Sunday, 17 December 2017

बॉक्स ऑफिस से नाउम्मीद बॉलीवुड उम्मीद कर सकता है इनसे !

सलमान खान के पास इज़्ज़त बचाने के लिए इस साल एक आखिरी मौका है।  उनकी अली अब्बास ज़फर निर्देशित एक्शन फिल्म टाइगर ज़िंदा है २२  दिसंबर को रिलीज़ हो रही है।  इस फिल्म को बड़ी हिट होना ही पड़ेगा।  इसलिए भी कि यह महँगी फिल्म है।  सौ-दो सौ करोड़ क्लब में शामिल हो कर भी कुछ ख़ास होने वाला नहीं।  दूसरे इस साल ट्यूबलाइट की बड़ी असफलता के बाद टाइगर ज़िंदा है सलमान खान के टाइगर को ज़िंदा रख सकेगी।  अन्यथा, सलमान खान का करियर ख़त्म हुआ समझों।
मार खाये बॉलीवुड के खान अभिनेता
२०१७ में कुछ ऎसी ही दशा दूसरे खानों की भी रही।   आमिर खान की एक्सटेंडेड कैमिया वाली फिल्म सीक्रेट सुपर स्टार दीवाली वीकेंड पर अजय देवगन की फिल्म गोलमाल अगेन  से टकराई और मुंह की खा गई। बड़े बजट की नहीं थी।  इसलिए, नुकसानदेह तो नहीं साबित हुई।  लेकिन, आमिर खान की किरकिरी ज़रूर कर गई।  शाहरुख़ खान पर तो इस साल बुरी बीती।  उनकी पहली रिलीज़ फिल्म रईस सौ करोड़ क्लब में जाने के बावजूद खान की इज़्ज़त का फालूदा कर गई।  शाहरुख़  खान की फिल्म से निर्माता मांगे मोर।  साल की दूसरी रिलीज़ फिल्म जब हैरी मेट सेजल ने तो शाहरुख खान की टेंट तक ढीली करवा दी।  इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर बुरी मार पड़ी।  शाहरुख़ खान की  फिल्म में मौजूदगी के नुकसान का अंदाजा सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट करा सकती है, जिसमे शाहरुख खान की मेहमान भूमिका थी।  एक चौथे  खान सैफ अली खान को तो अपना चेहरा  बचा पाना मुश्किल हो रहा है।  २०१७ में उनकी भी  दो फ़िल्में  रंगून और शेफ रिलीज़ हुई थी।  दोनों को बॉक्स ऑफिस पर बुरी मार पड़ी।
फिर उम्मीदें ज़िंदा हैं
ख़ास बात यह रही कि  हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को एक्टर्स की बॉक्स ऑफिस पर पकड़ के लिहाज़ से निराश नहीं होना पड़ेगा। बादशाओ की असफलता के बावजूद अजय देवगन की फिल्म गोलमाल अगेन ने २०० करोड़ क्लब में प्रवेश कर दिसंबर २०१७ के मध्य तक रिलीज़ फिल्मों में सबसे अच्छा बिज़नेस कर अजय देवगन को विश्वसनीय फिर से कायम कर दी ।  इस लिहाज़ से अक्षय कुमार लगातार अपनी विश्वसनीयता बनाये हुए हैं।  अक्षय कुमार की बतौर नायक दो फिल्मों जॉली एलएलबी २ और टॉयलेट एक प्रेम कथा को बड़ी कामयाबी मिली।  इस कामयाबी की खासियत यह थी कि  अपनी लागत कम होने के कारण इन दोनों फिल्मों ने अपने निर्माताओं को बड़ा मुनाफा दिया।  हृथिक रोशन की फिल्म काबिल शाहरुख़ खान की फिल्म रईस से  मुक़ाबले के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी पा सकी।  अमिताभ बच्चन की बहुचर्चित फिल्म सरकार ३ बॉक्स ऑफिस पर बुरी  पिटी ।  रणबीर कपूर की फिल्म जग्गा जासूस को भी मार लगी।  अनिल कपूर की भतीजे अर्जुन कपूर के साथ फिल्म मुबारकां इज़्ज़त बचा ले गई।  सनी देओल की पोस्टर बॉयज ने सनी देओल को बड़ा झटका दिया।  लखनऊ सेंट्रल के फरहान अख्तर पिट गए।  संजय दत्त की वापसी फिल्म भूमि को भी ज़बरदस्त असफलता का मुंह देखना पड़ा। फिरंगी ने कपिल शर्मा की कॉमेडी की बखिया उधेड़ कर रख दी।
