बॉलीवुड की तमाम हस्तियाँ अपनी अपनी तरह से वर्तमान लॉकडाउन के भावनात्मक
प्रभावों से निपटने और अपने प्रशंसकों का मार्गदर्शन करने की कोशिश कर रही है।
जहां कुछ हस्तियां अपने फिटनेस शेड्यूल के बारे में बताते हैं,
वहीं अन्य अपने प्रशंसकों से उनकी रचनात्मक सलाह के बारे में बात कर रहे
हैं। पंकज त्रिपाठी ने अपने प्रशंसकों के साथ जुड़ने का सबसे अनूठा तरीका अपनाया
है। पंकज त्रिपाठी ने अपने फेसबुक पेज पर एक श्रंखला शुरू की है,
जिसमे वह अपने स्वयं के अनुभवों से जुडी ऎसी कहानियों को सुनाते है,
जिन्होंने उनके जीवन के दृष्टिकोण को बदल दिया। वह अपनी बचपन की यादों को
साझा करते हैं । यह ऎसी कहानियाँ है, जिन्होंने
उनके दिमाग पर एक अमिट छाप छोड़ी है। ऐसी कहानियों में से एक में,
पंकज बताते हैं कि कैसे ट्रेन और उसकी आवाज़ उनके बचपन के दिनों की यादों
को ताजा करती है। उस दौरान, ट्रेन की आवाज़ उनके लिए घड़ी का काम करती
थी । इस श्रंखला में वह अपने से जुडी हर चीज की याद करते हैं,
जिससे वह अपने लक्ष्यों के प्रति और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित हुए।
लॉकडाउन के समय, अपने माता-पिता से मीलों दूर,
अपनी पत्नी और बेटी के साथ घर में रह रहे पंकज स्वीकार करते है कि अब
माता- पिता के साथ का पहले से कहीं अधिक महत्व समझने लगे है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday, 28 April 2020
लॉकडाउन के बीच Pankaj Tripathi का प्रशंसकों से संवाद
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Pankaj Tripathi,
कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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