम उम्र से ही नृत्य का शौक था। लय और गति के प्रति उनके आकर्षण ने उन्हें भरतनाट्यम, कथक, मणिपुरी और कथकली सहित कई शास्त्रीय नृत्य शैलियों का प्रशिक्षण लेने के लिए प्रेरित किया। वर्षों से, उनके प्रदर्शन, चाहे मंच पर हों या कैमरे पर, तकनीकी सटीकता और अभिव्यंजक भावना का एक दुर्लभ संयोजन प्रदर्शित करते थे जिसने उन्हें अपनी पीढ़ी के सबसे सम्मानित नर्तकों में से एक के रूप में खड़ा किया।

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