फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन को हिंदी फिल्मों मै १५ साल हो गए। १० जून
२००५ को उनकी पहली हिंदी फिल्म परिणीता प्रदर्शित हुई थी। शरतचंद्र चटर्जी की
कहानी पर फिल्म परिणीता कलकत्ता के खांटी बंगाली माहौल वाली फिल्म थी। इससे पहले टीवी सीरियल और बंगाली फ़िल्में कर
चुकी विद्या बालन ने परिणीता की लोलिता को जीवंत कर दिया था। लोलिता के इस सफर में
विद्या बालन के साथी थे गिरीश की भूमिका में संजय दत्त और शेखर की भूमिका मे सैफ
अली खान थे। प्रदीप निर्देशन में विद्या बालन की इस लोलिता को भी सफलता मिली थी।
इससे पहले, बिमल रॉय के निर्देशन में फिल्म परिणीता (१९५३) में मीना कुमारी, १९७६
में अनिल गांगुली के निर्देशन में सुलक्षणा पंडित इस किरदार को सफलतापूर्वक कर
चुकी थी । परिणीता और विद्या बालन के १५ साल पहले शुरू सफ़र की सफलता का अंदाजा इस
बात से लगाया जा सकता है कि विधु विनोद चोपड़ा द्वारा १७ करोड़ में बनाई गई परिणीता
बॉक्स ऑफिस पर ३२.६ करोड़ का ग्रॉस कर चुकी है. इस फिल्म के बाद से विद्या बालन को कभी
पीछे मुड कर नहीं देखना पडा । इसीलिए, फिल्म और खुद के इंडस्ट्री में १५ साल पूरे
होने पर विद्या बालन ने फिल्म की शूटिंग के दौरान संजोई गई अपनी यादों को अपने
प्रशंसकों से साझा किया ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday 10 June 2020
Vidya Balan और परिणीता का १५ साल
Labels:
Vidya Balan,
झिलमिल अतीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment