राम-लीला के दो
निर्माताओं को गोलियों की रास लीला रास आ रही है। मामला कोर्ट तक पहुँच गया है।
संजय लीला भंसाली के प्रोडक्शन हाउस भंसाली प्रोड्कशन्स ने बॉम्बे हाईकोर्ट में
अपील दाखिल की थी कि इरोस इंटरनेशनल को उनकी सह निर्माण फिल्म राम लीला (२०१३) को
गलत तरीके से बेचने, किसी प्रकार के दुरुपयोग, लाइसेंस
देने और वितरण तथा रिन्यू करने के अधिकार से रोका जाए। भंसाली प्रोडक्शन्स और इरोस
इंटरनेशनल ने फिल्म गोलियों की रास लीला राम-लीला का सह निर्माण किया था। अब इरोस
का हॉलीवुड की एसटीएक्स फिल्मवर्क में संविलियन हो रहा है। भंसाली ने इसके खिलाफ
अपील दाखिल की थी। पर भंसाली की तुरंत रिलीफ देने को अदालत ने उपयुक्त नहीं माना।
लेकिन, इरोस को निर्देश दिया कि वह भंसाली प्रोडक्शन्स को
१८.३९ लाख रुपये दे। इरोस ने इस आदेश का पालन कर भी दिया है। लेकिन,
इरोस को इस बात का रंज है
कि भंसाली प्रोडक्शन्स ने इस मामले को कोर्ट ले जाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश
की । वह उनके खिलाफ मामला दायर करने की भी सोच रहे हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 21 June 2020
ख़त्म हुई इरोस और भंसाली की रास-लीला
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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