‘मिर्जापुर: द मूवी’ का इंतज़ार अब और भी रोमांचक हो गया
है! दर्शकों के चहेते पावरहाउस तिकड़ी, पंकज त्रिपाठी (कलीन भैया), अली फज़ल (गुड्डू पंडित) और श्वेता
त्रिपाठी (गोलू गुप्ता) – ने फिल्म के बहुप्रतीक्षित बनारस शेड्यूल की शूटिंग पूरी
कर ली है।
दो हफ्तों तक चले इस गहन और जीवंत शूट ने बनारस की
आध्यात्मिक गलियों और घाटों पर एक बार फिर ‘मिर्जापुर’ का रंग बिखेर दिया। शूटिंग
के दौरान की झलकियाँ और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही फैंस में भारी उत्साह
देखने को मिला। अब फिल्म का अगला शेड्यूल दिवाली के बाद मुंबई में शुरू होगा।
पंकज त्रिपाठी ने बनारस में शूटिंग को लेकर कहा,“मिर्जापुर ने मुझे मेरे जीवन का एक
अविस्मरणीय किरदार दिया है। बनारस में शूट करना, जहाँ से सब शुरू हुआ था, अपने आप में एक आध्यात्मिक अनुभव जैसा लगा। इस शहर की
ऊर्जा अद्भुत है – यहाँ शांति भी है, अराजकता भी, भक्ति भी है और ड्रामा भी। हर बार यहाँ शूट करते हुए मन
कृतज्ञता से भर जाता है। लोगों ने जो प्यार हमें इस शेड्यूल में दिया, वो दिल छू लेने वाला था। एक बार फिर
महसूस हुआ कि मिर्जापुर कितनी गहराई से दर्शकों के दिलों में बसी हुई है।”
अली फज़ल ने अपनी खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा, “बनारस हमेशा से घर जैसा महसूस होता है।
यहीं गुड्डू पंडित ने अपनी पहचान और अपनी आग पाई थी। ‘मिर्जापुर: द मूवी’ के लिए
यहाँ लौटना कई यादें ताज़ा कर गया, सिर्फ पिछले सीज़न्स की नहीं, बल्कि उस सफर की भी जो हमने एक टीम और
किरदारों के रूप में तय किया है। लोगों की गर्मजोशी, घाटों की हलचल और शहर का जादू – ये सब कहानी को और भी
गहराई देते हैं। हमने इस शेड्यूल को एक खूबसूरत नोट पर खत्म किया है, और मैं अगले चरण का बेसब्री से इंतज़ार
कर रहा हूँ।”
श्वेता त्रिपाठी ने अपनी भावनाएँ साझा करते हुए कहा,“हर बार जब मैं बनारस में शूट करती हूँ, लगता है जैसे ज़िंदगी एक पूरा चक्र
पूरा कर रही हो। ‘मसान’ से लेकर ‘मिर्जापुर’ तक, इस शहर ने मेरे अभिनय सफर के कई खास पल देखे हैं। ‘गोलू’
का किरदार मेरे लिए ताकत, साहस और विकास
की कहानी है, और बनारस उस
भावना को एक अलग ही रूप में जीवंत कर देता है।”
वह आगे कहती हैं,“मुझे गोलू कहलाना पसंद है। ये सिर्फ एक किरदार नहीं, बल्कि हर घर का नाम है और सबके दिल के
करीब है। गोलू मेरे साथ बढ़ी है, और
ये देखना अद्भुत है कि दर्शक उसे कितना प्यार करते हैं। यहाँ के लोगों ने हमें
जितना अपनापन और स्नेह दिया, वो
बेहद भावुक कर देने वाला था। ये शेड्यूल गहन भी था और आत्मीय भी। मैं इस शहर का एक
हिस्सा अपने साथ लेकर मुंबई के अगले शेड्यूल की ओर बढ़ रही हूँ।”
बनारस शेड्यूल के पूरा होने के साथ ही, ‘मिर्जापुर: द मूवी’ को लेकर दर्शकों की उत्सुकता और भी बढ़ गई है। फिल्म वादा करती है कि वह मिर्जापुर के उसी मूल को वापस लाएगी जिसने इसे एक फेनोमेनन बना दिया था। शक्ति, बदला, भावना और यादगार किरदारों की एक बार फिर भव्य सिनेमाई प्रस्तुति होगी ।

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