कोई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कलेक्शन के हिसाब से सुपरहिट माने जाने के बावजूद फ्लॉप यानि घाटे का सौदा हो सकती है ? हालाँकि, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लेकिन यह हकीकत बनने जा रही है। २०२० में प्रदर्शित होने जा रही दो फ़िल्में अभी से नुकसान देने वाली फ़िल्में बन चुकी हैं। दरअसल, यह फ़िल्में इनश्योरेंस कवर के अंतर्गत नहीं आती। अमूमन बीमा कंपनियां रिलीज़ हो चुकी फिल्मों को, किसी कारण से रिलीज़ रुक जाने पर रिस्क कवर का फायदा देती हैं। सूर्यवंशी और '८३ क्रमशः २४ मार्च और १० अप्रैल को रिलीज़ होनी थी। मगर, कोरोना वायरस के विस्फोट के कारण हुई तालाबंदी ने, इन दोनों फिल्मों को रिलीज़ होने का मौक़ा ही नहीं दिया। अगर, यह फ़िल्में एक दिन के लिए भी रिलीज़ हो जाती तो रिस्क कवर में आ जाती। जैसा कि इरफ़ान खान की फिल्म अंग्रेजी मीडियम के साथ हुआ, जो १३ मार्च को रिलीज़ हो गई थी । १४ मार्च से सिनेमाघरों के बंद होने का सिलसिला शुरू हो गया । इसलिए, अब अंग्रेजी मीडियम रिस्क कवर से नुकसान की भरपाई कर पाएगी । सूर्यवंशी और ’८३ की श्रेणी में, अक्षय कुमार की एक अन्य फिल्म लक्ष्मी बम और सलमान खान की फिल्म राधे भी आ सकती है । यह दोनों फ़िल्में २२ मई को प्रदर्शित होने जा रही है । अगर, कोरोना वायरस का कहर कमज़ोर नहीं पडा तो इन फिल्मों की रिलीज़ भी टाली जा सकती है । ऐसे में यह दोनों फ़िल्में भी रिस्क कवर में नहीं आयेंगी । वैसे अर्जुन कपूर और परिणीती चोपड़ा की संदीप और पिंकी फरार तथा वरुण धवन और सारा अली खान की कुली नंबर १ घाटे का सबब बन चुकी हैं। इन दोनों ही फिल्मों की रिलीज़ की पोस्टपोन कर दी गई है । कुली नंबर १ को १ मई २०२० को प्रदर्शित होना था । यहाँ साफ़ करते चलें कि संभव है कि तमाम बड़ी फिल्मों के निर्माताओं और वितरकों को कुछ फायदा हो जाए । लेकिन, इन फिल्मों के प्रदर्शक घाटे में ही रहेंगे । क्योंकि, उन्हें बंदी के दौरान अपने स्टाफ को वेतन भत्ते तो देने ही होंगे।
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