एक दशक पहले, हिंदी फिल्म अ वेडनेसडे से फिल्म डेब्यू करने वाले फिल्म निर्देशक नीरज पांडेय की फिल्मों पर नज़र डालें तो वह थ्रिलर फिल्मों में माहिर नज़र आते हैं। अ वेडनेसडे के बाद स्पेशल २६, बेबी और एमएस धोनी एन अनटोल्ड स्टोरी जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। टोटल सियापा, नाम शबाना, रुस्तम, टॉयलेट एक प्रेम कथा और सात उचक्के से उनका नाम बतौर निर्माता जुड़ा है। उनकी बतौर निर्माता-निर्देशक फिल्म ऐय्यारी २६ जनवरी २०१८ को रिलीज़ होने वाली है। यह एक स्पाई थ्रिलर फिल्म है। उनकी ज़्यादातर फ़िल्में थ्रिलर ही होती हैं। दरअसल, वह करें भी तो क्या ! उनकी पहली स्क्रिप्ट एक रोमांस से भरी थी। मगर, इस स्क्रिप्ट पर कभी फिल्म बन ही नहीं सकी। अगर नीरज की फिल्मों पर नज़र डालें तो वह विषय में गंभीरता से घुसे नज़र आते हैं। उनकी फिल्मों से उन्हें परफेक्ट फिल्म मेकर कहा जा सकता है। लेकिन, नीरज बतौर फिल्मकार खुश नज़र नहीं आते। नीरज पांडेय अपने अब तक के करियर से खुश क्यों नहीं हैं ? एक अखबार से बात करते हुए नीरज पांडेय ने खुलासा किया, "मैं बतौर फिल्मकार संतुष्ट नहीं हूँ। मैं आज भी यह विश्वास करता हूँ कि मेरी अब तक निर्देशित फिल्मों में कमिया थी। इनमे इम्प्रूवमेंट की ज़रुरत थी। मैं अपनी गलतियों से सीख सकता हूँ। मैं इन्हे दोहराना नहीं चाहता। सौभाग्यवश मुझे ऎसी कहानियों पर फ़िल्में बनाने का मौक़ा मिला, जिन पर मेरा विश्वास था।" नीरज पांडेय की फिल्म ऐय्यारी की शुरुआत बेबी के निर्माण के दौरान हो गई थी, जब वह फिल्म के सम्बन्ध में सेना के लोगों से मिल रहे थे। उसे समय उनकी जानकारी में कुछ ऐसे ही सनसनीखेज और रहस्यपूर्ण किस्से आये। उसी समय उन्होंने इन किस्सों और सुने अनुभवों ऐय्यारी की कहानी में ढाल लिया। इस फिल्म में उनके स्पेशल २६ के पसंदीदा एक्टर मनोज बाजपेई के अलावा पहली फिल्म अ वेडनेस्डे के नसीरुद्दीन शाह भी हैं। जहाँ तक सिद्धार्थ मल्होत्रा का सवाल है, नीरज पहली बार सिद्धार्थ के साथ कोई फिल्म कर रहे हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday 19 December 2017
सैनिकों के अनुभवों पर नीरज पांडेय की ऐय्यारी !
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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