युवा एक्टरों से उम्मीदें हैं
युवा एक्टरों  के लिहाज़ से बॉलीवुड के लिए काफी संभावनाओं वाले चेहरे हैं।  अगर उनकी फिल्म पद्मावती विवादों में घिर का अगले साल के लिए न टलती तो, रणवीर सिंह के एक्टर की मज़बूती का अंदाजा इसी साल लग जाता। वरुण धवन ने अपनी दो फिल्मों बद्रीनाथ की दुल्हनिया और जुड़वाँ २ से खुद को भविष्य का विश्वसनीय  अभिनेता होना साबित किया।  हालाँकि,  शाहिद कपूर की इकलौती रिलीज़ फिल्म रंगून बुरी तरह से पिटी।  लेकिन, बॉलीवुड और दर्शक को उनकी प्रतिभा पर अभी भी भरोसा है।  अगले साल पद्मावती और बत्ती गुल मीटर चालू से वह इसे साबित कर सकेंगे।  राजकुमार राव और आयुष्मान खुराना कम बजट की हिट फिल्मों के हीरो के रूप में उभर रहे हैं।  इनके अभिनय में स्वभाविकता  है। इन दोनों ने अपने दर्शक बना लिए हैं।  अर्जुन कपूर की  इस साल रिलीज़ फिल्मों हाफ गर्लफ्रेंड और  मुबारकां को बड़ी सफलता बेशक नहीं मिली।  लेकिन अर्जुन कपूर को आगे का मौका ज़रूर दिलवा दिया है।  सिद्धार्थ मल्होत्रा ने इत्तेफ़ाक़ में अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया।  अलबत्ता अ जेंटलमैन की सफल ने उन्हें झटका दिया है। इरफ़ान खान हिंदी मीडियम और करीब करीब सिंगल के अलग से कथानक को सफलता दिलवा ले जाते हैं। नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी सह भूमिकाओं में नज़र आये।  सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म राब्ता बेशक असफल हुई हैं।  लेकिन, उनके पास केदारनाथ, ड्राइव, चंदा मामा दूर के जैसी बड़ी फिल्में हैं।  टाइगर श्रॉफ की मुन्ना माइकल असफल हुई।  लेकिन, उनके पास भी बड़े प्रोजेक्ट हैं।  पुलकित सम्राट और वरुण शर्मा की जोड़ी की फिल्म फुकरे रिटर्न्स ने साल के आखिर में बॉक्स ऑफिस का चेहरा खिला दिया।
अपने दम पर तुम्हारी सुलु
आम तौर पर, हिंदी फिल्म अभिनेत्रियों को नायक की नायिका माना जाता है।  नायिका प्रधान  फिल्मों को ज़्यादा   महत्त्व नहीं दिया जाता।  इसलिए, किसी अभिनेत्री का ज़िक्र यूँ ही कर दिया जाता है।  इसके बावजूद कुछ अभिनेत्रियां आज भी अपने अभिनय के बल पर बॉक्स ऑफिस पर अपनी ताक़त का प्रदर्शन करती रही हैं। इस समय हिंदी फिल्म अभिनेत्रियों में तापसी पन्नू का नाम तेज़ी से उभर रहा है।  खास तौर पर पिछले साल पिंक की सफलता के बाद उनकी फिल्मों को गंभीरता से लिया जाने लगा है।  इस साल तापसी पन्नू की रनिंग शादी, दक्षिण की द गाज़ी अटैक, नाम शबाना और जुड़वा २ फ़िल्में रिलीज़ हुई।  नाम शबाना में उनके अभिनय की प्रशंसा हुई।  लेकिन, यह फिल्म रनिंग शादी और द गाज़ी अटैक की तरह बॉक्स ऑफिस पर असफल हुई।  