फिल्म एक्ट्रेस स्वरा भास्कर १० साल में ही पस्त हो गई लगती है. संजय लीला भंसाली की हृथिक रोशन और ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ फिल्म गुज़ारिश जैसी फिल्म करने वाली स्वरा भास्कर को बड़े बजट की फ़िल्में बहुत कम मिली. इनमे भी उन्हें प्रमुख भूमिका में कभी नहीं लिया गया. अनारकली ऑफ़ आरा जैसी घटिया फिल्म करने वाली स्वरा भास्कर के पतन का चरम फिल्म वीरे दी वेडिंग में आया. इस फिल्म में वह अभिनय से ज्यादा हाथ और उँगलियों का इस्तेमाल कर रही थी. वीरे दी वेडिंग २०१८ में रिलीज़ हुई थी. इस फिल्म के बावजूद स्वर भास्कर को कोई नई फिल्म नहीं मिली. तब प्रचार पाने के लिए वह एंटी सीएए आन्दोलन में सरकार और सर्वोच्च न्यायलय के खिलाफ लोगों को भड़काती नज़र आ रही थी. आजकल उन्हें अमेज़न प्राइम विडियो पर डिजिटल सीरीज रसभरी में देखा जा सकता है. यह सीरीज, स्वरा भास्कर के एक्टर के पतन का गर्त है. पूरी तरह से घटिया कहानी और घटनाओं से भरे इस सीरियल में स्वरा भास्कर ने किरदार तो एक टीचर का किया है. पर उनके हावभाव बेहद सस्ते किस्म के हैं. वह कहीं से भी टीचर नहीं लगती. उनका बदन इधर उधर से उघडा हुआ नज़र आता है. लेकिन, इस रसभरी में रस ही नहीं है तो वह भरी कहाँ से नज़र आये ?
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 26 June 2020
रसहीन Swara Bhaskar के पतन की 'रसभरी'
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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