अलबत्ता, जुड़वा २ की सफलता ने उन्हें हिंदी फिल्मों में जमे रहने का मौक़ा दिया है।  इसी  प्रकार से विद्या बालन बेगम जान की असफलता के बावजूद तुम्हारी सुलु को अपने कन्धों पर सम्हाल ले गई।  सोनाक्षी सिन्हा ने नूर और इत्तेफ़ाक़ में अपने अभिनय से प्रभावित किया।  लेकिन, यह फ़िल्में हिट नहीं हुई।  अनुष्का शर्मा ने बतौर निर्माता-अभिनेत्री फिल्लौरी जैसी सफल फिल्म दी।  लेकिन, उनकी शाहरुख़ खान  के साथ बड़े बजट की फिल्म जब हैरी मेट सेजल बुरी तरह से पिटी।   भूमि पेडनेकर के खाते में अक्षय कुमार के साथ टॉयलेट एक प्रेम कथा जैसी बड़ी हिट फिल्म दर्ज़ हो गई।  उनकी फिल्म शुभ मंगल सावधान में अभिनय की प्रशंसा हुई।  दक्षिण से आई अभिनेत्रियों में कृति सेनन  को लगातार फ़िल्में मिल रही हैं।  राब्ता की असफलता के बाद बरेली की बर्फी ने उनके करियर को सम्हाल लिया है। श्रद्धा कपूर को युवा अभिनेत्रियों में सबसे बोल्ड अभिनेत्री कहना ठीक होगा।  उनकी ओके जानू, हाफ गर्ल फ्रेंड और हसीना पार्कर ने उन्हें अभिनय प्रतिभा प्रदर्शन का मौका दिया।  जिसमे वह, ख़ास तौर पर हसीना पार्कर में वह साहसी अभिनेत्री साबित होती थी।  अ जेंटलमैन की असफलता  जुड़वा २ की सफलता ने जैक्विलिन फर्नांडेज को ग्लैमरस अभिनेत्रियों की खेप में शामिल कर दिया है।  युवा अभिनेत्रियों में आलिया भट्ट हर  तरह की फ़िल्में करने में माहिर है।  उनकी इस साल केवल एक फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया रिलीज़ हुई। यह फिल्म १०० करोड़ क्लब में शामिल हुई।  कंगना रनौत की दो फ़िल्में रंगून और सिमरन फ्लॉप हुई।  जग्गा  जासूस की असफल कैटरीना कैफ को टाइगर ज़िंदा है से उम्मीद है।  पाकिस्तान से माहिरा खान (रईस), सबा कमर (हिंदी मीडियम), सजल अली (मॉम) और चीनी अभिनेत्री झू झू (ट्यूबलाइट) का हिंदी फिल्म डेब्यू कुछ ख़ास नहीं रहा।
नहीं काम आई नायिका की सेक्स अपील
२०१७ में कुछ अभिनेत्रियों ने सेक्स अपील के सहारे दर्शकों को अपील करने की कोशिश की।  अनारकली ऑफ़ आरा की डांसर  के किरदार में स्वरा भास्कर ने अश्लील हाव भाव प्रदर्शित किये और गालियों का सहारा लिया। दक्षिण की फिल्मों में वियाग्रा लेडी के नाम से मशहूर लक्ष्मी राय की फिल्म जूली २ और ज़रीन खान की फिल्म अक्सर २ इरोटिका फिल्म की तरह प्रचारित किये जाने के बावजूद दर्शकों से इनिशियल जुटा पाने में नाकामयाब रही।  गेम ओवर से पंजाबी फिल्म अभिनेत्री गुरलीन चोपड़ा ने सेक्स अपील रंग जमाने की  असफल कोशिश की।  सनी लियॉन की फिल्म तेरा इंतज़ार भी सेक्स अपील की खोज में भटकती ही रह गई।  यह सभी फ़िल्में इरोटिका टैग के बावजूद बुरी तरह से असफल हुई।
इनके अलावा कुछ दूसरे अभिनेता  और अभिनेत्रियों की फ़िल्में भी रिलीज़ हुई।  लेकिन, जब फिल्म में निर्माताओं ने इनका प्रचार करना ठीक नहीं समझा तो दर्शक किस बिना पर इन्हे देखने जाता।  

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